छोटे कुत्ते के बच्चे को कैसे पाले? - chhote kutte ke bachche ko kaise paale?


पेट्स पालना हम सभी को पसंद होता है। ऐसा देखा गया है कि जिस घर में पेट्स होते हैं, उस घर के बच्चे भावनात्मक रूप से अधिक मजबूत होते हैं। उन्हें दूसरों की केयर करना और दूसरे के इमोशंस की कद्र करना अपने अन्य हम उम्र बच्चों की तुलना में कहीं अधिक आता है। लेकिन घर में डॉग, केट या कोई दूसरा पेट पालने का मतलब होता है एक और बच्चा पालना। क्योंकि पेट्स को बिल्कुल बच्चों की तरह देखभाल और प्यार की जरूरत होती है। अगर आपके घर में भी कोई पेट है तो यहां जानें, उसकी सही देखभाल के तरीके...

पेट लेने से पहले जरूरी है यह बात जानना
अगर आपके घर में पहले से पेट है तो उसकी ब्रीड यानी नस्ल के बारे में पता लगाकर, उसकी जरूरतों के अनुसार उसकी देखभाल और खान-पान का ध्यान रखें। अगर आप डॉग लाने के बारे में सोच रहे हैं तो हमारा सुझाव है कि आप देसी नस्ल का ही डॉग अडॉप्ट करें। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसकी देखभाल करना विदेशी नस्ल के कुत्तों की तुलना में कहीं अधिक आसान होता है।

कम केयर में ज्यादा सेहत
अगर आप देसी नस्ल का डॉग लाते हैं तो आपको उसकी देखभाल के लिए बहुत कम समय देना पड़ता है। क्योंकि उसके लिए यहां के वातावरण में रहना आसान होता है। उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यहां के वायुमंडल के हिसाब से होती है इसलिए उसे यहां कम बीमारियां होगी। वह बीमार कम होगा तो आपको उसकी देखभाल कम करनी होगी साथ ही आपके बजट पर भी असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि आप वेटेरिनरी डॉक्टर के पास चक्कर काटने से बचेंगे।

छोटे कुत्ते के बच्चे को कैसे पाले? - chhote kutte ke bachche ko kaise paale?

पेट्स पालने से पहले जरूर जानें ये बातें


ट्रेनिंग जरूर कराएं
अगर आप चाहते हैं कि आपका डॉग या अन्य पेट आपकी बात मानें और उसका व्यवहार अच्छा रहे तो पेट ट्रेनर से उसे तभी कुछ महीने के ट्रेनिंग दिला दें, जब वह 3 से 4 महीने का हो। सिर्फ व्यवहार की ही नहीं आप अपने पेट को खान-पान की ट्रेनिंग भी दें। जब भी अपने पेट को कोई नई चीज खिलानी हो तो पहले उसे उस फूड की स्मेल के साथ फेमिलियर बनाएं फिर कम मात्रा में ही परोसें। ताकि आपको पता चल सके कि आपका पेट इस फूड को पसंद कर रहा है या नहीं।

यह भी पढ़ें: आपके पेट्स को नहीं सताएगी सर्दी, ऐसे रखें खयाल

वॉकिंग होनी चाहिए ऐसी
हेल्दी पेट के पैरंट बनने के लिए आपको यह बात जाननी होगी कि सिर्फ डॉग, पपी, कैट या रेबिट पालने से ही काम नहीं बन जाता। बल्कि उन्हें सेहतमंद रखने के टिप्स जानना भी जरूरी है। आपको पता होना चाहिए कि पेट के लिए रफ सरफेस पर चलना जरूरी होता है। इससे उनके नेल्स नैचरल तरीके से ट्रिम होते रहते हैं।

पर्सनल केयर टिप्स
पेट को नहलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इस दौरान उसके कानों में पानी ना चला जाए। उसके दांतों की देखभाल यानी डेंटल केयर के लिए अपने वेटेरनरी डॉक्टर से जरूर बात करें और इस बारे में टिप्स लें।

