ब्लॉग लेखन में बरतनी जाने वाली सावधानियों पर प्रकाश डालिए। - blog lekhan mein baratanee jaane vaalee saavadhaaniyon par prakaash daalie.

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जब बात आती है हिंदी ब्लॉग राइटिंग की तब अवश्य ही आपके दिमाग में बहुत से सवाल आते होंगे। जैसे हिंदी ब्लॉग राइटिंग क्या है? अच्छी हिंदी ब्लॉग राइटिंग कैसे करें? इसके हानि – लाभ क्या हो सकते हैं? हिंदी ब्लॉग्गिंग का कोई भविष्य भी है या नहीं? क्या यह एक पूर्णकालिक रोज़गार के रूप में अपनाया जा सकता है? इन सब सवालों और इनके सटीक जवाबों से भरा ये रोचक लेख आपके समक्ष प्रस्तुत है।

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इसमें कोई दो राय नहीं की आने वाला समय हिंदी ब्लॉग जगत के लिए स्वर्णिम काल होगा, इंटरनेट पटल पर जैसे-जैसे अच्छे ब्लॉग आते जायेंगे वैसे-वैसे इस क्षेत्र का भी विकास होगा और ब्लॉग लिखने वालों की प्रसिद्धि और आय दोनों बढ़ेंगी। परन्तु इस सब के लिए हमें ब्लॉग लिखने की आधारभूत जानकारी होना आवश्यक है।

आइये इस पाठ में हम यह समझने की कोशिश करते हैं की हिंदी ब्लॉग राइटिंग क्या है और इसके अहम् पहलु व् ध्यान देने योग्य बातें क्या-क्या हैं? सबसे पहले हम समझेंगे की हिंदी ब्लॉग लेखन का अर्थ क्या है?

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Hindi Blog Writing

हिंदी ब्लॉग लेखन क्या है? -Hindi Blog Writing Meaning

हिंदी ब्लॉग राइटिंग देवनागरी लिपि में लिखे जाने वाली और भारत में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा हिंदी में किये जाने वाली ब्लॉग लेखन विधा से है। हिंदी ब्लॉग राइटिंग सही साधनों की उपलब्धता की कमी के चलते वर्ष 2006-07 तक अपने आप में बहुत कठिन कार्य था, धीरे-धीरे इंटरनेट पर नए-नए लेखन के साधन आते गए और आज हिंदी ब्लॉग लेखन उतना ही सरल हो चूका है जितना अंग्रेजी या अन्य किसी भाषा में है।

लेखन के साथ-साथ गूगल सर्च में भी हिंदी ब्लॉग या वेबसाइट को खोज परिणामों में उचित स्थान नहीं मिलता था, जिसके चलते अच्छा कंटेंट होते हुए भी हिंदी ब्लॉगर ट्रैफिक के लिए तरसते थे। स्मार्टफ़ोन के तेज़ी से विकास के साथ ही हिंदी भाषी पाठकों की खोज के तौर तरीके भी बदलते गए और हिंदी खोजों में तेज़ी से उछाल आया, 2015 के आसपास मुख्य सर्च इंजन कंपनियों को लगा की हिंदी सामग्री की सर्च इंजन इंडेक्सिंग को बढ़ावा देकर वे बड़े पाठक वर्ग की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और सटीक खोज परिणाम भी प्रदान कर सकते हैं।

इसी क्रम में उन्होंने हिंदी कंटेंट की सटीक इंडेक्सिंग और रैंकिंग के साथ ठीक खोज परिणाम प्रदान करने के लिए अपने अल्गोरिथम (कलन विधि) में कुछ बदलाव किये और इसके साथ ही हिंदी कंटेंट का महत्व अपने आप बढ़ चला गया। साथ में गूगल ने Adsense अकाउंट के लिए भी हिंदी कंटेंट का समर्थन शुरू कर दिया।

बस यह एक टर्निंग पॉइंट था हिंदी ब्लॉग राइटिंग और हिंदी ब्लॉग लिखने वालों के लिए, लोगों का रुझान अचानक से हिंदी लेखन की तरफ बढ़ गया और एक से बढ़कर एक हिंदी ब्लॉग जन्म लेने लगे। आज के समय में कोई भी व्यक्ति आसानी से अपना हिंदी ब्लॉग बना सकता है और ऑनलाइन कमाई शुरू कर सकता है।

हिंदी ब्लॉग लेखन के हानि और लाभ:

जिस प्रकार हर वस्तु या विषय के नकारात्मक और सकारात्मक दोनों ही पक्ष होते हैं वैसे ही हिंदी ब्लॉग राइटर को अपनी मनपसंद भाषा में लिखने के भी कुछ लाभ और हानियां हैं जिनका विवरण हम बिंदुवार तरीके से निचे कर रहे हैं। ये आपको पूर्व सुचना के रूप में एक आईडिया देगी की आपके हिंदी ब्लॉग लेखन के फायदे और मुख्य चुनौतियाँ क्या हैं?

