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हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अपनी नमक की मात्रा घटाकर 1,500 मिलीग्राम तक कर लें पूरा दिन बीपी कंट्रोल रहेगा।खाने में नमक का सेवन खाने के स्वाद को बढ़ाता हैं। बिना नमक का खाना ना सिर्फ फीका लगता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद नहीं है। कुछ लोग खाने में कुछ ज्यादा ही नमक का सेवन करते हैं। खाने में नमक का ज्यादा सेवन सेहत को बेहद नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर, दिल के रोग और स्ट्रॉक का खतरा अधिक रहता है। हमारी डाइट में सोडियम का मुख्य स्रोत नमक है। हालांकि यह सोडियम ग्लूटामेट से आ सकता है, जिसे दुनिया के कई हिस्सों में मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। सोडियम ग्लूटामेट यानी कि मोनो सोडियम ग्लूटामेट एक ऐसी चीज है जिसे हम हर रोज खाते हैं। इसका इस्तेमाल पैक्ड फूड के साथ ही रेस्टोरेंट और स्टॉल वाले खूब करते हैं। अधिकांश लोग औसतन प्रति दिन 9-12 ग्राम नमक का सेवन करते हैं जो बहुत अधिक हैं। नमक का ज्यादा सेवन हाई बीपी के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक साबित होता है। ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है। आइए जानते हैं कि हाई बीपी के मरीजों को कौन सा और कितना नमक खाना चाहिए। कितना नमक का सेवन सेहत के लिए है जरूरी:वयस्कों के लिए प्रति दिन 5 ग्राम से कम नमक का सेवन पर्याप्त है। 5 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, स्ट्रोक और कोरोनरी हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज नमक का सेवन कम करें तो बीपी नॉर्मल रहेगा। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन अधिकांश वयस्कों को प्रति दिन 2,300 मिलीग्राम (करीब दो चम्मच) से अधिक नमक का सेवन करने को मना करता है। खासकर जिन लोगों का बीपी हाई रहता है उन लोगों को ज्यादा नमक नहीं खाने की सलाह देता है। हाई बीपी के मरीज अपनी डाइट से प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम नमक का कम कर के हाई बीपी और दिल की सेहत में सुधार कर सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के सदस्य राज्यों ने 2025 तक दुनिया भर के देशों को अपनी डाइट से नमक का सेवन 30% तक कम करने की सलाह दी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक अगर दुनिया भर में लोग खाने में कम नमक का सेवन करने लगे तो हर साल अनुमानित 25 लाख मौतों को रोका जा सकता है। कौन सा नमक सेहत के लिए फायदेमंद है:हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए सेंधा नमक का सेवन फायदेमंद हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज ज़िंक, पोटेशियम, कॉपर, सोडियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से युक्त रॉक साल्ट को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। एक्सपर्ट की सलाह है कि हाई बीपी के मरीज डाइट में नमक का सेवन कम करें। डाइट में ऐसे फूड्स खाएं जिसमें नमक का इस्तेमाल कम हो। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अपनी नमक की मात्रा घटाकर 1,500 मिलीग्राम तक कर लें पूरा दिन बीपी कंट्रोल रहेगा। Benefits Of Pink Salt: आजकल खान-पान में लापरवाही और प्रोसेस्ड फूड की वजह से ब्लड प्रेशर, शुगर और अन्य समस्याएं पैदा हो रही हैं. हाई ब्लड प्रेशर हार्ट को नुकसान पहुंचाता है इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है. ऐसे में एक चीज को ब्लड प्रेशर के मरीज को नुकसान पहुंचाती है वो है साधारण नमक. हाई बीपी की समस्या होने पर आपको सीमित मात्रा में नम खाना चाहिए. इसके अलावा आपको साधारण नमक की बजाय सेंधा नमक जिसे लोग पिंक सॉल्ट के नाम से जानते हैं उसका सेवन करना चाहिए. लोग व्रत में सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं. इस नमक को शुद्ध माना जाता है. इस नमक को बिना किसी केमिकल प्रोसेस के तैयार किया जाता है. वहीं साधारण नमक को बनाते वक्त कई केमिकल प्रोसेस से गुजरना पड़ता है, जिससे नमक के पोषक तत्व कम हो जाते हैं. इसीलिए हेल्दी रहने के लिए पिंक सॉल्ट इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. जानिए पिंक सॉल्ट के फायदे. पिंक सॉल्ट के फायदे Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. News Reels ये भी पढ़ें: Diet Mantra For Men: बढ़ती उम्र में भी पुरुष मंत्रों के जरिए खुद को रख सकते हैं फिट, जानिए Check
