क्या होता है जब प्लेटलेट काउंट अधिक होता है? - kya hota hai jab pletalet kaunt adhik hota hai?

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क्या होता है जब प्लेटलेट काउंट अधिक होता है? - kya hota hai jab pletalet kaunt adhik hota hai?

हाई प्‍लेटलेट्स काउंट से बढ़ सकती है हेल्‍थ प्रॉब्‍लम-(Image Canva)

Problem May Occur Due To Platelet count- प्‍लेटलेट्स छोटे ब्‍लड सेल्‍स होते हैं जो ब्‍लीडिंग रोकने के लिए क्‍लॉट बनाने में मदद करते हैं. जब ब्‍लड में जरूरत से ज्‍यादा प्‍लेटलेट्स हो जाते हैं तब इसे थ्रोम्‍बोसाइटोसिस या हाई प्‍लेटलेट काउंट कहते हैं.

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  • News18Hindi
  • Last Updated : October 10, 2022, 19:15 IST

हाइलाइट्स

अधिक प्‍लेटलेट्स लेवल से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं.
प्रीमेच्‍योर डिलीवरी या मिसकैरिज की समस्‍या भी हो सकती है.
प्‍लेटलेट्स बढ़ने से कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है.

Problem May Occur Due To Platelet count- शरीर को स्‍वस्‍थ रखने में प्‍लेटलेट्स महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. प्‍लेटलेट्स का निर्माण बोन मैरो में होता है, जो बॉडी की बोंस के भीतर एक स्‍पंजी टिशू होता है. प्‍लेटलेट्स छोटे ब्‍लड सेल्‍स होते हैं जो ब्‍लीडिंग रोकने के लिए क्‍लॉट बनाने में मदद करते हैं. जब ब्‍लड में जरूरत से ज्‍यादा प्‍लेटलेट्स हो जाते हैं तब इसे थ्रोम्‍बोसाइटोसिस या हाई प्‍लेटलेट काउंट कहते हैं. एब्‍नॉर्मल ब्‍लड टेस्‍ट रिजल्‍ट की तरह हाई प्‍लेटलेट लेवल को लेकर भी चिंता होना स्‍वाभाविक है. लेकिन हाई प्‍लेटलेट काउंट हमेशा चिंताजनक नहीं होता है लेकिन इसकी अनदेखी करना भी ठीक नहीं है. हाई प्‍लेटलेट काउंट से कई बार गंभीर बीमारी होने का भी खतरा होता है. प्‍लेटलेट काउंट बढ़ने का एक कारण अत्‍यधिक तनाव भी हो सकता है. प्‍लेटलेट्स की ब्‍लड में सामान्‍य संख्‍या 150,000 से 450,000 प्रति माइक्रोलीटर है. 450,000 से अधिक प्‍लेटलेट लेवल को थ्रोम्‍बोसाइटोसिस के रूप में देखा जाता है.

ब्‍लड क्‍लॉट की समस्‍या
वेरीवेल हेल्‍थ के मुताबिक जिन लोगों में प्‍लेटलेट्स काउंट हाई लेवल पर होता है अक्‍सर उन्‍हें किसी तरह की परेशानी नहीं होती है. लेकिन हाई प्‍लेटलेट्स काउंट वाले कुछ लोगों को ब्‍लड क्‍लॉट की समस्‍या हो सकती है. कई बार ब्‍लड वेसल्‍स में ब्‍लड क्‍लॉट्स बन सकते हैं. सामान्‍य तौर पर ये ब्‍लड क्‍लॉट्स हाथ, पैर और मस्तिष्‍क में बनते हैं. ये क्‍लॉट प्रॉपर ब्‍लड फ्लो में रुकावट पैदा करते हैं. इस वजह से सिर दर्द, चक्‍कर आना, स्‍ट्रॉक और नसों में दर्द या सुन्‍नपन की समस्‍या हो सकती है.

