डलहौजी ने कौन से सिद्धांत को लागू किया? - dalahaujee ne kaun se siddhaant ko laagoo kiya?

इसे सुनेंरोकेंव्यपगत के सिद्धांत या लार्ड डलहौजी की राज्य हड़प नीति या गोद प्रथा निषेध की नीति की विशेषताएं इस नीति की सबसे प्रमुख विशेषता यह थी कि जिन शासकों का उत्तराधिकारी नहीं होता था वे पुत्र को गोद नहीं ले सकते थे। इस नीति को लागू करने के लिए डलहौजी ने सभी भारतीय राज्यों/रियासतों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया।

डलहौजी ने कौन कौन से सुधारवादी कार्य किए?

इसे सुनेंरोकें1852 में डलहौजी ने भारत में इलेक्ट्रिक टेलीग्राफ सिस्टम की शुरुआत की। कलकत्ता से आगरा तक की पहली टेलीग्राफ लाइन 1854 में 800 मील की दूरी तय करते हुए खोली गई थी। 1857 तक इसे लाहौर और पेशावर तक बढ़ा दिया गया था। बर्मा में रंगून से मंडालय तक एक लाइन बिछाई गई थी।

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भारत के पहले वायसराय कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड कैनिंग (1856-1862) भारत के पहले वाइसराय थे। वायसराय भारत की रियासतों के लिए ब्रिटिश क्राउन प्रतिनिधि हैं। लॉर्ड कैनिंग भारत सरकार अधिनियम 1858 के माध्यम से भारत के पहले वायसराय और गवर्नर-जनरल बने। वह भारतीय सिपाही विद्रोह 1857 के दौरान भारत के गवर्नर जनरल थे।

आजाद भारत के पहले गवर्नर कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंभारत के प्रथम गवर्नर जनरल का नाम लॉर्ड विलियम बैंटिक था।

गोद निषेध सिद्धांत कब लागु किया गया?

इसे सुनेंरोकेंगोद निषेध सिद्धांत को सन 1848 से 1858 के मध्य लागू किया गया। हमारे भारत में पहले से ही निःसंतान राजाओ के द्वारा गोद प्रथा का प्रयोग किया जाता था। 1825 में कंपनी ने यह स्वीकार कर लिया था, की वे सभी हिन्दू मान्यताओं को मान्यता प्रदान करेगी।

हड़प नीति कब आई थी?

इसे सुनेंरोकेंहड़प की नीति ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा शुरू की गई एक अनुबंध नीति थी। 1848 और 1856 के बीच भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौज़ी ने इस नीति को तैयार किया और 7 राज्यों को शामिल किया जिसमें सतारा, झाँसी, अवध आदि के मराठा राज्य शामिल थे।

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इनाम कमीशन क्या था?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड डलहौजी के शासनकाल के दौरान 1852 में एक ‘इनाम आयोग’ की स्थापना की गई थी। इसका उद्देश्य कर रहित भूमि संपत्तियों का पता लगाना और जब्त करना था। 20000 सम्पदा अंग्रेजों द्वारा जब्त कर ली गई, जब जमींदार शीर्षक-कर्म जैसे सबूत पेश करने में असफल रहे, जिसके द्वारा उन्होंने जमीन पर कब्जा कर लिया।

डलहौजी भारत कब आए?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड डलहौजी 1848 ई० में भारत में गवर्नर जनरल बन कर आया था। 1848 ई० से 1856 ई० तक वह गवर्नर जनरल बना रहा। उसके शासन करने का तरीका साम्राज्यवाद की नीति से प्रेरित था। उसके शासनकाल में राज्य विस्तार की नीति अपनाई गई और बहुत से राज्यों पर जबरन अंग्रेजी हुकूमत ने कब्जा कर लिया।

भारत का अंतिम वायसराय कौन था?

इसे सुनेंरोकेंलार्ड लुईस माउंटबेटन 15 अगस्त 1947 से 21 जून 1948 तक भारत के अंतिम वाइसराय के रूप में कार्य किया। आज़ादी के बाद वे भारत के पहले गवर्नर जनरल बने थे। ‘लॉर्ड विलियम बेंटिक’ ब्रिटिश भारत का प्रथम गवर्नर जनरल था। लोर्ड विलियम बेंटिक 1833 से 20 मार्च 1835 भारत का प्रथम गवर्नर जनरल के रूप में कार्य किया।

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वारेन हेस्टिंग्स कब भारत का गवर्नर जनरल बना?

