मालदीव घूमने के लिए बहुत ही खूबसूरत जगहों में से एक है। यहां आप 90 दिनों तक रह सकते हैं, इसके लिए आपको वीजा की भी जरूरत नहीं होती है। अगर बात करें मालदीव की खूबसूरती की तो यहां 99 फीसदी तक पानी ही पानी है। यहां पर मौसम भी काफी अच्छा रहता है। Show
आजकल सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग ज्यादा घूमने पसंद करते हैं, लेकिन जब बात यहां घूमने जाने की आती है तो सबसे बड़ा पेंच पासपोर्ट और वीजा का होता है। अगर आप भी इसी बात को लेकर परेशान हो जाते हैं और पैसे होते हुए विदेश घूमने का प्लान ड्रोप कर देते हैं तो ऐसे में आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। दरअसल, कई ऐसे देश हैं जहां पासपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ती है और आप बिना पासपोर्ट के भी विदेशों में घूमने जा सकते हैं। आज हम आपको 8 ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां जाने के लिए भारतियों को वीजा की जरूरत नहीं पड़ती है। साथ ही कितने देशों में भारतीयों के लिए वीजा-ऑन-अराइवल व ई-वीजा की सुविधा उपलब्ध है इसके बारे में भी हम आपको बताने जा रहे हैं, आइए जानते हैं... 1. मालदीव- मालदीव घूमने के लिए बहुत ही खूबसूरत जगहों में से एक है। यहां आप 90 दिनों तक रह सकते हैं, इसके लिए आपको वीजा की भी जरूरत नहीं होती है। अगर बात करें मालदीव की खूबसूरती की तो यहां 99 फीसदी तक पानी ही पानी है। यहां पर मौसम भी काफी अच्छा रहता है। 2. सेशेल्स- नीले स्वर्ग के नाम से प्रसिद्ध सेशेल्स भी घूमने की जगहों में बेहतरीन माना जाता है। यहां आप 30 दिनों तक बिना वीजा के रह सकते हैं। यहां के रहने वाले लोग बड़े खुशनुमा मिजाज और दोस्ताना तबीयत के होते हैं। 3. मॉरीशस- मॉरीशस काफी खूबसूरत और घूमने के लिए बेहतरीन जगह है। यहां बिना वीजा के 90 दिनों तक घूमा जा सकता है। इसे ले और श्वेत सागर तटों का देश भी कहा जाता है। दुनिया के सबसे खूबसूरत द्वीपों में से एक मॉरीशस में आप हिन्दी और भोजपुरी का प्रचलन देख सकते हैं। 4. श्रीलंका- श्रीलंका घूमने के लिए भारतीय पर्यटकों को वीजा ऑन अराइवल मिलता है। जिसके बाद आप यहां 30 दिन तक घूमने सकते है। हिन्द महासागर में भारत से ही सटा एक द्वीप श्रीलंका है बता दें कि इस जगह का नाम पहले सीलोन था, जिसे साल 1978 में सम्मानसूचक शब्द श्री जोड़कर श्रीलंका किया। प्राचीनकाल से ही भारत और श्रीलंका का अटूट संबंध रहा है। 5. कंबोडिया- भारतीय पर्यटकों को कंबोडिया भी वीजा ऑन अराइवल प्रदान करता है। यहां आप करीब 20 अमरीकी डॉलर की लागत से 30 दिनों के लिए घूम सकते हैं। यहां पर दुनिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर परिसर स्थित है। 6. थाईलैंड- भारतीय पर्यटकों को थाईलैंड वीजा ऑन अराइवल प्रदान करता है। यहां आप 15 दिनों के लिए घूम सकते है। यहां पहले के समय में रामायण के कई संस्करण प्रचलित थे। हालांकि, अब कुछ ही संस्करण बचे हैं। 7. भूटान- भूटान भी घूमने के लिए काफी अच्छे जगहों में से एक है। यहां पर भी भारतीयों को बिना वीजा के घूमने की इजाजत है। यहां का प्राचीन इतिहास मिथकों के तौर पर जाना जाता है। 