क्या दूध में शुगर होता है - kya doodh mein shugar hota hai

Published on: 24 August 2021, 14:20 pm IST

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डायबिटीज जीवनशैली जनित रोग है। इससे बचना हमेशा सही होता है। पर जब आप मधुमेह से ग्रस्त हो जाते हैं, तब आपको अपनी जीवनशैली और खानपान पर बहुत ध्यान रखना होता है। इसमें सिर्फ जंक और प्रोसेस्ड फूड ही नहीं, बल्कि वह आहार भी शामिल है, जो सामान्यत: हेल्दी माना जाता है। ऐसा ही एक जरूरी आहार है दूध। अपने पोषक तत्वों के कारण दूध को कंप्लीट फूड माना जाता है। यही वजह है कि डायबिटीज के रोगियों के मन में हमेशा यह सवाल उठता है कि उन्हें दूध पीना चाहिए या नहीं? क्या वे दूध पचा पाएंगे? कहीं दूध पीने से इसमें मौजूद फैट उनके लिए हानिकारक तो नहीं होगा?  आज इन्हीं सब सवालों के जवाब ढूंढते हैं। 

डायबिटीज और दूध का कनैक्शन

कोलंबिया एशिया अस्पताल में आहार विशेषज्ञ डॉक्टर शालिनी गार्विन ब्लिस के अनुसार इसका उत्तर आपकी स्थिति पर निर्भर करता है। आपको पहले यह पता होना चाहिए कि आपको टाइप 1 डायबिटीज है या टाइप 2। इसके बाद यह भी देखना जरूरी है कि आपका डायबिटीज का स्तर कितना गंभीर है। 

दूध का सेवन और टाइप 1 डायबिटीज

गाय के दूध को टाइप 1 डायबिटीज के दौरान पीना आम तौर पर हानिकारक माना जाता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक गाय के दूध में कुछ ऐसे प्रोटीन पाए जाते हैं, खासकर ए 1 बीटा कैसिन मॉलिक्यूल, जो टाइप 1 डायबिटीज के लोगों के लिए हानिकारक होते हैं। इन्हें पचाना काफी मुश्किल होता है।

डायबिटीज में आपको अपने खानपान का बहुत ध्यान रखना होता है। चित्र: शटरस्टॉक

इसके साथ ही गाय के दूध में बोविन इंसुलिन मौजूद होता है, जो ऑटोइम्यून रिएक्शन को ट्रिगर कर देता है। इसके कारण आपका शरीर बीटा सेल्स के प्रति एंटीबॉडीज बनाना शुरू कर देता है। यह वह सेल्स होती हैं, जो इंसुलिन प्रोड्यूस करती हैं। इनके नष्ट होने के बाद आपकी टाइप 1 डायबिटीज और अधिक गंभीर हो सकती है।

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दूध का सेवन और टाइप 2 डायबिटीज 

आप यह जान कर शायद हैरान हो जाएंगी कि फुल फैट दूध आपको डायबिटीज, हृदय रोगों और मोटापे से बचा सकता है। कई शोधों में यह पाया गया है कि दूध में मौजूद ट्रांस पेल्मिटोलिक एसिड इंसुलिन के लेवल को इंप्रूव कर सकता है। 

अमेरिकन डायबिटीज काउंसिल की एक रिसर्च के दौरान यह पाया गया कि जिन लोगों के शरीर में यह एसिड पाया गया, उनमें डायबिटीज की संभावना 60% कम थी। इस प्रकार दूध से आपके शरीर में सूजन का भी खतरा कम होता है।

तो आपको दूध पीना चाहिए या नहीं, इसके लिए पहले इन तथ्यों की जांच करें 

1 आप दूध से एलर्जिक हैं या नहीं? : 

बहुत कम ही लोगों को बड़े होने के बाद दूध से एलर्जी होती है। अगर आप दूध से एलर्जिक हैं, तो दूध न पिएं और अगर नहीं हैं तो आप डायबिटीज के दौरान आप दूध पी सकती हैं।

बहुत कम ही लोगों को बड़े होने के बाद दूध से एलर्जी होती है।चित्र-शटरस्टॉक।

2 क्या आप लैक्टोज इंटोलेरेंट हैं? : 

