Short Note Show निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए− Advertisement Remove all ads Solutionचाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, तौलिए से पोछ कर चाय डालना आदि सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण, अच्छे व सहज ढंग से कीं। Concept: गद्य (Prose) (Class 10 B) Is there an error in this question or solution? Advertisement Remove all ads Chapter 2.7: पतझर में टूटी पत्तियाँ - लिखित (क) [Page 122] Q 2Q 1Q 3 APPEARS INNCERT Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2.7 पतझर में टूटी पत्तियाँ Advertisement Remove all ads चाजीन ने टी-सेरेमनी से जुड़ी सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से की। यह सेरेमनी एक पर्णकुटी में पूर्ण हुई। चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग, अच्छे व सहज ढंग से की। 173 Views चाजीन ने कौन सी वियाएूँ गररमाप र्ण ढंग से प री कीं?चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, दूसरे कमरे से चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग अर्थात् बड़े ही आराम से, अच्छे व सहज ढंग से की।
चाजीन ने कौन सी कियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से की?चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, तौलिए से पोछ कर चाय डालना आदि सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण, अच्छे व सहज ढंग से कीं।
चाजीन कौन है?जापानी विधि से चाय पिलाने वाले को चाजीन कहा गया है। जब लेखक और उसके मित्र वहां चाय पीने गए तो उसने कमर झुका कर प्रणाम किया और उन्हें बैठने की जगह दिखाई। उसके बाद अंगीठी सुलगाकर उसने चायदानी रखी।
चाजीन ने आगंतुकों का स्वागत कैसे किया?वहाँ चाजीन द्वारा कमर झुकाकर स्वागत करना, बैठने की जगह की ओर इशारा करना, अँगीठी सुलगाना, बर्तन साफ़ करना, चाय बनाना आदि क्रियाएँ अत्यंत शांत वातावरण में अत्यंत गरिमापूर्ण ढंग से की गईं। ऐसा लगता था कि वहाँ की हर क्रिया में संगीत का स्वर पूँज रहा हो जिसे साफ़-साफ़ सुना।
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