नमस्कार दोस्तों महाराज का प्रश्न है पोषण क्या है जीवन में पोषण क्यों आवश्यक है तो देखते हैं सर्वप्रथम की पोषण क्या होता है ठीक है दोस्तों वह विधि जिसमें पोषक तत्व को ग्रहण किया जाता है जियो के द्वारा और उसका उपयोग किया जाता है इस प्रकार की विधि को हम पोषण के नाम से जानते हैं तो दोस्तों देखते हैं कि वह विधि या वह प्रक्रिया जिसमें जीव पोषक तत्व को ग्रहण करते हैं और उन्हें पोषक तत्व का उपयोग भी करते हैं यानी कि दोस्तों जो जीव होते हैं वह क्या करते हैं कि जो पोषक तत्व होते हैं उनका उपयोग करते हैं उनका ग्रहण करते हैं इस प्रकार की जो भी थी होती है इसे हम पोषण के नाम से जानते हैं और दोस्तों देखते हैं कि जो पोषक तत्व होते हैं वह किस प्रकार से हो सकते हैं जैसे कि दोस्तों उदाहरण के लिए हम मान लेते हैं कि पोषक तत्व कौन कौन से होते हैं कार्बोहाइड्रेट ठीक है कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर के लिए यानी की जगह की शरीर के लिए अति आवश्यक होते हैं जो कि कार्बन हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से मिलकर बने योग्य होते तो हम लिखते हैं कार्बोहाइड्रेट Show
ठीक है यह प्रकार का पोषक तत्व इसके अतिरिक्त एक और पोषक तत्व देखकर हम तो प्रोटींस ठीक है यह भी बहुत सारे हमारे साथ मिलकर बनाते हैं इसके अतिरिक्त अगर हम एक और पोषक तत्व देखे तो कुछ वसा और विटामिंस ठीक है इसके अतिरिक्त दोस्तों पोषक तत्व जल को भी माना गया है ठीक है और अगर हम बात करें कि पौधों की तो दोस्तों पौधे क्या करते हैं कि अपना पोषक तत्व खुद बनाते हैं और खुद ही ग्रहण करते हैं और इसके अतिरिक्त जो मानव और अन्य जंतु होते हैं वह पोषण के लिए यानी कि पोषक तत्व के लिए अन्य बंधुओं पर निर्भर करते हैं और उन पोषक तत्व को ग्रहण करते हैं और उनका उपयोग करते हैं तो इस प्रकार के जो विधि होते हैं उसे हम पोषण के नाम से जानते हैं तो दोस्तों हमने देखा क्यों पूछूं वह भी दी होती हैं जीव पोषक तत्व को ग्रहण करते हैं और उसका उपयोग करते हैं अब हम देखते हैं कि यह जो पोषण होता है यह जीवों के लिए क्यों आवश्यक होता है तो दो सुपोषण कौन करते हैं पोषण सभी सचिव करते हैं ठीक है सजीव प्राणी यह जीव जंतु जो भी आ जाते हैं सब कुछ इसके अंतर्गत जैसे कि पेड़ पौधे भी इसके अंतर्गत आ जाते हैं अगर हम बात करेंगे पोषण की आवश्यकता क्यों होती हैं तो दोस्तों जो जंतु होते हैं या सचिव होते हैं इनकी जो बनावट होती है वो कोशिका से मिलकर बने होते हैं यानी कि दोस्तों जो जीव होते हैं वह दो प्रकार के होते हैं पहला तो होता है एक खुशी के दूसरा होता है बहू कोशिकी जिनका शरीर एक कोशिका से मिलकर बना होता है उसे एक ख़ुशी की करते हैं और जिनका एक से अधिक कोशिका से मिलकर बना होता उन्हें बहू कोशिश करते हैं ठीक है तो उन कोशिकाओं को जीवित रहने के लिए पोषण की आवश्यकता होती हैं पोषक तत्व की आवश्यकता होती हैं तो दोस्तों हम लिख सकते हैं कि जीवो में कोशिका को जीवित रखने के लिए किसके कोशिका को जीवित रखने के लिए पोषक तत्व की आवश्यकता होती हैं और इसके अतिरिक्त हम कह सकते हैं कि इस प्रकार की जो विधि होती है उसे हम पोषण करते हैं तो हम लिखते हैं कि जीवो में कोशिका को जीवित रखने के लिए पोषण की आवश्यकता होती हैं पोषण की आवश्यकता होती है या पोषण की जरूरत होती है ठीक है और यह पोषण क्या करते हैं यह पोषक तत्व या पोषण जो होते हैं यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करते तो हम लिख सकते हैं कि जो पोषण होते हैं इसके अतिरिक्त हम मान लेते हैं जैसे कि भोजन ठीक है क्या करते हैं यह ऊर्जा का