8. इंडोनेशिया- भारतीय पर्यटकों के लिए इंडोनेशिया भी घूमने के लिए काफी अच्छा है। ये जगह भारत की तरह ही बनी हुई है। यहां आप 30 दिनों तक बिना वीजा के घूम सकते हैं। अगर बात करें यहां की खासियत की तो ये जगह दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादियों में से एक है। हालांकि यहां की लोकप्रियता छाया कठपुतली विधा में रामायण का मंचन है। वीजा-ऑन-अराइवल और ई-वीजा सुविधा आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय साधारण पासपोर्ट धारकों को दुनिया के 43 देश में वीजा-ऑन-अराइवल सुविधा है। जबकि 36 ऐसे देश हैं जो भारतीय साधारण पासपोर्ट धारकों को ई-वीजा की सुविधा देते हैं। इन देशों में वीजा ऑन अराइवल की सुविधा- इसके अलावा मालदीव, जॉर्डन, केन्या, श्रीलंका, लाओस, कंबोडिया, थाईलैंड, पलाउ, बोलिविया, बुरुंडी, केप वर्डे, कोमोरोस, एल सल्वाडोर, टोगो, मेडागास्कर, युगांडा, मिक्रोनेशिया, वानाआतु, इक्वाडोर, तंजानिया और इथोपिया जैसे देश भारतीयों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा देते हैं. ये वीजा कुछ निश्चित समय अवधि के लिए होता है. कुछ धनराशि का भुगतान करके आप यह अवधि बढ़वा सकते हैं. (तस्वीर- केन्या की) अगर आपने भूटान के लिए पहले ही किसी टूर एजेंसी से अपनी ट्रिप बुक करा ली है फिर तो कोई झंझट ही नहीं है, वो लोग आपकी सारी जरूरतों और सुविधाओं का ख्याल रखते हैं। ये आर्टिकल और इसमें दी गई सलाह उन लोगों के लिए है जो सस्ते और बजट में ट्रैवेल करना चाहते हैं। मैंने और मेरे दोस्त ने 7 दिन के लिए भूटान का प्लान बनाया। इसके लिए मैंने इंटरनेट पर बजट में घूमने के लिए जानकारी हासिल करनी चाही लेकिन ऐसा कुछ मिला नहीं। हम फिर भी भूटान घूम कर आए और जो हमने सीखा और अनुभव किया वो आपको बताता हूँ। साथ ही ये भी कि सस्ते में आप भूटान कैसे घूम सकते हैं। भूटान में घूमना-फिरना• जब भी आप किसी जगह पर पहुँचते हैं तो वहाँ घूमने-फिरने के लिए किसी पास के बस या टैक्सी स्टैंड पर जाकर पूछताछ कीजिए। ये याद रखिए कि सभी जगहों पर बस की सुविधा उपलब्ध नहीं होती। हो सके तो पहले से ही बुकिंग करा लें और उसी हिसाब से अपनी ट्रिप का प्लान बनाएँ, वरना काफी परेशानी होगी। थिम्फू• थिंपू में दो बस स्टैंड हैं। एक है सिटी बस स्टैंड और दूसरा है थिंपू बस स्टैंड (RTSA)। सिटी बस स्टैंड से आपको पास की जगहों पर जाने के लिए बस मिल जाएगी। लेकिन थिंपू बस स्टैंड से भूटान के बड़े शहरों में जाने के लिए ही बस मिलेंगी। • टैक्सी के मुकाबले सिटी बस काफी सस्ती पड़ती हैं। भूटान में आपको बस में चढ़ने के लिए पहले से ही टिकट लेनी पड़ती है, ऐसा नहीं है कि आप कहीं भी बस में चढ़े और कंडक्टर को पैसे देकर टिकट ले ली। बसों के लिए टिकट आप सिटी बस स्टैंड और कुछ चुनिंदा दुकानों से खरीद सकते हैं। • थिंपू से पारो जाने के लिए सीमित संख्या में ही बस उपलब्ध हैं। धुग ट्रांसपोर्ट की दो बसे रोज़ाना चलती हैं, एक सुबह 9 बजे और दूसरी दोपहर 2 बजे। एक या दो बसें किसी और भी ट्रांसपोर्ट की चलती हैं लेकिन उनकी पहले पूछताछ कर लें। • दावा ट्रांसपोर्ट की दो बसें पारो से फवेनशॉलिंग (Phuentsholing) जाती हैं। एक सुबह 9 बजे और दूसरी दोपहर