यह भी पढ़ें: मौसम के हिसाब से रखें पेट्स की डायट का ध्यान

जब छोड़ना हो अकेला
अगर आप अपने डॉग को या पेट को घर पर अकेला छोड़कर जा रहे हों तो उसके लिए इंस्ट्रूमेंटल ट्यून या सॉफ्ट म्यूजिक प्ले करके जाएं। आप चाहें तो अपनी रिकॉर्डेड आवाज भी प्ले करके जा सकते हैं। इससे उसे आपके घर में ही होने का अहसास होगा और वह शांत बना रहेगा।

कुत्ते के पिल्ले को कैसे पाले। डॉगी की देखभाल कैसे करें। कुत्ते के बच्चे की देखभाल कैसे करें। डॉग को पालने का तरीका

डॉग अपनी काबिलियत, योग्यता व वफादारी के कारण हमेसा से एक पालतू जानवर के रूप मैं मनुष्य की पहली पसंद रहा है। हर व्यक्ति विशेष अपनी इच्छा व आवश्यकता अनुसार अपने लिए डॉग का चयन करता हैं। 

कोई डॉग को एक साथी के रूप मै अपनाता हैं एवम कोइ घर की पहरेदारी तो कोई अपने घर की शोभा बढ़ाने हेतु डॉग को पालना पसंद करते हैं। डॉग को पालने के पीछे कारण भले ही अलग-अलग हो लेकिन डॉग को पालने का तरीक़ा सही व उचित होना बहुत जरूरी हैं।

कई लोगो के सवाल होते हैं की जर्मन शेफर्ड की देखभाल कैसे करें? या फ़िर लैब्राडोर की देखभाल कैसे करें? दोस्तो नस्ल कोई भी हो सभी डॉग्स को पालने का तरीका लगभग एक समान ही होता हैं। 

यदि एक डॉग की देखभाल व परवरिश सही ढंग से ना की जाए जिसका प्रभाव उनके स्वास्थ्य, व्यव्हार व चरित्र पर पड़ता हैं।अब जिन्हें यह जानकारी नहीं है कि डॉग की देखभाल कैसे करें? 

हमनें डॉग के देखभाल से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए अपने इस आर्टिकल मैं विवरण किया है जिसकी सहायता से आप अपने डॉग देखभाल सही ढंग से कर सकेंगे।


विषयसूची

  • इन तरीको से करें डॉग की देखभाल
    • 1.भोजन
    • 2.टीकाकरण- vaccination
    • 3.डीवर्मिंग्
      • डीवर्मिंग् क्यो जरूरी हैं
      • डॉग की डिवर्मिंग कब करना चाहिए?
    •  
    • 4.शारिरीक देखभाल
      • 1.कानों की देखभाल
      • 2.दांत की देखभाल
      • 3.बालों की देखभाल
    • 5.सामाजिकरण
      • डॉग का सामाजीकरण कैसे करें?
    • 6.प्रशिक्षण-training
    • निष्कर्ष-डॉग की देखभाल कैसे करें?

इन तरीको से करें डॉग की देखभाल

1.भोजन

dog ki dekhbhal kaise kare

भोजन डॉग के लिऐ बुनियादी जरूरतों में से एक है एक अच्छे स्वस्थ व सेहतमंद शरीर के लिए आवश्यक हैं कि आप अपने डॉग को पौष्टिक, खनिज तत्वों से भरपूर एक संतुलित भोजन दे।

डॉग के लिए भोजन का चयन करते समय डॉग के आकार व उम्र का जरूर ध्यान रखें एवम उसके अनुसार ही भोजन चुने।

अब यह बात की पुष्टि कैसे करे कि डॉग के लिए एक अच्छा भोजन क्या है? तथा इसका चयन केसे करे?