आम तौर पर अधिकांश ब्लॉगर हिंदी ब्लॉग जगत में बिना तैयारी और बिना पूर्व अध्यन के कूद पड़ते हैं पर कुछ ही समय में निराश हो कर या तो ब्लॉग को ही बंद कर देते हैं या फिर उस पर लिखना छोड़ देते हैं। आपको ऐसे किसी दौर से न गुजरना पड़े इसके लिए हमने यह विशेष सेक्शन तैयार किया है। इसे आप एक तरह से नए हिंदी ब्लॉग लेखकों के लिए एक लघु मार्गदर्शिका भी मान सकते हैं।

हिंदी ब्लॉग लेखन के लाभ:

  • मातृभाषा होने की वजह से आपको हिंदी लिखते समय सहजता महसूस होगी.
  • आप अपने विचारों का हिंदी में प्रकटीकरण आसानी से कर सकते हैं.
  • अपनी बात को करोड़ों हिंदी भाषियों तक आसानी से पहुंचा सकते हैं.
  • किसी विषय पर आपको हिंदी में विस्तृत लेख लिखना हो तो वह संभव है.
  • अच्छे हिंदी भाषी ब्लॉगर अभी भी बहुत कम हैं, अर्थात आपके लिए कम्पटीशन अभी उतना नहीं है जितना अंग्रेजी ब्लॉगर के लिए है

हिंदी ब्लॉग लेखन की चुनौतियाँ:

  • हिंदी में लेखन के लिए कीबोर्ड आदि का इस्तेमाल थोड़ा कठिन है.
  • सर्च इंजन अभी भी पूर्ण रूप से हिंदी कंटेंट की रैंकिंग सही से नहीं कर पा रहे हैं.
  • गूगल एडसेंस से होने वाली कमाई की CPC बहुत कम रहती है.
  • हिंदी ब्लॉग्गिंग में एफिलिएट मार्केटिंग का दायरा अभी छोटा है.
  • आपकी अपेक्षा के अनुरूप परिणाम आने में समय लगता है.

हिंदी ब्लॉग लेखन का भविष्य:

किसी भी क्षेत्र में शुरुआती उतार चढाव के बाद एक स्थायित्व का दौर आता है जब वहां केवल गुणवत्ता और अच्छी सामग्री ही टिक पाती है। ठीक वैसे ही अच्छे हिंदी ब्लॉग लेखकों के लिए आने वाला समय एक स्थाई उद्योग का रूप लेगा। आज भी इंटरनेट पर पढ़ने वाले अधिक हैं और लिखने वाले बहुत कम, ऐसे में अनंत संभावनाओं से भरा हिंदी ब्लॉग जगत आपके लिए खुला है। आवश्यकता है तो केवल धैर्य और संयम की, आपको शीघ्र परिणाम या शॉर्टकट पसंद हैं तो यह आपके लिए बिलकुल भी नहीं है।

विश्व में लगभग 35 करोड़ लोग हिंदी बोल और पढ़ पाते हैं, यह अपने आप में एक बहुत बड़ी संख्या है। इतने बड़े पाठक समूह के लिए यदि आप लिखना चाह रहे हैं तो वह घाटे का सौदा नहीं है। कोई भी हिंदी ब्लॉग लिखने वाला यदि शुरू में 6 माह मन लगा कर मेहनत कर ले तो भविष्य का सफर आसान होता चला जायेगा। बस एक ही बात का ध्यान रखें की आप जो भी कर रहे हों उसमे अपनी लगन और ईमानदारी की कमी न आने दें। आज बहुत से सफल हिंदी ब्लॉग लेखक आप देख रहे हैं उन्होंने भी इसी कठिन डगर पर चल कर ही सफलता पाई है।

आपको हिंदी ब्लॉग्गिंग के भविष्य को लेकर बिलकुल निश्चिंत रहना है, यह अभी और रफ़्तार पकड़ेगी। बस आपको अपनी तैयारी पूरी रखनी होगी, जिसमे आपके लेखों की गुणवत्ता और आपकी ईमानदारी का सबसे अहम् योगदान होगा।

