बीकॉम करने के बाद कौन सा कंप्यूटर कोर्स करें? - beekom karane ke baad kaun sa kampyootar kors karen?

औद्योगिक क्षेत्र और बिज़नेस में लोगों की बढ़ती रूचि ने बैचलर ऑफ़ कॉमर्स को एक लोकप्रिय कोर्स बना दिया है। यदि आप हाल ही में बीकॉम ग्रेजुएट्स हुए हैं और सोच रहे हैं कि BCom ke baad kya kare तो आपके पास करियर के ढेरों विकल्प मौजूद हैैं। इनमेें एमबीए, एमकॉम, बीकॉम ग्रेजुएट्स द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वालेे विकल्प हैं। ऐसेे ही कई अन्य प्रोग्राम और नौकरी के अवसर हैं जिन्हें आप बीकॉम के बाद चुन सकतेे हैं। आइए इस ब्लॉग के माध्यम से विस्तार से जानते हैं कि BCom ke baad kya kare।

This Blog Includes:
  1. बीकॉम के बाद क्या करें?
  2. मास्टर ऑफ़ कॉमर्स (MCom)
  3. एमबीए इन फाइनेंस
  4. चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA)
  5. सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA)
  6. फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट (FRM)
  7. सीएस (CS)
  8. सीएफए (CFA)
  9. बिज़नेस एकाउंटिंग एंड टैक्सेशन
  10. डिजिटल मार्केटिंग
  11. बी.एड.
  12. 6 मंथ कोर्सेज फॉर कॉमर्स स्टूडेंट
  13. बीकॉम के बाद बेस्ट जॉब ऑप्शन
  14. FAQs

बीकॉम के बाद क्या करें?

अक्सर छात्र इस बात को लेकर परेशान होते हैं कि BCom ke baad kya kare, बीकॉम के बाद आपके लिए बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है जैसे- आप एमकॉम मास्टर डिग्री कर सकते हैं, एमबीए कर सकते हैं, CA और CS की पढ़ाई कर सकते हैं, इसके अलावा अकाउंटेंट (Accountant), बिज़नेस अनालीसिस्ट, ऑडिटर (Auditor), इकोनॉमिस्ट, फाइनेंस ऑफिसर, स्टॉक ब्रोकर, कंसलटेंट (Consultant) और बिजनेस प्लानर और बहुत सारे डिप्लोमा कोर्स हैं जिनमें भी छात्र एडमिशन ले सकते हैं।

मास्टर ऑफ़ कॉमर्स (MCom)

मास्टर ऑफ़ कॉमर्स, बीकॉम के बाद की जाने वाली मास्टर डिग्री है। एमकॉम में विभिन्न स्पेशलाइजेशन है जैसे एकाउंटिंग, बिज़नेस मैनेजमेंट, फाइनेंस, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स,टैक्सेशन, मार्केटिंग या गहन अध्ययन के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्त, उद्यमशीलता प्रबंधन, मात्रात्मक अनुसंधान के तरीके आदि। एमकॉम 2 साल की मास्टर डिग्री है। यदि आप टीचिंग लाइन में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको एमकॉम करनी चाहिए। इसके बाद आप NET करके असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं या आगे पीएचडी कर सकते हैं। 

एमबीए इन फाइनेंस

अगर आपकी रुचि मार्केटिंग या बिज़नेस में है तो आपके लिए बीकॉम के बाद  MBA in Finance बेस्ट ऑप्शन है। एमबीए 2 साल में की जाने वाली मास्टर डिग्री है। इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजीज, लोकल एंड ग्लोबल इकोनॉमिक्स, मर्जर एंड एक्वीजीशन, कॉर्पोरेट रिस्क एनालिसिस, सिक्योरिटीज एंड पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, डायरेक्ट एंड इनडायरेक्ट टैक्सेशन यह ऐसे विषय है जिनका अध्ययन एमबीए में कराया जाता है। अमेज़ॅन, जेपी मॉर्गन, माइक्रोसॉफ्ट, एक्सेंचर और बैंक ऑफ अमेरिका ऐसी कम्पनियां है जिनको समय-समय पर एमबीए पास आउट की आवश्यकता होती है, तो एमबीए करना एक बेहतर विकल्प है। 

चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA)

कॉमर्स क्षेत्र में सबसे अधिक मांग की जाने वाली नौकरी चार्टर्ड एकाउंटेंट है। हर आर्गेनाइजेशन को चार्टर्ड एकाउंटेंट की आवश्यता होती है। CA कोर्स को करने के लिए बेसिक योग्यता 10+2 या ग्रेजुएशन है। CA, ICAI (Institute of Chartered Accountants of India) द्वारा आयोजित करायी जाती है, CA को 4 चरणों में पूरा किया जाता है- 

  • CPT:- यह CA का प्रथम चरण है। आपको 12th के बाद CA करने के लिए CPT का एग्जाम देना आवश्यक है। वहीं अगर आप ग्रेजुएशन के बाद CA करना चाहते हैं तो आपको CPT का एग्जाम देना आवश्यक नहीं है, आप सीधे IPCC के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। 
  • IPCC:- यह CA का दूसरा चरण है।  इसमें एग्जाम 2 ग्रुप में लगती है। IPCC  को पास करने के लिए आपके हर विषय में न्यूनतम 40% अंक होने चाहिए और औसत 50% अंक होने जरुरी है। IPCC में आप दोनों ग्रुप की एग्जाम अलग-अलग भी दे सकते हैं और एक साथ भी दे सकते हैं। 
  • आर्टिकलशीप :- यह CA का तीसरा चरण है। इसमें आपको 3 साल के लिए किसी CA के अंतर्गत काम करना होता है। इसे हम इंटर्नशिप भी कह सकते हैं। 
  • फाइनल एग्जाम :- यह CA चौथा और आखरी चरण है। इसमें भी एग्जाम 2 ग्रुप में लगती है। फाइनल एग्जाम को पास करने के लिए आपके हर विषय में न्यूनतम 40% अंक होने चाहिए और औसत 50% अंक होने जरुरी है। फाइनल एग्जाम में आप दोनों ग्रुप की एग्जाम अलग-अलग भी दे सकते हैं और एक साथ भी दे सकते हैं। 

सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA)

अगर आप ग्लोबल बिज़नेस एनवायरनमेंट का हिस्सा बनना चाहते हैं और यह सोच रहे हैं की BCom ke baad kya kare, कैसे करें, तो सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट और इंस्टिट्यूट ऑफ़ कॉस्ट एकाउंटेंट्स अच्छे विकल्प है। CMA, इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एकाउंटेंट्स द्वारा कराया जाता है और USA, इंस्टिट्यूट ऑफ़ कॉस्ट एकाउंटेंट्स द्वारा कराया जाता है। CMA और USA आपकी फाइनेंसियल प्लानिंग, एनालिसिस, कंट्रोल, डिसीजन सपोर्ट एस वेल एस प्रोफेशनल एथिक्स के प्रति आपकी समझ और नॉलेज को बढ़ाएंगे।

फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट (FRM)

यदि आपको यह चिंता है कि BCom ke baad kya kare? तो  फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट एक अच्छा विकल्प है। FRM आपकी फाइनेंस और बैंकिंग सेक्टर की नॉलेज को बढ़ाएगा। इस कोर्स में आपकी इन्वेस्टमेंट एंड बैंकिंग सेक्टर, मार्केट एंड क्रेडिट इश्यूज, ऑपरेशनल मैनेजमेंट आदि को समझने की समझ विकसित होगी।  ICBC, KPMG, HSBC, Deutsche Bank, सिटीग्रुप आदि कुछ प्रमुख कंपनियां हैं जो FRM विशेषज्ञों की भर्ती करती है।

सीएस (CS)

