कम्प्यूटर क्या है कम्प्यूटर की विशेषताएँ और सीमाएँ समझाइए? - kampyootar kya hai kampyootar kee visheshataen aur seemaen samajhaie?

limitations‘ शब्द, एक कंप्यूटर की कमियों को इंगित करता है। कंप्यूटर की सीमाएं मुख्य रूप से कुछ ऐसे कार्यों को परिभाषित करती हैं जो कंप्यूटर नहीं कर सकते हैं, या जिसमें मनुष्य कंप्यूटर से बेहतर प्रदर्शन करते हैं।

कंप्यूटर के कार्य करने की स्पीड, डेटा भण्डारण  क्षमता, विश्वसनीयता, और बिना थके दिन-रात कार्य करने की क्षमता इन्हे मनुष्यों से बेहतर बनाते है। 

कंप्यूटर speed, accuracy, और memory management के मामले में मनुष्यों को आसानी से हरा सकता है, लेकिन कंप्यूटर की अभी भी कुछ सीमाएं है, ऐसे कई कार्य है जिनमे कंप्यूटर मनिष्यो की तरह परफॉर्म नहीं कर सकते। और आज हम कंप्यूटर के इन्ही सीमाओं के बारे में बात करने वाले है। 

आज हम विस्तार से जानेंगे कि कंप्यूटर की सीमाएं क्या है? (Limitations of Computer In Hindi) और कैसे मनुष्य कुछ कार्यों को करने में कंप्यूटर से बेहतर हैं ।

तो आइए अब बिना समय गवाए जानते है कंप्यूटर को सीमाओं के बारे में।

कम्प्यूटर क्या है कम्प्यूटर की विशेषताएँ और सीमाएँ समझाइए? - kampyootar kya hai kampyootar kee visheshataen aur seemaen samajhaie?

Ability, Dependency, Actions आदि के आधार पर कंप्यूटर सिस्टम की कुछ सीमाएं हैं। जो कि निम्नलिखित है -:

  1. Lack of Common Sense
  2. No IQ
  3. No Feelings
  4. No Thinking Capability
  5. No Decision Making Ability
  6. No Learning Power
  7. User Dependent
  8. No Implementation Power
  9. Cannot Express Ideas
  10. Made For Knowledgeable Audience:

आइए अब हम कंप्यूटर की इन सभी सीमाओं के बारे एक एक करके जान लेते है। 

1) Lack of Common Sense

कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन है जो पहले से लिखे प्रोग्राम और लॉजिक के अनुसार कार्य करता है। यदि कंप्यूटर से ऐसा कार्य कराया जाये जिसके बारे में कंप्यूटर में पहले से कोई प्रोग्राम फिट नहीं है तो कंप्यूटर वह कार्य नहीं कर पायेगा। 

कंप्यूटर के पास कोई common sense नहीं होता जो की कंप्यूटर की सबसे प्रमुख सीमाओं में से एक है। 

इसमें कोई संदेह नहीं है कि कंप्यूटर तेज, विश्वसनीय और कुशल हैं लेकिन इनके पास सामान्य ज्ञान की कमी है। कंप्यूटर पूरी तरह से संग्रहीत प्रोग्राम या लॉजिक्स के आधार पर कार्य करते हैं। 

चूँकि कंप्यूटर के लिए कोई full-proof एल्गोरिदम डिज़ाइन नहीं किया गया है जो उन्हें सामान्य तर्क प्रोग्राम करने में मदद कर सके इसलिए कंप्यूटर स्थिति या तथ्यों के आधार पर ठोस और विवेकपूर्ण निर्णय नहीं ले सकते।

आइये इसको हम एक उदाहरण से समझते है। निम्नलिखित वाक्य को पढ़ें:

“सुरेश लाल है और वह जो लकड़ी पकड़े हुए है वह एक अच्छा इंसान है।”

