बड़ौत (बागपत)। रेलवे रोड पर स्थित आर्य समाज मंदिर में यज्ञ हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा अंग्रिस मुनि और यज्ञमान विनोद भारद्वाज रहे। प्रीतम सिंह वर्मा ने स्त्री जाति को वेद पढ़ने और शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार महर्षि दयानंद सरस्वती ने दिलाया । महाभारत युद्ध से पहले भारतवर्ष में वैदिक शिक्षा का प्रचलन था, परंतु महाभारत युद्ध के पश्चात विद्वानों ने वैदिक ग्रंथों का अध्ययन करना बंद कर दिया था। उनमें प्रमाद व्याप्त हो गया । शिक्षा का अभाव हो चला । विद्वानों ने स्त्री जाति को अपवित्र मानकर वेद शिक्षा प्राप्त करने और यज्ञोपवित धारण करने के अधिकार से वंचित कर दिया था। महर्षि दयानंद सरस्वती ने वेद के प्रमाण प्रस्तुत कर स्त्री जाति को पढ़ने का अधिकार दिया। यज्ञ में ओमवीर सिंह, रामबली राणा, ओमप्रकाश आर्य, राजपाल आर्य, गुलाब चंद, मोहन पाल, रणतेज, अरुणा आर्य, सुनील आर्य, नरेश जयप्रकाश आदि उपस्थित रहें। |