बीकॉम के बाद CS (Company Secretary) सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है। CA और CFA के बाद CS सबसे पसंदीदा कोर्स है। CS परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। CS परीक्षा पास करने के बाद छात्र इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। CS ऑडिट करने, कंपनी के रिकॉर्ड बनाए रखने, हैंडल सांविधिक रजिस्टर और लीगल एडवाइस देने के लिए जिम्मेदार होता है।

सीएफए (CFA)

CFA में इंटरनेशनल एकाउंटिंग स्टैण्डर्ड का अध्ययन शामिल है। CFA प्रोफेशनल दुनिया के 120 से अधिक देशों में काम कर सकते हैं। CFA में  इन्वेस्टमेंट एनालिसिस, स्टेटिस्टिक्स, इकोनॉमिक्स, कॉर्पोरेट फाइनेंस, फाइनेंसियल एनालिसिस, अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट का अध्ययन कराया जाता है। 

बिज़नेस एकाउंटिंग एंड टैक्सेशन

जो छात्र बिज़नेस के क्षेत्र में या टैक्सेशन के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं उनके लिए बिज़नेस एकाउंटिंग एंड टैक्सेशन अच्छा विकल्प है। यह आपको विषय के बारे में प्रैक्टिकल अध्ययन के साथ गहन अध्ययन भी कराते हैं। इसमें आपको ERP सॉफ्टवेयर, फाइनेंसियल स्टेटमेंट, GST, डायरेक्ट टैक्सेशन आदि के बारे में पढ़ाया जाता है।

डिजिटल मार्केटिंग

वर्तमान समय में डिजिटल मार्केटिंग का प्रचलन काफी बढ़ गया है। भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी डिजिटल मार्केटिंग का बहुत स्कोप है।  डिजिटल मार्केटिंग सभी लेटेस्ट सोशल मीडिया ट्रेंड्स जैसे SEO, एडवरटाइजिंग, ब्रांडिंग, प्रमोशन का अध्ययन है। इसके बाद आप कंटेंट राइटर, सोशल मीडिया मैनेजर, एसईओ मैनेजर, पीपीसी स्पेशलिस्ट आदि के रूप में काम कर सकते हैं।

बी.एड.

जो छात्र टीचर के रुप में अपने आप को देखतें है उनके लिए बी.एड. एक बेहतर करियर विकल्प है। बी.एड.2 साल का कोर्स है जिसके लिए बैचलर डिग्री योग्यता हैं।

आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।

6 मंथ कोर्सेज फॉर कॉमर्स स्टूडेंट

BCom ke Baad Kya Kare? यह सवाल बहुत अहम है क्योंकि बीकॉम के बाद का चयन ही आपका करियर निर्धारित करता है। बीकॉम के बाद 6 महीने के कई सर्टिफिकेट बेस्ड शार्ट टर्म कोर्सेज भी होते हैं, जिन्हें आप बीकॉम के बाद चुन सकते हैं। 

  • Certificate in Banking
  • Certificate in Accounting
  • Certificate in E-commerce
  • Certificate in Digital Marketing
  • PG Certificate in Banking and Financial Services
  • Certificate in Stock Market
  • Certificate in Public Relations
  • Certificate in Disaster Management
  • Certificate in Library and Information Sciences
  • Certificate in Rural Development

बीकॉम के बाद बेस्ट जॉब ऑप्शन

बीकॉम के बाद कई जॉब प्रोफाइल ऐसी है जिनके लिए आप अप्लाई कर सकते हैं 

  • एकाउंटेंट
  • टैक्स सलाहकार
  • बैंकर
  • वित्त सलाहकार
  • मार्केट रिसर्चर
  • ऑडिटर
  • सलाहकार
  • कंपनी सेक्रेटरी
  • व्यापार विश्लेषक
  • वित्त अधिकारी
  • सेल्स एनालिस्ट
बीकॉम के बाद जॉब वेतन (INR/प्रति वर्ष)
वित्तीय मॉडलिंग सहयोगी 5-15 लाख
डिजिटल मार्केटर 4.5-10 लाख
व्यापार विश्लेषक 3-5 लाख
निवेश बैंकर 9-15 लाख
मानव संसाधन प्रबंधक 4-7 लाख
वित्तीय जोखिम प्रबंधक 11-19 लाख

FAQs

BCom ke Baad Kya Kare?

