बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

  • 1/7

गर्मी के मौसम में हम अक्सर नींबू पानी पीते हैं लेकिन इसके फायदे से पूरी तरह वाकिफ नहीं होते हैं. नींबू कई तरह की शारीरिक समस्याओं का इलाज है. हालांकि नींबू पानी पीने के सही तरीके बारे में पता होना जरूरी है.

बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

  • 2/7

1- नींबू में सिट्रिक एसिड पाया जाता है जो कि किडनी में पथरी होने से रोकता है. अगर आप रोजाना नींबू पानी का सेवन करते हैं तो आपको पथरी की समस्या नहीं होगी.

बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

  • 3/7

2- आपने अक्सर सोकर उठने के बाद लोगों को गुनगुने पानी में नींबू की बूंदे मिलाकर पीते हुए देखा होगा. दरअसल इसका एक वैज्ञानिक कारण भी है. इससे व्यक्ति का पाचन तंत्र दुरुस्त होता है. खाना जल्दी पचता और व्यक्ति फिट रहता है.

बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

  • 4/7

3- नींबू में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इससे आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. रोजाना नींबू पानी पीने वालों को जुकाम-बुखार की भी बहुत कम शिकायत होती है.

बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

  • 5/7

4-अगर आपके मुंह से दुर्गंध आ रही है तो आप एक गिलास नींबू पानी पी लीजिए. इससे आपके मुंह से बदबू आनी भी बंद हो जाएगी और मुंह सूखा भी नहीं रहेगा.

बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

  • 6/7

5- नींबू आपके मेटाबॉलिज्म को ठीक रखता है. इसके अलावा इसमें फाइबर भी पाया जाता है. नींबू पानी आपको वजन घटाने में भी मदद करता है.

बुखार में नींबू का प्रयोग कैसे करें? - bukhaar mein neemboo ka prayog kaise karen?

  • 7/7

6- ध्यान रखें ये बातें- हमेशा ताजे नींबू का ही प्रयोग करें. नींबू पानी गुनगुने और ठंडे दोनो रूप में पी सकते हैं. इसके अलावा अगर आप नींबू पानी के साथ संतरे या खीरे का सेवन करें तो और भी अच्छा है.

डेस्क एनबीटी, लखनऊ : बदलते मौसम में वायरल फीवर होना आम बात है। मौसम बदलने और तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर हो जाता है और वायरस से शरीर संक्रमित हो उठता है। आमतौर पर लोग वायरल फीवर को आम बुखार समझ कर घर में पड़ी कोई भी दवा खा लेते हैं लेकिन इसे ज्यादा दिनों तक नजरअंदाज न करें। यह बुखार सप्ताह भर तक शरीर को चपेट में ले सकता है। कुछ घरेलू उपायों से आप इसमें आराम पा सकते हैं। एक नजर-

गर्मी को नियंत्रित रखें

कमरे के तापमान को कम करें इसके लिए आप खिड़की खोल सकते हैं। और अगर ठंड हो तो अपने पास एक गर्म कंबल रखें।

खूब पानी पिएं

वायरल में खूब पानी पीना चाहिए। इसके अलावा जूस और कैफीन रहित चाय का सेवन करें। ज्यादातर फलों में एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जिनका सेवन करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं। अगर आपको डायरिया या उल्टी की शिकायत है तो इलेक्ट्रॉल का सेवन फायदेमंद होगा। इसके अलावा, नींबू, लैमनग्रास, पुदीना, साग, शहद आदि भी फायदेमंद हो सकते हैं।

नींबू के पानी की जुराब

एक कप गुनगुने पानी में एक नींबू का रस निचोड़ लें। इस पानी में रुई के पतले फोहे डुबो लें। अतिरिक्त पानी को निचोड़ लें और इसे जुराबों के जोड़े में डालकर रात भर पहनकर सो जाएं।

नींबू

नींबू को बीच से काट लें और फिर इस टुकड़े से पैरों के तलों पर मसाज करें। आप चाहें तो नींबू के इस कटे हुए टुकड़े को जुराबों में डालकर सारी रात पहनकर रख सकते हैं।

लहसुन

कच्चे लहसुन के टुकड़े खाएं। आप इस पर शहद लगाकर भी खा सकते हें। इसके अलावा लहसुन की दो कलियों को दो चम्मच ऑलिव ऑयल में मिलाकर गर्म कर लें और इससे अपने पैरों के तलों में मसाज करें। फायदा होगा।

सिरका

नहाने के पानी में आधा कप सिरका मिला लें और कम से कम 10 मिनट तक उसे ऐसा ही रहने दें। इस पानी से नहाने से भी फायदा होता है। चाहें तो आलू के कुछ टुकड़ों को सिरके में डुबोकर इसे अपने माथे पर बांध लें।

वायरल फीवर के लक्षण

1. गले में दर्द होना

2. बदन दर्द या मसल्स पेन

3. खांसी आना

4. सिरदर्द या त्वचा में रैशेज होना

5. सर्दी-गर्मी लगना

6. आंखों में जलन

7. थकान महसूस होना

8. तेज बुखार

बरतें सावधानी

विटमिन सी का सेवन ज्यादा करें। यह हमारे इम्यून सिस्टम को सही रखता है।

हल्का खाना ही खाएं

पत्तेदार सब्जियां, फूलगोभी और अरबी न खाएं

हल्दी, अजवाइन, अदरक और हींग का ज्यादा सेवन करें

ठंडे पानी की जगह गुनगुना पानी पिएं

रेस्ट करें और बासी खाना न खाएं

गर्म पानी की भाप लें

छींकते वक्त मुंह पर रुमाल बांधें

घर पर इलाज न करें, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

क्या बुखार में नींबू खा सकते हैं?

नींबू में vitamin c अधिक मात्रा में पाया जाता है। इससे आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। रोजाना नींबू पानी पीने वालों को जुकाम-बुखार की भी बहुत कम शिकायत होती है।

बुखार में नींबू पानी कैसे लें?

हल्दी वाला गर्म नींबू पानी के लिए टिप्स 1..
एक गिलास में १/२ टी-स्पून नींबू का रस डालें। ... .
१/४ टी-स्पून हल्दी पाउडर डालें। ... .
इसमें १ कप गर्म पानी डालें।.
अच्छी तरह मिलाएं।.
तुरंत परोसें।.

नींबू का कैसे प्रयोग करें?

दरअसल, नींबू के रस का सेवन अगर गुनगुने पानी के साथ किया जाए, तो यह पाचन को बढ़ावा देता है और चयापचय दर में सुधार कर वजन कम करने में सहायक हो सकता है। इसके अलावा, नींबू को विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत माना गया है और वजन घटाने के लिए विटामिन-सी सबसे खास तत्व माना जाता है (6)।

नींबू की तासीर क्या होती है?

आपने देखा होगा नींबू का सेवन ज्यादातर गर्मियों में किया जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि नींबू की तासीर ठंडी होती है.