में 2 बजे। मेटो ट्रांसपोर्ट की भी 3 बसें हैं जो सुबह 8:30, 9:00 और दोपहर 2 बजे निकलती हैं। लेकिन इनके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता इसलिए भारत पेट्रोलियम पंप के सामने बने इनके ऑफिस से पूछताछ कर लें। फवेनशॉलिंग• फवेनशॉलिंग (Phuentsholing) से थिंपू पहुँचने के लिए 5 घंटे लगते हैं। सड़क के रास्ते आपको सुंदर नजारा देखने को मिलेगा। यात्रा करने से एक या दो दिन पहले से ही टिकट बुक करा लें, उसी दिन टिकट बुक कराने का जोखिम न उठाएँ। • पारो से टाइगर्स नेस्ट जाने के लिए कोई भी कैब ड्राइवर एक व्यक्ति के 300 से लेकर 500 रुपये तक लेगा। अगर आप कुछ पैसे बचाना चाहते हैं और आपको थोड़ा पैदल चलने में कोई परेशानी नहीं है तो ड्राइवर को बोलिए कि वो आपको टाइगर्स नेस्ट जंक्शन पर उतार दे। इसके लिए शेयरिंग कैब में आपको 50 रुपये देने होंगे। यहाँ से ट्रैक के शुरुआती पॉइंट तक पहुँचने के लिए 1.15 घंटे का समय लगेगा। ये सड़क शानदार है और यहाँ आप कुछ अच्छी फोटो क्लिक कर सकते हैं। आपका पैदल चलना बेकार नहीं जाएगा। • अपना परमिट हमेशा अपने साथ रखें क्योंकि चेक पोस्ट पर इसकी जरूरत पड़ती रहती है। मैंने अपना परमिट अपने बैग में रख दिया था जिसे कैब की छत पर से उतारने में थोड़ा वक्त लग गया। ये ड्राइवर अपने टाइम के पक्के होते हैं इसलिए वो मुझसे थोड़ा गुस्सा भी हो गया था। भूटान में खाना-पीना• भूटान में नॉन-वेज खाना हर कोने में मिल जाता है। वैसे वेजीटेरियन फूड मिलना इतना भी मुश्किल नहीं है लेकिन अगर अच्छा वेजीटेरियन चाहिए तो इसको ढूंढने में थोड़ा समय बिताना पड़ेगा। • भूटान में शराब सस्ती है। ये हर स्टोर और शॉपिंग मॉल में मिल जाएगी। ये ऐसा है जैसे आपको भारत में केक मिल जाता है। लेकिन सिगरेट लगभग बैन हैं इसलिए मंहगी भी है। आप रेड राइस बीयर ट्राई कर सकते हैं, जो टेस्ट में काफी अच्छी है। • भूटान में मेरे एक दोस्त ने कहा कि भारत के पास 20 तरह के मसाले हैं लेकिन भूटान में सिर्फ एक है और वो है मिर्च। ये इसे अपने हर खाने में डालते हैं. मैंने सिर्फ मिर्च से बना हुआ खाना भी देखा। ये भारत में मिर्च से बने हुए खाने से ज्यादा गर्म और तीखा होता है। भूटान में कहाँ रहें?हाँ, भूटान में ठहरना आपको थोड़ा महंगा पड़ सकता है। लेकिन अगर आप चाहें तो अपने बजट का होटल ढूंढ सकते है। आपको सड़क पर उतरना होगा और हर कोने को सर्च करना होगा। • जयगांव में जाकर हनुमान मंदिर धर्मशाला के बारे में पता करें। मैंने सुना है कि 10 रुपए की कम कीमत में भी एक रात के लिए कमरा देते हैं। लेकिन यहाँ अक्सर पहले से ही बुकिंग होती है क्योंकि ये शादी के लिए अपनी बिल्डिंग किराए पर दे देते हैं। • आप जयगांव में ही साहू सेवा ट्रस्ट जा सकते हैं। यहाँ के रूम और टॉयलेट साफ सुथरे होते हैं। इसके लिए एक रात का किराया दो लोगों के लिए 300 रुपए पड़ेगा। साहू सेवा ट्रस्ट का कमरा • थिंपू में मैं अपने एक दोस्त के साथ रुका था, इसलिए थिंपू में मुझे होटल्स की कोई जानकारी नहीं है। • पारो में होटल टैंडिन में जा सकते हैं। वो एक रात रुकने के लिए 700 रुपए लेते हैं, जिसमें आपको डबल बेड और टीवी मिलता है जो उस जगह पर बाकी होटलों