‘भानुमती का पिटारा’ यह एक ऐसी लोकोक्ति है जिसका अर्थ है एक पिटारे में भाँति- भाँति की वस्तुएँ| खून को भानुमती का पिटारा कहा गया है क्योंकि यदि सूक्ष्मदर्शी से खून कि एक बूँद को जाँचा जाए तो उसमें लाखों की संख्या में लाल रक्त-कण मौजूद होते हैं जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं| इसके अलावा सफ़ेद कण व प्लेटलैट कण भी पाए जाते हैं| Show
क्योंकि रक्त दिखने में तो द्रव की भांति होता है परन्तु इसके विपरीत उसके अंदर एक अलग दुनिया का ही प्रतिबिम्ब होता है। रक्त दो भागों में विभाजित होता है - एक भाग तरल रूप में होता है जिसे हम प्लाज़्मा के नाम से जानते हैं, दूसरे भाग में हर प्रकार व आकार के कण होते हैं। कुछ सफ़ेद होते हैं तो कुछ लाल, और कुछ रंगहीन होते हैं। ये सब कण प्लाज़्मा में तैरते रहते हैं। रक्त का लाल रंग लाल कणों के कारण होता है क्योंकि रक्त की एक बूंद में इनकी संख्या करीब चालीस से पचपन लाख होती है। इनकी इसी अधिकता के कारण रक्त लाल प्रतीत होता है। इनका कार्य ऑक्सीजन को शरीर के एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाना होता है। लाल कण के बाद सफ़ेद कणों का कार्य रोगाणुओं से हमारी रक्षा करना होता है और जो रंगहीन कण होते हैं जिन्हें हम बिंबाणु कहते हैं। इनका कार्य घाव को भरने में मदद करना होता है। इस प्रकार रक्त की एक बूँद अपने में ही जादुई दुनिया को समेटे हुए है जिसके लिए 'भानुमती का पिटारा' कहना सर्वथा उचित है। इसे सुनेंरोकेंइसके अलावा इस रोग का एक और बड़ा कारण है पेट में कीड़ों का हो जाना। ये कीड़े प्रायः दूषित जल और खाद्य पदार्थों द्वारा हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। अतः इनसे बचने के लिए यह आवश्यक है कि हम पूरी सफ़ाई से बनाए गए खाद्य पदार्थ ही ग्रहण करें। भोजन करने से पूर्व अच्छी तरह से हाथ धो लें और साफ़ पानी ही पिएँ। एनीमिया से बचने के लिए हमें क्या क्या खाना चाहिए short Answer Class 7?एनीमिया से बचने के लिए खाएं ये चीजें
पढ़ना: उपयोगकर्ता नाम पर टैप करें? एक स्वस्थ आदमी में कितना खून होता है? इसे सुनेंरोकेंएक क्यूबिक मिलीलीटर रक्त में लगभग 50 लाख लाल रक्त कण होते हैं। एक बूंद खून को सूक्ष्मदर्शी से देखने पर रक्त के लाल कण गोल-गोल तश्तरियों की तरह नजर आते हैं, जो किनारे पर मोटे और बीच में पतले दिखते हैं। इन लाल रक्त कणों के अंदर हीमोग्लोबिन भरा होता है। लाल रक्त कणों के अंदर 30-35 प्रतिशत भाग हीमोग्लोबिन का होता है। भानुमति के पिटारे से क्या तात्पर्य है? इसे सुनेंरोकेंभानुमती का पिटारा मुहावरे का अर्थ bhanumati ka pitara muhavare ka arth – ऐसा पात्र जिसमे आवश्यकता की सभी वस्तुए मोजुद हो । इस तरह से जब आवश्यकता की सभी वस्तुएं कही पर मोजुद होती है तो इसी समय इस मुहावरे का प्रयोग करते हुए इसे भानुमती का पिटारा कहा जाता है । खून को भानुमती का वपिारा क्यों कहा जाता है?इसे सुनेंरोकेंखून को ‘भानुमती का पिटारा’ क्यों कहा जाता है? उत्तर : जिस तरह भानुमति के पिटारे में कई तरह की वस्तुएँ मौजूद होती हैं उसी तरह अगर हम खून की एक बून्द को भी सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखें तो उसमें लाखों की संख्या में लाल रक्त कण मौजूद मिलेंगें। इन्हीं विविधताओं के कारण खून को भानुमती का पिटारा कहा जाता है। पढ़ना: क्या दूध पीने से बलगम बनता है? एनीमिया होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?इसे सुनेंरोकेंहरी सब्जियां न खाना और ज्यादा चाय-फॉफी पीने से भी शरीर में आयरन कम हो सकता है। इसके अलावा ज्यादा शराब पीने से भी बाॅडी में आइरन कम हो सकता है। जानिए और किन कारणों से बॉडी में आयरन की कमी हो जाती है। इन सभी कारणों से शारीर में आयरन कम हो जाता है जिस वजह से थकान, चक्कर और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। एनीमिया क्या है उससे बचनेके लिए क्या क्या खाना चाहि ए? इसे सुनेंरोकेंशरीर में रक्त की कमी होने लगती है और रक्त में होने वाली लाल-कणों की इसी कमी को एनीमिया कहते हैं। इसलिए हमें चाहिए कि हम सदैव पौष्टिक आहार ही लें। जैसे – हरी सब्जियाँ, दालें, दूध, माँस-मछली, अंडे इत्यादि प्रचुर मात्रा में लें। खून कितने रंग के होते हैं? इसे सुनेंरोकेंखून सिर्फ लाल ही नहीं होता… क्योंकि कई जीव ऐसे हैं, जिनके खून का रंग पीला, बैंगनी, नीला और हरा भी होता है। खुद को भानुमती का पिटारा क्यों कहा जाता है?इसे सुनेंरोकेंउत्तर : रक्त के बहाव को रोकने लिए उस स्थान पर कसकर एक साफ़ कपड़ा बाँध देना चाहिए चूँकि दबाव पड़ने पर रक्त का बहना कम हो जाता है, जो व्यक्ति के लिए लाभप्रद सिद्ध होता है फिर तुरंत हमें उस व्यक्ति को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। इन्हीं विविधताओं के कारण खून को भानुमती का पिटारा कहा जाता है। पढ़ना: जल अपरदन कितने प्रकार के होते हैं? इसे सुनेंरोकेंएनीमिया से बचने के लिए हमें पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। हमें प्रोटीन, विटामिन और लौह-तत्व युक्त भोजन जैसे हरी सब्जी, फल, दूध, अंडें आदि खाने चाहिए। रक्त को भानुमती का पिटारा क्यों कहा जाता है class 7?इसे सुनेंरोकेंखून को ‘भानुमती का पिटारा’ कहा जाता है क्योंकि यदि सूक्ष्मदर्शी से खून की एक बूँद को जाँचा जाए तो उसमें लाखों की संख्या में लाल रक्त कण मौजूद मिलेंगे जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। इसके अलावा कुछ कण सफ़ेद तथा कुछ रंगहीन होते हैं। तरल भाग प्लाज्मा होता है रंगहीन कण प्लाज्मा में तैरते रहते हैं। रक्त के बहाव को रोकने के लिए क्या करना चाहिए class 7? इसे सुनेंरोकेंरक्त के बहाव को रोकने के लिए क्या करना चाहिए। रक्त के बहाव को रोकने के लिए उस स्थान पर कसकर एक साफ़ कपड़ा बाँध देना चाहिए। ताकि दबाव पड़ने से रक्त का बहना कम हो जाता है। फिर घायल व्यक्ति को जल्द ही डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। खून को भानुमती का वपटारा क्यों कहा जाता है?खून को भानुमती का पिटारा क्यों कहा जाता है? विभिन्न प्रकार के कण खून में लाखों की संख्या में होने के कारण खून को भानुमती का पिटारा कहा जाता है।
भानुमति के पिटारे से क्या तात्पर्य है?भानुमती का पिटारा मुहावरे का अर्थ bhanumati ka pitara muhavare ka arth – ऐसा पात्र जिसमे आवश्यकता की सभी वस्तुए मोजुद हो ।
रक्त के बहाव को रोकने के लिए क्या करना चाहिए 2 खून को भानुमती का पिटारा क्यों कहा जाता है?रक्त के बहाव को रोकने लिए उस स्थान पर कसकर एक साफ़ कपड़ा बाँध देना चाहिए चूँकि दबाव पड़ने पर रक्त का बहना कम हो जाता है, जो व्यक्ति के लिए लाभप्रद सिद्ध होता है फिर तुरंत हमें उस व्यक्ति को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। Question 2. खून को 'भानुमती का पिटारा' क्यों कहा जाता है?
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