इसे सुनेंरोकेंवारेन हेस्टिंग्स (अंग्रेज़ी: Warren Hastings, जन्म- 6 दिसम्बर, 1732, ऑक्सफोर्डशायर; मृत्यु- 22 अगस्त, 1818, ग्लूसेस्टरशायर) अंग्रेज़ राजनीतिज्ञ था, जो फोर्ट विलियम प्रेसीडेंसी (बंगाल) का प्रथम गवर्नर तथा बंगाल की सुप्रीम काउंसिल का अध्यक्ष था। इस तरह 1772 से 1785 ई. तक वह भारत का प्रथम वास्तविक गवर्नर-जनरल रहा।

स्वतंत्र भारत का अंतिम गवर्नर कौन था?

इसे सुनेंरोकेंअंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन थे। और भारत की स्वतंत्रता के बाद लॉर्ड माउंटबेटन स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल बने। स्वतंत्र भारत के अंतिम गवर्नर जनरल “सी. राजगोपालाचारी ” थे।

लॉर्ड डलहौजी ने अवध प्रांत को कब कंपनी के साम्राज्य मे मिलाया?

इसे सुनेंरोकेंपंजाब का विलय 1849। महाराजा दलीप सिंह को पेंशन दे कर इंग्लैंड भिजवा दिया। अवध का विलय 1856 जो 1857 के विद्रोह का कारण बन गया था।

इसे सुनेंरोकेंउन्होंने न्यायिक, पुलिस और भूमि राजस्व से संबंधित अन्य सभी अधिकार जिलाधिकारियों को सौंप दिए। डलहौजी ने बंगाल के उपराज्यपाल की नियुक्ति का भी प्रावधान किया। 1853 के संसदीय अधिनियम द्वारा, गवर्नर-जनरल को बंगाल के गवर्नर के रूप में अपने कार्यों से राहत मिली।

लॉर्ड डलहौजी के बारे में कौन सा कथन असत्य है?

लॉर्ड डलहौजी भारत में ब्रिटिश राज का गवर्नर जनरल था और उसका प्रशासन चलाने का तरीका साम्राज्यवाद से प्रेरित था। उसके काल मे राज्य विस्तार का काम अपने चरम पर था।…लॉर्ड डलहौजी

भारत का गवर्नर जनरलकार्यकाल 1848 – 1856शासकविक्टोरियापूर्व अधिकारीविस्काउंट हार्डिंगउत्तराधिकारीचार्ल्स कैनिंग

लॉर्ड डलहौजी के बारे में आप क्या जानते हैं?

इसे सुनेंरोकें1848 ई. में लॉर्ड डलहौज़ी, जिसे ‘अर्ल ऑफ़ डलहौज़ी’ भी कहा जाता था, गवर्नर-जनरल बनकर भारत आया। उसका शासन काल आधुनिक भारतीय इतिहास में एक स्मरणीय काल रहा क्योंकि उसने युद्ध व व्यपगत सिद्धान्त के आधार पर अंग्रेज़ साम्राज्य का विस्तार करते हुए अनेक महत्त्वपूर्ण सुधारात्मक कार्यों को सम्पन्न किया।

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लॉर्ड डलहौजी की राज्य अपहरण नीति क्या थी?

इसे सुनेंरोकेंव्यपगत के सिद्धांत या लार्ड डलहौजी की राज्य हड़प नीति या गोद प्रथा निषेध की नीति की विशेषताएं इस नीति की सबसे प्रमुख विशेषता यह थी कि जिन शासकों का उत्तराधिकारी नहीं होता था वे पुत्र को गोद नहीं ले सकते थे। इस नीति को लागू करने के लिए डलहौजी ने सभी भारतीय राज्यों/रियासतों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया।

डलहौजी की नीति को क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड डलहौजी द्वारा अपनाई गई गोद निषेध नीति केवल उसके कार्यकाल तक ही लागू रही। बाद में उसके उत्तराधिकारियों द्वारा इस नीति का पालन नहीं किया गया। देशी राज्यों को अधिकाधिक रूप से यह आश्वासन दे दिया गया कि उन्हें यथावत् गोद लेने का अधिकार होगा। अंग्रेजों की नीति में बदलाव का प्रमुख कारण था 1857 ई. का विद्रोह ।

राज्य हड़प की नीति के क्या परिणाम हुए?

इसे सुनेंरोकेंकुशासन का आरोप लगाकर 1856 ई में अवध को अपने नियंत्रण में ले लिया गया। अपने नवाब को गद्दी से हटाये जाने का अवध की जनता ने काफी विरोध किया और 1857 के महान विद्रोह में सक्रिय भूमिका निभायी। डलहौजी ने अपनी इस नीति द्वारा देशी नरेशों और उनकी प्रजा में असंतोष की भावना भर दी तथा अनेक अंग्रेज विरोधी विद्रोहों को बढ़ावा दिया।

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इनाम कमीशन की स्थापना कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड डलहौजी के शासनकाल के दौरान 1852 में एक ‘इनाम आयोग’ की स्थापना की गई थी।

लॉर्ड डलहौजी भारत कब आया?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड डलहौजी 1848 ई० में भारत में गवर्नर जनरल बन कर आया था। 1848 ई० से 1856 ई० तक वह गवर्नर जनरल बना रहा। उसके शासन करने का तरीका साम्राज्यवाद की नीति से प्रेरित था। उसके शासनकाल में राज्य विस्तार की नीति अपनाई गई और बहुत से राज्यों पर जबरन अंग्रेजी हुकूमत ने कब्जा कर लिया।

लॉर्ड डलहौजी भारत से कब गया?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड डलहौजी का पूरा नाम जेम्स एंड्रू रामजे था। वो 1848 से 1856 तक भारत का गवर्नर जनरल रहा।

हड़प नीति कब लागू हुआ?

