मुहावरे और लोकोक्तियाँ के अंतर्गत हम पड़ेगे की – मुहावरे का अर्थ, लोकोक्तियाँ किसे कहते है, और मुहावरे और लोकोक्तियाँ के उदाहरण | Show
मुहावरे (Muhavare)मुहावरे (Muhavare) – कुछ वाक्य या वाक्यांश भाषा में साधारण अर्थ न बतलाकर विशेष अर्थ को प्रकट करते हैं, उन्हें मुहावरे कहते हैं | जैसे – 1. चिकना घड़ा होना 2. अंगारे उगलना 3. अंगूठा दिखाना 4. आसमान से बातें करना 5. गागर में सागर भरना लोकोक्तियाँ (Lokoktiyan)लोकोक्ति शब्द दो शब्दों के मेल से बना है। जैसे – 1. थोथा चना बाजे घना। 2. आप भला तो जग भला। 3. न रहेगा बॉस न बजेगी बांसुरी। 4. मन चंगा तो कठौती में गंगा। 5. भेड़ की ऊन कोई नहीं छोड़ता। 6. बासी बचे न कुत्ता खाय। 7. भेड़ की लात घुटनों तक। FAQs on Muhavare or Lokoktiyanप्र.1. मुहावरे किसे कहते हैं ? उत्तर = ऐसे वाक्यांश जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ प्रकट करते हैं, उन्हें मुहावरा कहते हैं | कई बार लोग लोकोक्तियों (कहावतों) और मुहावरों को एक ही समझने की भूल कर बैठते हैं। हमने इस लेख में मुहावरे और लोकोक्तियों में अंतर को नीचे स्पष्ट किया है। Difference in Muhavare aur lokoktiyan in hindiमुहावरा (Muhavare)लोकोक्तियाँ (Lokokti) अथवा कहावतमुहावरे अपना शाब्दिक अर्थ छोड़कर नया अर्थ देते हैं। जैसे “तोते उड़ जाना’ में तोते उड़ना नहीं वरन घबरा जाना का भाव दिखाई देता है।लोकोक्तियाँ विशेष अर्थ देती हैं, परन्तु उनका शाब्दिक अर्थ भी बना रहता है। जैसे “नाच ना आवे आँगन टेढ़ा” में किसी कारी में अकुशल व्यक्ति द्वारा साधनों को दोष देने का भाव दिखाई देता है किन्तु नाच, आँगन आदि के ही शाब्दिक अर्थ का सहारा लेकर बात स्पष्ट की गई है।मुहावरों के अंत में क्रियापद होता है। जैसे “हाथ मलना” यहाँ मलना क्रिया पद का प्रयोग हुआ है।लोकोक्ति (Lokokti) के अंत में क्रियापद का होना अनिवार्य नहीं। जैसे “अंधेर नगरी चौपट राजा”मुहावरों में वाक्य अनुसार परिवर्तन होता है। मुहावरा सामान्यतः एक वाक्यांश होता है जिसके रूप में लिंग, वचन व क्रियापद कारक के अनुसार परिवर्तन आता है।लोकोक्तियाँ अपने-आप में एक पूर्ण वाक्य होती हैं। प्रयोग के बाद भी इनमें व्याकरण के नियमों यथा लिंग, वचन, क्रिया आदि के अनुसार कोई अंतर नहीं आता। पूर्ण इकाई होने के कारण लोकोक्ति में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता है। मुहावरों के अंत में अधिकतर ‘ना’ आता है जिससे क्रियापद का बोध होता है। जैसे “आग-बबूला होना”।लोकोक्तियों के अंत में “ना” का होना सामान्यतः नहीं पाया जाता। जैसे “पांचों उँगलियाँ घी में और सर कढ़ाई में”।मुहावरों के अर्थ का पूर्ण स्पष्टीकरण नहीं हो पाता जब तक कि इनका वाक्य में प्रयोग न किया जाए।लोकोक्ति (Lokokti) के अर्थ, उद्देश्य व विधेय का पूर्ण विधान और स्पष्टीकरण इनके मूल रूप में ही होता अर्थात इनका अर्थ वाक्य में प्रयोग पर निभार नहीं करता।मुहावरों में लक्षणा शक्ति होती है।लोकोक्तियों में व्यंजना शक्ति होती है।मुहावरों में व्यंग्य या अतिशयोक्ति नहीं होती होती।लोकोक्तियाँ अक्सर व्यंग्य और अतिशयोक्ति पूर्ण होती हैं।