गुरुवार को तुलसी की पूजा कैसे करनी चाहिए? - guruvaar ko tulasee kee pooja kaise karanee chaahie?

शास्‍त्रों के अनुसार हिन्दूधर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है। पूजा पाठ से लेकर हर शुभ काम में तुलसी का प्रयोग किया जाता है वहीं तुलसी के पत्‍ता स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी बिमारीयों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार तुलसी के कई सारे उपाय बताए गए हैं जिससे कई सारी समस्‍याओं का समाधान हो सकता है।  आज हम ऐसा ही एक उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपकी हर समस्‍या का समाधान हो जाएगा और आपको सौभाग्य की प्राप्ति होगी। आइए जानते है कुछ ऐसे ही अचूक उपाय –

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1. अगर आपको किसी भी कार्य में सफलता प्राप्‍त करनी है तो आप तुलसी की जड़ को विधिपूर्वक यानी तुलसी की जड़ को निमंत्रण देकर अपने घर ले आएं। इसके बाद उस जड़ को गंगाजल से धो लें और उसका पूजन करके जड़ को दाएं हाथ पर पीले कपड़े में लपेटकर बांध लें। पूजन करते समय किसी तुलसी मंत्र का जप करेंगे तो अच्‍छा रहेगा। इससे आपके सभी धन संबंधी कार्यों में भी विशेष सफलता प्राप्त होगी।

गुरुवार को तुलसी की पूजा कैसे करनी चाहिए? - guruvaar ko tulasee kee pooja kaise karanee chaahie?

 

2. अगर आपको अचानक धन हानि हो रहा है या फिर स्वास्थ्य खराब हो गया है या फिर किसी की बुरी नजर लग जाए तो तुलसी का एक छोटा सा उपाय करके आप उससे दूर हो सकते हैं। सबसे पहले तुलसी के सात पत्ते और सात काली मिर्च मुट्ठी में लें। इसके बाद जिस व्यक्ति की नजर उतारनी है, उसे लेटा दें और मुट्ठी बांध उसके सिर से पैर तक 21 बार ऊँ-ऊँ मंत्र बोलकर वार लें। इसके बाद काली मिर्च पीड़ित व्यक्ति को चबाने को दें और तुलसी के पत्तों को मसलकर निगलने को दें। अंत में प्रभावित व्यक्ति को लेटाकर उसके तलवों को किसी कपड़े से 7 बार या 11 बार झाड़ दें।

3. अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में धन सदैव रहे तो आप घर के मुख्य दरवाजे के दोनों ओर तुलसी के पौधे गमले में लगाएं। प्रतिदिन तुलसी की उचित देखभाल करें। इस उपाय से आपके घर में धन आने लगेगा और पैसों की तंगी खत्म हो जाएगी।

4. अगर आप तुलसी की माला गले में धारण करते हैं तो आपपर हमेशा सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। ऐसे लोगों को किसी की बुरी नजर भी नहीं लगती है। साथ ही, नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव भी नहीं पड़ता है।

5. माना जाता है कि अगर सुबह सुबह तुलसी के पौधे के सामने अशुभ स्वप्न को कह देते हैं तो दुष्फल समाप्त हो जाता है।

6. अगर अपाका कोई बच्‍चा काफी जिद्दी हो और किसी की न सुनता हो तो उसे घर के पूर्व दिशा में रखे तुलसी के पौधे के तीन पत्ते रविवार को छोड़कर प्रतिदिन किसी भी तरह अवश्य ही खिलाएं, सन्तान का व्यवहार सुधरने लगेगा।

7. यदि कन्या का विवाह नहीं हो रहा हो तो कन्या तुलसी के पौधे को घर के दक्षिण-पूर्व में रखकर उसे नियमित रूप से जल अर्पण करें। इससे शीघ्र ही योग्य वर की प्राप्ति होती है ।

8. तुलसी का पौधा किचन के पास रखने से घर के सदस्यों में आपसी प्रेम, सामंजस्य बना रहता है।

9. घर में तुलसी का पौधा लगाकर प्रत्‍येक गुरूवार को तुलसी की पूजा करें और जल सींचते समय थोड़ा सा दूध मिला लें इसके बाद गायत्री मंत्र का जाप कर लें। अगर आप ऐसा नियि‍मत करेंगे तो कभी भी आर्थिक समस्‍या नहीं आएगी।

10. कमलगट्टे की माला से मां लक्ष्‍मी के मंत्र का जाप करें और नियमित पूजा करें तो इससे घर में सकारात्‍मक उर्जा का वास होता है।

तो आपको धन हानि का सामना करना पड़ सकता है तो चलिए आज हम आप लोगों को बताएंगे कि तुलसी की पूजा कैसे करें और तुलसी पूजन की विधि क्या है तुलसी में जल चढ़ाने की विधि क्या है और तुलसी की आरती कौन सी है इन सारे विषयों पर पूरी जानकारी के साथ बात करने वाले हैं और आपको बताने वाले हैं.

