हड्डियों को जल्दी कैसे मजबूत करें? - haddiyon ko jaldee kaise majaboot karen?

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: स्वाति शर्मा Updated Tue, 28 Jun 2022 06:11 PM IST

जब बच्चा माँ के गर्भ में होता है तो उसका शरीरिक विकास एक निरंतर होने वाली प्रक्रिया होता है। इस दौरान शरीर में कई जगह पर हड्डियां फ्यूज होती हैं या कहिए जुड़कर आकार लेती हैं और शरीर के लिए ढांचा तैयार करती हैं।हड्डियां इंसान के शरीर का आधार होती हैं जिसपर पूरा शरीर टिका होता है। इनमें हलकी सी भी दरार पड़ जाना तकलीफ का कारण बन जाता है। यही कारण है कि फ्रेक्चर होने पर बहुत तेज दर्द होता है। इस टूटी हुई हड्डी के ठीक होने में भी समय लगता है। हड्डी के जुड़ने के लिए प्लास्टर से लेकर सर्जरी तक कई ट्रीटमेंट होते हैं लेकिन इसके साथ कुछ ऐसे सामान्य उपाय भी होते हैं जिन्हें अपनाकर हड्डी को जल्दी जुड़ने और घाव को जल्दी भरने में मदद मिल सकती है। ये उपाय इलाज के अलावा होते हैं और इलाज के साथ ही चलते हैं। जानिए ऐसे कुछ उपायों के बारे में। 

कुछ हफ्तों से कुछ महीनों तक

यदि हड्डी टूटने पर आपको प्लास्टर चढ़ाया गया है तो इसकी अवधि टूटी हुई हड्डी की स्थिति और प्रकार के हिसाब से होती है। उदाहरण के लिए कलाई या लोअर आर्म के हिस्से में हुए फ्रेक्चर को ठीक होने में 4-6 हफ़्तों का समय लग सकता है। जबकि पैरों के हिस्से में हुए बड़े फ्रेक्चर को पूरी तरह ठीक होने में 5-6 महीने का समय भी लग सकता है। वहीं रिब्स यानी पसलियों को जुड़ने में भी समय लगता है लेकिन इनके लिए प्लास्टर का उपयोग नहीं किया जा सकता बल्कि एक बेल्ट के द्वारा सिर्फ सपोर्ट दिया जा सकता है। ये इसी तरह से अपने आप जुड़ती हैं। यदि फ्रेक्चर वाली जगह पर सपोर्ट के लिए कोई तार, प्लेट या स्क्रू लगाया गया है या सर्जरी की गई है तो हीलिंग का समय और भी बढ़ सकता है।

इस पर निर्भर करता है ठीक होना

हड्डियों के जुड़ने की प्रक्रिया कई बातों पर निर्भर करती है। इसमें मरीज की उम्र से लेकर उसकी शारीरिक अवस्था तक शामिल हो सकती है। शारीरिक अवस्था से तात्पर्य इस बात से है कि मरीज का शरीर भीतर से कितना फिट है। यदि मरीज पहले से किसी बीमारी या समस्या से ग्रसित है तो फ्रेक्चर को हील करने के साथ ही उस समस्या को नियंत्रण में रखना भी जरूरी होता है, क्योंकि इसके बिना शरीर की हीलिंग प्रोसेस धीमी हो सकती है। साथ ही यदि कोई खुला घाव है तो संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है। यह भी एक तथ्य है कि वयस्कों की तुलना में बच्चों की हड्डियां जल्दी जुड़ती हैं।इसलिए बड़ों को अधिक सतर्कता रखने की जरूरत होती है।

-जब डॉक्टर आपको कहते हैं कि आपको फ़्रेक्चर वाली जगह को बिलकुल स्थिर रखना है तो यह बात बहुत मायने रखती है। आपने कई लोगों को पैर में हुए फ्रेक्चर के बाद अस्पताल के बिस्तर पर सपोर्ट के साथ एक ही पोजीशन में लेटे हुए देखा होगा। प्लास्टर लगाने या अन्य सपोर्ट देने वाली डिवाइस का प्रयोग इसीलिए किया जाता है। ये सपोर्ट इसलिए भी होता है कि हड्डी जैसी पहले थी उसी स्थिति में जुड़े। ज्यादा हिलने डुलने से हड्डी का स्वरूप बदल सकता है और कई बार तो हड्डी ठीक से जुड़ भी नहीं पाती। इसलिए कई लोगों को प्लास्टर दुबारा भी चढ़ाया जाता है। इससे न केवल परेशानी बढ़ती है बल्कि ठीक होने में लगने वाला समय भी बहुत बढ़ जाता है । तो भले ही आपको लग रहा हो कि कुछ दिनों में दर्द में कमी है तो भी जब तक डॉक्टर न कहें फ्रेक्चर वाली जगह को हिलाएं डुलाएँ नहीं। जब चोट ठीक हो जाए तो धीरे धीरे फिजियोथैरेपी की मदद से उस हिस्से को मूव करें।  