यह शब्द सामान्य ज्ञान पर आधारित है। यदि हम इस सेंटेंस को Word में लिखते हैं, तो कंप्यूटर कोई त्रुटि शो नहीं करेगा। लेकिन कोई भी व्यक्ति इस वाक्य को पढ़ कर यही कहेगा कि यह वाक्य गलत है क्योकि उसके पास कॉमन सेंस है और कंप्यूटर के पास common sense नहीं। 

इसका सही सेन्टेन्स नीचे दिया गया है 

“सुरेश एक अच्छे इंसान हैं और उनके हाथ में जो लकड़ी है वह लाल है।”

2) No IQ or Zero IQ

हम सभी जानते हैं कि कंप्यूटर गति के मामले में इंसानों से तेज हैं, सटीक परिणाम देते हैं और इंसानों से भी ज्यादा शानदार हैं लेकिन वे इंसानों की जगह नहीं ले सकते हैं क्योकि इनमे Zero IQ होता है। Zero IQ का मतलब है कि कंप्यूटर में खुद से कुछ करने का दिमाग नहीं होता। ये अपने आप कुछ नहीं कर सकते। 

Computer हम मनुष्यों की तरह अपने आप कोई भी कार्य नहीं करता और न ही अपने आप पर कोई निर्णय नहीं ले सकता है।

आसान शब्दों में कहें तो कंप्यूटर में सोचने और समझने की क्षमता नहीं होती। जो की कंप्यूटर की एक और मुख्य सीमा है। 

कंप्यूटर लगातार बिना रुके कार्य कर सकता है लेकिन कुछ कार्य ऐसे होते है जिनको करने के लिए सुझावों और विचारों की आवश्यकता होती है। ऐसे कार्य तभी पूर्ण हो सकते है जब सामने वाले के पास कोई IQ (intelligence Quotient) हो। 

चूँकि कंप्यूटर एक मशीन है जो केवल पहले से लिखे प्रोग्राम के अनुसार कार्य करता है इसलिए इसके पास इंटेलेंजेन्सी की कमी होती है यह ऐसे कार्यो को नहीं कर सकता जिनमे सुझावों और विचारों की आवश्यकता हो। 

काम कितना भी आसान या जटिल क्यों न हो, यदि उसके बारे में कंप्यूटर में पहले से कोई प्रोग्राम नहीं है तो वह उस कार्य को नहीं कर सकता। कंप्यूटर केवल तभी कार्य करता है जब उस कार्य को करने ले लिए उसमे पहले से कोई निर्देश या प्रोग्राम डाला गया हो।   

हालाँकि आजकल कंप्यूटर समय के साथ स्मार्ट हो रहे हैं क्योंकि उनमे प्रोग्रामेटिक रूप से पहले से अधिक निर्देश दिए जाते हैं। 

3) No Feelings

कंप्यूटर एक मशीन है। यह हम इंसानों की तरह नहीं हैं। क्या आपने किसी कंप्यूटर को रोते हुए देखा है? या किसी कंप्यूटर ने आपके आदेश या निर्देश को अस्वीकार कर दिया है? इसका उत्तर BIG NO है, क्योंकि इसमें कोई भावना नहीं होती। वे अच्छे और बुरे में अंतर नहीं कर पाते हैं क्योकि वे पहले से लिखे प्रोग्राम या निर्देशों के अनुसार कार्य करते हैं।

कंप्यूटर समान सटीकता और गति के साथ चौबीसों घंटे काम कर सकते हैं क्योंकि वे थकान, ऊब, ईर्ष्या, आदि महसूस नहीं करते। 

उनके पास अपना स्वयं का आईक्यू नहीं है और वे logic के आधार पर अपने निर्णय नहीं ले सकते हैं। वे इनपुट के लिए पूरी तरह से मनुष्यों पर निर्भर हैं। लेकिन आजकल वैज्ञानिक ऐसे कंप्यूटर बनाने में लगे है जिनमे खुद से सोचने और महसूस करने की क्षमता हो। इसका एक उदाहरण सोफिया है जो की एक ह्यूमनॉइड रोबोट है जिसे हांगकांग स्थित कंपनी हैनसन रोबोटिक्स द्वारा विकसित किया गया है।

