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ज्यामिति में समकोण त्रिभुज की परिभाषा एक ऐसे त्रिभुज के रूप में की जाती है जिसका एक कोण 90 अंश का (अर्थात, समकोण) हो। समकोण के सामने वाली भुजा कर्ण कहलाती है। इसकी भुजाओं की लम्बाई के बीच में एक विशेष सम्बन्ध होता है जिसे बौधायन प्रमेय द्वारा व्यक्त किया जाता है। इसे शब्दों में इस प्रकार व्यक्त करते हैं-
एक समकोण त्रिभुज के कर्ण का मान क्या होगा जब शेष भुजाओं का माप क्रमशः 48 और 14 है?(i) भुजाओं के आधार पर : विषमबाहु, समद्विबाहु तथा समबाहु त्रिभुज ।
एक समकोण त्रिभुज के कर्ण का मान क्या होगा यदि शेष भुजाओं की माप क्रमशः 0.6 इकाई और 0.8 इकाई है?यह लेख एक आधार है।
एक समकोण त्रिभुज के कर्ण का मान क्या होगा?इस प्रमेय के अनुसार जब किसी भी समकोण त्रिभुज में समकोण बनाने वाली भुजाओं की लंबाई a तथा b हैं, और कर्ण की लंबाई c है, तो a2 + b2 = c2 है।
समकोण त्रिभुज का कर्ण कैसे ज्ञात करें?एक समकोण समद्विबाहु त्रिभुज के कर्ण का समीकरण `3x+4y=4` है।
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