-धूप, नारियल पानी और पौष्टिक भोजन का फायदा। शोध ये ,मानते हैं कि शरीर में मौजूद खनिज और विटामिनों की कमी टूटी हुई हड्डी के जल्दी ठीक होने में बाधा खड़ी कर सकती है। डॉक्टर तो आपको दवाई के साथ कैल्शियम और विटामिन के सप्लीमेंट कुछ समय के लिए देंगे ही। उनके अलावा अपनी डाइट में भी दूध, दही, अंडे, हरी सब्जियां आदि जरूर शामिल करें। रोजाना कुछ देर धूप में बैठें और नारियल का पानी भी नियमित पीएं।  मैदा, चावल, गेहूं की जगह बाजरा, ज्वार, आदि का सेवन अधिक करें क्योंकि फ्रेक्चर के दौरान एक ही स्थिति में रहने से आपका वजन तेजी से बढ़ेगा और यह हड्डियों के लिए ज्यादा मुश्किल खड़ी कर देगा। सूप, फल, छाछ, दलिया, साबूदाना खीर आदि जैसी चीजों का सेवन अधिक करें। डॉक्टर की सलाह से कॉड लिवर ऑइल भी लिया जा सकता है।  

Tips For Strong Bones: हड्डियां शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं, जैसे शरीर को स्ट्रक्चर प्रदान करना, अंगों की रक्षा करना, मांसपेशियों को सपोर्ट करना, कैल्शियम (Calcium) स्टोर करना आदि. बचपन से ही मजबूत और स्वस्थ हड्डियों का निर्माण करना महत्वपूर्ण है. आप वयस्कता में भी हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के उपायों को आजमा सकते हैं. हालांकि, प्रॉपर देखभाल, एक्सरसाइज, वेट मैनेज, हेल्दी डाइट आदि का सेवन करें, तो हड्डियां मजबूत बनी रह सकती हैं. आजकल लोगों में 30-35 की उम्र से ही हड्डियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस, हड्डियां जल्दी फ्रैक्चर होने की समस्या आम होती जा रही है. उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है, जिससे हड्डियां दर्द करने लगती हैं, कमजोर हो जाती हैं. बुजुर्गावस्था में ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना बढ़ जाती है. लंबी उम्र तक हड्डियों को स्वस्थ रखना है, तो इन बातों का ध्यान रखें.

इसे भी पढ़ें: शरीर के लिए कैल्शियम और विटामिन डी क्यों है जरूरी, इनकी कमी को किस तरह से पहचानें?

हड्डियों की सेहत कैसे होती है खराब
मायोक्लिनिक डॉट ओआरजी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, कई तरह के कारक हड्डियों की सेहत को प्रभावित करते हैं. आपकी डाइट में कैल्शियम की मात्रा कितनी है, आप कितना फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, धूम्रपान और शराब का सेवन कितना करता है, शरीर में हार्मोन लेवल कितना है. यदि बहुत ज्यादा थायरॉएड हार्मोन होगा, तो बोन लॉस होने की संभावना महिलाओं में अधिक होती है. फूड इनटेक कम करना, ईटिंग डिसऑर्डर और हद से ज्यादा वजन कम होने से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. कुछ खास तरह की दवाओं के सेवन से भी हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं.

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हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखने के उपाय

कैल्शियम जरूर करें डाइट में शामिल
कैल्शियम के सेवन से भी हड्डियां मजबूत रहती हैं. 19 से 50 वर्ष की आयु के वयस्कों और 51 से 70 वर्ष की आयु के पुरुषों को प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है. वहीं, 51 वर्ष की उम्र की महिलाओं और 71 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुषों के लिए 1,200 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है. कैल्शियम का मुख्य स्रोत डेयरी प्रोडक्ट्स, बादाम, ब्रोकली, केल, सार्डिन्स, सोया प्रोडक्ट्स जैसे टोफू आदि हैं.