4) No Thinking Capability

कंप्यूटर में सोचने की क्षमता नहीं होती है। कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो खुद के बारे में कुछ सोच नहीं सकते। ये ऐसे मशीन है जिन्हे विशिष्ट कार्यों को करने के लिए प्रोग्राम किए गए हैं। 

कंप्यूटर खुद सोचकर कोई काम नहीं करते, उन्हें उस कार्य को पूरा करने के लिए निर्देश दिए जाते हैं। बिना प्रोग्राम के कंप्यूटर केवल एक बक्सा है। 

हालाँकि इंसानों ने कंप्यूटर को इंसानों की तरह काम करने और सोचने के लिए कुछ एल्गोरिदम विकसित किए हैं, जिन्हे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रूप में जाना जाता है।  लेकिन  यह कांसेप्ट अभी भी निर्देशों और प्रोग्राम के सेट पर निर्भर करती है जो मनुष्य द्वारा दिया जाता है।

5) No Decision Making Ability

कंप्यूटर, हम मनिष्यो की तरह खुद से कुछ निर्णय नहीं ले सकते , इनमे निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती। निर्णय लेना एक जटिल कार्य है जिसके लिए आमतौर पर सूचना, बुद्धि, ज्ञान और निर्णय क्षमता जैसे तत्वों की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर में इन सबकी कमी होती है, इसलिए वे निर्णय लेने में असमर्थ होते हैं। साथ ही, जब कंप्यूटर को बिजली की आपूर्ति नहीं होती है तो वह केवल एक मृत मशीन होते हैं।

कंप्यूटर को खुद से निर्णय के लिए नहीं बल्कि उन्हें logic और एल्गोरिदम के साथ काम करने के लिए प्रोग्राम किया गया है। कंप्यूटर केवल लॉजिक पर कार्य करते हैं। यह यूजर्स द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार ही काम करते हैं।

आइए इसको हम एक उदाहरण से समझते हैं।

उदाहरण -: मोहन, सुलेखा, कविता, सिमरन, सोफिया, राम आदि कुछ नाम है। इसमें से कौन सा नाम लड़के का है और कौन सा नाम लड़की का है, यह तो हम मनुष्य जानते हैं, लेकिन कंप्यूटर यह नहीं जानता कि कौन सा नाम लड़के का है और कौन सा नाम लड़की का है क्योकि इनमे निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती, ये केवल पहले से दिए गए निर्देश या प्रोग्राम के अनुसार कार्य करते है जो मनुष्यो द्दारा दिया जाता है। 

6) No Learning Power

कंप्यूटर में हम मनुष्यो की तरह कूद से कुछ सीखने की शक्ति नहीं होती, ये चीजों को अपने आप नहीं सीख सकते।  ये पहले से दिए गए प्रोग्राम और निर्देशों के आधार पर कार्य करते है। 

जिस तरह हम मनुष्य अपने पुराने अनुभवों से सीखते है, उस तरह कंप्यूटर नहीं सीख सकते।  यदि कोई कार्य हमे कंप्यूटर से कराना है तो इसके लिए हमे बार बार इनपुट देना पड़ेगा तभी कप्यूटर हमारे इनपुट के आधार पर प्रोसेस करके रिजल्ट आउटपुट देंगे। 

7) User Dependent

यह कंप्यूटर की एक मुख्य सीमा है। आज कंप्यूटर काफी स्मार्ट हो गए है लेकिन अभी भी ये  इनपुट लेने के लिए यूजर पर निर्भर करते हैं। यदि कंप्यूटर को किसी कार्य को पूरा करने के लिए आवश्यक डेटा नहीं दिया जाता है, तो वह उस कार्य को प्रोसेस नहीं कर पाता । 

कंप्यूटर हमेशा उपयोगकर्ता पर निर्भर करता है। मानव निर्देश के बिना, कंप्यूटर कोई भी कार्य नहीं कर सकते। अधिकांश स्थितियों में हमेशा किसी न किसी प्रकार की मानवीय सहायता की आवश्यकता होती है। यह मानवीय हस्तक्षेप के बिना अपने आप पूरी तरह से कार्य नहीं कर सकते क्योंकि जब तक कंप्यूटर को इनपुट नहीं मिलेगा तब तक कंप्यूटर आउटपुट कैसे देगा?

