दोस्तों टॉप जॉब ज्ञान में आपका स्वागत है इस आर्टिकल की माध्यम से आप जानेंगे बैंक का अर्थ एवं परिभाषा (Bank Shabd ka Arth aur paribhasha) , बैंक क्या है? बैंक शब्द की उत्पत्ति के बारे में, बैंक का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and Definitions of Bank) , बैंक सबसे पहले कहाँ और कैसे इसके बारे में जानेंगे। वास्तव में यदि आप बैंकिंग की तैयारी करते हैं तो बैंक से रिलेटेड जानकारी आपके लिए बहुत ही जानकारी पूर्ण हो सकती है। Show
क्योंकि जब भी हम किसी जॉब के लिए इंटरव्यू में जाते हैं, य बैंक से रिलेटेड जॉब करना चाहते हैं तो, उससे पहले हमारे लिए बैंकिंग की जानकारी होना बहुत जरूरी है कि बैंक शब्द की उत्पत्ति कहाँ कैसी हुई. इसके बारे में नॉलेज हमारे लिए बहुत जरूरी है। इंटरव्यू या एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रश्न हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं बैंक के बारे में।
बैंक शब्द की उत्पत्ति कब और कहाँ (Bank Shabd ki utpatti)दोस्तों देखा जाए तो ‘बैंक’ शब्द की उत्पत्ति के बारे में विभिन्न विद्वानों के अलग-अलग मत हैं। लेकिन यह सत्य है कि आधुनिक बैंकों का आरंभ 12वीं शताब्दी में यूरोप में हुआ और बाद में धीरे-धीरे यह पूरे विश्व में फैल गया। ‘बैंक’ शब्द इटैलियन भाषा के Banco या Banues शब्द से बना है जिसका अर्थ Bench (बैंच) होता है। इस सम्बंध में कई विद्वानों के विचार इस प्रकार थे-लौम्वार्डी के साहूकार अपना व्यवसाय ” बैंचों’ पर बैठकर करते थे और जब कोई साहूकार अपना व्यवसाय बंद कर देता था तो उसकी बैंच तोड़ दी जाती थी। कुछ विद्वान बैंक शब्द की उत्पत्ति जर्मन भाषा के Banck शब्द से मानते हैं जिसका अर्थ ‘ऋण’ होता है। कुछ विद्वानों का मत है कि ‘बैंक’ शब्द फ्रांसीसी भाषा के ‘Banke’ शब्द से बना है। इटैलियन भाषा में ऋण के लिये Monte शब्द है जिसका अर्थ’ पहाड़ है। Monte शब्द के लिये Joint Stock Fund का प्रयोग किया जाता था। फ्रांसीसी भाषा का Banke शब्द अंग्रेजी भाषा के Bank शब्द के रूप में प्रयोग होने लगा। हिन्दी भाषा में Bank शब्द के लिये “बैंक” या “अधिकोष” शब्द भी प्रचलित है। फ्रांसीसी विद्वान रेबुलपुट का कहना है कि “वस्तुतः बैंक शब्द की उत्पत्ति कहाँ से हुई है, इसका कोई व्यावहारिक महत्त्व नहीं है। वास्तविकता तो यह है कि यूरोप के मध्यकालीन बैंकिंग व्यवसाय से बैंक शब्द की उत्पत्ति सम्बन्धित है।” Bank से तात्पर्य एक ऐसी संस्था से होता है, जो निक्षेप स्वीकार करने और ऋण प्रदान करने का कार्य सम्पन्न करती है। इसलिए कहा जाता है कि बैंक वह संस्था है, जो मुद्रा तथा साख में अपना व्यवसाय करती है। बैंक एक ऐसी संस्था है, जो जनता की जमा राशियों को स्वीकार करती है, माँग पर उसका भुगतान करती है तथा व्यक्तियों को आवश्यकतानुसार ऋण प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त वर्तमान समय में बैंकों द्वारा अनेक अन्य बहुमूल्य सेवाएँ भी प्रदान की जाती हैं। वर्तमान समय में ‘बैंक’ शब्द इतना व्यापक एवं सामान्य हो गया है कि इसे एक परिभाषा में सीमित करना उचित प्रतीत नहीं होता। बैंक की परिभाषा को सहज बोध बनाने के लिये उसे निम्नलिखित तीन वर्गों में बाँटा गया Read:- इंटरनेट बैंकिंग क्या और कैसे समझाये इन हिंदी विद्वानों द्वारा दी गई बैंक परिभाषाएँ (Vidwano Dwara Di Gai Bank Paribhasha)विद्वानों द्वारा दी गई बैंक परिभाषाएँ-कुछ परिभाषाएँ इस प्रकार हैं: 1-डॉ. हर्बर्ट एल. हार्ट (Dr. Herbert L. heart) के अनुसार, “बैंकर वह है जो अपने कारबार के साधारण अनुक्रम में, उस पर उन व्यक्तियों द्वारा लिखे गये चैकों का भुगतान करता है जिनसे और जिनके लिये चालू खाते में धनराशि प्राप्त करता है।” 