1.यदि आपके पास कम उम्र का नवजात या छोटे नस्ल का कोई डॉग हैं तो एक वयस्क डॉग की अपेक्षा इन्हें अधिक व संतुलित मात्रा में कैलोरीज़,प्रोटीन,फास्फोरस एवं कैल्सियम वाले भोजन की आवश्यकता होती हैं। जो कि एक बढ़ते हुए पिल्ले कि विशिष्ठ जरूरतों की पूर्ति करते है।

2.आपके पास यदि कोई लार्ज साइज़ डॉग ब्रीड है जिसका वज़न अधिक है या फ़िर अधिक उम्र की नस्ल है जिनके लिए आपको एक संतुलित, सुपाच्य भोजन भोजन देने की आवश्यकता है जिसमें अधिक फाइबर, ओमेगा 3, फैटी एसिड जैसे पोषक तत्त्व उपस्थित हैं।

यह भी पढ़े – बेस्ट डॉग फूड फॉर डॉग इन इंडिया


2.टीकाकरण- vaccination

dog ki dekhbhal kaise kare

छोटे नवजात पिल्ले से लेकर एक वयस्क डॉग को टीकाकरण यानि वैक्सीनेशन बहुत जरूरी व अनिवार्य है इसलिए कुत्ते को लगने वाले सभी इंजेक्शन अवश्य लगवाए क्योंकि एक डॉग को बहुत सी जानलेवा बीमारियों व वायरस का ख़तरा होता है। 

कैनाइन पर्वो वायरस, कैनाइन डिस्टेंपर, इंफेक्शंस कैनाइन हेपेटाइटिस,कैनाइन पराइन्फ्लुएंजा, लेप्टोसपरोसिस, कैनाइन एडेनो वायरस यह सभी रोगों से बचाव के लिऐ एक संयुक्त वैक्सीन लगाया जाता हैं जिसे सामान्यतः सिक्स इन वन, सेवन इन वन, ऐट इन वन, नाइन इन के वन के नाम से जाना जाता है।

यह वैक्सीन के अलावा एंटी रेबीज़ का वैक्सीन भी लगवाना भी अनिवार्य है यह सभी वैक्सीन डॉक्टर द्वारा बताए गए शेड्यूल के अनुसार लगवाना बहुत आवश्यक हैं।


3.डीवर्मिंग्

शायद बहुत कम लोग डीवर्मिंग् के बारे मैं नहीं जानते होगे। डॉग के पेट मै मौजूद कीड़े को मारने की प्रक्रिया को हम डीवर्मिंग् कहते है। डीवर्मिंग् डॉग को पूर्ण रूप से स्वाथ्य बनाये रखने के लिए एवं उसके ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी हैं। 

डीवर्मिंग् क्यो जरूरी हैं

डॉग जब नवजात होता हैं छोटी उम्र में होता हैं तो उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी विकसित नही होती हैं कि वह पेट के कीड़ों से ख़त्म कर सकें इसलिए डिवर्मिग बहुत जरूरी।

सही समय पर डिवर्मिग करने के कई फायदे होते है डॉग को पेट से संबंधित समस्या नहीं होती है शरीर का वज़न संतुलित व सही होता है डॉग की हैल्थ व हाईट मै ग्रोथ सुनिश्चित तरीके से होती हैं।

डॉग की डिवर्मिंग कब करना चाहिए?