इसे सुनेंरोकेंहड़प की नीति ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा शुरू की गई एक अनुबंध नीति थी। 1848 और 1856 के बीच भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौज़ी ने इस नीति को तैयार किया और 7 राज्यों को शामिल किया जिसमें सतारा, झाँसी, अवध आदि के मराठा राज्य शामिल थे।

राज्य हड़प की नीति के क्या परिणाम हुआ?

राज्य हड़प नीति कब लागू हुई?

इसे सुनेंरोकेंव्यपगत का सिद्धान्त या हड़प नीति (अँग्रेजी: The Doctrine of Lapse, 1848-1856)। पैतृक वारिस के न होने की स्थिति में सर्वोच्च सत्ता कंपनी के द्वारा अपने अधीनस्थ क्षेत्रों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाने की नीति व्यपगत का सिद्धान्त या हड़प नीति कहलाती है।

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भारत का प्रथम गवर्नर कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर लॉर्ड विलियम बेंटिक है। लॉर्ड विलियम बेंटिक भारत के पहले गवर्नर-जनरल थे। 1833 के चार्टर एक्ट द्वारा, बंगाल के गवर्नर-जनरल को भारत के गवर्नर-जनरल के रूप में फिर से नामित किया गया। इसने भारत के पहले गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिक को बनाया।

इनाम कमीशन क्या था?

इसे सुनेंरोकेंलॉर्ड डलहौजी के शासनकाल के दौरान 1852 में एक ‘इनाम आयोग’ की स्थापना की गई थी। इसका उद्देश्य कर रहित भूमि संपत्तियों का पता लगाना और जब्त करना था। 20000 सम्पदा अंग्रेजों द्वारा जब्त कर ली गई, जब जमींदार शीर्षक-कर्म जैसे सबूत पेश करने में असफल रहे, जिसके द्वारा उन्होंने जमीन पर कब्जा कर लिया।

लॉर्ड डलहौजी ने भारत में क्या क्या किया?

इसे सुनेंरोकेंडलहौजी ने राज्य हड़पने की नीति अपनाई जिसके कारण भारत के कई प्रदेशों को ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकार में मिला लिया गया। कालांतर में यही नीति प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम का एक कारण बनी। उसने 1848 में सतारा पर अधिकार कर लिया। 1848 में सतारा का राजा बिना किसी संतान के मर गया लेकिन मरने से पहले उसने एक बच्चा गोद लिया।

डलहौजी ने कौनसा सिद्धांत लागू किया?

Solution. डलहौजी ने विलय का सिद्धांत लागू किया

डलहौजी ने सिद्धांत कब लागू किया?

Answer: व्यपगत का सिद्धान्त या हड़प नीति (अँग्रेजी: The Doctrine of Lapse, 1848-1856)। पैतृक वारिस के न होने की स्थिति में सर्वोच्च सत्ता कंपनी के द्वारा अपने अधीनस्थ क्षेत्रों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाने की नीति व्यपगत का सिद्धान्त या हड़प नीति कहलाती है।

डलहौजी ने कौन कौन से?

प्रमुख (कुख्यात) कार्य.
पंजाब का विलय 1849।.
महाराजा दलीप सिंह को पेंशन दे कर इंग्लैंड भिजवा दिया।.
अवध का विलय 1856 जो 1857 के विद्रोह का कारण बन गया था।.
लेप्स सिद्धान्त जिसे उसने अनेक देशी राज्यों को हड़पने मे प्रयोग किया था।.
उसने लोअर बर्मा भी जीत लिया था।.

डलहौजी की नीति को क्या कहा जाता है?

राज्यापहरण की नीति या गोद निषेध सिद्धान्त सन् 1848 ई० में सतारा के निस्संतान राजा की मृत्यु हो गई। मृत्यु के पहले उसने एक बालक गोद ले लिया था। परन्तु लार्ड डलहौजी ने सतारा को इस आधार पर अंग्रेजी राज्य में सम्मिलित कर लिया कि यहाँ के राजा ने अपने उत्तराधिकार की स्वीकृति कम्पनी की सरकार से प्राप्त नहीं की थी।