हाई ब्‍लड प्रेशर
बहुत अधिक या बहुत कम प्‍लेटलेट्स लेवल से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, इनमें हाई ब्‍लड प्रेशर, स्‍लो फेटल ग्रोथ, प्रीमेच्‍योर डिलीवरी, वॉम्‍ब से प्‍लेसेंटा का सेप्रेशन, मिसकैरिज जैसी दिक्‍कत का भी सामना करना पड़ता है.

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कैंसर होने की खतरा
हाई प्‍लेटलेट्स की वजह से कई तरह के कैंसर होने की खतरा भी बढ़ जाता है. थ्रोम्‍बोसाइटोसिस के शुरुआती दौर में ब्‍लड सेल कैंसर होने का खतरा होता है, जिसे एक्‍यूट ल्‍यूकेमिया कहते हैं. हालांकि इस कैंसर से पीडित लोगों की संख्‍या काफी कम है. प्‍लेटलेट्स बढ़ने की वजह से सामान्‍य तौर पर ओवेरियन कैंसर, लंग कैंसर और ब्रेस्‍ट कैंसर के मामले सबसे ज्‍यादा देखे गए हैं. प्‍लेटलेट्स की अत्‍यधिक संख्‍या की वजह से गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल कैंसर भी हो सकता है.

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Tags: Health, Health problems, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : October 10, 2022, 19:10 IST

प्लेटलेट काउंट आपके ब्लड में मौजूद प्लेटलेट्स की औसत मात्रा को दर्शाता है। प्लेटलेट्स या थ्रोम्बोसाइट्सब्लड (thrombocytes) ऐसे ब्लड कॉम्पोनेन्ट हैं जो किसी चोट के दौरान ब्लड के थक्के जमने में शामिल होते हैं।ब्लड में नार्मल प्लेटलेट स्तर इमरजेंसी के दौरान पर्याप्त थक्के बनाने में मदद करता है। प्लेटलेट का अब्नोर्मल्ली उच्च (high) या निम्न (low) स्तर कुछ अंडरलाइंग (underlying) हेल्थ कॉम्प्लीकेशन्स का इंडिकेशन हो सकता है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि आपकी उम्र और लिंग (gender) के अनुसार किस स्तर का प्लेटलेट्स खतरनाक हो सकता है।

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किस स्तर का प्लेटलेट्स खतरनाक हो सकता है? (What Level of Platelets can be Dangerous?)

आम तौर पर एक व्यक्ति में प्लेटलेट की संख्या 1,50,000 – 4,50,000 प्लेटलेट्स / माइक्रोलीटर ब्लड के बीच होती है। 50,000 प्लेटलेट्स/माइक्रोलीटर ब्लड से कम प्लेटलेट काउंट को कम प्लेटलेट काउंट माना जाता है। 4,50,000 प्लेटलेट्स/माइक्रोलीटर ब्लड  से अधिक प्लेटलेट काउंट को उच्च प्लेटलेट काउंट माना जाता है। हालांकि, नार्मल प्लेटलेट काउंट की  रेंज आपकी उम्र और लिंग (gender) पर निर्भर करती है। एक अध्ययन के अनुसार, अलग-अलग उम्र और लिंग के व्यक्तियों में निम्न, मध्यम और उच्च प्लेटलेट काउंट नीचे सारणीबद्ध हैं:

क्र.सं. ऐज  ग्रुप (साल) पुरुष  प्लेटलेट 

कम प्लेटलेट 

काउंट

काउंट  

मध्यम प्लेटलेट काउंट

( X109/L )

उच्च प्लेटलेट काउंट

महिला प्लेटलेट  

कम प्लेटलेट

 काउंट

काउंट

मध्यम प्लेटलेट काउंट

( X 109/L )

उच्च प्लेटलेट काउंट

1. < 15 396 – 441 441 – 484 452 – 503 396 – 441 441 – 484 452 – 503
2. 15 – 64 320 – 359 358 – 366 361 – 388 345 – 363 401 – 410 422 – 457
3. > 64 304 – 363 344 – 360 337 – 420 307 – 349 375 – 394 366 – 441

पुरुषों में प्लेटलेट काउंट की नार्मल रेंज  क्या है? (What is the Normal Range of Platelet Count in Males?)

पुरुषों और महिलाओं में प्लेटलेट काउंट की नार्मल रेंज भिन्न होती है। बढ़ती उम्र के साथ प्लेटलेट्स की संख्या नार्मल रूप से कम हो जाती है। अध्ययन के अनुसार, वयस्क (adult) पुरुषों (18 वर्ष से अधिक आयु) में लगभग नार्मल प्लेटलेट काउंट रेंज नीचे दी गई है:

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क्र.सं. ऐज  ग्रुप (साल)   नार्मल  प्लेटलेट काउंट ( X 109/L ) 
1. 18 – 34 240
2. 35 – 49 245
3. 50 – 64 235
4. 65 – 74 220
5. > 75 215

महिलाओं में प्लेटलेट काउंट की नार्मल रेंज  क्या है? (What is the Normal Range of Platelet Count in Females?)

महिलाओं में प्लेटलेट काउंट आमतौर पर पुबर्टी(puberty) के बाद पुरुषों की तुलना में अधिक होता है। अध्ययन के अनुसार, वयस्क महिलाओं (18 वर्ष से अधिक आयु) में प्लेटलेट काउंट की अनुमानित नार्मल रेंज  नीचे दी गई है:

क्र.सं. ऐज  ग्रुप (साल)  नार्मल  प्लेटलेट काउंट ( X 109/L ) 
1. 18 – 34 240
2. 35 – 49 245
3. 50 – 64 235
4. 65 – 74 230
5. > 75 220

बच्चों में प्लेटलेट काउंट की नार्मल रेंज  क्या है? (What is the Normal Range of Platelet Count in Children?)

18 साल से कम उम्र के पुरुषों और महिलाओं में प्लेटलेट काउंट अलग-अलग होता है। अध्ययन के अनुसार, बच्चों (18 वर्ष से कम उम्र) में नार्मल प्लेटलेट काउंट रेंज नीचे दी गई है:

क्र.सं. ऐज  ग्रुप (साल)   नार्मल  प्लेटलेट काउंट

                ( X 109/L ) पुरुष में 

  नार्मल  प्लेटलेट काउंट

                ( X 109/L ) महिला में 

1. < 5 340 325
2. 5 – 9 310 310
3. 10-14 280 290
4. 15-17 250 250

निष्कर्ष (Takeaway)

प्लेटलेट काउंट एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है जिसकी गणना कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी)  टेस्ट  में की जाती है। आपके शरीर में नार्मल प्लेटलेट स्तर किसी भी चोट या कट के मामले में ब्लड के उचित थक्के(proper clotting)  को सुनिश्चित करता है। प्लेटलेट्स के अबनार्मल स्तर से कुछ सीरियस हेल्थ इश्यूज हो सकते  हैं। अब जब आप अपनी उम्र और लिंग के लिए  प्लेटलेट काउंट के स्तर को जानते हैं, तो आप अपनी ब्लड  रिपोर्ट और स्वास्थ्य की स्थिति का बेहतर  एनालिसिस  कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) (Frequently Asked Questions (FAQs)

1. मैं अपने प्लेटलेट काउंट की जांच कैसे करवा सकता हूं?

प्लेटलेट काउंट टेस्ट कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी)  टेस्ट का एक हिस्सा (part)है। आप हमारे सेंटर पर कॉल करके या हमारी ऑफिशियल  वेबसाइट से ऑनलाइन टेस्ट बुक करके आसानी से रेडक्लिफ लैब्स में अपना टेस्ट बुक कर सकते हैं। हम आपके ब्लड के सैंपल को निःशुल्क एकत्र करने के लिए हमारे फ़्लेबोटोमिस्ट ( phlebotomist) को आपके स्थान पर भेजेंगे।

2. प्लेटलेट काउंट टेस्ट में मुझे कितना खर्च आएगा?