के मुकाबले सस्ता ही है, इनके यहाँ इंडियन फूड का रेस्टोरेंट भी है। आप शेफ्स होटल भी जा सकते हैं जो कि होटल टैंडिन के पीछे है। भूटान से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें• परमिट लेने के लिए आपको इन चीजों का ध्यान रखना होगा 1)आपकी हाल की पासपोर्ट साइज फोटो 2) वैध पासपोर्ट और वीजा (ये भारतीय, बांग्लादेशी और मालदीव वालों को छोड़कर बाकी सबके के लिए जरूरी है) या वोटर आई कार्ड 3) होटल कन्फर्मेशन की कॉपी 4) ट्रैवल आइटनरी। • ये डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट इमीगिरेशन ऑफिस के नोटिस बोर्ड पर मिल जाएगी। आइटनरी के लिए, एक कोरे कागज पर तारीख, सोर्स और जिन जगहों पर घूमना है और रहने वाले हैं, ये सब लिखें। एक सेट बना लें, जिसमें परमिट एप्लिकेशन, डॉक्यूमेंट्स की कॉपी और फोटो हो। • अगर आप स्टूडेंट हैं तो अपना स्टूडेंट आई कार्ड ले जाना न भूलें। इमिग्रेशन ऑफिस में आपसे ये दिखाने के लिए कहा जा सकता है। इस कार्ड के कई फायदे भी आपको मिलेंगे भूटान में कई जगहों की एंट्री पर आपको 50% की छूट मिल जाएगी। • इमिग्रेशन ऑफिस में परमिट दिखाकर आप सरकार का बी-मोबाइल (भूटान टेलीकॉम) सिम कार्ड खरीद सकते हैं। इसका नेटवर्क कवरेज इतना अच्छा है कि आपको फजोडिंग मठ की ऊँचाई पर भी नेटवर्क मिलेगा। इस सिम कार्ड से इंटरनेट यूज करने के लिए आपको अपने APN में कुछ बदलाव करने होंगे। तो मेरी तरफ से बस इतना ही अगर आप कुछ पूछना चाहते हों तो बिना बिंदास पूछिए।ये आर्टिकल अनुवादित है। ओरिजनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें। Frequent searches leading to this page:-भूटान जाने का सही समय, भूटान यात्रा का खर्च, भूटान रात का जीवन, क्या भूटान जाने के लिए पासपोर्ट चाहिए, भूटान जाने का रास्ता, भारत से भूटान जाने का रास्ता, भारत से भूटान की दूरी, भूटान यात्रा परमिट बिना पासपोर्ट के भूटान कैसे जाए?Trip to Bhutan कैसे जाएं भूटान
अगर पासपोर्ट नहीं है तो वोटर आई डी कार्ड से भी आपका काम चल सकता है. बच्चो के लिए जन्म प्रमाण पत्र या अकादमिक स्कूल आईडी कार्ड ले जाने की सलाह दी जाती है. भूटान भारत से सड़क और हवाई मार्ग, दोनों तरह से जुड़ा हुआ है.
भूटान जाने के लिए पासपोर्ट जरूरी है क्या?भूटान की यात्रा करने वाले भारतीयों को या तो अपना पासपोर्ट या भारत के चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता पहचान पत्र ले जाना होगा। भारतीय नागरिकों को इस पड़ोसी देश की यात्रा करने के लिए वीजा की आवश्यकता नहीं है, लेकिन प्रवेश पाने के लिए केवल एक वैलिड फोटो पहचान पत्र दिखाना होगा।
क्या भारत के भीतर यात्रा करने के लिए पासपोर्ट आवश्यक है?विदेश की यात्रा पर जाने वाले भारतीय नागरिकों के पास गंतव्य देश के लिए यात्रा का प्राधिकार और वैध भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए।
भारत से नेपाल जाने के लिए क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?भारतीय को नेपाल जाने के लिए वीजा एवं पासपोर्ट जरूरी नही है। वहां जाने के लिए सिर्फ वैध पहचान पत्र होना अत्यंत आवश्यक है।
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