1. मास्टर्स ऑफ कॉमर्स (एमसीएम)
2. वित्त में एमबीए
3. चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए)
4. प्रमाणित प्रबंधन लेखाकार (सीएमए)
5. वित्तीय जोखिम प्रबंधन (एफआरएम)
6. सीएस
7. सीएफए
8. बिजनेस अकाउंटिंग और कराधान
9. डिजिटल मार्केटिंग
10. बी.एड.

बीकॉम से कौन सी नौकरी मिलती है?

बीकॉम के बाद कई जॉब प्रोफाइल ऐसी है जिनके लिए आप अप्लाई कर सकते हैं –
एकाउंटेंट
टैक्स सलाहकार
बैंकर
वित्त सलाहकार
मार्केट रिसर्चर
ऑडिटर
सलाहकार
कंपनी सेक्रेटरी
व्यापार विश्लेषक
वित्त अधिकारी
सेल्स एनालिस्ट

बीकॉम कौन सी पढ़ाई है?

बीकॉम सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय अंडरग्रेजुएट डिग्री है, जिसे बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस एंड इंडस्ट्रियल पॉलिसीज जैसे विषयों को सीखने की क्षमता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कॉमर्स में डिग्री वाले छात्र आगे एमकॉम या एमबीए या प्रोफेशनल कोर्सेज जैसे CA, CS आदि कर सकते हैं ।

उम्मीद है, इस ब्लॉग से आप जान गए होंगे कि BCom ke Baad kya kare । यदि आप विदेश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Eduएक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।

बीकॉम के साथ कौन कौन से कोर्स कर सकते हैं?

बीकॉम के बाद क्या करें? ... .
मास्टर ऑफ़ कॉमर्स (MCom) ... .
एमबीए इन फाइनेंस ... .
चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) ... .
सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA) ... .
फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट (FRM) ... .
सीएस (CS) ... .
सीएफए (CFA).

बीकॉम के बाद सीए की तैयारी कैसे करें?

Chartered Accountant: CA बनने से पहले आपको CPT एग्जाम, IPCC एग्जाम उसके बाद CA Final Exam पास करके आप CA बन सकते हो. अगर कोई B.Com के बाद इसे करना चाहता है तो वह सीधा IPCC एग्जाम में बैठ सकता है. IPCC एग्जाम पास करने के बाद लगभग तीन साल की Articleship Training होती है उसके बाद ही आप CA Final एग्जाम दे सकते हो.

क्या बीकॉम के बाद एमसीए कर सकते हैं?

बीए, बीएससी, बीकॉम के छात्र भी अब दो साल में एमसीए (मास्टर ऑफ कम्प्युटर एप्लीकेशन) कर सकेंगे। पहले इन छात्रों को तीन साल या छह सेमेस्टर में इसे पूरा करना होता था। अब तक बीसीए कर चुके छात्रों के लिए यह अवधि दो साल थी। ऑल इण्डिया काउंसिल ऑफ टेिक्नकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने एमसीए कोर्स के अवधि संबंधी नियम बदल दिए हैं

बीकॉम करने से क्या लाभ है?

इस कोर्स में बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर, एकाउंटिंग, बिजनेस मैनेजमेंट और इसके लिए जरूरी दूसरी चीजों के बारे में पढ़ाया जाता है। यदि आप बैंक में नौकरी या किसी कंपनी में अकाउंटिंग आदि के पद पर नौकरी या चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे बड़े पद पर भी नियुक्ति चाहते हैं तो बीकॉम आपकी सहायता करता है।