डीवार्मिंग को सफलता पूर्वक हो इसके लिए जरूरी हैं कि यह सही समय पर की जाए। डॉग की पहली डीवार्मिंग जन्म के दूसरे सप्ताह में कि जाती है तथा दूसरी चौथे सप्ताह मै करनी है।

इसी प्रकार आपको चार महीने तक हर् दूसरे सप्ताह में डीवार्मिंग करनी होती हैं। उसके बाद आपको छटवे महिने तक आपको महिने मै एक बार डीवर्मिंग करनी होंगी। तथा उसके बाद हर तीन महिने अन्तराल पर आपको डीवार्मिंग करानी होगी।

यह भी पढ़े

  • पोमेरेनियन डॉग की कीमत एवं मासिक खर्च
  • बीगल डॉग की कीमत एवं मासिक खर्च         
  • पग डॉग की कीमत तथा मासिक खर्च

 


4.शारिरीक देखभाल

एक सुंदर एवं आकर्षक शरीर के लिए बहुत जरूरी है की आप अपने डॉग के शरीर के साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखे। एक अस्वच्छ और गंदा शरीर आपके डॉग को बदबुदार व अस्वस्थ बना सकता हैं। यदि आप यह सोच रहे की कैसे आप अपने डॉग साफ़ सफाई करे तो आइये इसके बारे मै जानते है। 

जिस प्रकार मनुष्य अपने शरीर के महत्वपूर्ण अंगों की साफ़ सफाई करते हैं ठीक उसी प्रकार डॉग के भी कुछ मुख्य अंग है जिनकी नियमित सफाई जरूरी है

1.कानों की देखभाल

dog ki dekhbhal kaise kare

वैसे तो कुत्तों के कान बड़े व बंद आकार के होते है लेकिन यदि इन्हें रेगुलर क्लीन नहीं किया जाए तो इसमें मैल व गंदगी जमा हो सकती है जिसके कारण कानों में जू,पिस्सू जैसे जीव तथा संक्रमण व बहरेपन जैसी समस्या हो सकता हैं।

कानों की सफ़ाई के लिऐ आप साफ़ कपड़े व गरम पानी का इस्तेमाल कर सकते है। और इसके अलावा आप ख़ास तौर पर कुत्तों के लिए बनाए गए इयर बड्स व लिक्विड इयर क्लीनिंग सॉल्यूशन का भी इस्तेमाल कर सकते है।

2.दांत की देखभाल

सोचिए अगर ऐसा हो कि आप जिंदगी भर अपने दांतों की सफ़ाई न करें तो क्या होगा। ठीक वैसी ही स्तिथि एक डॉग कि होती हैं जब उसके दांतो की सफ़ाई नहीं होती है। अमेरिकन वेटेरिनरी मेडिकल एसोसिशन (AVMA) के सर्वे अनुसार 80 प्रतिशत डॉग्स कों डेंटल्स प्रॉब्लम होती है।

दांतों की सफाई ना होन के कारण कई समस्या पैदा हो सकती है जैसे मुंह से दुर्गंध आना, दांतों से खून आना, दांतो मैं दर्द,खाना चबाने में दिक्कत होना, दांतों में पीलापन एवं समस्या गभीर होन पर दांत में सड़न या कीड़े भी पड़ सकते हैं।

दांतो मैं होने वाले समस्याओं से बचाव के लिये अपने डॉग की दांतो की सफ़ाई सप्ताह में कम से कम तीन बार अवश्य कीजिए जिस प्रकार आप अपने दांतों की सफ़ाई करते है उसी प्रकार आपको अपने डॉग की दांतों करनी होगी।

dog ki dekhbhal kaise kare

दांतो की सफ़ाई हेतु आपको एक मुलायम ब्रुश का उपयोग करें एवम डॉग के लिए उपयोग किए जाने वाले टूथ पेस्ट का ही इस्तेमाल करें। मनुष्य के लिऐ उपयोग किए जाने वाले टूथ पेस्ट का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। 

3.बालों की देखभाल

एक स्वस्थ व स्वछ बालों की बिना डॉग की सुंदरता की कल्पना करना शायद मुमकिन नही हैं। और एक स्वथ्य व स्वछ बालों के लिये जरूरी हैं की आप अपने डॉग के बालों का ध्यान रखे। 

