Show उपन्यासकार सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती 31 जुलाई को बड़े ही उत्साह से मनाई जा रही है. इस खास मौके पर उनकी कहानी 'ईदगाह' पढ़कर अपनी यादें ताजा कर लीजिए... कहानी: ईदगाद ईदगाह कहानी का क्या उद्देश्य है स्पष्ट कीजिए?'मुंशी प्रेमचंद' द्वारा लिखी गई “ईदगाह” कहानी एक उद्देश्यपूर्ण कहानी है। यह बाल मनोविज्ञान को गहनता से दर्शाती है। इस कहानी को पढ़कर ज्ञात होता है कि परिस्थितियां उम्र नहीं देखती और एक छोटा सा बालक भी विषम परिस्थितियों में समय से पहले परिपक्व हो जाता है।
ईदगाह कहानी में मुंशी प्रेमचंद जी समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं?कहानी का मुख्य पात्र हामिद है जो अपनी दादी अमीना के साथ रहता है। हामिद के चरित्र के माध्यम से, बच्चे को समय से पहले और जीवन से वंचित होने के कारण इच्छाओं को दबाने के लिए दिखाया गया है। इसमें मानवीय संवेदनाओं और जीवन मूल्यों के तथ्यों को जोड़ा गया है।
ईदगाह की मुख्य विशेषताएं क्या है?सभी छोटे-बड़े, गरीब-अमीर वर्ग-भावना से ऊपर उठकर धार्मिक प्रेम की गहरी समझ और सहानुभूति से भरपूर पूरे उत्साह में भरे हुए बड़े-बूढों के साथ-साथ बालकों का दल भी ईदगाह की ओर बढ़ रहा है। सभी बहुत प्रसन्न हैं। हामिद तो सबसे ज्यादा प्रसन्न है।
ईदगाह कहानी का शीर्षक क्या है?हामिद के गाँव में ईदगाह जाने का उल्लास बच्चे से लेकर बूढ़े तक के हृदय में है। सभी वहाँ जाने की तैयारी करते हैं। हामिद के गुणों पर प्रकाश ईदगाह में ही चलता है। अतः इस कहानी का नाम ईदगाह सही दिया गया है।
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