Hindi Vs Sanskrit में संस्कृत भाषा को विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा में से एक माना जाता है। अधिकांश हिंदू धर्म ग्रंथ संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं। संस्कृत भाषा से कई भाषाएं उत्पन्न हुई जैसे- हिंदी,बांग्ला,मराठी,पंजाबी आदि। संस्कृत भाषा को देव भाषा माना जाता है। जब हम यह सुनते हैं तो हमारे मन में कई प्रश्नचिन्ह खड़े हो जाते हैं कि एक भाषा से इतनी सारी भाषाएं कैसे उत्पन्न हुई और हम संस्कृत भाषा में रुचि भी लेने लगते हैं। Hindi Vs Sanskrit, इसका अर्थ यह है कि हिंदी और संस्कृत एक दूसरे से कितने अलग हैं तथा इन दोनों में क्या समानता है। Hindi Vs Sanskrit की पूरी जानकारी इस ब्लॉग में दी गई है। जो Hindi Vs Sanskrit में अंतर करने में आपकी सहायता करेगी। तो आइए देखें Hindi Vs Sanskrit- Show
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Which is better Sanskrit or Hindiहिंदी भाषा को हमारी राज्यभाषा माना जाता है। संस्कृत भाषा सबसे प्राचीनतम भाषा में से एक है। हिंदू धर्म के कई उपन्यास संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैैं तथा हिंदी भाषा हिंदुस्तानी भाषा का मानकीकृत रूप है। हिंदी भाषा में तत्सम तथा तद्भव शब्दों का समावेश है। भारत में हिंदी भाषा सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है परंतु संस्कृत भाषा का बोलचाल की भाषा में बहुत कम प्रयोग किया जाता है। हिंदी भाषा भारत,नेपाल,दक्षिण अफ्रीका आदि देशों में बोली जाती है। जबकि संस्कृत भाषा दक्षिण एशिया (प्राचीन और मध्ययुगीन), दक्षिण पूर्व एशिया के भाग (मध्ययुगीन) आदि देशों में बोली जाती है। हिंदी की अपेक्षा संस्कृत भाषा को अधिक जटिल माना जाता है। हिंदी भाषा में कुल वर्णों की संख्या 44 है जबकि संस्कृत भाषा में कुल वर्णों की संख्या 52 है। हिंदी भाषा में 11 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं जबकि संस्कृत भाषा में 16 स्वर और 36 व्यंजन होते हैं। हिंदी भाषा को 380.00 मिलियन तथा संस्कृत भाषा को 14.10 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती है। हिंदी भाषा के मूल 7 वीं शताब्दी तथा संस्कृत भाषा के मूल 2000 ई.पू. में प्राप्त हुए ऐसा माना जाता है।हिंदी भारत की सबसे लोकप्रिय बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है और अपनी आबादी के लिहाज से दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिन्दी को आज भी पढ़ने के छात्र इच्छुक है तथा करियर के रूप में हिंदी को चुनते हैं। किसी भी अन्य भाषा की तरह, हिंदी को भी अलग-अलग शिष्टाचारों में पढ़ाया जाता है जैसे कि पाठ पढ़ना, बोलना पाठ और उन्नत स्तर के पाठ्यक्रम इसमें होते जो हम चयन कर सकते हैं। कुछ लोकप्रिय हिंदी पाठ्यक्रम हैं जिन्हें आप अपनी दक्षता के आधार पर अध्ययन कर सकते हैं।
Check Out: जानिए BA Hindi की संपूर्ण जानकारी हिंदी और संस्कृत में से कौन सी भाषा है आसानहिंदी भाषा संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुई है। संस्कृत भाषा सबसे प्राचीनतम भाषा मानी जाती है परंतु हिंदी भाषा सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा में से एक है। हिंदी भाषा का उच्चारण थोड़ा सरल होता है परंतु संस्कृत भाषा को उच्चारण करना थोड़ा मुश्किल होता है। परंतु यह भी कहीं ना कहीं सत्य है कि हम जिस भाषा का प्रयोग बचपन से करते आ रहे हैं वह हमारे लिए आसान सिद्ध होती है आज भी भारत में कई ऐसे प्रदेश है जहां पर संस्कृत भाषा का प्रयोग की बोलचाल की भाषा में किया जाता है तो उनके लिए यह भाषा आसान होगी इसी के साथ यदि कोई हिंदी भाषा बोलने वाला क्षेत्र है तो उनके लिए संस्कृत भाषा का बोले जाना थोड़ा मुश्किल