भारत अपने रोजाना की जरूरत का 80 फीसदी सामान चीन से मंगाता है. कहा जा सकता है कि भारतीय बाजार चीन के लिए हब हैं. औसत भारतीय सुबह सोकर उठने से लेकर रात सोने तक ना जाने कितने चीन निर्मित सामानों का इस्तेमाल करता है. दोनों देशों के बीच इस साल मार्च 2019 तक 90 बिलियन डॉलर के व्यापार की बात कही जा रही है. इसमें चीन का भारत को निर्यात 76 बिलियन डॉलर का है. इसी से समझा जा सकता है कि भारतीय बाजार किस तरह चीनी सामानों से पटे रहते हैं. Show दीवाली पर लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों और सजावटी झालरों तक और होली पर पिचकारी से लेकर रंगों तक सबकुछ अब चीन से ही आ रहा है. भारतीय व्यापारी भी अब आमतौर पर चीन से सामान लगाकर उस पर अपना देसी ठप्पा लगाने का काम ज्यादा कर रहे हैं. यहां तक भारत अब चीन से भारी मशीनरी भी मंगाने लगा है. ये भी कहना चाहिए कि अगर चीन से आने वाले सामान रुक जाएं तो भारतीय जनजीवन पर बहुत व्यापक असर पड़ सकता है. दिल्ली से ज्यादा है यूपी और बिहार के वोटों की कीमत, जानें क्यों? पिछले दो दशकों में भारत में इंडस्ट्रीज बंद ज्यादा हुई हैं. भारत के व्यापारियों के लिए ये ज्यादा मुफीद हो गया है कि वो बजाए भारत में सामान बनाने या खरीदने के उसे चीन से मंगाएं. ये उनके लिए ना केवल ज्यादा मुनाफे वाला है बल्कि काफी सस्ता भी पड़ता है. आइए जानते हैं कि चीन से भारत को सबसे ज्यादा आने और खपत होने वाले सामान कौन से हैं. 1. इलेक्ट्रॉनिक सामान और उपकरण ज्यादातर भारतीयों के हाथ में चीन के बने स्मार्टफोन हैं 2. मशीनरी 3. आर्गनिक केमिकल्स न करें ऐसे चुनावी पोस्ट वरना फेसबुक-ट्विटर लेंगे ऐसे एक्शन 4. प्लास्टिक 5. आयरन और स्टील मशीनरी जो भारी मशीनरी पहले भारत में यूरोप या अमेरिका से आती थी, वो अब चीन से आ रही है 6. चश्मे, मेडिकल और सर्जिकल उपकरण 7. फर्नीचर हमारे रोजाना की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले सामानों में बहुत से अब चीन से बनकर ही आते हैं, बेशक उन पर देसी कंपनी अपना ठप्पा लगा दे8. खेल के सामान और खेल उपकरण 9. खिलौने 10. जूते-चप्पल चूंकि भारत का उपभोक्ता जरूरत से ज्यादा ही चीन के सामानों पर निर्भर हो चुका है, इसलिए ये सोचना वाकई कठिन है कि अगर चीन से आने वाले सामानों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई तो क्या होगा. कांग्रेस ने 70 सालों में क्यों तीन बार बदले चुनाव चिन्ह ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: China, Development model of china, Import tariff on steel, India and china, India china, Manufacturing and exports FIRST PUBLISHED : March 19, 2019, 16:19 IST
10 महीने पहलेलेखक: नीरज सिंह
PM नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में वैष्णव संत रामानुजाचार्य स्वामी की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी का उद्घाटन किया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे चीनी कंपनी एरोसन कॉर्पोरेशन ने बनाया है। भारत और चीन के बीच रिश्तों का यही सच है। LAC पर दोनों देश एक दूसरे के आमने-सामने खड़े हैं। दोनों तरफ की सरकारें भी इस मुद्दे पर खुद को सख्त से सख्त दिखाती हैं; लेकिन, सच यही है कि दोनों देशों के बीच तनाव के बावजूद कारोबार रिकॉर्ड स्पीड से बढ़ रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या कारण हैं कि चीन की भारत विरोधी नीति के होते हुए भी हमारा उससे कारोबार बढ़ रहा है? देश को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश का क्या हाल है? भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है चीन, 9.3 लाख करोड़ रुपए का आपसी कारोबार
आत्मनिर्भरता अभियान से भी ज्यादा फायदा नहीं
सरकार की पाबंदी से सिर्फ निवेश में कमी आई
इन वस्तुओं का आयात लगातार बढ़ रहा है भारत के वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में इन सभी प्रमुख आयातों में वृद्धि जारी रही। इसके साथ ही लैपटॉप-कंप्यूटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और एसिटिक एसिड जैसे रसायनों के आयात में भारी वृद्धि देखने को मिली है। भारत इन वस्तुओं का निर्यात करता है इन वस्तुओं का चीन से
आयात करता है भारत चीन से भारत क्या निर्यात करता है?जनवरी में जारी चीनी आंकड़ों के अनुसार, 2021 में भारत और चीन के बीच कुल व्यापार 125 अरब डॉलर था, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था। दोनों देशों के बीच व्यापार घाटा भी बढ़कर 69 अरब डॉलर हो गया था। चीन को भारत के प्रमुख निर्यात में लौह अयस्क, कपास, तांबा, एल्यूमीनियम और हीरे व प्राकृतिक रत्न शामिल हैं।
भारत सबसे ज्यादा क्या एक्सपोर्ट करता है?इंजीनियरिंग गुड्स सेक्टर ने भारत के निर्यात में पिछले फाइनेंशियल ईयर के दौरान 69.8 बिलियन डॉलर का योगदान दिया. इसके बाद 67.6 बिलियन डॉलर के निर्यात के साथ रिफाइंड पेट्रोलियम व क्रूड प्रोडक्ट का स्थान रहा.
चीन से भारत में क्या आता है?इसमें करीब 66.7 अरब डॉलर चीन से भारत को आयात था. इसके पहले साल 2019 में भारत ने चीन से सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक मशीनरी और इक्विपमेंट (20.17 अरब डॉलर) का आयात किया, इसके अलावा ऑर्गनिक केमिकल 8.39 अरब डॉलर, उर्वरक 1.67 अरब डॉलर भारत के शीर्ष आयात थे.
भारत से चीन क्या खरीदता है?भारत के वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, 2021 में इन सभी चीज़ों का आयात बढ़ा है. चीन से लैपटॉप और कंप्यूटर, ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर के अलावा एसिटिक एसिड का आयात रिकॉर्ड बढ़ा है. वहीं भारत मुख्य रूप से चीन को चावल, सब्ज़ियां, सोयाबीन, फल, कॉटन और सी फ़ूड बेचता है.
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