वैसे तो सभी डॉग्स के लिए बालों की देखभाल बहुत आवश्यक हैं लेकिन यदि आपके पास कोई लोंग हेयर वाली डॉग ब्रीड हैं तो आपको अन्य छोटे बाल वाले डॉग ब्रीड की अपेक्षा इनका विशेष रूप से ध्यान रखना पड़ता हैं। क्योंकि एक लंबे बाल वाले डॉग की पहचान उनके बालों से ही होती हैं। 

1.दोस्तो बालों को उलझन मुक्त रखने के लिए जरूरी हैं आप कम से कम दिन मैं दो बार अपने डॉग के बालों की ब्रशिंग जरूर करे नियमित ब्रशिंग करने से इनके बाल सीधे तो रहते है साथ ही साथ बालों के बीच मौजूद अनावश्यक चीजे जैसे किसी प्रकार का कचरा, मैल या टिक्स यानी जू भी बाहर निकल जाते हैं।

बालों को धोने के लिए एक अच्छे सैम्पू का ही प्रयोग करे जिस से इनके बाल चमकदार व मुलायम रहे। 

2.बहुत से डॉग ओनर की यह समस्या होती की उनके डॉग के बाल बहुत झड़ते हैं। इसका एक कारण इनका भोजन भी हो सकता हैं। यदि आप इन्हें दूध, मीठा, नमक,तेल,मिर्च मसाला, वाला भोजन देते है तो यह गलत हैं। 

यह सभी खाद्य पदार्थों के कारण बाल झड़ते हैं अगर आपके पास एक लोंग हेयर डॉग ब्रीड हैं तो यह सभी चीजे बिल्कुल भी अपने डॉग को न दे। तथा इसके अलावा अगर अपने डॉग को रेडीमैड डॉग फूड देते हैं तो उसमे ओमेगा 3 व ओमेगा 6 की पुष्टि अवश्य कीजिये क्योंकि यह बालों के ग्रोथ व सुरक्षा मै सहायता करता हैं। 


5.सामाजिकरण

dog ki dekhbhal kaise kare

सामाजीकरण डॉग के देखभाल का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है बहुत से लोग घर की शोभा बढ़ाने व समाज में अपना स्टेटस बनाऐ रखने के लिए डॉग पाल तो लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद ना तो उन पर ध्यान दिया जाता हैं। 

और ना ही ठीक तरीके से देखभाल की जाती है जिसका नतीज़ा यह होता हैं कि डॉग का अच्छे से सामाजिकरण नहीं हो पाता है। तथा उनमें आत्मविश्वास की कमी भी हो जाती है जीस वज़ह से वह अनजान लोगो के सामने आने पर डरते है घबराते हैं।जिसके कारण वह अन्य लोगों से अच्छा व्यव्हार नहीं कर पाते हैं।

डॉग का सामाजीकरण कैसे करें?

तरीक़ा#1

पिल्ले का जो 30 दिनों से 4 महीनों का जो समय होता हैं उसमें यह बहुत अच्छे व बेहतर तरीके से सामाजिक होते है यह उम्र ऐसी होती की आप इन्हे घर के बाहर नहीं ले जा सकते तो आपको इन्हें घर के अंदर ही इनका सामाजिकरण करना होता है।

सबसे पहले आपको आपको अपने डॉग को अच्छे से खाने को तरीक़ा सीखना है डॉग को हमेशा उसके खाने वाले बर्तन में ही खाना दे खाते समय इसे अकेला बिल्कुल न छोड़े। तथा कभी भी डॉग को अपने साथ में खाना ना खिलाए। नहीं तो यह हमेशा आपके खाने के समय आपको परेशान कर सकता है।

डॉग को परिवार के सभी सदस्यों परिचय करवाएं एवम इनके साथ रहने व खेलने के अनुकूल कीजिए जिस से यह परिवार के सभी सदस्यों से अच्छे तरह घुल मिल जायेगा। तथा इसे एक अच्छे व्यक्तित्व के लिए परिवार के सभी लोगों के प्यार व दुलार की आश्यकता होती।