हिंदी के ब्लॉग पर शुरआत में एड से प्रति क्लिक कमाई थोड़ी कम होती है पर धीरे-धीरे आप देखेंगे की पाठकों की अधिकता के चलते आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक बहुत अधिक आ रहा है और कमाई भी बढ़ रही है। इस प्रक्रिया में आपको कम से कम 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक का इन्तजार भी करना पड़ सकता है। इसलिए बीच में ही ब्लॉग्गिंग को छोड़कर कर भागने का विचार मन में न लाएं, गुणवत्ता के साथ-साथ निरंतरता भी बहुत आवश्यक है।

हिंदी ब्लॉग लेखन के साधन – Hindi Blog Writing Tools

शुरू में हिंदी टाइपिंग के लिए बहुत कठिनाई होती थी, हिंदी भाषी कीबोर्ड और देवनागरी फोंट्स को इनस्टॉल करने के बाद ही आप हिंदी में लिख पाते थे। अव्वल तो आपको हिंदी कीबोर्ड पर टाइपिंग का ज्ञान होना भी आवश्यक था। यह सबसे बड़ी अड़चन थी हिंदी ब्लॉग राइटिंग में, लोगों को अंग्रेजी में लिखना ज्यादा आसान लगता था।

2007 में गूगल ने गूगल लिप्यंतरण नाम का एक जादुई टूल बनाया जिससे हिंदी लेखन को बिलकुल आसान बना दिया। गूगल की ब्लॉगर सेवा पर इस को एक्टिवेट कर के आप आसानी से हिंदी टाइपिंग कर सकते हैं। लिप्यंतरण का अर्थ है , मानिये आप रोमन में “kaise ho aap” टाइप करते हैं तो वह स्वतः ही “कैसे हो आप” में परिवर्तित हो जाता है। आप अंग्रेजी कीबोर्ड से ही सरलता से हिंदी ब्लॉग राइटिंग कर सकते हैं। हम आपका परिचय अभी प्रचलन में चल रहे हिंदी टाइपिंग के ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह के साधनो से करवाएंगे। साथ में मोबाइल से कैसे हिंदी टाइप करें और एक वर्डप्रेस आधारित ब्लॉग में भी सीधा लिपियांतरण कैसे करें? यह भी सिखाएंगे।

Google Input Tools Online – ऑनलाइन गूगल इनपुट टूल

गूगल इनपुट टूल ने हिंदी लिप्यंतरण को हर कंप्यूटर और मोबाइल फ़ोन तक पहुँचाया है, आइये जानते हैं इसकी मदद से हिंदी ब्लॉगर कैसे टाइप कर सकते हैं?

सबसे पहले आप Google Input Tools पर जाएँ और भाषा वाले ड्रापडाउन ऑप्शन से Hindi सेलेक्ट करें।

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Select “Hindi” in Google Input Tools

Hindi भाषा का चयन करने के बाद आपको अंग्रेजी में टाइप करना होगा वह स्वतः ही हिंदी में लिप्यन्तरित हो जायेगा। उदहारण के लिए आप निचे तस्वीर में देखिये, हमने “Ishwar” लिखा और वह अपने आप “ईश्वर” बन गया। साथ ही 6 अन्य ऑप्शन भी सुझाये गए हैं, आप इन में से सबसे सही शब्द को भी चुन सकते हैं।

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Demo of Google Input Tools – Hindi Transliteration

तो इस प्रकार आप गूगल इनपुट टूल्स की वेबसाइट पर जा कर हिंदी में टाइप कर सकते हैं और वहां से अपने लिखे हुए कंटेंट को कहीं भी Copy-Paste कर सकते हैं।

Offline Hindi Typing Tools – ऑफलाइन हिंदी टाइपिंग

ऊपर हमने देखा की कैसे ऑनलाइन गूगल इनपुट टूल्स की सहायता से हम हिंदी टाइप कर सकते हैं। पर कई बार ऐसा भी होता है की हमें निर्बाध इंटरनेट सुविधा प्राप्त नहीं रहती है ऐसे में हम लिप्यंतरण कैसे करें? तो इसका उपाय हैं Microsoft I​ndic Language Input Tool (ILIT) . यह एक ऑफलाइन सॉफ्टवेयर है, जो भारत की लगभग सभी भाषाओँ में टाइप करने के लिए ऑफलाइन सॉफ्टवेयर प्रदान करता है। आप यहाँ से डाउनलोड किये गए अपने भाषा के सॉफ्टवेयर को अपने लैपटॉप या डेस्कटॉप कंप्यूटर में इनस्टॉल कर लें और आसानी से हिंदी टाइपिंग करें।

