जब किसी विद्युत परिपथ को भंग किया जाता है तो उसमें उत्पन्न प्रेरित धारा की दिशा क्या होगी? - jab kisee vidyut paripath ko bhang kiya jaata hai to usamen utpann prerit dhaara kee disha kya hogee?

हेलो फ्रेंड इस वर्ष में भी पूछा गया है कि किसी विद्युत परिपथ को अचानक तोड़ने पर तोड़ने की स्थान पर चिंगारी उत्पन्न होती है ऐसा क्यों हम इसके लिए एक मजबूत दिखती इस प्रकार से विद्युत परिपथ लिया है हमने इस प्रकार से जाति से थे हमने बल्ब को एक स्रोत के साथ आज बैटरी साथ इस प्रकार से जुड़ा है ठीक है यदि हम जैसी को जोड़ते हैं इस प्रकार से तो क्या होती है यहां पर धारा प्रवाहित होती है इस प्रकाशित धारा यदि किसी चालक में प्रवाहित होती है तो क्या होती इसके चारों ओर क्या होता है का धारा इस दिशा में प्रवाहित हो रही है तो सोमवार दिशा में इस प्रकार से हमें जो इसके चारों क्या प्राप्त होता है यह चौकी क्षेत्र प्राप्त हो जाता है इस प्रकार से देख सकते हैं अर्थात वामावर्त दिशा में भी इस दिशा में जो है चुंबकीय क्षेत्र प्राप्त होता है चुंबकीय क्षेत्र होने के कारण क्या है यहां पर रक्त प्रवाहित होता है अब यदि के बैटरी से तो एक नियत लक्ष्य में प्राप्त हो रहा है ठीक है इस प्रकार से तो यदि हम परिपथ को अचानक तोड़ देते हैं इसमें कालेज ऐसा प्रश्न दिया गया जैसे कि अगर स्विच ली हमने

सिस्को हम क्या करेंगे अब बंद कर देंगे तो परिपथ इस प्रकार से किया जाएगा टूट जाएगा देख सकते जैसा प्रशंसा देखिए यहां पर धारा का प्रवाह नहीं होगा इस प्रकार से तो क्या जाएगा परिपथ टूटने से क्या हो जाएगा फ्लक्स का मान भी काम हो जाएगा अभी जो है यहां पर सुनने मान प्राप्त होगा ठीक है धारा प्रवाहित ने भी नहीं क्योंकि जो फ्लेक्स है धारा की गति अनुक्रमानुपाती होती है तो फ्लक्स कमान भी सुनने हो जाएगा हम देखे उपलक्ष में भी परिवर्तन प्राप्त होता है पहले यदि हमने फैसला फाइनल दिया था ठीक है तथा उसी प्रकार अभी जो फ्लेक्स है भाई तू प्राप्त हुआ तो पहले 5 अंकों कुछ मानता फाइटर का मान क्या हो गया जी हो गया कि मैं आप फ्लेक्स में परिवर्तन क्या प्राप्त हो जाएगा 525 इस प्रकार से हमें प्राप्त होगा तो देखिए इस उपलक्ष में कर परिवर्तन होता है यदि समय हम लेते हैं दीदी ठीक है प्लस में परिवर्तन होने के लिए क्योंकि परिपथ अगर टूट जाता है तो फ्लेक्स में परिवर्तन होता है तो विद्युत वाहक बल जी उत्पन्न होता है इसके लिए मैं क्या पता है इसके लिए हम पता है कि फैराडे के विद्युत चुंबकीय प्रेरण से यहां से प्राप्त

