क्या भारत विश्व का सबसे बड़ा सोना उत्पादक देश है? - kya bhaarat vishv ka sabase bada sona utpaadak desh hai?

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Latest UP Police Jail Warder Updates

Last updated on Sep 22, 2022

The Uttar Pradesh Police Recruitment and Promotion Board (UPPRPB) is expected to release the official notification for the UP Police Jail Warder 2022. A total number of 3638+ vacancies are expected to release for the recruitment process. The UP Police Jail Warder Selection Process includes four stages which are Written Test, Physical Standard Test, Physical Measurement Test, and Document Verification. Candidates who will get a final selection for the Jail Warder post will get a salary range between Rs. 21,700 to Rs. 69,100.

अमरेंद्र कुमार राय, नई दिल्ली
भारत सरकार सोने का उत्पादन बढ़ाकर सकल घरेलू उत्पाद ( जीडीपी ) में इसकी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहती है. इसीलिए वह सोने की खदानों की नीलामी और बिक्री पर विशेष तौर पर जोर दे रही है. आज से पचास साल पहले ऐसा लगता था कि सोना सिर्फ कर्नाटक की खानों से ही निकलता है. लेकिन अब पता चल गया है कि सोना सिर्फ कर्नाटक में ही नहीं बल्कि भारत के कई राज्यों में है, यहां तक कि उत्तर प्रदेश में भी. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से तो सोना निकालने की तैयारी भी हो चुकी है. यूपी में सोने की तीन खदानों का पता चला है. यहां की तीन में से दो सोने की खदानें सोनभद्र जिले में हैं. इन खदानों से सोना निकालने के लिए नीलामी इसी माह होने की संभावना है. इन तीनों सोने की खदानों के लिए निविदा 21 मई को निकाली गई थी.

यूपी के साथ ही आंध्र प्रदेश की भी दस खदानों से सोना निकालने की तैयारी की जा चुकी है. इन खदानों से सोना निकालने के लिए नीलामी भी इसी महीने होनी है. देश के सकल घरेलू उत्पाद ( जीडीपी ) में खनन क्षेत्र को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत सरकार सोने की खदानों की बिक्री की तैयारी कर रही है. आंध्र प्रदेश के दस ब्लॉकों में से पांच की नीलामी 26 अगस्त को हो सकती है. बाकी पांच खदानों की नीलामी तीन दिन बाद 29 अगस्त को होने की संभावना है.

आंध्र में सोने का भंडार
आंध्र प्रदेश में सोने की खदानों में रामगिरि नॉर्थ ब्लॉक, बोक्समपल्ली नॉर्थ ब्लॉक, बोक्समपल्ली साउथ ब्लॉक, जवाकुला-ए ब्लॉक, जवाकुला-बी ब्लॉक, जवाकुला-सी ब्लॉक, जवाकुला-डी ब्लॉक, जवाकुला-ई ब्लॉक और जवाकुला-एफ ब्लॉक शामिल हैं. यहां सोना निकालने के लिए निविदा मार्च में निकाली गई थी. इससे पहले कई राज्यों ने 199 खनिज ब्लॉकों की नीलामी की थी. नीलामी के माध्यम से खनिज ब्लॉकों का आवंटन 2015 में खनन अधिनियम में संशोधन के बाद शुरू हुआ. पिछले वित्त वर्ष में 45 खनिज ब्लॉकों को बिक्री के लिए रखा गया था.

भारत में कई खदान

कुछ समय पहले तक माना जा रहा था कि भारत के चार राज्यों में सोने की खदानें हैं. कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और झारखंड. लेकिन अब राजस्थान, यूपी और बिहार भी इसमें शामिल हो गये हैं. नए सर्वे से तो पता चला है कि बिहार की खदानों में सबसे ज्यादा सोना है. देश के कुल सोने का करीब 44 प्रतिशत.
अभी तक कर्नाटक भारत का सबसे बड़ा सोने का उत्पादक राज्य है. यहां पूरे देश का करीब 89 प्रतिशत सोना निकाला जाता है. यहां कोलार, धारवाड़, हसन और रायचूर जिलों से सोना निकाला जाता है. कर्नाटक में करीब 17 लाख टन सोने के अयस्क का भंडार है. आंध्र प्रदेश देश का दूसरा सबसे बड़ा सोना उत्पादक राज्य है. यहां अनंतपुर जिले के रामगिरि में सोने की खदानें हैं. इसके अलावा चितूर और पालाच्चूर में भी कुछ मात्रा में सोने का भंडार है.

कई राज्यों में सोना

तीसरे नंबर का राज्य झारखंड हर साल 344 किलो सोने का उत्पादन करता है. यहां अधिकतर सोना सुवर्ण रेखा नदी में पाया जाता है. यह सोना नदी की रेत में जलोड़ के रूप में पाया जाता है. यहां सिंहभूमि और सोनाघाट प्रमुख स्वर्ण उत्पादन केंद्र हैं. केरल के पुन्नापुझा और छविवार पुंझा नदी के पास कुछ इलाकों में सोना पाया जाता है. करीब चार साल पहले भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग ने राजस्थान के उदयपुर जिले में सोने के बहुत बड़े भंडार का पता लगाया था. विभाग के अधिकारियों का अनुमान था कि यहां 11.48 करोड़ टन सोना हो सकता है.

बिहार में सबसे अधिक सोना

पिछले साल के आखिरी महीने में केंद्र सरकार ने संसद में जानकारी दी कि बिहार में जितने सोने का पता चला है उतना सोना देश के किसी और राज्य में नहीं है. बिहार भाजपा के अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य संजय जायसवाल के सवाल के जवाब में खान, कोयला एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने पश्चिम चंपारण और गया जिले के कुछ हिस्सों में भी स्वर्ण भंडार की तलाश के लिए सर्वेक्षण किया. यह सब पिछले पांच साल में संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क वर्गीकरण की निगरानी के तहत हुआ है.

सरकार का जवाब
उन्होंने बताया कि फिलहाल इस इलाके मे किसी खनिज भंडार का पता नहीं चला है. उनके इस जवाब से लोगों को निराशा हुई. लेकिन जब संजय जायसवाल ने लोकसभा से मिले जवाब का पत्र अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट पर साझा किया तो पता चला कि देश में कुल 501.83 टन प्राथमिक स्वर्ण अयस्क धातु है. इसमें 44 फीसदी सोना तो केवल बिहार में पाया गया है. राज्य के जमुई जिले के सोनो क्षेत्र में 37.6 टन स्वर्ण धातु अयस्क सहित 222.885 मिलियन टन स्वर्ण धातु संपन्न भंडार मिला है. गया और रोहतास जिले के कुछ हिस्सों में भी महत्वपूर्ण खनिज भंडारों का पता चल रहा है. राज्य सरकार की भी कोशिश है कि यहां भी जल्दी से जल्दी सोना निकालने का कार्य शुरू किया जाए.

भारत का सोना उत्पादन

सोने के उत्पादन में भारत बहुत पीछे है. स्टेटिस्टा के मुताबिक देश में 2017 में सिर्फ 1594 किलो यानी डेढ़ टन सोने का उत्पादन हुआ. कर्नाटक में सोने का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है. यह भी जानकारी मिली है कि देश में सोने का उत्पादन घट रहा है. वर्ष 2000 में सोने का उत्पादन 2615 किलो हुआ था. 2007-8 में यह बढ़कर 2969 किलो हो गया. लेकिन 2013-14 में 1564 किलो सोने का उत्पादन ही हुआ. अब इसे फिर से बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. नए राज्यों में सोना खदाने मिलने से इसमें मदद मिल सकती है.

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट

वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार हमारे यहां 24 हजार टन सोना है. पिछले करीब पांच साल में औसतन 849 टन सोने का हर साल उपयोग हुआ है. भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है. भारत में जितना भी सोना आता है वह घरों में जमा हो जाता है. यहां की महिलाएं सोने का आभूषण पहनने की विशेष रूप से शौकीन हैं.

