के दृष्टी से वाक्य के कितने प्रकार? - ke drshtee se vaaky ke kitane prakaar?

वाक्य शब्दों से बनता है और शब्दों के अपने अर्थ वाक्य को पूर्ण अर्थ प्रदान करते हैं. भाषा में वाक्य अर्थ की दृष्टि से एक पूर्ण इकाई होता है. जब हम किसी बात को बोलते हैं, तो एक वाक्य में बोलते हैं. और उस वाक्य का अर्थ भी होता है. अर्थ और रचना की दृष्टि से वाक्य कई प्रकार के होते हैं. तो आज मैं आपसे इसी के बारे में बात करेंगे कि रचना की दृष्टि से वाक्य के भेद कितने हैं? वाक्य किसे कहते हैं?

Table of Contents

  • वाक्य किसे कहते हैं?
    • रचना की दृष्टि से वाक्य के भेद कितने होते हैं? 
    • सरल वाक्य किसे कहते हैं?
    • मिश्रित वाक्य किसे कहते हैं?
    • संयुक्त वाक्य किसे कहते हैं?
    • अर्थ की दृष्टि से वाक्य के भेद 
      • अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकार 

वाक्य किसे कहते हैं?

वाक्य वह सार्थक शब्दों का समूह है, जो भाव को व्यक्त करने की दृष्टि से अपने में परिपूर्ण हो अर्थात् पूर्ण अर्थ को प्रतीत कराने वाला हो. वाक्य वह अर्थपूर्ण शब्द समूह है, जो पूर्ण बात या भाव की तुलना में अपूर्ण होते हुए भी अपने आप में पूर्ण हो.

शिक्षा शब्दकोश में वाक्य की परिभाषा इस प्रकार दी गयी है, ‘वाक्य भावों अथवा विचारों की अभिव्यक्ति को पूर्ण इकाई बनाने के लिए व्याकरणिक एवं वाक्य रचना की दृष्टि से व्यवस्थित एक शब्द अथवा शब्दों का समूह है.’

रचना की दृष्टि से वाक्य के भेद कितने होते हैं? 

रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद होते हैं,

  1. सरल वाक्य
  2. मिश्रित वाक्य
  3. संयुक्त वाक्य

सरल वाक्य किसे कहते हैं?

सरल वाक्य उस वाक्य को कहते हैं, जिस वाक्य में एक क्रिया व एक ही कर्ता हो और उन वाक्यों का एक ही उद्देश्य हो, ऐसे वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं. इस वाक्य में एक विधेय होता है, लेकिन उद्देश्य एक या एक से अधिक भी हो सकते हैं. जैसे,

  • मोहन जाता है.
  • सोहन और मोहन आ गए हैं.
  • राम, श्याम और गोपाल चले गए हैं.

मिश्रित वाक्य किसे कहते हैं?

मिश्रित वाक्य उस वाक्य को कहते हैं, जिस वाक्य में एक प्रधान वाक्य के साथ एक या एक से अधिक आश्रित उपवाक्य होते हैं. जैसे,

  • जब आप जायेंगे तभी मैं जाउंगी.
  • मेहनत करोगे तो, सफलता पाओगे.
  • तुम खाओगे तभी मैं खाऊंगी.

संयुक्त वाक्य किसे कहते हैं?

संयुक्त वाक्य वे वाक्य होते हैं, जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य होते हैं और सभी उपवाक्य प्रधान होते हैं. जैसे,

  • हम सुबह में गए और शाम में लौट कर आ गए.
  • वह बहुत मेहनत करती थी इसलिए वह उत्तीर्ण हो गयी.

अर्थ की दृष्टि से वाक्य के भेद 

  • विधान सूचक वाक्य
  • निषेध सूचक वाक्य
  • आज्ञा सूचक वाक्य
  • प्रश्न सूचक वाक्य
  • विस्मय सूचक वाक्य
  • संदेह सूचक वाक्य
  • इच्छा सूचक वाक्य
  • संकेत सूचक वाक्य

अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकार 

विधान सूचक वाक्य

इन वाक्यों में किसी बात के होने का संकेत प्रकट होता है. जैसे- रोहन खाना खाता है.

निषेध सूचक वाक्य 

इस वाक्य में किसी बात के न होने की संकेत होती है. जैसे- मोहन ने खाना नहीं खाया.

आज्ञा सूचक वाक्य

जिस वाक्य में आज्ञा या आदेश देने का संकेत होता हो. जैसे- अच्छे से पढ़ाई करो, अपनी आदत सुधारों.

प्रश्न सूचक वाक्य

कुछ जानने की इच्छा प्रकट हो या कोई प्रश्न किया जाता है, वे वाक्य प्रश्न सूचक वाक्य होते हैं. जैसे- आप कब खाना खायेंगे?

