मंगलवार को चिकन क्यों नहीं खाते हैं? - mangalavaar ko chikan kyon nahin khaate hain?

पौराणिक मान्यताओं अनुसार देवी-देवताओं को समर्पित सप्ताह के इन दिनों को बहुत पवित्र माना जाता है।

हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी देवता को समर्पित किया जाता है। इसी तरह से मंगलवार का दिन हनुमान को समर्पित किया गया है। इस दिन राम भक्त हनुमान का पूजन किया जाता है और उनका व्रत किया जाता है। भगवान राम के परम भक्त हनुमान सभी के कष्टों को खत्म कर देते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि हिंदू धर्म के लोगों को मंगलवार के दिन मांस के सेवन से बचना चाहिए। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मंगलवार के दिन ही मांस का सेवन नहीं किया जाता। शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के साथ गुरुवार और शनिवार को भी पवित्र दिन माना जाता है। इन दिनों में मांस का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।

पौराणिक मान्यताओं अनुसार देवी-देवताओं को समर्पित सप्ताह के इन दिनों को बहुत पवित्र माना जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार माना जाता है कि ब्राह्मण चाहते थे कि सभी लोग शुद्ध शाकाहार का सेवन करें। अपनी इस इच्छा को मनवाने के लिए उन्होनें सभी देवताओं की कथा सुनाई। इसके बाद लोगों ने अपने चुनाव से कहा कि वो जिस देवता का पूजन करते हैं उस दिन मांस का सेवन नहीं करेंगे। मंगलवार को कई लोग हनुमान का पूजन करते हैं इस कारण मांस का सेवन नहीं करते हैं।

एक कथा के अनुसार माना जाता है कि लोग अपने आप पर नियंत्रण पाना चाहते थे, इस कारण मांस के सेवन को सीमित कर दिया। इसे देवी-देवताओं से जोड़कर पवित्र दिन के रुप में जोड़ दिया गया। हर कोई अपने अनुसार इष्ट का पूजन करता है और अपने इष्ट को सर्वोपरि सिद्ध करने के लिए सप्ताह का एक दिन उनकी पूजा करते हैं और मांस-मदिरा का सेवन करने से बचते हैं।

मंगलवार को चिकन क्यों नहीं खाते हैं? - mangalavaar ko chikan kyon nahin khaate hain?

मंगलवार को चिकन क्यों नहीं खाते हैं? - mangalavaar ko chikan kyon nahin khaate hain?

मंगलवार को नॉनवेज – हजारों साल पहले जब इंसान आदिमानव हुआ करता था तब उन लोगों का मुख्य भोजन मांस ही होता था.

लेकिन बाद में जैसे-जैसे सभ्यता का विकास होता गया वैसे-वैसे लोगों ने शाकाहार को अपनाया. हालाँकि शाकाहारी और मांसाहारी होने के अपने-अपने फायदे है तो ये किसी इंसान की इच्छा पर ही निर्भर करता है कि वह क्या खाना पसंद करता है.

लेकिन हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन का अपना महत्त्व बताया गया है और सातों दिन को किसी ना किसी भगवान को समर्पित है.

मंगलवार को चिकन क्यों नहीं खाते हैं? - mangalavaar ko chikan kyon nahin khaate hain?

वेद-पुराणों के अनुसार इन सात दिन में कुछ दिन ऐसे भी है जिनमे कुछ काम को न करने की सलाह दी गई. इसी तरह से मंगलवार का दिन भी है जिसमे नॉनवेज ना खाने को कहा जाता है.

वैसे मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित किया गया है, इस दिन भगवन राम के परम भक्त हनुमान की पूजा और उपसना की जाती है.

मंगलवार को चिकन क्यों नहीं खाते हैं? - mangalavaar ko chikan kyon nahin khaate hain?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि हिंदू धर्म में लोगों को मंगलवार को नॉनवेज के सेवन से बचना चाहिए. हालाँकि सिर्फ मंगलवार ही नहीं बल्कि गुरुवार और शनिवार को भी पवित्र माना जाता है और इन दिनों में भी मांस का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है. वेद-पुराणों के अनुसार मंगलवार को बेहद पवित्र माना गया है और ये सभी दिन देवी-देवता को समर्पित है इसलिए मंगलवार को नॉनवेज का सेवन नहीं करना चाहिए.