पता है दिन दी फाइबर ईटीटी देख सकते यहां पर फ्लेक्स में परिवर्तन हो रहा है डिफाई का मन को कुछ है सदा समय बहुत कम है बहुत कम समय में यदि हम स्विच को बंद कर देते हैं तो यह प्राप्त होता यदि हर कमान कम है तथा 6 अंश का मान से अधिक है हमें क्या प्राप्त हो जाएगा देख सकते हैं परमाणु पति होने के कारण निधि कमोडिटी कमाना की कमान अधिक होगा तथा जो है ना फिर दिखाई को अधिक किस प्रकार से ही कमाल और अधिक प्राप्त होगा अर्थात जो है विद्युत वाहक बल दिया क्या है विद्युत वाहक बल हमें किस किस हीरो पर प्राप्त हो रहा है देख सकते हमें स्विच के 2 सीटों प्राप्त हो रहे हैं इसका मान अधिक होगा तो क्या होगा अधिक विद्युत वाहक बल के कारण क्या होगा यहां पर जो है अफरीदी धारावी के आ जाएगी बहुत अधिक हो जाएगी तो बहुत अधिक प्रेरित धारा होने के कारण क्या होगा यह परिपथ क्या जाएगा या जो है पूर्ण हो जाएगा जिसके कारण क्या होगा यहां पर जो कल है ठीक है कल होंगे अभी कहां जाएंगे जो स्विच के बीच में

अभिजीत हो जाते हैं जिसके कारण क्या होता है एक धारा यहां से प्रवाहित हो जाती है ठीक है तो धारा प्रवाहित होती है अधिक प्रेमी धार के कारण क्या होता है हमें स्विच में क्या प्राप्त होता है यह सकते हैं चिंगारी प्राप्त होता है प्रकाश जी सकते हैं तो चिंगारी उत्पन्न होती है क्योंकि यदि हम परिपथ को तोड़ते हैं क्या होता है हमें फ्लक्स में बहुत परिवर्तन प्राप्त होता है जिसके कारण जय विद्युत वाहक बल का मन बहुत अधिक प्राप्त होता है विद्युत वाहक बल का मान अधिक होने से क्या होता है अधिक धारा प्रेरित हो जाती है जिसके कारण हमें अधिक द्वारा से चिंगारी उत्पन्न प्राप्त होती है जो स्विच के सिरों पर या कभी-कभी क्या प्राप्त होता है कि अगर हम जैसे उसको अचानक बंद करते हैं तो अधिक धारक करा बल्ब भी कभी कुछ हो जाता है या फिर जीत हो जाता है तो हमारा उत्तर है ओके थैंक यू

जब कोई विद्युत परिपथ टूटता है तो प्रेरित धारा की दिशा क्या होती है?

प्रेरित धारा की दिशा ऐसी है कि यह उसी कारण का विरोध करती है जिसने इसे उत्पन्न किया है । ये है। फ्लेमिंग के दाहिने हाथ का नियम।

प्रेरित विद्युत धारा की दिशा को कैसे ऻात कर सकते हैं?

इस प्रकार कुंडली में प्रेरित धारा ऐसी दिशा में उत्पन्न होती है जिससे कि यह फ्लक्स के बढ़ने का विरोध कर सके। यह तभी संभव है जब चुंबक की ओर स्थित प्रेक्षक के सापेक्ष कुंडली में धारा वामावर्त दिशा में हो । ध्यान दीजिए, इस धारा से संबद्ध चुंबकीय आघूर्ण की ध्रुवता उत्तरी है जबकि इसकी ओर चुंबक का उत्तरी ध्रुव आ रहा हो ।

बंद परिपथ में धारा के प्रवाह की दिशा क्या है?

हम जानते हैं कि सेल के पॉजिटिव टर्मिनल से नेगेटिव टर्मिनल तक करंट प्रवाहित होता है। विद्युत धारा के प्रवाह की दिशा इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह की दिशा के विपरीत होती है। इसलिए, एक बंद सर्किट में, इलेक्ट्रॉन नकारात्मक टर्मिनल से सेल के सकारात्मक टर्मिनल तक प्रवाहित होते हैं।

जब किसी कुंडली में प्रेरित धारा का प्रवाह होता है?

यदि तार का एक तार बदलते चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो तार में एक धारा प्रेरित होगी। यह धारा प्रवाहित होती है क्योंकि कुछ विद्युत क्षेत्र उत्पन्न कर रहा है जो तार के चारों ओर आवेशों को बल देता है । (यह चुंबकीय बल नहीं हो सकता क्योंकि चार्ज शुरू में नहीं चल रहे हैं)।