विस्मय सूचक प्रश्न

जिस वाक्य में विस्मय या आश्चर्य प्रकट होता हो, वे वाक्य विस्मय सूचक वाक्य होते हैं. जैसे- अरे!ग्लास किसने तोडा.

संदेह सूचक वाक्य

जिस वाक्य में संदेह या संशय प्रकट होता हो, वे वाक्य संदेह सूचक वाक्य कहलाते हैं. जैसे- संभव है कि कल तक परिणाम आ जाएगी.

इच्छा सूचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनमें इच्छा, शुभकामना आदि का बोध होता हो, वह वाक्य इच्छा सूचक वाक्य कहलाते हैं. जैसे- सदा खुश रहो. ईश्वर तुम्हारी मनोकामना पूर्ण करें.

संकेत सूचक वाक्य

जिस वाक्य में संकेत या शर्त प्रकट होता हो, वे वाक्य संकेत सूचक वाक्य कहलाते हैं. जैसे- यदि आप थोड़ी देर और रुक जाते, तो मुझसे मिल लेते.

भाषाविज्ञान और व्याकरण में, एक वाक्य एक भाषाई अभिव्यक्ति है, जैसे अंग्रेजी उदाहरण "द क्विक ब्राउन फॉक्स जंप्स ओवर द लेजी डॉग।" पारंपरिक व्याकरण में, इसे आम तौर पर शब्दों की एक स्ट्रिंग के रूप में परिभाषित किया जाता है जो एक पूर्ण विचार व्यक्त करता है, या एक इकाई के रूप में एक विषय और भविष्यवाणी करता है।

इन सब से अलग मिश्र वाक्यों में प्रथम वाक्य प्रधान वाक्य होता है। इसके बाद शेष वाक्य उसके आश्रित उपवाक्य कहलाते हैं। नीचे हमने सभी वाक्यों के उदाहरण दिए हैं। जिनसे इन वाक्यों के बीच के फर्क को समझा जा सकता है।

रचना के दृष्टि से वाक्यों का उदाहरण

1. सरल या साधारण वाक्य के उदाहरण

  • राम जाता है।
  • लोग घूम रहे हैं।

2. संयुक्त वाक्य के उदाहरण

  • मुझे कुछ सामान लाना था इसलिए मैं बाजार गयी।
  • विद्यालय में झंडा फहराया गया और आजादी के गीत गाये गए।

3. मिश्र वाक्य के उदाहरण 

  • उसके मेरे घर ना आने का कारण उसका बीमार होना था।
  • उसे सभी ने पकड लिया और पुलिस को दे दिया।

वाक्य एक भाषाई अभिव्यक्ति है। यह आमतौर पर पारंपरिक व्याकरण में शब्दों के एक समूह के रूप में वर्णित है जो एक पूर्ण विचार व्यक्त करता है या एक विषय और विधेय से बनी इकाई के रूप में। यह आम तौर पर गैर-कार्यात्मक भाषाविज्ञान में वाक्य रचनात्मक संरचना की सबसे बड़ी इकाई के रूप में वर्णित है, जैसे कि एक घटक। कार्यात्मक भाषाविज्ञान इसे लिखित ग्रंथों के एक समूह के रूप में परिभाषित करता है जो मार्करों जैसे अवधियों, प्रश्न चिह्नों और विस्मयादिबोधक बिंदुओं के साथ-साथ बड़े अक्षरों जैसी रेखांकन संबंधी विशेषताओं से अलग होते हैं।

Summary:

रचना की दृष्टि से वाक्य के कितने प्रकार होते हैं?

रचना की दृष्टि से वाक्यों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है: सरल या सरल वाक्य, यौगिक वाक्य और यौगिक वाक्य। सरल वाक्य वे होते हैं जिनमें केवल एक क्रिया या विषय होता है। मिश्रित वाक्य में मुख्य उपवाक्य और आश्रित उपवाक्य क्रमशः पहले और दूसरे वाक्य होते हैं।

के दृष्टी से वाक्य के कितने प्रकार है?

रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन प्रकार होते हैं। पहला साधारण वाक्य, संयुक्त वाक्य और तीसरा मिश्र वाक्य। यहाँ साधारण वाक्य उन वाक्यों को कहते हैं जिसमें केवल एक ही क्रिया या कर्ता होता है। संयुक्त वाक्य प्रथम वाक्य प्रधान वाक्य होता है और शेष उसके आश्रित उपवाक्य कहलाते हैं।

रचना की दृष्टि से शब्द कितने प्रकार के होते हैं?

Detailed Solution. रचना के आधार पर शब्द के 'तीन' भेद हैं - रूढ़, यौगिक तथा योगरूढ़ शब्द