यह भी आपके द्वारा अंग्रेजी में टाइप किये गए मटेरियल को हिंदी में लिप्यन्तरित कर देगा। ध्यान रहे यदि आप “India” लिखेंगे तो वह “इंडिया” बनेगा न की “भारत”, क्योंकि यह ट्रांसलेशन सॉफ्टवेयर न हो कर केवल लिपि अंतरण के काम ही आता है।

Hindi Typing Mobile App – हिंदी टाइपिंग मोबाइल एप्प

आज लगभग 60% पाठक इंटरनेट को मोबाइल द्वारा कनेक्ट करते हैं, ऐसे में हिंदी में मोबाइल द्वारा टाइपिंग करने के लिए भी बहुत से एप्प उपलब्ध हैं पर यहाँ हम केवल गूगल द्वारा बनाएं गए आधिकारिक Google Indic Keyboard का ही जिक्र करेंगे। अन्य चलताऊ एप्प निर्माताओं द्वारा विज्ञापनों से लैश एप्प प्रोवाइड की जाती हैं और उनमे वायरस या डाटा सुरक्षा का भी खतरा रहता है।

WordPress Blog Hindi Typing – वर्डप्रेस ब्लॉग पर हिंदी राइटिंग

गूगल ब्लॉगर या ब्लागस्पाट पर तो इनपुट टूल्स को आसानी से ऑनलाइन इस्तेमाल किया जा सकता है पर स्वतंत्र Web Hosting पर चल रहे वर्डप्रेस (Self-Hosted WordPress Blog) आधारित ब्लॉग पर हिंदी राइटिंग के लिए आपको 2 तरीकों का इस्तेमाल करना पड़ता है जिनका वर्णन निचे किया गया है।

  • सबसे सरल तरीका तो यह है की अपने इंटरनेट ब्राउज़र की दूसरी विंडो या टैब में आप गूगल इनपुट टूल्स का पेज खोल कर रखें और वहाँ से लिख कर वर्डप्रेस पोस्ट में कॉपी-पेस्ट कर लें।
  • दूसरा तरीका है आप हिंदी राइटिंग के वर्डप्रेस प्लगइन का इस्तेमाल कर वर्डप्रेस पोस्ट एडिटर में सीधे ही हिंदी लिप्यांतरण कर लें

WPHindi Plugin की मदद से आप आसानी से वर्डप्रेस में हिंदी में टाइपिंग कर सकते हैं, इस ब्लॉग पर भी हमने इसी प्लगइन का इस्तेमाल किया है।

हिंदी ब्लॉग राइटिंग की ध्यान देने योग्य बातें – Dos and Don’ts of Hindi Blog Writing:

  • आम तौर पर देखा गया है की हिंदी ब्लॉगर Hinglish या रोमन लिपि प्रयोग करते हैं, कृपया कम से कम मिश्रित लेखन करें और ब्लॉग सामग्री हिंदी में ही लिखें।
  • लिखते समय ध्यान रखें की आप पाठकों के लिए लिख रहे हैं न कि सर्च इंजन बोट् के लिए।
  • किसी भी विषय पर लिखने से पहले उसके बारे में गहन शोध कर लें अन्यथा आपको क़ानूनी दिक्ततों का सामना भी करना पड़ सकता है।
  • अपने ब्लॉग के Niche (विषय विशेष) के आसपास ही रहें। मानिये आप खानपान सबंधित ब्लॉग चलाते हैं, तो आपका प्रयास रहना चाहिए की आप उस ब्लॉग पर 90% लेखन खानपान सबंधित ही करते हैं। इससे सर्च रैंक में सुधार होता है।
  • SEO की आवश्यकता और महत्व को समझते हुए इसपर जरूर काम करें।
  • आपके लेखन में व्याकरण और भाषाई विशुद्धियाँ कम से कम हों।
  • अपने ब्लॉग को नियमित रूप से अपडेट करें।
  • अपने ब्लॉग की सोशल मीडिया मार्केटिंग जरूर करें।

  • कॉपी पेस्ट से बचें और अपने द्वारा सृजित सामग्री को ही ब्लॉग पर लिखें, गूगल को कॉपी पेस्ट ब्लागरों से सख्त नफरत है। गूगल की नज़र से बचना नामुमकिन है।
  • ध्यान रहे आपका ब्लॉग लेखन किसी व्यक्ति, जाति-धर्म, भाषा, क्षेत्र या देश का उपहास न उड़ाता हो।
  • अपने पैराग्राफ और वाक्यांश छोटे ही रखें।
  • भले ही कम आर्टिकल लिखें पर क्वालिटी से समझौता न करें।

यह कुछ मुख्य बिंदु हैं जिनका ध्यान रखते हुए बिना किसी बाधा के आप एक सफल हिंदी ब्लॉग का सञ्चालन कर सकते हैं और उससे कमाई भी कर सकते हैं।