Table of contents : दिखाएँ

1. तुलसी की पूजा कैसे करें ?

2. तुलसी पूजन विधि

3. तुलसी में जल चढ़ाने की विधि

4. नई तुलसी का पौधा घर में कब लगाना चाहिए

5. तुलसी की पत्ती कब नहीं तोड़नी चाहिए

6. तुलसी पूजन के फायदे

7. तुलसी पूजन का महत्व

8. तुलसी पूजन की आरती

9. FAQ :तुलसी की पूजा कैसे करें

9.1. रोज तुलसी पूजा कैसे करें?

9.2. तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है?

9.3. तुलसी को जल कब चढ़ाना चाहिए?

10. निष्कर्ष

  • तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है? जाने रहस्य : तुलसी पूजा कैसे करें
  • तुलसी की पूजा क्यों की जाती है? : तुलसी पूजन मंत्र और महत्व | Tulsi ki puja kyon ki jaati hai

कि तुलसी पूजा करने से आपको सुख शांति और समृद्धि मिलती हैं तुलसी पूजन करने से आपके कई कार्य जो रुके हुए होते हैं वह पूरे हो जाते हैं तो चलिए शुरू करते हैं कि तुलसी पूजा कैसे करें.

तुलसी की पूजा कैसे करें ?

तुलसी का पौधा लगभग हर घर में होता है हिंदू मान्यताओं के अनुसार घर में तुलसी का पौधा होना बेहद शुभ होता है ऐसा माना जाता है कि तुलसी में देवी लक्ष्मी जी का वास होता है अगर रोज सुबह के समय तुलसी के पौधे की पूजा की जाए तो घर में सुख शांति और समृद्धि का वास होता है साथ ही तुलसी की पूजा करने से मोक्ष की भी प्राप्ति होती है लेकिन तुलसी से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी होता है तभी हमें शुभ फल की प्राप्ति होती है चलिए सबसे पहले जानते हैं कि तुलसी पूजा की विधि के बारे में जानेंगे।

तुलसी पूजन विधि

रोज सुबह प्रातः काल में उठकर स्नान आदि से निपट कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें इसके बाद सूर्य भगवान को जल अर्पित करें और उसके बाद तुलसी के पौधे की पूजा करनी चाहिए सबसे पहले पूर्व दिशा की ओर मुख करके तुलसी को सर्वप्रथम प्रणाम करें उसके बाद शुद्ध जल अर्पित करें इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जला कर आरती करें और परिवार लिए सुख समृद्धि की कामना करें चलिए अब हम जानते हैं कि तुलसी में जल चढ़ाने की विधि क्या है?

तुलसी में जल चढ़ाने की विधि

तुलसी में जल हमेशा जड़ में चढ़ाना चाहिए जल चढ़ाते हुए तीन बार परिक्रमा जरूर करें सबसे पहले आप तुलसी की जड़ में जल चढ़ाएं फिर एक बार परिक्रमा करें फिर दोबारा जल चढ़ाकर दूसरी परिक्रमा करें और तीसरी बार जल चढ़ा कर फिर से परिक्रमा करें और चौथी बार में बचा हुआ जल तुलसी की अग्रभाग में चढ़ा दें तुलसी में जल चढ़ाने की सही विधि यही है।


नई तुलसी का पौधा घर में कब लगाना चाहिए

( यह लेख आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है अधिक जानकारी के लिए OSir.in पर जाये  )

तुलसी का पौधा लगाने के लिए कार्तिक का महीना सबसे उत्तम होता है और इसके अलावा तुलसी का पौधा गुरुवार व शुक्रवार को लगाना चाहिए तुलसी का पौधा शाम को या फिर सुबह ही लगाना चाहिए तुलसी का पौधा घर के बीच आंगन में लगाना चाहिए और अगर आपके घर में आंगन नहीं है तो तुलसी का पौधा बालकनी में उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में लगा सकते हैं।

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तुलसी की पत्ती कब नहीं तोड़नी चाहिए

तुलसी की पत्ती रविवार एकादशी सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण में तोड़ना अशुभ माना जाता है। तुलसी के पत्ते सुबह के वक्त ही तोड़ने चाहिए दूसरे किसी भी समय में तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है तुलसी पत्ते कभी भी बासी नहीं होते हैं।

तुलसी पूजन के फायदे

  1. शाम को तुलसी के पास दिया जलाने से लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है।
  2. घर के वास्तु दोष को मिटाने के लिए घर के आंगन में तुलसी का पौधा होना बेहद आवश्यक है।
  3. घर में तुलसी होने से अभी भी किसी तरह की नकारात्मक चीजें नहीं होती है।
  4. कहा जाता है कि तुलसी का पौधा हमें बुरी नजरों से बचाता है।
  5. याद रखें की कभी भी तुलसी के पौधे को छोड़ना नहीं चाहिए या कभी भी इसके पत्ते को पैर के नीचे नहीं लाना चाहिए। यह शुभ माना जाता है।
  6. यादि आपके घर में तुलसी का पौधा सूख गया हो तो उस बहती नदी में प्रवाह कर देना चाहिए।

