अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को कैसे मार गिराया? - amerika ne osaama bin laaden ko kaise maar giraaya?

पाकिस्तान में एबटाबादा के मिलिटरी एकेडमी से महज कुछ गज पर एक इमारत में छिपे दुनिया के सर्वाधिक वांछित आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को अमेरिका ने अपने एक गुप्त अभियान में मार गिराया।


ओसामा के खात्मे से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को उसके ठिकाने के बारे में जानकारी होने के बारे में सवाल खड़े हो रहे हैं। अमेरिका के चार हेलिकॉप्टरों में सवार विशेष बल के जवानों ने राजधानी इस्लामाबाद से महज 120 किलोमीटर उत्तर में स्थित एबटाबाद शहर के पास 10 लाख डॉलर की कीमत वाले एक परिसर पर अचानक धावा बोल दिया।

40 मिनट का अभियान और ओबामा ढेर : सिर्फ 40 मिनट तक चले इस अभियान में 54 वर्षीय ओसामा को मार गिराया गया। पिछले करीब 10 साल से दुनिया भर में इस आतंकवादी की तलाश की जा रही थी, जिसके बारे में अमेरिका मानता है कि वह 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए आतंकवादी हमले का साजिशकर्ता था।


यह दुर्दांत आतंकवादी एबटाबाद स्थित इस दो मंजिला इमारत में था, जो पाकिस्तान की काकुल मिलिटरी एकेडमी से कुछ ही दूरी पर है। एकेडमी में सेना के तीन रेजीमेंट रहते हैं।


अभियान संप्रभुता का उल्लंघन : इस बीच, लंदन से प्राप्त खबर के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने आज कहा कि पाकिस्तानी सरजमीं पर ओसामा के खिलाफ अमेरिकी अभियान हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है और इस प्रक्रिया में गिलानी सरकार को शामिल किया जाना चाहिए था। गौरतलब है कि मुशर्रफ अमेरिकी खुफिया विभाग के उस दावे को बार-बार खारिज करते रहे हैं कि ओसामा पाकिस्तान में मौजूद है। उन्होंने कहा कि वह एबटाबाद में उसके पाए जाने से आश्चर्यचकित हैं।
हालाँकि उन्होंने कहा कि अलकायदा सरगना का मारा जाना पाकिस्तान की अवाम और दुनिया के सभी शांतिप्रिय लोगों की जीत है। मुशर्रफ ने टीवी चैनलों से कहा कि अमेरिकी सैनिकों का सीमा के अंदर आना और हमारे एक शहर एबटाबाद में उनके द्वारा अभियान चलाया जाना पाकिस्तान के लोगों को स्वीकार्य नहीं है तथा यह हमारी संप्रभुता, हमारी संवेदनशीलता का उल्लंघन है।
उधर, वॉशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों ने ओसामा के मारे जाने के बाद बताया कि इस परिसर को किसी खास व्यक्ति को छिपाने के उद्देश्य से बनाया गया था। सेना के कमांडो ने ओसामा के सिर और चेहरे में गोली मारी।

व्हाइट हाउस में हुआ मौत का एलान : ओसामा की फौरन मौत हो गई होगी क्योंकि सशस्त्र सैन्य कमांडो ने उस पर धावा बोला था। हालांकि, उनके हेलिकॉप्टर पर ओसामा के वफादार अरब अंगरक्षकों ने गोलीबारी भी की। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस से ओसामा के मारे जाने की घोषणा की।

अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को कैसे मार गिराया? - amerika ne osaama bin laaden ko kaise maar giraaya?