आसान शब्दों में कहें तो कंप्यूटर तब तक कोई काम नहीं करता जब तक कंप्यूटर को इंसानों से कोई निर्देश नहीं मिल जाता। यहाँ निर्देश का अर्थ है यूजर द्वारा प्राप्त इनपुट डेटा।

चूँकि कंप्यूटर मानव द्वारा प्रोग्राम किये जाते है और उन्ही निर्देशों का पालन करते है जो कंप्यूटर में पहले से फिट है इसलिए यदि वे निर्देश सटीक नहीं हैं तो कंप्यूटर भी सटीकता से कार्य नहीं कर पायेगा। 

कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो एक बार स्विच ऑन होने के बाद यह पूरी तरह से automated हो जाता है। लेकिन कंप्यूटर खुद से चालू और बंद नहीं हो सकता जब तक कि उसे इस तरह के प्रोग्राम से फीड नहीं किया गया हो।

कुछ आधुनिक कंप्यूटर कुछ स्वचालित और दोहराव वाले कार्यों को अपने दम पर संभाल सकते हैं लेकिन, उपयोगकर्ता को अभी भी कार्यो के प्रोसेस की निगरानी और सही डेटा देकर ऑटोमेटेड प्रोसेस को कॉन्फ़िगर करने की आवश्यकता होती है।

8) No Implementation Power

कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर कर सकते हैं और जटिल ऑपरेशन कर सकते हैं, लेकिन इनके पास implementation power नहीं होती। इसका मतलब है कि कंप्यूटर अपने आप कुछ भी implement नहीं कर सकते। 

आइए इसे हम उदाहरण के से समझते हैं।

जब आप Word पर कुछ टाइप करते हैं, तो आपने देखा होगा कि कोई शब्द गलत होने पर उसके नीचे कुछ लाल रेखा आती है और जैसे ही आप उस शब्द पर क्लिक करते हैं तो उस शब्द को सही करने का विकल्प आता है और वह शब्द सही हो जाता है।

इसका मतलब है कि कंप्यूटर गलत शब्द को implement करने और उसे सही करने में असमर्थ है। 

एक कंप्यूटर कानून की एक किताब को स्टोर कर सकता है लेकिन उसे implement नहीं कर सकता।

यह विभिन्न प्रोब्लेम्स को हल करने के लिए सैकड़ों गाइड स्टोर कर सकता है। लेकिन यह केवल उन समस्याओं को ही हल कर सकता है जिसके बारे में इसे प्रोग्राम किया गया है। 

9) Cannot Express Ideas

यह भी कंप्यूटर की एक सीमा है। चूँकि कंप्यूटर एक मशीन है और मशीन कभी भी अपने विचार व्यक्त नहीं कर सकती। इसलिए कंप्यूटर भी अपने विचार व्यक्त नहीं कर सकते। कंप्यूटर पहले से प्रोग्राम किए गए निर्देशों और दिए गए डेटा पर कार्य करते हैं। 

10) Made For Knowledgeable Audience

जिस तरह किसी भी मशीन को चलाने के लिए उस मशीन का ज्ञान होना आवश्यक है ठीक उसी तरह कंप्यूटर को चलाने के लिए कंप्यूटर का ज्ञान होना आवश्यक है। 