एक स्रोत माना गया है जीवो के अंदर तो यह ऊर्जा प्रदान करते हैं ठीक है इसके अतिरिक्त यह शरीर को बनाए रखते हैं यानी कि हम लिख सकते हैं कि इसके कारण जो सजीव होते हैं वह स्वस्थ रहते हैं और इसी पोषक तत्व पर निर्भर करते हैं और इसी विधि के द्वारा वह अपनी वृद्धि और विकास करते हैं वृद्धि एवं विकास तो दोस्तों इस प्रकार की परिस्थितियों के लिए जो पोषण होता है वह अति आवश्यक होता है ठीक है और जीवित कोशिकाओं को जीवित रखने के लिए पोषण किया की आवश्यकता होती हैं तो इसी कारण जो पोषण होता है वह जीवन के लिए आवश्यक होता है तो धन्यवाद दोस्तों आशा करता हूं आपको यह उत्तर जरूर समझ में आएगा By: RF competition Copy Share (254) Dec 24, 2021 03:12PM 1309 जीवित प्राणियों में जैविक क्रियाओं का सुचारू रूप से संचालन होता है। सभी जीवित प्राणियों को जैविक क्रियाओं के संचालन के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है। ऊर्जा प्राप्त करने के लिए जीवधारियों को भोजन की आवश्यकता होती है। जीवों में ऊर्जा उत्पादन के लिए पोषण की जरूरत होती है। इसके अलावा जीवधारियों में जीवद्रव्य निर्माण, वृद्धि, उपापचयी क्रियाओं आदि के लिए भी पोषण की आवश्यकता होती है। भोज्य पदार्थों में प्रमुख पोषक तत्व कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिज लवण, विटामिन, जल आदि होते हैं। Biological activities are conducted smoothly in living beings. All living beings need energy to carry out biological activities. Organisms need food to get energy. Nutrition is needed for energy production in organisms. Apart from this, nutrition is also required for the formation, growth, metabolic activities etc. in living beings. The major nutrients in food items are carbohydrates, proteins, fats, minerals, vitamins, water etc. सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.) जीवधारियों में पोषण (Nutrition In Living Beings)पृथ्वी के समस्त जीवधारी बाह्य वातावरण से भोजन प्राप्त करते हैं। जब जीवधारी भोज्य पदार्थों को ग्रहण करते हैं, तो भोज्य पदार्थों से ऊर्जा मुक्त होती है। इस मुक्त ऊर्जा के द्वारा जीवधारियों के शरीर की वृद्धि होती है। इन सभी प्रक्रियाओं को
संयुक्त रूप से 'पोषण' कहा जाता है। जीवधारियों में पोषण दो प्रकार के होते हैं– All living things on earth get food from the external environment. When living organisms take in food items, energy is released from the food items. The growth of the body of living beings takes place by this free energy. All these processes combined are called 'nutrition'. There are two types of nutrition in living organisms– सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.) स्वपोषण (वनस्पतियों में पोषण) [Autonutrition (Nutrition In Plants)]स्वपोषण केवल हरे पौधे में होता है। हरे पौधे कार्बन डाइऑक्साइड, जल,
क्लोरोफिल और सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में भोजन बनाते हैं। प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के द्वारा पौधे कार्बोहाइड्रेट और अपना भोजन बनाते हैं। कार्बोहाइड्रेट से रासायनिक संश्लेषण होकर प्रोटीन एवं वसा जैसे जटिल कार्बनिक पदार्थ निर्मित होते हैं। पोषण के आधार पर पौधों को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है– Autotrophy occurs only in green plants. Green plants make food in the presence of carbon dioxide, water, chlorophyll and sunlight.