लगभग 65% लोग लैक्टोज़ इंटोलेरेंट होते हैं। जिनमें दूध पीने के बाद पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो आपको दूध बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए।

3 आंतों की पारगम्यता में वृद्धि (increase intestinal permeability)? : 

इस स्थिति के दौरान आपकी आंतों की लाइनिंग खराब हो जाती है। अगर आप डायबिटीज के दौरान दूध पीते हैं, तो इससे ऑटो इम्यून रेस्पॉन्स शुरू हो जाता है। जिस कारण आपका शरीर इंसुलिन का ठीक से प्रयोग नहीं कर पाता है। इसलिए इस स्थिति के दौरान दूध न पिएं।

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Milk in Diabetes: आप जानते हैं कि दूध हमारे शरीर के लिए कितना फायदेमंद होता है. दूध पीने से हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है. बता दें कि दूध में मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन से हमारी मांसपेशियां विकसित होती हैं और हड्डियां मजबूत होती हैं. हालांकि इस बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है और कई लोग जानना चाहते हैं कि डायबिटीज में दूध का सेवन किया जा सकता है या नहीं?

इस सवाल के लिए क्या डायबिटीज में दूध का सेवन किया जा सकता है. हेल्‍थ एक्‍सपर्ट्स का जवाब हां है. हालांकि उनका कहना है कि दूध का सेवन कम मात्रा में और डायटीशियन की सलाह के बाद ही करना चाहिए. एक्‍सपर्ट्स द्वारा दी गई सलाह है कि डायबिटीज के रोगियों को कभी भी फुल क्रीम दूध का सेवन नहीं करना चाहिए और मधुमेह में उनके लिए सबसे अच्छा दूध टोंड या गाय का दूध है. 

दूध का सेवन कब करें?
एक्‍सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं उन्हें रात को सोने से ठीक पहले दूध नहीं पीना चाहिए. रात में दूध पीने के लिए उनके लिए सबसे अच्छा समय सोने से लगभग 1 से 2 घंटे पहले का होता है.

दूध का सेवन करते समय इन चीजों का रखें ध्‍यान 
-एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि गाय के दूध में कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ प्रोटीन का हेल्‍दी कांम्बीनेशन होता है, जो मधुमेह रोगियों को नुकसान नहीं पहुंचाता है. 
-अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं तो आपको एक दिन में 1 गिलास से ज्यादा दूध नहीं पीना चाहिए.
-एक्‍सपर्ट्स के अनुसार फुल क्रीम दूध मधुमेह के रोगियों के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि इसमें बहुत अधिक वसा होता है. ऐसा माना जाता है कि मधुमेह के रोगियों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा सकता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इन नुस्खों की पुष्टि नहीं करता है.)

क्या दूध से शुगर बढ़ता है?

दूध में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स , ब्लड में ब्रेकडाउन के बाद शुगर में कन्वर्ट हो जाते हैं. ऐसे में अधिक मात्रा में दूध का सेवन ब्लड शुगर बढ़ा सकता है. – डायबिटीज के मरीजों को अपने खाने पीने का ख़ास ख्याल रखना जरूरी है.

क्या शुगर में दूध पीना चाहिए?

क्या शुगर में दूध पीना चाहिए? (Can we Drink Milk in Diabetes) हेल्थ एक्सपर्ट्स और डायटीशियन की मानें तो डायबिटीज में दूध का सेवन सीमित मात्रा में किया जा सकता है. हालांकि, ध्यान रखें कि कभी भी फुल क्रीम दूध न पिएं. हमेश टोंड या फिर गाय के दूध का सेवन करें.

कौन से दूध में शुगर कम होता है?

– वैसे तो डायबिटीज में आलमंड मिल्‍क का सेवन करना फायदेमंद होता है लेकिन गाय और भैंस के स्किम्‍ड मिल्‍क का नियमित सेवन ये भी ब्‍लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है. गाय के दूध में हल्‍दी मिलाकर पीने से पेशेंट को लाभ मिलता है. हल्‍दी में पर्याप्‍त मात्रा में करक्‍यूमिन होता है जो शरीर को फायदा पहुंचाता है.