सार : Conclusion

हिंदी ब्लॉग लेखन के बहुत से फायदे हैं , किसी एक का जिक्र करें तो जैसे आप अपनी लिखने की हॉबी को पूरा कर सकते हैं। अनेक विषयों पर अपना ज्ञान हिंदी भाषी पाठकगण के साथ बड़े स्तर पर साझा कर सकते हैं। अगर ब्लॉग पर अच्छा ट्रैफिक हो तो कुछ पैसा भी कमा सकते हैं। हिंदी लेखन का भविष्य उज्जवल है, इसमें समय निवेश आपके लिए लाभप्रद होगा।

आने वाला समय सुचना प्रोधोगिकी का ही है, दुनिया धीरे-धीरे सिमट कर आपके स्मार्टफोन में आती जा रही है। ऐसे में हिंदी ब्लॉग लेखन अनंत सम्भवनाओं से भरा क्षेत्र है, आप इसे पूर्णकालिक रोज़गार के रूप में भी अपना सकते हैं। थोड़ा सा समय का निवेश, संयम और एकाग्रचित होकर किया गया कार्य आपको सफल होने में सहयोग करेगा। आप न केवल ब्लॉग लिखने और पैसा कमाने तक सिमित रहेंगे बल्कि दूसरों के लिए प्रेरणा भी बनेंगे।

हिंदी ब्लॉग लेखन का बीते हुए कल, आज और आने वाले कल की जानकारी को हमने ऊपर परोसा है। साथ ही आसानी से हिंदी ब्लॉग राइटिंग कैसे करें? इसके ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके हमने ऊपर सीख लिए हैं । आशा है आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा, मित्रों के साथ शेयर करना न भूलें। कोई सवाल हो तो निचे कमैंट्स में लिख कर बेहिचक पूछें।

मैं हिंदी ब्लॉग्गिंग में रूचि रखने वाला भारतीय ब्लॉगर हूँ। ब्लॉग जगत से मैं लगभग 2005 से जुड़ा हूँ।
इस ब्लॉग पर मैं ब्लॉग्गिंग के साथ-साथ विविध विषयों पर लिखता हूँ।

फीचर लेखन करते समय कौन कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए?

(१) फीचर लेखन में आरोप-प्रत्यारोप करने से बचना चाहिए। (२) फीचर लेखन में आलंकारिक और अति क्लिष्ट भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। (३) फीचर लेखन में अति नाटकीयता से बचना चाहिए। (४) झूठा तथ्यात्मक आंकड़े, प्रसंग अथवा घटनाओं का उल्लेख करना उचित नहीं।

ब्लॉग लेखन से क्या तात्पर्य है और ब्लॉग लेखन मे बरती जानेवाली सावधानियों की जानकारी दीजिए?

ब्लॉग लेखक को किसी की निंदा करना, किसी पर गलत टिप्पणी करना, समाज में तनाव की स्थिति उत्पन्न करना आदि बातों से दूर रहना चाहिए। (५) ब्लॉग लेखन में आक्रामकता से अर्थात गाली-गलौज अथवा अश्लील शब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए। कोई भी पाठक ऐसी भाषा को पसंद नहीं करता। (६) बिना सबूत के किसी पर आरोप लगाना गंभीर अपराध है।

ब्लॉग लेखन से क्या तात्पर्य है?

ब्लॉग लिखना ही ब्लॉग राइटिंग कहलाता है। ब्लॉग, ब्लॉग राइटर द्वारा साझा किए गए अपने अनुभव, भावना, ज्ञान और कौशल आदि को गूगल के माध्यम से अन्य लोगों तक पहुंचाना ब्लॉग राइटिंग कहलाता है। कुछ लोग ब्लॉग राइटिंग सिर्फ अपने अनुभव को बताने के लिए करते हैं तथा कुछ लोग ब्लॉग राइटिंग पैसे कमाने के लिए करते हैं।

ब्लॉग लेखन किसका माध्यम बन चुका है?

डिजिटल माध्यम हैं। ब्लॉग, वेबसाइट, पोर्टल आदि अखबार, पत्रिका या पुस्तक हाथ में लेकर पढ़ने के स्थान पर उसे कंप्यूटर, टैब या सेलफोन पर पढ़ना डिजिटल माध्यम कहलाता है। इसके कारण लेखक और पत्रकार भी ग्लोबल हो गए हैं। इस माध्यम के द्वारा पूरी दुनिया की कोई भी जानकारी क्षण भर में ही परदे पर उपलब्ध हो जाती है।