Show गजल के प्रकार इस अध्याय में हम सारे पहलुओं को अच्छे से जानेंगे । पाठकों इस श्रृंखला का यह आखरी अध्याय है ।
चलिए शुरुआत करते हैं कुछ शायरी से या शायद एक ग़ज़ल से । क्या शायरी और ग़ज़ल में अंतर होता है ? पहले ये शेर पढ़िए फिर आगे समझते हैं – पास रहकर जुदा सी लगती है , मै तुम्हारे बगैर जी लूँ , नाम उस का लिखा है आँखों पर वो अभी इस तरफ़ से गुजरा है प्यार करना भी जुर्म है शायद शायद आपको पता होगा कि शेरों के समूह को ग़ज़ल कहते हैं । ऊपर दिए गए शेरों के समूह को हम ग़ज़ल कहेंगे । लेकिन नीचे दिए गए शेरों के समूह को हम ग़ज़ल नहीं कह सकते । ऐसा भला क्यों ? आइये जानते हैं ;-
आइये कुछ सवाल जवाब कर लेते हैं फिर ठीक ऊपर दिए गए बशीर बद्र के शेरों को उदहारण के तौर पर रखकर हम सारी बातें जानेंगे । पहले कुछ QnA गजल– दीवान, रदीफ़, काफिया, मक्ता, मतला, मिस्सा क्या है ? ?गजल के प्रकार- गजल यह अरबी साहित्य में उल्लेखित प्रसिद्ध काव्य विधा है , जो समय के साथ फारसी , उर्दू , नेपाली और हिन्दी साहित्य में भी बेहद लोकप्रिय हुई । संगीत के क्षेत्र में इस विधा को गाने के लिए इरानी और भारतीय संगीत के मिश्रण से अलग शैली निर्मित हुई । गजल का अरबी भाषा में अर्थ है आँखों से या आँखो के बारे में बात करना । सवाल और जवाब – Questions and Answersग़ज़ल किसे कहते हैं ? गजल एक ही लहर और वजन के क्रम में लिखे गए शेरों के समूह होते हैं । ग़ज़ल में कितने शेर होते हैं ? गजलों में शेरों की संख्या विषम होती है । एक गजल में कम – से – कम 5 और ज्यादा – से – ज्यादा 25 तक शेर हो सकते हैं । इन शेरों का आपस में कोई सम्बन्ध नहीं होता है । मतला का अर्थ क्या है ? मतला का अर्थ है उदय । ग़ज़ल के पहले शेर को मतला कहा जाता है . मक्ता का अर्थ क्या है ? मक्ता का अर्थ है अस्त । गजल के अन्तिम शेर को मक्ता कहा जाता है । काफिया का अर्थ क्या है ? गजल के शेर में तुकान्त शब्दों को काफिया कहा जाता है । रदीफ़ का अर्थ क्या है ? शेरों के अन्तर्गत दोहराए जाने वाले शब्दों को रदीफ़ कहा जाता है । मिसरा का अर्थ क्या है ? शेर की पंक्ति को मिसरा कहा जाता है । कता बंद किसे कहते हैं ? कभी – कभी एक से अधिक शेर मिलकर अर्थ देते हैं । इस प्रकार के शेरों को कता बन्द कहा जाता है । रदीफ़ और काफिया में अंतर क्या हैं ? मतले के दोनों मिस्सों में काफिया आता है । आगे के शेरों की दूसरी पंक्ति में काफिया आता है । रदीफ़ हमेशा काफिए के बाद आता है रदीफ़ और काफिया एक ही शब्द के भाग भी हो सकते हैं । शाहे बैतका अर्थ क्या है ? गजल में प्रयोग होने वाले सबसे अच्छे शेर को ‘ शाहे बैत ‘ कहा जाता है । उर्दू का पहला दीवान शायर कौन था ? उर्दू का पहला दीवान शायर कुली कुतुबशाह था । दीवान किसे कहते हैं ? गजलों के संग्रह को दीवान कहा जाता है , जिसमें हर हर्फ से कम एक गजल अवश्य हो । बसीर बद्र के ग़ज़ल के इस शेर पर नज़र डालते हैं सर से पा तक गुलाबों का शजर लगता है शजर = पेड़ , बावजू = मेरा , अपना ज़िन्दगी तूने मुझे कब्र से कम दी है जमीं
किसी ग़ज़ल के पहले शेर को हम मतला कहते हैं । इस शेर में ” लगता है ” रदीफ़ है । तथा ” शजर , डर, सर ” ये तुक मिलने वाले शब्द काफिया हैं । मतला = उदय , रदीफ़ और काफिया के बीच कोई शब्द नहीं हो सकता । रदीफ़ पूरे ग़ज़ल में वही रहता है, यह बदलता नही है । शेर की पंक्ति को मिसरा कहा जाता है । जैसे हम कहते हैं पहली लाइन दूसरी लाइन । उसी तरह, यहाँ हम कहेंगे पहला मिसरा, दूसरा मिसरा । आप देख रहे होंगे कि रदीफ़ ” लगता है ” दोनों मिसरों में आया है , उसके बाद के शेर में ” लगता है ” केवल दूसरे मिसरे में आया है । इसी तरीके से शेर लिखे जाते हैं । और 5 से ज्यादा पर 25 से कम शेरों के समूह ग़ज़ल कहलाते हैं । ग़ज़ल के अंतिम शेर को हम मक्ता कहते हैं । मक्ता = अस्त पास रहकर जुदा सी लगती है , इस शेर में जुदा और वफ़ा तुक शब्द के रूप में नहीं मिल रहा पर ” आ ” की ध्वनि का तुक मिल रहा । एक और उदहारण से समझते हैं । यहाँ ” हो जाएगा ” रदीफ़ है । सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा हम भी दरिया हैं हमे अपना हुनर मालूम है गजल के प्रकारतुकान्तता के आधार पर गजल दो प्रकार के होते हैं –
भावनात्मक आधार पर गजल दो प्रकार के होते हैं , जो निम्न हैं
आशा करता हूँ आपको ” ग़ज़ल के प्रकार ” यह अध्याय पसंद आया होगा । कृपया comment करके बताएं । मुझे आपके सुझाव और सवालों का इंतज़ार रहेगा । आगे आने वाली और भी जानकारियों के लिए Subscribe करें , Share करें अपने मित्रों के बीच, आने वाला सफर और भी मनोरंजक और मजेदार होने वाला है । जुड़े रहे सप्त स्वर ज्ञान के साथ, धन्यवाद । ग़ज़ल कितने प्रकार के होते हैं?ग़ज़ल के प्रकार
मुअद्दस ग़जलें- जिन ग़ज़ल के अश'आरों में रदीफ़ और काफ़िया दोनों का ध्यान रखा जाता है। मुकफ़्फ़ा ग़ज़लें- जिन ग़ज़ल के अश'आरों में केवल काफ़िया का ध्यान रखा जाता है।
गजल में कितनी पंक्तियां होती है?ग़ज़ल शेरों से बनती हैं। हर शेर में दो पंक्तियां होती हैं।
गजल का जनक कौन है?प्रश्न- अमीर खुसरो का नाम किस वाद्ययंत्र के आविष्कार से संबंधित है?
गजल लिखने वाले को क्या कहते हैं?इसे सुनेंरोकेंग़ज़ल के आखरी शेर को जिसमें शायर का नाम अथवा उपनाम हो उसे 'मक़्ता' कहते हैं। अगर नाम न हो तो उसे केवल ग़ज़ल का 'आख़री शेर' ही कहा जाता हैं। शायर के उपनाम को 'तख़ल्लुस' कहते हैं।
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