मंदिरों में सोना

वैसे तो विश्व के सबसे ज्यादा सोना वाले देशों में भारत का नौवां स्थान है लेकिन भारतीय महिलाओं, मंदिरों आदि का सोना जोड़ दिया जाए तो भारत पहले नंबर पर पहुंच जाता है. विश्व के पांच सबसे बड़े सोने वाले देशों में अमेरिका पहले नंबर पर है. उसके पास 8133.5 टन गोल्ड रिजर्व है. दूसरे नंबर पर जर्मनी है जिसके पास 3362..4 टन रिजर्व गोल्ड है. तीसरे पर इटली 2451.8 टन, चौथे पर फ्रांस 2436.2 टन और पांचवें पर रूस है जिसके पास 2298.5 टन रिजर्व गोल्ड है. भारत के पास 676.6 टन रिजर्व गोल्ड है.

महिलाओं के पास सोना
लेकिन भारतीय महिलाओं के पास दुनिया का सबसे ज्यादा सोना है. इनके पास 21 हजार टन सोना है जो दुनिया के सोने का 11 प्रतिशत है. बैंकों के पास कुल करीब 750 टन सोना है. जिसमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास 2017-18 में 566.36 टन था. मुथूट फाइनेंस, मन्नपुरम जैसी फाइनेंस कंपनियों के पास 2014 में करीब 200 टन सोना था. मुथूट फाइनेंस के पास करीब 116 टन, मनप्पुरम फाइनेंस के पास 40 टन और मुथूट फिन कॉर्प के पास 39 टन सोना है. भारतीय मंदिरों के पास ढाई हजार टन सोना है. अकेले केरल के पद्मनाभ मंदिर में 1300 टन सोने का अनुमान है. वैसे दुनिया का सबसे अमीर मंदिर तिरुपति मंदिर माना जाता है. यहां हर माह 100 किलो सोना आता है. मंदिर के पास 250-300 टन सोना है.

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं, यहां व्यक्त विचार निजी हैं)

विश्व का सबसे बड़ा सोना उत्पादक देश कौन सा है?

बीजिंग : चीन इस साल लगातार छठी बार दुनिया का सबसे बड़ा सोना उत्पादक बना रहेगा। इस साल के पहले 10 माह में चीन में 323 टन सोने का उत्पादन हुआ है।

विश्व में स्वर्ण का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन सा है?

Solution : इंडियन मिनरल्स ईयर बुक, 2019 के आंकड़ों के आधार पर वर्ष | 2018 में स्वर्ण (सोने) का सबसे बड़ा उत्पादक देश चीन (401 टन) है। इस संदर्भ में क्रमशः ऑस्ट्रेलिया (313 टन), रूस (280 |टन), संयुक्त राज्य अमेरिका (211 टन) का स्थान है। वर्ष 2018 में चीन ने विश्व स्वर्ण उत्पादन में लगभग 12 प्रतिशत का योगदान किया।

विश्व में सबसे अधिक सोना कहाँ पाया जाता है?

इस सूची में 8,133.47 टन सोने के भंडार के साथ अमेरिका पहले स्थान पर है. जर्मनी के पास 3,359.09 टन सोने का भंडार मौजूद है. इस तरह सोने के भंडार के मामले में जर्मनी दूसरे स्थान पर है. इटली 2,451.84 टन सोने का भंडार के साथ इस सूची में तीसरे स्थान पर है.

विश्व की सबसे बड़ी सोने की खान कौन सी है?

त्पादन के लिहाज से दुनिया में सबसे बड़ी सोने की खदान उज्बेकिस्तान के मुरुंताउ में है. इस खदान की लंबाई करीब 3.35 किलोमीटर और चौड़ाई करीब 2.5 किलोमीटर है. इसकी गहराई 560 मीटर तक है.