Plants make carbohydrates and their own food through the process of photosynthesis. Carbohydrates are chemically synthesized to form complex organic substances such as proteins and fats. On the basis of nutrition plants can be classified into two parts– सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.) स्वपोषी पौधे (Autotrophic Plants)इस प्रकार के पौधे अपना भोजन स्वयं बना लेते हैं। These types of plants make their own food. सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.) परपोषी पौधे (Heterotrophic Plants)इस प्रकार के पौधे अपने भोजन के लिए दूसरे पौधों पर आश्रित रहते हैं। ये चार प्रकार के होते हैं– These
types of plants depend on other plants for their food. These are of four types– सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.) विषमपोषण (जन्तुओं में पोषण) [Heterotrophic Nutrition (Nutrition In Animals)]जन्तु विषमपोषी होते हैं। ये पोषण के लिए पौधों पर निर्भर रहते हैं। जन्तुओं को जैविक क्रियाओं के सम्पादन के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है। इस ऊर्जा को जन्तु भोज्य पदार्थों से प्राप्त करते हैं। भोज्य पदार्थों के प्रमुख पोषक तत्व कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिज लवण, विटामिन, जल आदि होते हैं। ये सभी जटिल अणु होते हैं। साथ ही जल में अघुलनशील होते हैं। जन्तुओं के शरीर में इनके अवशोषण के लिए इनका सरल अणु में टूटकर घुलित अवस्था में होना आवश्यक होता है। इस
प्रकार, पोषक तत्व सरल रूप में अवशोषित होकर रक्त परिवहन के माध्यम से जन्तुओं के शरीर के विभिन्न भागों में पहुँचा दिये जाते हैं। इस प्रकार, भोजन का पाचन हो जाता है। जन्तुओं में पोषण मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है– Animals are heterotrophs. They depend on plants for nutrition. Animals need energy to perform biological activities. Animals get this energy from food. The major nutrients of food items are carbohydrates, proteins, fats, minerals, vitamins, water etc. These are all complex molecules. Also insoluble in water. For their absorption in the body of animals, it is necessary to break them down into simple molecules and be in a dissolved
state. In this way, the nutrients are easily absorbed and transported to different parts of the animal body through blood transport. In this way, the digestion of food takes place. There are mainly three types of nutrition in animals– सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.) प्रकृति के सभी जीवधारी अपनी जैविक क्रियाओं के संपादन के लिए पोषण प्राप्त करते हैं। जीवों का पोषण प्राप्त करने के लिए भोजन करना आवश्यक होता है। भोजन का पाचन जीवधारी के पाचन तंत्र के द्वारा होता है। प्रकृति में कुछ ऐसे जीव भी पाये जाते हैं, जिनमें पाचन के लिए कोई अंग नहीं होता जैसे- अमीबा। अमीबा में पिनोसाइटोसिस विधि द्वारा भोजन का अंतर्ग्रहण होता है। पोषण द्वारा ही जीव आंतरिक और बाह्य शक्ति प्राप्त करते हैं। इस शक्ति के द्वारा ही जीवधारी अपने कार्यों का सुचारू रूप से संचालन और संपादन करते हैं। इस प्रकार स्पष्ट है कि जैविक क्रियाओं के संपादन में पोषण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। All living beings in nature receive nutrition to carry out their biological activities. Food is necessary for living beings to get nutrition. Digestion of food takes place through the digestive system of an organism. Some organisms are also found in nature, which do not have any organ for digestion like- amoeba. In amoeba food is ingested by pinocytosis method. It is through nutrition that living beings obtain internal and external energy. It is through this power that the living beings operate and perform their functions smoothly. Thus it is clear that nutrition plays an important role in the regulation of biological functions. सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.) I hope the above information will be useful and important. प्राणियों में पोषण की आवश्यकता क्यों होती है?शरीर में एन्जाइमों तथा हार्मोनों के उत्पादन में सहायता देता है। पोषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव भोजन प्राप्त करते हैं, भोजन को साधारण रूप से अवशोषित होने वाले रूप में बदलते हैं, फिर इनका प्रयोग शरीर के लिए आवश्यक पदार्थों को बनाने में करते हैं । आप पहले से जानते हैं कि केवल पौधे अपना भोजन स्वयं बना सकते हैं ।
जीवित जीवों के लिए पोषण क्यों महत्वपूर्ण है संक्षिप्त उत्तर?(1) ऊर्जा उत्पादन के लिए-शरीर की जैविक क्रियाओं के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है और जीवधारियों को यह ऊर्जा भोज्य पदार्थों के ऑक्सीकरण से प्राप्त होती है। (ii) शरीर की टूट-फूट की मरम्मत के लिए विभिन्न जैविक क्रियाओं में शरीर के ऊतकों की टूट-फूट होती है, इनकी मुरम्मत के लिए पोषण की आवश्यकता होती है।
शरीर को जीवित रहने के लिए भोजन की आवश्यकता क्यों होती है?जीव न केवल जीवित रहने के लिए बल्कि स्वस्थ और सक्रिय जीवन बिताने के लिए भोजन करते हैं। भोजन में अनेक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर का विकास करते हैं, उसे स्वस्थ रखते हैं और शक्ति प्रदान करते हैं। भोजन में ऊर्जा का त्वरित स्रोत है।
मानव शरीर के लिए पोषण क्यों जरूरी है?नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ पर्याप्त, उचित एवं संतुलित आहार अच्छे स्वास्थ्य का आधार है। ख़राब पोषण से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और रोग के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है तथा शारीरिक एवं मानसिक विकास बाधित होता है तथा उत्पादकता कम हो जाती है।
|