out below Health Tools- Calculate The Age Through Age Calculator ब्लड प्रेशर अगर लो हो गया है तो इस घेरलू नुस्खे से आपकी समस्या का हल मिल सकता है। इस आर्टिकल में जानें उस नुस्खे के बारे में। हमारी बदलती जीवनशैली के कारण कम उम्र में ही कई लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्याएं शुरू हो गई हैं। कोई हाई ब्लड प्रेशर का शिकार रहता है तो कोई लो ब्लड प्रेशर से परेशान होता है। अगर लो ब्लड प्रेशर की बात करें तो इसके कोई नोटिसेबल लक्षण नहीं होते। समस्या बढ़ने पर आपको चक्कर आ सकते हैं और हो सकता है कि काफी नींद भी आए। कई बार व्यक्ति को ब्लर दिखने लगता है और बहुत थकान रहती है। यह समस्या गंभीर होने पर आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए, लेकिन इसका तुरंत हल भी निकाला जा सकता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भावसार, अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अक्सर हेल्थ रिलेटेड कॉन्टेंट शेयर करती हैं। लो बीपी के लिए भी उन्होंने एक बड़ी आसान और दिलचस्प रेमेडी साझा की है। आइए उनसे जानते हैं लो बीपी के लिए ये कारगार रेमेडी कौन-सी है। लो ब्लड प्रेशर के लिए हिमालयन पिंक नमकडॉ. दीक्षा के मुताबिक, 'आयुर्वेद कहता है कि हिमालयन नमक उन एलिमेंट्स में से एक है, जो आपके 3 दोष को संतुलित करते हैं। अगर आप एक गिलास पानी में आधा चम्मच हिमालयन नमक घोलकर पी जाएं तो आपका लो बीपी बैलेंस हो सकता है।' यह स्वाद में थोड़ा नमकीन और मीठा होता है, इसकी तासीर ठंडी होती है और इसे पचाना भी बहुत आसान होता है। हमें लगता है कि नमक का स्वाद पित्त को बढ़ाता है, लेकिन सैंधव लवण, ठंडा होने के नाते पित्त को बैलेंस करता है और स्किन की प्रॉबलम्स के लिए अच्छा होता है। इसके नमकीन स्वाद के कारण यह वायु को भी बैलेंस करता है और बलगम को बाहर निकालकर चेस्ट के कंजेशन में मदद कर कफ को प्रभावित करता है। अगर आप लो ब्लड के मरीज नहीं हैं, तो भी इस पानी का सेवन आप कर सकते हैं। हिमालयन पिंक सॉल्ट पानी पीने के अन्य फायदेशरीर को हाइड्रेट रखता हैसादा पानी पीने से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं लेकिन इस प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण खनिज हमारे शरीर से कम हो जाते है। यह पानी आपके शरीर को हाइड्रेट करने के साथ-साथ उन खनिजों की पूर्ति करने में मदद करता है, जो इस प्रक्रिया में खो सकते हैं। पाचन को सही करने के साथ मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता हैपाचन समस्याओं के लिए हिमालयन सॉल्ट वाला पानी एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। अजवाइन और हींग के साथ एक चुटकी हिमालयन नमक मिलाकर पीने से सूजन और पेट दर्द आदि में आराम मिलता है। इसे भी पढ़ें: BP को कंट्रोल कर सकता है ये 1 नुस्खा, घर बैठे 30 दिनों में दिखता है असर प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता हैइसका नियमित सेवन आवश्यक विटामिन और खनिज प्रदान करता है और आपके इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है। यह हड्डियों को भी मजबूत करता है और चूंकि इसमें आयरन भरपूर होता है तो यह रक्त स्तर को भी बढ़ावा देता है। एनीमिया से ग्रस्त लोगों के लिए भी यह अच्छा विकल्प है। मांसपेशियों में ऐंठन को कम करने में मदद करता हैमांसपेशियों में ऐंठन का अनुभव करने वाले लोग पोषण की कमी और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के कारण बड़ी गंभीर स्थिति में पहुंच जाते हैं। पानी में एक चम्मच सेंधा नमक मिलाकर पीने से कुछ ही मिनटों में राहत पा सकते हैं। रक्तचाप को स्थिर करता हैहिमालयन पिंक सॉल्ट पोटेशियम में उच्च होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। तनाव दूर करता हैसूप में थोड़ी मात्रा में नमक डालकर पीने से और गर्म पानी में नमक मिलाकर नहाने से आपका तनाव दूर हो सकता है। इससे आपका दिमाग सक्रिय हो सकता है। यह आपको एक शांत करता है और आपको अच्छी नींद प्रदान करता है। इसे भी पढ़ें: ब्लड प्रेशर रहता है लो, तो यह योगासन करेंगे आपकी मदद Recommended Video
गले की खराश से राहत दिलाता हैहल्दी वाले नमक पानी से गरारे करना गले की खराश के लिए अच्छा हो सकता है। इसमें डिकंजेस्टेंट गुण होते हैं जो आपकी बंद नाक, खांसी को दूर करने में मदद करते हैं और नाक और गले की कैविटी को साफ करते हैं। तो अब आप अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए सेंधा नमक का पानी का सेवन जरूर करें। हमें उम्मीद है कि यह नुस्खा आपके काम जरूर आएगा। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई तो इसे लाइक और शेयर करें और ऐसे आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ। Image Credit: Freepik क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें Disclaimer आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, पर हमसे संपर्क करें। हाई बीपी के लिए कौन सा नमक सबसे अच्छा है?हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए सेंधा नमक का सेवन फायदेमंद हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज ज़िंक, पोटेशियम, कॉपर, सोडियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से युक्त रॉक साल्ट को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
सेंधा नमक से बीपी बढ़ता है क्या?4- सेंधा नमक हाई ब्लड प्रेशर को कम कर शरीर को रिलेक्स करने में मदद करता है. 5- सेंधा नमक आंखों के लिए भी बहुद फायदेमंद होता है. इसके सेवन से आंखों की रोशनी को कम होने से बचाया जा सकता है.
चावल खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है क्या?सफेद चावल खाने से बॉडी में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, जिसकी वजह से ब्लडप्रेशर भी बढ़ जाता है.
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