2-प्रो. किनले (Pro. kinley) के अनुसार, “बैंक एक ऐसा प्रतिष्ठान है जो ऋण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसे व्यक्तियों को जिन्हें उसकी आवश्यकता है, धन उधार देता है और जिसके पास अपना धन, जब उन्हें प्रयोग के लिये उसकी आवश्यकता नहीं होती, जमा कर देते हैं।” 3-वेबस्टर शब्दकोश (Webster Dictionary) के अनुसार, “बैंक वह संस्था है जो द्रव्य में व्यवसाय करती है, एक प्रतिष्ठान है जहाँ धन को जमा, संरक्षण तथा निर्गमन है तथा ऋण देने और कटौती की सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं और एक स्थान से दूसरे स्थान पर धनराशि भेजने की व्यवस्था की जाती है।” 4-हारेस्ट ह्याइट (Harest Height) के अनुसार, “बैंक साख का सृजनकर्ता और विनिमय की सुविधाजनक बनाने का यंत्र है।” बैंक की विधिक परिभाषाएँ (Bank Ki Vidhik Paribhashay)विधिक परिभाषाएँ-विभिन्न देशों के बैंकिंग अधिनियमों एवं परक्राम्य लिखत अधिनियमों में बैंक की जो परिभाषाएँ दी गई है, उन्हें हम बैंक की विधिक परिभाषाएँ कहते हैं। कुछ प्रमुख विधिक या कानूनी परिभाषाएँ निम्न हैं:
Read:- बैंक मैनेजर बनने के लिए क्या करना चाहिए Read: Bank me job ke liye kya kare व्यवसाय संस्था दी गयी परिभाषाएँ (Vyavsay Sansthan Dwara Di Gai Paribhasha)साख का व्यवसाय करने वाली संस्था के रूप में दी गयी परिभाषाएँ:
Or Adhik Pade:- एक सफल कैरियर
से बैंक में जॉब कैसे पाये निष्कर्षउपर्युक्त सभी परिभाषाओं पर विचार करने के उपरांत हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि-“बैंक एक ऐसी संस्था है, जो निक्षेप स्वीकार करने और ऋण प्रदान करने का कार्य सम्पन्न करती है। सरल शब्दों में, बैंक एक ऐसी संस्था है जो मुद्रा एवं साख में अपना व्यवसाय संपन्न करती है।” आशा है आप को ऊपर दी गई बैंक की परिभाषा (Meaning and Definitions of Bank) के बारे में जरूर जानकारी हुए होगी। हो सकता है आप बैंकिंग की नौकरी करने की तैयारी कर रहे हो, यह जानकारी आपको काफी उपयोगी हो सकती है। पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद और अधिक पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। Read Some Post:- banking naukri kaise paye in hindi-बैंक में करियर बनाये बैंक की उत्पत्ति कैसे हुई?बैंकों के लिए इन जमा के बदले कोई भी माँग जमा एवं भुगतान नहीं होगा।
बैंक से क्या अर्थ है?बैंक उस वित्तीय संस्था को कहते हैं जो जनता से धनराशि जमा करने तथा जनता को ऋण देने का काम करता है। लोग अपनी अपनी बचत राशि को सुरक्षा की दृष्टि से अथवा ब्याज कमाने के हेतु इन संस्थाओं में धनराशि जमा करते और आवश्यकतानुसार समय समय पर निकालते रहते हैं।
बँक शब्द कौन से शब्द से बना है?कुछ विद्वान बैंक शब्द की उत्पत्ति जर्मन भाषा के Banck शब्द से मानते हैं जिसका अर्थ 'ऋण' होता है। कुछ विद्वानों का मत है कि 'बैंक' शब्द फ्रांसीसी भाषा के 'Banke' शब्द से बना है। इटैलियन भाषा में ऋण के लिये Monte शब्द है जिसका अर्थ' पहाड़ है।
बैंक शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम कब किया गया?बैंक शब्द की उत्पत्ति इटालियन भाषा से हुई है। ... . आज जैसी बैंक व्यवस्था सबसे पहले 'वेनिस' में सन 1587 में शुरू हुई। ... . अमेरिका में पहला बैंक 1782 में और इंग्लैंड़ में 1825 में खुला।. |