तुलसी पूजन का महत्व

  1. कार्तिक के महीने में भगवान श्री हरि की पूजा में तुलसी चढ़ाने का फल हजार गोदान के बराबर होता है इस पूरे महीने में तुलसी नामाआश्चर्य का पाठ करना और उसे सुनने से भी लाभ होता है
  2. जिन जोड़ों को संतान का सुख ना हो उनके लिए यह महीना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
  3. माना जाता है कि भगवान विष्णु को तुलसी काफी प्रिय है केवल तुलसी का दल अर्पित करके हम श्री हरि को प्रसन्न कर सकते हैं।
  4. पुराने जमाने में कहा गया है कि तुलसी की बात श्री हरि कभी भी डालते नहीं थे।

तुलसी पूजन की आरती

जय जय तुलसी माता
सब जग की सुख दाता, वर दाता
जय जय तुलसी माता ।।
सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर
रुज से रक्षा करके भव त्राता
जय जय तुलसी माता।।
बटु पुत्री हे श्यामा, सुर बल्ली हे ग्राम्या
विष्णु प्रिय जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता।
जय जय तुलसी माता।
हरि के शीश विराजत त्रिभुवन से हो वंदित,
पतित जनों की तारिणि, तुम हो विख्याता।
जय जय तुलसी माता।
लेकर जन्म बिजन में आई दिव्य भवन में,
मानव लोक तुम्हीं से सुख सम्पत्ति पाता।
जय जय तुलसी माता।
हरि को तुम अति प्यारी श्याम वर्ण सुकुमारी,
प्रेम अजब है श्री हरि का तुम से नाता।
जय जय तुलसी माता।

 

FAQ :तुलसी की पूजा कैसे करें

रोज तुलसी पूजा कैसे करें?

रोज सुबह तुलसी की पूजा करने के लिए सुबह प्रातः काल में उठे उठने के बाद स्नान करके साफ और सुधरे वस्त्र धारण करें उसके बाद पूजा के आसन पर बैठ जाए और पूजा प्रारंभ कर दें।

तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है?

तुलसी में दूध चढ़ाने से घर की सुख समृद्धि वापस आती है और आपको वास्तु दोष है तो घर के आंगन में या फिर छत के छज्जे पर तुलसी का पेड़ जरूर रखें इससे आपका वास्तु दोष खत्म हो जाता है।

तुलसी को जल कब चढ़ाना चाहिए?

ज्योतिषी के अनुसार ऐसा माना जाता है कि रविवार के दिन तुलसी को जल चढ़ाने से आपके जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी और कभी भी आपके जीवन में नकारात्मक शक्तियों का वास नहीं होगा।

गुरुवार को तुलसी की पूजा कैसे करनी चाहिए? - guruvaar ko tulasee kee pooja kaise karanee chaahie?

निष्कर्ष

जैसा कि आज हमने आप लोगों को बताया कि तुलसी की पूजा कैसे करें इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा कि तुलसी की पूजा कैसे की जाती है अगर आपको भी तुलसी की पूजा करनी है तो आप भी इन चीजों को अपनाकर तुलसी की पूजा अच्छे तरीके से कर सकते हैं और अपने घर में सुख शांति और समृद्धि का वातावरण ला सकते हैं यह पूजा करने के बाद आपको जीवन में कभी भी कोई दुख नहीं होगा और धन की भी कमी नहीं होगी।

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    तुलसी में दीपक कब जलाना चाहिए?

    प्रातःकाल तुलसी के पौधे में जल डालकर, इसकी परिक्रमा करनी चाहिए. नियमित रूप से सायंकाल इसके नीचे घी का दीपक जलाना सर्वोत्तम होता है.

    गुरुवार के दिन तुलसी माता की पूजा कैसे करें?

    भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार के दिन स्नान के बाद तुलसी की जड़ को कच्चे दूध से सींचना चाहिए. इसका मतलब है कि तुलसी में कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए. इसके बाद शाम के समय तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से तुलसी माता प्रसन्न होती हैं और तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है.

    तुलसी की पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए?

    1-तुलसी स्तुति मंत्र : नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।। तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी। धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।। लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।

    तुलसी को जल चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

    तुलसी में जल देते समय विशेष मंत्र का उच्चारण किया जाता है. मान्यता है कि तुलसी में जल देते समय इस मंत्र को बोलने से सुख-समृद्धि बढ़ती है. इसके अलावा इस मंत्र के उच्चारण से रोग-शोक मिट जाते हैं. मंत्र है- 'महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते.