एकादशी के दिन पैदा हुए बच्चे कैसे होते हैं? - ekaadashee ke din paida hue bachche kaise hote hain?

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1. एकादशी के दिन नवजात newborns  बड़े होकर काफी शुद्ध विचार (good thinker) रखने वाले होते हैं । यह हर चीज को बड़ी गहराई  (deep thinker) से सोचते हैं और उसका हल देते हैं ।
2.  ये धर्म-कर्म में बहुत विश्वास (Believe) रखते हैं । यह  ज्यादातर शांत (Silent)  और निर्मल स्वभाव के होते हैं।
3. ये हमेशा सत्य (Truth)  बोलते हैं और दूसरों को भी सत्य की शिक्षा (Education)  देते हैं ।
4. यह लोग अपने बड़े- बुजुर्गों का काफी सम्मान करते हैं (Respect everyone) और उनकी आज्ञा का पालन भी करते हैं ।

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5. इन्हें भविष्य (Future) में विज्ञान (Science) पर काफी वृद्धि रहेगी और हो सकता है वैज्ञानिक (Scientists) भी साबित हो । यह काफी ज्ञानी होते हैं ।
6. हर जगह इन्हें इनके भला मानस  (virteous) होने से बहुत सम्मान (Respect) भी मिलता है ।
7. ज्योतिष शास्त्र (Astrology) अनुसार बताया गया है एकादशी पर जन्मे व्यक्ति (Person)  की भविष्य में अनेक संतान होते हैं।

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Ekadashi Birth Child: हिंदू धर्म में व्यक्ति के जन्म समय, तिथि और स्थान के आधार पर उसकी राशि निश्चित की जाती है. ताकि उसके स्वभाव और नाम के पहले अक्षर को जाना जा सके. लेकिन हिंदू कैलेंडर के अनुसार जन्म तिथि के आधार पर भी व्यक्ति के स्वभाव और व्यक्तित्व को जाना जा सकता है. व्यक्ति के जन्म के समय उसकी तिथि और नक्षत्र का खास महत्व है. इसी का असर व्यक्ति के स्वभाव में देखा जा सकता है. आज योगिनी एकादशी के दिन हम उन लोगों के बारे में जानेंगे, जो एकादशी के दिन जन्मे हैं.

एकादशी के दिन जन्मे लोगों का स्वभाव

 

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- ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक एकादशी के दिन जन्मे लोगों का मन चंचल होता है. और इसी कारण किसी एक विषय पर अपना ध्यान आसानी से केंद्रित नहीं कर पाते. 

- एकादशी के दिन जन्मे जातक स्वभाव से लालची नहीं होते. इन्हें ज्यादा पाने की लालसा भी नहीं होती. इन्हें जितना मिलता है, ये उतने में ही संतुष्ट हो जाते हैं. 

- ज्योतिष शास्त्र अनुसार ये जातक न्याय के रास्ते पर चलना पसंद करते हैं. साथ ही, दूसरों से भी यही उम्मीद करते हैं और उन्हें भी यही शिक्षा देते हैं. 

- इन लोगों के विचार शुद्ध होते हैं. इनका धार्मिक कार्यों में विशेष लगाव होता है. साथ ही, दान-पुण्य करने में भी पीछे नहीं हटते. 

- ये लोग वाणी से भले ही कठोर होते हैं, लेकिन हृदय से विनम्र होते हैं. किसी को भी देखकर जल्दी पिघल जाते हैं. 

 

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एकादशी के दिन जरूर करें ये कार्य

- सभी व्रतों में एकादशी का व्रत काफी महत्वपूर्ण होता है. इस दिन दान का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन पीली चीजों का दान करने से घर में संपन्नता बनी रहती है. साथ ही, भगवान विष्णु की कृपा भी बरसती है. 

- एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीले फूल, फल, कपड़े, अनाज  आदि जरूर अर्पित करें. इससे व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण होती है. 

- मान्यता है कि एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. इसलिए इस दिन श्री हरि की आराधना से समस्त पापों का नाश होता है और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. 

- ऐसा माना जाता है कि एकादशी के दिन पीपल के पेड़ को जल अर्पित करें. इससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. 

 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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Ekadashi ko janme log: हर व्यक्ति अपने भूत या फिर भविष्य के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहता है। वह अपने स्वभाव और रुचियों से तो भली-भांति परिचित होता है, मगर फिर भी उसके मन में कई तरह के प्रश्न उठते रहते हैं और जिनका उत्तर पाने के लिए वह ज्योतिषीय सलाह लेते है। ज्योतिषियों के अनुसार जातक की कुंडली के ग्रहों से व्यक्ति के स्वभाव के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। माना जाता है कि ज्योतिष विद्या से जन्म तिथि और जन्म लेने के समय को देखकर व्यक्ति के बारे में कई बातें बताई जा सकती हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक बताया जाता है कि दिन में जन्म लेने वाले लोग रात में जन्में लोगों से कई मामलों में काफी ज्यादा अलग होते हैं। ऐसा माना जाता है कि रात में जन्में लोग काफी ज्यादा चिंतन-मनन करने वाले होते हैं, सिर्फ इतना ही नहीं ये काफी विलक्षण प्रतिभा वाले भी होते हैं और इन लोगों में सामान्य शब्दों में भी कही गई बात को परखने की क्षमता होती है और तो और ये लोग दार्शनिक सोच वाले भी होते हैं।