वहीं एक प्रचलित पौराणिक कथा की माने तो ब्राह्मण चाहते थे कि सभी लोग शाकाहार का सेवन करें.

मंगलवार को चिकन क्यों नहीं खाते हैं? - mangalavaar ko chikan kyon nahin khaate hain?

अपनी इस इच्छा को मनवाने के लिए उन्होंने लोगों को सभी देवताओं की कथा सुनाई. इसके बाद लोगों ने अपनी श्रृद्धा अनुसार अपने चुनाव से कहा कि वो जिस देवता का पूजन करते है उस दिन मांस का सेवन नहीं करेंगे.

मंगलवार को अधिकतर लोग हनुमान जी का पूजन और उपसना करते है इसलिए वे लोग मांस का सेवन नहीं करते है.

मंगलवार को चिकन क्यों नहीं खाते हैं? - mangalavaar ko chikan kyon nahin khaate hain?

वहीं दूसरी प्रचलित कथा की माने तो लोग अपने आप पर नियंत्रण पाना चाहते थे इस कारण मांस के सेवन को उन्होंने सीमित कर दिया और एक ख़ास दिन फिर वो चाहे मंगलवार ही क्यों ना हो उस दिन मांस खाना बंद कर दिया. इसे देवी-देवता से जोड़कर पवित्र दिन के रूप में जोड़ दिया गया है. इसलिए लोग मंगलवार को नॉनवेज का सेवन नहीं करते है. वहीं दक्षिण भारत की बात करे तो वहां पर मंगलवार को स्कंद या कार्तिकेय या मुरगन की पूजा की जाती है इसलिए वहां पर भी मंगलवार को नॉनवेज और मदिरा से दूर ही रहते है.

कहने का मतलब यही है कि मंगलवार का दिन हिंदू धर्म में ख़ास दिन होता है और इस दिन ना सिर्फ मांस बल्कि मदिरा का सेवन और केश कर्तन आदि नहीं किया जाता है. इसलिए आपने देखा होगा कि अधिकतर मांस की दुकाने मंगलवार के दिन बंद ही रहती है वहीं केश कर्तन की दुकानों पर भी आपको ताले ही नज़र आते है.

तो अगर आप भी मंगलवार को नॉनवेज का सेवन नहीं करते है तो ये अच्छी ही बात है हफ्ते में एक दिन इष्ट देवता का पूजन भी जरुरी है.

मंगलवार को चिकन खाने से क्या होता है?

हिंदू धर्म में मांसाहार को धर्म से जोड़कर देखा जाता है। आम लोगों के बीच में ये राय होती है कि सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। क्‍या आप जानते हैं कि इन चार दिनों में मांस का सेवन नहीं करने की जो सलाह दी जाती है, उसके पीछे केवल धार्मिक मान्‍यताएं ही नहीं वैज्ञानिक तर्क भी हैं…

मंगलवार को नॉनवेज क्यों नहीं खाना चाहिए?

मंगलवार को कई लोग हनुमान का पूजन करते हैं इस कारण मांस का सेवन नहीं करते हैं। एक कथा के अनुसार माना जाता है कि लोग अपने आप पर नियंत्रण पाना चाहते थे, इस कारण मांस के सेवन को सीमित कर दिया। इसे देवी-देवताओं से जोड़कर पवित्र दिन के रुप में जोड़ दिया गया।

मंगलवार को मीट मछली खाने से क्या होता है?

मंगलवार का दिन मांस मंदिरा से दूर रहना चाहिए. इन चीजों को खाने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. माना जाता है कि मंगलवार को मछली खाने से धन की हानि होती है. इसलिए मांस और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए.

कौन सा दिन मांस मछली नहीं खाना चाहिए?

मछली एक मांसाहारी भोजन है. इसलिए रविवार को इसे खाने से बचना चाहिए.