मुहावरा वाक्य का अंश होता है। मुहावरे का प्रयोग वाक्य के अंत, आरम्भ और बीच में कही भी किया जा सकता है। लोकोक्तियाँ अपने आप में एक पूर्ण वाक्य होती हैं। मुहावरा अपने रूढ़ अर्थ के लिए प्रसिद्ध होता है। लोकोक्ति का अर्थ है लोक+उक्ति यानी लोकोक्तियाँ लोक में प्रचलित उक्ति होती हैं जो भूतकाल का लोक अनुभव होती है। सरल शब्दों में लोकोक्तियों के पीछे कोई न कोई लोक-कथा या किंवदंती होती है जिसके आधार पर लोकोक्ति जन-मानस में मशहूर हो जाती है। मुहावरे का प्रयोग बात को घुमा-फिरा कर कहने के लिए किया जाता है। लोकोक्ति तथा मुहावरे में उपयोगिता की दृष्टि से भी भेद है – लोकोक्ति किसी बात का समर्थन, विरोध अथवा खंडन करने के लिए प्रयोग में ली जाती है।विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कहावत और मुहावरे में अंतर के बारे में प्रश्न पूछे जाते हैं। आशा है अब आप लोकोक्ति और मुहावरे के अंतर को अच्छी तरह समझ गए होंगे। मुहावरे और लोकोक्ति में क्या-क्या अन्तर होता हैं, परिभाषा और उदाहरण | Difference between Muhavare and Lokokti with examples in hindi मुहावरे की परिभाषा (Muhavare Defination)जब कोई वाक्यांश अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ में रूढ़ हो जाता है. तो उसे मुहावरा कहते हैं. अथवा जब कोई शब्द समूह या पद या वाक्यांश निरंतर अभ्यास के कारण सामान्य अर्थ न देकर विशेष अर्थ व्यक्त करने लगे तो उसे मुहावरा कहते हैं. उदाहरण अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि से काम न लेना लोकोक्ति की परिभाषा (Lokokti Defination)लोकोक्ति का अर्थ है लोक में प्रचलित वह कथन अथवा उक्ति जो व्यापक लोक-अनुभव पर आधारित हो और लोकोक्ति में लौकिक- सामाजिक जीवन का अंश सत्य विद्यमान रहता है. लोकोक्ति में गागर में सागर जैसा भाव रहता है. लोकोक्ति कहने के लिए उचित प्रसंग की पहचान आवश्यक है. लोकोक्ति और मुहावरे से आप क्या समझते हैं?अपने साधारण अर्थ को छोड़ कर विशेष अर्थ को व्यक्त करने वाले वाक्यांश को मुहावरा कहते हैं। मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है ,जिसका शाब्दिक अर्थ है 'अभ्यास' । मुहावरा पूर्ण वाक्य नहीं होता है, इसीलिए इसका स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं किया जा सकता है। लोकोक्तियाँ: साधारणतया लोक में प्रचलित उक्तियों को लोकोक्ति कहा जाता है।
लोकोक्तियों से आप क्या समझते हैं लोकोक्ति एवं मुहावरों में अंतर स्पष्ट कीजिये?मुहावरे का प्रयोग वाक्य के अंत, आरम्भ और बीच में कही भी किया जा सकता है। लोकोक्तियाँ अपने आप में एक पूर्ण वाक्य होती हैं। मुहावरा अपने रूढ़ अर्थ के लिए प्रसिद्ध होता है। लोकोक्ति का अर्थ है लोक+उक्ति यानी लोकोक्तियाँ लोक में प्रचलित उक्ति होती हैं जो भूतकाल का लोक अनुभव होती है।
लोकोक्ति से आप क्या समझते हैं उदाहरण देकर समझाइए?किसी विशेष स्थान पर प्रसिद्ध हो जाने वाले कथन को 'लोकोक्ति' कहते हैं। दूसरे शब्दों में- जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है। इसी को कहावत कहते है। उदाहरण- 'उस दिन बात-ही-बात में राम ने कहा, हाँ, मैं अकेला ही कुँआ खोद लूँगा।
मुहावरे से आप क्या समझते हैं?"प्रायः शारीरिक चेष्टाओं, अस्पष्ट ध्वनियों और कहावतों अथवा भाषा के कतिपय विलक्षण प्रयोगों के अनुकरण या आधार पर निर्मित और अभिधेयार्थ से भिन्न कोई विशेष अर्थ देने वाले किसी भाषा के गठे हुए रूढ़ वाक्य, वाक्यांश या शब्द-समूह को मुहावरा कहते हैं।"
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