एकादशी का क्या है महत्त्व(Ekadashi Ke Din Janme Bacche Kaise Hote Hain)

सनातन धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। इस दिन को पुण्य कार्य और ईश्वर की भक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। हिंदू पंचांग की ग्यारहवीं तिथि को एकादशी कहते हैं। यह तिथि प्रत्येक मास में दो बार आती है। एक पूर्णिमा के बाद और दूसरी बार अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एकादशी को शुक्ल पक्ष की एकादशी कहते हैं। इन दोनों प्रकार की एकादशियों का भारतीय सनातन संप्रदाय में बहुत महत्त्व है। चूंकि हमारे हिन्दू धर्म में एकादशी को बहुत ही ज्यादा महत्त्व दिया जाता है और ऐसे में इस बात को और भी ज्यादा महत्त्व दिया जाता है कि इस तिथि में जन्म लेने वाले जातक बेहद ही अभूतपूर्व होते हैं।

एकादशी के दिन जन्मे बच्चे कैसे होते हैं

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस प्रकार से अंग्रेजी में तारीख होती है, उसी प्रकार से हिन्दू महीने मे तिथि का मान होता है। प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक और फिर प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक दो पक्षों की तिथियां होती हैं। अमावस्या तक कृष्ण पक्ष की तिथियां कहलाती हैं और प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक की तिथियां शुक्ल पक्ष की तिथियां कहलाती हैं। तिथि का प्रभाव भी जातक पर उसी प्रकार से पड़ता है जैसे ग्रह और नक्षत्र का पड़ता है। आज हम बात करने जा रहे हैं एकादशी में जन्में लोगों के बारे में और साथ ही बात करेंगे इनके स्वभाव के बारे में भी।

एकादशी को हिन्दू धर्म में शुभ तिथि के रूप में जाना जाता है। आमतौर पर देखा जाता है कि एकादशी तिथि में वैवाहिक तथा मांगलिक कार्य, जनेऊ, देव प्रतिष्ठा, देवोत्सव, यात्रा, गृह प्रवेश, अलंकार, देवकार्य और व्रतोपवास आदि कार्य करना काफी शुभ माना जाता है। हालांकि, इसके अलवा एकादशी में जन्में जातक भी बहुत सौभाग्यशाली माने जाते हैं। इस दौरान जन्म लेने वाले जातक बेहद ही धनी होते हैं और कानून को मानने और मनवाने वाले भी होते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि आपको यह भी बता दें कि ये लोग अपने पूर्वजों की संपत्ति और मर्यादा को कायम रखना चाहते हैं। इस तिथि में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के विचार शुद्ध होते हैं और धर्म कार्य में इनका विशेष लगाव होता है।

चूंकि एकादशी का दिन हमारे हिन्दू समाज में धार्मिक महत्त्व रखता है और वर्ष भर में इस तिथि पर कई सारे व्रत तथा पर्व आदि पड़ते हैं। निर्जला एकादशी, मोहनी एकादशी, देवशयनी एकादशी आदि कई ऐसी महत्वपूर्ण तिथियां हैं, जिनका काफी ज्यादा महत्त्व होता है और ऐसे में बताना चाहेंगे कि एकादशी तिथि में जन्मा जातक बेहद ही शुद्ध विचार वाला होता है। वह ना सिर्फ अपने माता-पिता तथा अन्य बड़ों की सेवा करने वाला बल्कि विनयी, राज-समाज में मान-सम्मान पाने वाला और सदाचारी भी होता है।

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एकादशी को जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं?

एकादशी के दिन जन्मे बच्चे कैसे होते हैं, जानिए.
एकादशी तिथि में जन्में जातक का मन शांत और निर्मल रहता है।.
एकादशी तिथि के दिन जन्म लेने वाले जातको के विचार शुद्ध होते हैं.
एकादशी तिथि में जन्में जातक की धर्म कर्म के कार्यों को करने में रूचि रहती हैं।.
ऐसे जातक नित्य अपने गुरु, माता और पिता का आदर करने वाले होते हैं।.

एकादशी के दिन जन्म लेने से क्या होता है?

एकादशी तिथि में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के विचार शुद्ध होते हैं और धर्म कार्य में इनका विशेष लगाव होता है. दान-पुण्य करने से पीछे नहीं हटते. इस तिथि पर जन्म लेने वाले व्यक्ति को अत्यधिक प्राप्ति की लालसा नहीं होती. ये थोड़े में संतुष्ट रहते हैं.

कौन से महीने के बच्चे भाग्यशाली होते हैं?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन के महीने में जन्मे लोग भाग्यशाली होते हैं

कृष्ण पक्ष में जन्मे बच्चे कैसे होते हैं?

* कृष्णपक्ष (अँधेरी रातें) में जन्म लेने वाले निष्ठुर, द्वेषी स्वभाव, क्रूरमति एवं ज्यादा सुंदर शरीर वाले नहीं होते हैं। किंतु ज्यादा परिश्रम करने वाले होते हैं