विटामिन डी की कमी ना होने दें
कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने के लिए शरीर को विटामिन डी की जरूरत होती है. ऐसे में विटामिन डी का सेवन प्रतिदिन बहुत जरूरी है. विटामिन डी के मुख्य स्रोत हैं ऑयली फिश जैसे टूना, सैल्मन, व्हाइटफिश, मशरूम, अंडा, फोर्टिफाइड फूड्स जैसे दूध, अनाज आदि. इनके अलावा, विटामिन डी का सबसे जरूरी सोर्स है धूप, इसलिए सुबह में कम से कम 10 से 15 मिनट धूप में जरूर बैठें.

डेली रूटीन में फिजिकल एक्टिविटी हो शामिल
वजन कम करने वाले एक्सरसाइज जैसे चलना, टहलना और सीढ़ियां चढ़ना-उतरना आपको मजबूत हड्डियां बनाने और बोन लॉस को धीमा करने में में मदद कर सकते हैं.

स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन करें कम
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए धूम्रपान न करें. महिलाओं को प्रतिदिन एक से अधिक गिलास शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. वहीं, पुरुषों को एक दिन में दो से अधिक पेग शराब पीने से बचना चाहिए.

सब्जियां खाएं हड्डियों को मजबूत बनाएं
चाहते हैं लंबी उम्र तक आपको घुटनों में दर्द ना हो, आराम से चल-फिर सकें, दौड़ सकें, तो आज से ही डाइट में हर तरह की सब्जियों को शामिल करना शुरू कर दें. सब्जियां हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं. इनमें विटामिन सी होता है, जो हड्डियों को फॉर्म करने वाली कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ाता है. विटामिन सी का एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव हड्डियों की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं. साथ ही सब्जियां हड्डियों की घनत्वता को भी बढ़ाती हैं.

नमक का सेवन सीमित करें
नमक का सेवन बहुत अधिक ना करें. आजकल लोग जंक फूड्स, चिप्स, पिज्जा, बर्गर, चीज, प्रॉसेस्ड फूड्स आदि चीजों का सेवन अधिक करते हैं. इनमें नमक अधिक होता है. कुछ लोग भोजन में ऊपर से भी नमक डाल लेते हैं, ऐसा करने से हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है. सीमित मात्रा में नमक का सेवन करेंगे तो ब्लड प्रेशर भी हाई नहीं होगा. साथ ही सोडा ड्रिंक्स और कैफीन भी अधिक लेना बोन हेल्थ के लिए हानिकारक होता है. इनमें फॉस्फोरस होता है, जो हड्डियों के लिए सही नहीं होता है.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : April 21, 2022, 14:18 IST

हड्डियों की ताकत के लिए क्या खाना चाहिए?

अपने आहार में ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, अखरोट और किशमिश शामिल करें. ... .
कैल्शियम के लिए आप खाने में गुड़ जरूर शामिल करें. ... .
खट्टे फलों में विटामिन सी, विटामिन डी और कैल्शियम काफी होता है. ... .
अंडा में सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. ... .
हड्डियों को ताकतवर बनाने के लिए हरी सब्जियां जरूरी खाएं..

हड्डियां क्या खाने से मजबूत होती है?

हड्डी मजबूत करने के लिए क्या चीज खानी चाहिए?.
अनानस अनानास पोटैशियम का एक सोर्स है, जो शरीर के एसिड लोड को बैलेंस करने में मदद करता है और कैल्शियम की कमी को रोकता है. ... .
पालक ... .
नट ... .
केले ... .

हड्डी कमजोर होने के क्या लक्षण है?

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​कमर के निचले हिस्से में दर्द होना पीठ दर्द ऑस्टियोपोरोसिस के सबसे आम लक्षणों में से एक है। ... .
​लंबाई का घटना ... .
​हड्डियों का टूटना ... .
​जल्दी मेनोपॉज होना ... .
​खड़े होने में दिक्कत ... .
​मजबूत हड्डियों के लिए करें ये उपाय.

कौन सा फल खाने से हड्डी मजबूत होता है?

Fruits for Bones: मजबूत हड्डियों के लिए खाएं ये 6 फल, मिलेंगे ढेर....
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हड्डियों के लिए स्ट्रॉबेरी है असरदार ... .
हड्डियों को मजबूत बनाए पपीता ... .
पाइनएप्पल का करें सेवन ... .
संतरा हड्डियों बनाए मजबूत ... .
केला है फायदेमंद.