तरीक़ा#2

अकसर डॉग्स अनजान लोगों को एवं भीड़ भाड़ वाली जगह देखकर घबरा जाते है या डर जाते हैं। एक डॉग को जरूरी है कि घर के अलावा बाहरी वातावरण व माहौल के अनुकूल बनाना। 

जिसके लिऐ आपको अपने डॉग को नियमित बांध कर किसी पार्क या मैदान में घुमाए जिस से यह बाहरी दुनियां को देखे तथा समझे।हो सकता हैं की यह सुरुआती दिनों में यह यह तोड़े उतेजित्त ही तथा इधर उधर भागने लेकीन कुछ दिनों बाद यह धिरे-धिरे सामान्य हो जायेगे।


6.प्रशिक्षण-training

dog ki dekhbhal kaise kare

डॉग को ट्रेनिंग ना करवाना एक प्रकार से अपने डॉग को  अशिक्षित रखने जैसा होता है। डॉग के देखभाल मै ट्रैनिंग डॉग को शिखाए जाने वाली एक बुनियादी चीज़ों में एक हैं।

ट्रैनिंग की मदद से आप डॉग को एक सभ्य समाज में रहने योग्य बना सकते हैं क्योंकि एक अन ट्रेन डॉग आपको कहीं ना कहीं परेशान व शर्मिंदा कर सकता है।आप अपने डॉग की ट्रैनिंग ऑनलाइन इंटरनेट की सहायता से या फिर किसी पेशेवर ट्रेनर से भी करवा सकते हैं।

यह भी पढे– जर्मन शेफर्ड को कैसे ट्रेनिंग दे


निष्कर्ष-डॉग की देखभाल कैसे करें?

एक अच्छे डॉग होन के नाते आपकी यह जिम्मेदारी बनती हैं कि आप अपने डॉग की देखभाल सही तरीके से करे। हमनें अपने इस आर्टिकल के माध्यम से हमने  आपको डॉग को सही तरीके से पालने के लिए कुछ बुनियादी चीज़ों के बारे में बताया है।

1 महीने के कुत्ते को क्या खिलाना चाहिए?

कुत्ते को रोटी खिलाना और दूध पिलाना आम बात है।.
पीनट बटर.
योगर्ट.
हरी सेम(बीन्स).

कुत्ते के छोटे बच्चे को क्या खिलाना चाहिए?

कुत्ते के बच्चे मनुष्यों के बच्चों जैसे नहीं होते। शुरू शुरू में तो एक-दो दिन तक उन्हें दूध पिला सकते हैं लेकिन बाद में वे सब कुछ खा लेते हैं। आप उन्हें दूध, दही, रोटी, बिस्किट्स ब्रेड जो मर्जी खिलाएं लेकिन यह ध्यान रखें कि उन्हें कोई मीठी वस्तु न खिलाएं

कुत्ते के बच्चे को कैसे पाला जाता है?

माँ के लिए एक आसानी से पहुँचने वाली जगह पर खाना और पानी को रखें: माँ इस समय अपने नवजात बच्चों को छोड़कर नहीं जाना चाहेगी, इसलिए उसके लिए पास में ही कहीं पर खाना और पानी रखने का ध्यान रखें। कुछ डॉगी तो पहले 2 से 3 दिन तक अपने बॉक्स से बाहर ही नहीं निकलती हैं। ऐसे मामले में, बॉक्स के अंदर ही उसे खाना और पानी दें।

कुत्ते के बच्चे को कब नहलाना चाहिए?

कुत्तों के लिए महीने में एक बार स्नान बहुत जरूरी है। चिकनी परत वाले कुत्तों को, हफ्ते में एक बार नियमित रूप से धोने की आवश्यकता हो सकती है। इसके विपरीत, कोमल और रेशमी बालों वाले कुछ छोटे बालों वाली प्रजाति, कम स्नान के साथ भी ठीक स्थिति में रह सकती हैं।