पूरे भारत में रेडक्लिफ लैब्स में प्लेटलेट काउंट टेस्ट, यानी कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट, में आपको लगभग 249/- रुपये का खर्च आएगा।

3. उच्च प्लेटलेट काउंट का क्या कारण हो सकता है?

उच्च प्लेटलेट काउंट आमतौर पर आयरन की कमी, कैंसर,  स्प्लीन(spleen) रिमूवल , बोन मेरो डिजीज  (bone marrow disease), कुछ इन्फेक्शन और दवाओं के कारण होता है।

4. प्लेटलेट काउंट कम होने के क्या कारण हो सकते हैं?

कम प्लेटलेट काउंट आमतौर पर इन कारणों से होता है

  •  बोन मेरो  में पर्याप्त प्लेटलेट्स का उत्पादन नहीं होना 
  •  लिवर और स्प्लीन  में प्लेटलेट्स का डिस्ट्रक्शन 
  • रक्तप्रवाह (bloodstream) में प्लेटलेट्स का डिस्ट्रक्शन 
  • कैंसर उपचार के एक भाग के रूप में दी जाने वाली कीमोथेरेपी या रेडिएशन (radiation)
  • ऑटोइम्म्युने  डिसऑर्डर (Autoimmune disorder)
  • कुछ हानिकारक दवाएं 

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प्लेटलेट्स ज्यादा हो तो क्या होता है?

बहुत अधिक या बहुत कम प्‍लेटलेट्स लेवल से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, इनमें हाई ब्‍लड प्रेशर, स्‍लो फेटल ग्रोथ, प्रीमेच्‍योर डिलीवरी, वॉम्‍ब से प्‍लेसेंटा का सेप्रेशन, मिसकैरिज जैसी दिक्‍कत का भी सामना करना पड़ता है. हाई प्‍लेटलेट्स की वजह से कई तरह के कैंसर होने की खतरा भी बढ़ जाता है.

प्लेटलेट्स बढ़ने से क्या नुकसान होता है?

शरीर में जरूरत से ज्यादा प्लेटलेट्स होना शरीर के लिए कई गंभीर खतरे उत्पन्न करता है। इससे खून का थक्का जमना शुरू हो जाता है, जिससे दिल के दौरे, किडनी फेल व लकवा आदि की आशंका बढ़ जाती है। जब शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है तो उस स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहते हैं।

ब्लड प्लेटलेट्स क्यों बढ़ते हैं?

प्रतिक्रियात्मक, या माध्यमिक, थ्रोम्बोसाइटोसिस तब होता है जब आपके प्लेटलेट्स किसी और चीज की प्रतिक्रिया में बढ़ते हैं - एक स्थिति, एक चोट, एक संक्रमण, सर्जरी, अनुपस्थित प्लीहा, आदि । प्रतिक्रियाशील थ्रोम्बोसाइटोसिस के साथ, आपके पास उच्च प्लेटलेट्स हैं क्योंकि आपका शरीर एक अंतर्निहित कारण के लिए "प्रतिक्रिया" करता है।

प्लेटलेट्स का खतरनाक स्तर क्या है?

वेरीवेलहेल्थ के मुताबिक एक सामान्य व्यक्ति का प्लेटलेट्स काउंट खून में 150,000 लाख से 450,000 प्रति माइक्रो-लीटर होना चाहिए. खून में 150,000 प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर से कम है तो यह माइल्ड ब्लीडिंग रिस्क है लेकिन प्लेटलेट्स अगर 20 हजार से नीचे हैं तो गंभीर खतरा है.