हिन्दू और मुस्लिम विवाह में अंतर Show हिंदू विवाह क्या है?हिंदू धर्म में विवाह को सोलह संस्कारों में से एक संस्कार माना गया है। विवाह = वि + वाह, अत: इसका शाब्दिक अर्थ है – विशेष रूप से उत्तरदायित्व का वहन करना। अन्य धर्मों में विवाह पति और पत्नी के बीच एक प्रकार का करार होता है जिसे कि विशेष परिस्थितियों में तोड़ा भी जा सकता है परंतु हिंदू विवाह पति और पत्नी क बीच जन्म-जन्मांतरों का सम्बंध होता है जिसे कि किसी भी परिस्थिति में नहीं तोड़ा जा सकता। अग्नि के सात फेरे ले कर और ध्रुव तारा को साक्षी मान कर दो तन, मन तथा आत्मा एक पवित्र बंधन में बंध जाते हैं। हिंदू विवाह में पति और पत्नी के बीच शारीरिक संम्बंध से अधिक आत्मिक संम्बंध होता है और इस संम्बंध को अत्यंत पवित्र माना गया है। मुस्लिम विवाह क्या है? मुस्लिम महिला (तलाक अधिनियम 1986 पर अधिकारों का संरक्षण) की धारा 2 के तहत – मुस्लिम के बीच विवाह या निकाह एक पुरुष और महिला के बीच एक ” गंभीर समझौता ” या ” मिथक-ए-ग़लिद ” है, जो एक दूसरे के जीवन साथी की याचना करता है, जो कानून में है अनुबंध का रूप ले लेता है। हेदया – “ निकाह ” अपने आदिम अर्थ में नहर संयोजन का अर्थ है। कुछ ने कहा है कि यह आम तौर पर संयोजन का प्रतीक है। कानून की भाषा में इसका तात्पर्य एक विशेष अनुबंध से है जिसका उपयोग पीढ़ी को वैध बनाने के उद्देश्य से किया जाता है। हिन्दू और मुस्लिम विवाह में अंतर-
संदर्भ :-
हिंदू विवाह और मुस्लिम विवाह में क्या अंतर है?उत्तर- हिन्दू विवाह और मुस्लिम विवाह में निम्न अन्तर हैं-
(1) हिन्दुओं में विवाह एक धार्मिक संस्कार है, जबकि मुसलमानों में विवाह को एक सामाजिक समझौता माना जाता है । (2) हिन्दू विवाह एक स्थायी सम्बन्ध है जिसे तोड़ना हिन्दू संस्कृति के विरुद्ध समझा जाता है। इसी कारण परम्परागत हिन्दू विधवा पुनर्विवाह को अच्छा नहीं समझते।
हिन्दू और मुस्लिम में क्या अंतर है?इस्लाम एक एकेश्वरवादी धर्म है जिसमें देवता अल्लाह (अरबी: الله "ईश्वर": इस्लाम में ईश्वर को कहते हैं), अंतिम पैगंबर मुहम्मद हैं, जिनके बारे में मुसलमानों का मानना है कि इस्लामिक धर्मग्रंथ, कुरान दिया। हिंदू धर्म ज्यादातर धार्मिक धर्मों के साथ साझा करता है, जिनमें बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म शामिल हैं।
हिन्दू विवाह का अर्थ क्या है?पाणिग्रहण संस्कार को सामान्य रूप से हिंदू विवाह के नाम से जाना जाता है। अन्य धर्मों में विवाह पति और पत्नी के बीच एक प्रकार का करार होता है जिसे कि विशेष परिस्थितियों में तोड़ा भी जा सकता है परंतु हिंदू विवाह पति और पत्नी क बीच जन्म-जन्मांतरों का सम्बंध होता है जिसे कि किसी भी परिस्थिति में नहीं तोड़ा जा सकता।
मुस्लिम विवाह की मुख्य विशेषता क्या है?(2) इसका िवस्तार 1[जम् मू-कश् मीर राज्य के िसवाय] सम्पूणर्भारत पर है2 ।
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