सिद्ध होगा। Source: India In Detailsप्राचीनतम संस्कृत भाषा“संस्कृत नाम दैवी वागन्वाख्याता महर्षिभि:” वाक्य में जिसे देवभाषा या ‘संस्कृत’ कहा गया है। कुछ विद्वानों का मत है कि “संस्कृत” शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम वाल्मीकि रामायण के सुंदरकांड (30 सर्ग) में हनुमन् द्वारा किया गया था। संस्कृत भारत के साहित्यिक ,सांस्कृतिक ,धार्मिक ,आध्यात्मिक ,नैतिक ,राजनैतिक और ऐतिहासिक जीवन आदि सभी इसी भाषा में मिलते हैं। विद्वानों के अनुसार इसका प्रारंभ 3500 ई. लगभग जब ऋग्वेद की रचना हुई तब का माना जाता है। विश्व की तरह-तरह की भाषाओं में से यही एक भाषा है जो वस्तुतः स्वर्गावतीर्ण हुई हैं क्योंकि विश्व वाङ्गमय का सबसे पुराना अनादिग्रन्थ वेद की रचना भगवान् ने इसी भाषा में की है— अनादि निधना नित्या वागुत्सृष्टा स्वयम्भुवा ।। Hindi और Sanskrit में से किसे चुनें?हम हिंदी और संस्कृत में किसे भाषा के रूप में चुने यह चुनाव करना थोड़ा मुश्किल होता है इसलिए नीचे दोनों भाषाओं के कई सारे फायदे दिए गए हैं जो इन भाषाओं का चुनाव करने में आपकी सहायता करेंगे- हिंदी भाषा के फायदे
संस्कृत भाषा के फायदे
Hindi and Sanskrit Wordsतत्सम शब्द -वे शब्द होते हैं जो संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा में ज्यों के त्यों लिए जाते हैं इनमें किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता है ऐसे कई शब्द है जो संस्कृत भाषा से बिना किसी परिवर्तन के लिए गए हैं। तद्भव शब्द- वे शब्द होते हैं जो संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा में लिए जाने पर समय के अनुसार परिवर्तित कर के लिए गए हैं यह लगभग समान होते हैं परंतु एक दूसरे से भिन्न होते हैं। तत्सम तथा तद्भव शब्दों की सूची नीचे दी गई है-
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Hindi vs Sanskrit Counting 1-100
आशा है, Hindi Vs Sanskrit के बारे में दी गई सभी जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी। Hindi Vs Sanskrit ब्लॉग यदि आपको पसंद आया तो कमेंट सेक्शन में लिखकर बताएं। अध्ययन संबंधित किसी भी जानकारी के लिए या करियर का चयन करने के लिए यदि सलाह की आवश्यकता है तो Leverage Edu से आज ही संपर्क करें। हिंदी और संस्कृत में क्या अंतर है?भारत में हिंदी भाषा सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है परंतु संस्कृत भाषा का बोलचाल की भाषा में बहुत कम प्रयोग किया जाता है। हिंदी भाषा भारत,नेपाल,दक्षिण अफ्रीका आदि देशों में बोली जाती है। जबकि संस्कृत भाषा दक्षिण एशिया (प्राचीन और मध्ययुगीन), दक्षिण पूर्व एशिया के भाग (मध्ययुगीन) आदि देशों में बोली जाती है।
हिंदी और संस्कृत वर्णमाला में क्या समानता है?'संस्कृत' और 'हिन्दी' दोनों की लिपि देवनागरी तथा वर्णमाला (संस्कृत के कुछ वर्णों को छोड़कर, जिनका प्रयोग हिन्दी में नहीं होता है तथा हिन्दी के कतिपय वर्णों को छोड़कर, जिनका प्रयोग संस्कृत में नहीं होता है) समान है।
संस्कृत भाषा में कुल कितने शब्द हैं?(६) शब्द-रूप - विश्व की सभी भाषाओं में एक शब्द का एक या कुछ ही रूप होते हैं, जबकि संस्कृत में प्रत्येक शब्द के 27 रूप होते हैं।
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संस्कृत भाषा. संस्कृत और समाज में क्या अंतर है?जबकि सामाजिक और राजनैतिक रूप से जीवन जीने के उत्तरोत्तर उत्तम तरीकों को तथा चारों ओर की प्रकृति का बेहतर उपयोग 'सभ्यता' कहा जा सकता है परन्तु सुसंस्कृत होने के लिए यह पर्याप्त नहीं है। जब एक व्यक्ति की बुद्धि और अन्तरात्मा के गहन स्तरों की अभिव्यक्ति होती है तब हम उसे 'संस्कृत' कह सकते हैं।
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