कंप्यूटर का ज्ञान रखने वाला व्यक्ति ही कंप्यूटर का उपयोग कर सकता है क्योंकि बिना कंप्यूटर की जानकारी के आप कंप्यूटर को ऑपरेट नहीं कर सकते। हालाँकि बुनियादी कार्यों के लिए कंप्यूटर चलाना आसान है, लेकिन कुछ जटिल कार्यों पर काम करने के लिए एक आईटी विशेषज्ञ या प्रोग्रामर की आवश्यकता हो सकती है।

Conclusion

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमनें Limitations of Computer के बारे में बात की और जाना कि कंप्यूटर की सीमाएं क्या है? (Limitations of Computer In Hindi) और कैसे मनुष्य कुछ कार्यों को करने में कंप्यूटर से बेहतर हैं।

अगर आप कंप्यूटर फंडामेंटल Complete Tutorial चाहते है तो मेरे इस आर्टिकल Computer Fundamental Tutorial In Hindi को देखे | यहाँ आपको कंप्यूटर फंडामेंटल्स के सभी टॉपिक्स step by step मिल जाएगी |

अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया है तो इस पोस्ट को अपने अपने दोस्तों को शेयर करना न भूलिएगा ताकि उनको भी कंप्यूटर की सीमाओं (Limitations of Computer In Hindi) के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके .

अगर आपको अभी भी Limitations of Computer In Hindi से संबंधित कोई भी प्रश्न या Doubt है तो आप कमेंट्स के जरिए हमसे पुछ सकते है। मैं आपके सभी सवालों का जवाब दूँगा और ज्यादा जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है |

ऐसे ही नया टेक्नोलॉजी ,Computer Science, computer fundamentals से रिलेटेड जानकारियाँ पाने के लिए हमारे इस वेबसाइट को सब्सक्राइब कर दीजिए | जिससे हमारी आने वाली नई पोस्ट की सूचनाएं जल्दी प्राप्त होगी |

Jeetu Sahu is A Web Developer | Computer Engineer | Passionate about Coding and Competitive Programming

कम्प्यूटर क्या है कंप्यूटर की विशेषताएं और सीमाएं समझाइए?

Computer एक मशीन है जो कुछ तय निर्देशों के अनुसार कार्य को संपादित करते है. और ज्यादा कहे तो Computer एक इलेक्ट्रोनिक उपकरण है जो इनपुट उपकरणों की मदद से आँकडों को स्वीकार करता है उन्हें प्रोसेस करता है और उन आँकडों को आउटपुट उपकरणों की मदद से सूचना के रूप में प्रदान करता है.”

कम्प्यूटर की विशेषताएँ क्या हैं?

कम्प्यूटर की विशेषता (Characteristics of Computer) त्रुटि रहित कार्य (Accuracy): कम्प्यूटर की गणनाएं लगभग त्रुटिरहित होती हैं। गणना के दौरान अगर कोई त्रुटि (error) पायी भी जाती है तो वह प्रोग्राम या डाटा में मानवीय गलतियों के कारण होती है। अगर डाटा और प्रोग्राम सही है तो कम्प्यूटर हमेशा सही परिणाम ही देता है।

कंप्यूटर क्या है कंप्यूटर की विशेषताएं PDF?

कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर एक इलैक्ट्रॉनिक मशीन है, जो निर्धारित आँकड़ों ( Input) पर दिए गए निर्देशों की शृंखला (Program) के अनुसार विशेषीकृत प्रक्रिया (Process) करके अपेक्षित सूचना या परिणाम (Output) प्रस्तुत करती है।

कम्प्यूटर क्या है इसके प्रकारों की व्याख्या?

अगर हम कंप्यूटर की बात करें, तो कंप्यूटर (Computer) को “संगणक” के नाम से भी जाना जाता है. और उसी प्रकार कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic Device) है, जो उपयोगकर्ता द्वारा इनपुट (Input) किए गए डेटा को संसाधित (Process) करता है और परिणाम को आउटपुट (Output) के रूप में प्रदान करता है.