ओबामा ने कहा कि बिन लादेन (54) मारा गया है और उसका शव बरामद कर लिया गया है। उन्होंने अमेरिकी समय के मुताबिक रात साढ़े ग्यारह बजे यह घोषणा की जिसके बाद समाचार चैनलों पर यह खबर सुर्खी बन गई। रात का वक्त होने के बावजूद व्हाइट हाउस के बाहर भारी तादाद में एकत्र लोगों ने ‘यूएसए, यूएसए’ के नारे लगाए।
ढाई करोड़ डॉलर का इनाम था : अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ओसामा के सिर पर 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम था। उसके अलावा दो संदेशवाहक (अपने एक पुत्र और एक महिला) को उसने कथित तौर मानव कवच के रूप में इस्तेमाल किया, लेकिन अभियान में यह दोनों मारे गए। उन्होंने बताया कि इन संदेशवाहकों की वजह से ही ओसामा का पता चल सका।

समुद्र में दफन : अमेरिकी अधिकारियों ने ओसामा के शव को समुद्र में गर्क कर दिया। उन्हें इस बात का अंदेशा था कि इस दुर्दांत आतंकवादी को जमीन पर जिस जगह दफन किया जाएगा, वह उसके समर्थकों के आकषर्ण का केंद्र बन जाएगा। अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि अलकायदा सरगना को किस स्थान पर दफन किया गया।
पाकिस्तान खामोश : अमेरिका ने अपने सहयोगी पाकिस्तान को इस अभियान की जानकारी नहीं दी थी, इस अभियान को पूरी तरह से गुप्त रखने को लेकर ऐसा किया गया। ओसामा के मारे जाने की घोषणा किए जाने के चार घंटे बीत जाने के बावजूद पाकिस्तान सरकार और सेना एक बयान जारी करने से पहले खामोश रही।

बयान में कहा गया कि यह अभियान अमेरिकी खुफिया विभाग की कार्रवाई है। अमेरिकी मीडिया ने कहा है कि इस दो मंजिला इमारत में ओसामा की मौजूदगी के खुलासे से पाकिस्तानी अधिकारियों पर इस बात के लिए दबाव पड़ेगा कि यह आतंकवादी सरगना उनके नाक के नीचे कैसे रह रहा था। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि यह सवाल खड़े होते हैं कि क्या पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को उसके ठिकाने के बारे में पता था और क्या उसे पनाह दी गई थी।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि करीब 10 साल पहले तोरा बोरा की गुफाओं में ओसामा को पकड़ने की नाकाम कोशिश के बाद अमेरिकी सुरक्षा बलों ने आखिरकार सिर्फ 40 मिनट में इस अभियान को अंजाम दिया। अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी कमांडो ने दोनों ओर से हुई गोलीबारी के बाद ओसामा के सिर में गोली मारी।

अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले ओसामा ने भी अपने हथियार से गोलीबारी की। इस अभियान के दौरान अमेरिका का एक हेलिकॉप्टर नष्ट हो गया और सैनिकों ने खुद ही इसे विस्फोटकों के जरिए नष्ट करने का फैसला किया। पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया कि अमेरिकी हेलिकॉप्टर पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के गाजी वायुसेना ठिकाने से आए थे। (भाषा)
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ओसामा को कैसे मारा गया?

सेना के कमांडो ने ओसामा के सिर और चेहरे में गोली मारी। व्हाइट हाउस में हुआ मौत का एलान : ओसामा की फौरन मौत हो गई होगी क्योंकि सशस्त्र सैन्य कमांडो ने उस पर धावा बोला था। हालांकि, उनके हेलिकॉप्टर पर ओसामा के वफादार अरब अंगरक्षकों ने गोलीबारी भी की।

अमेरिका ने लादेन को कब मारा था?

2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबोटाबाद में अमेरिकी सील कमांडो ने एक सीक्रेट ऑपरेशन में लादेन को मार गिराया था और अब रविवार को काबुल में जवाहिरी का खात्मा हो गया.

ओसामा ने अमेरिका पर कब हमला किया?

11 सितंबर 2001 अल कायदा के 19 आतंकियों ने 4 विमान हाईजैक कर अमेरिका पर आत्मघाती हमला किया

ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए कौन सा ऑपरेशन चलाया गया था?

ओबामा ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के साथ मिलकर योजना पर चर्चा की और रेड करने को कहा। इस खतरनाक मिशन को ऑपरेशन नेप्ट्यून स्पीयर का नाम दिया गया। इसके तहत नेवी सील कमांडों को 2 मई 2011 में टारगेट पर रेड करनी थी।