भारत में मुगल वंश की स्थापना कब और किसने की थी? - bhaarat mein mugal vansh kee sthaapana kab aur kisane kee thee?

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मुगल वंश की स्थापना किस किन किसने की थी और कब की थी मुगल साम्राज्य 1526 में शुरू हुआ मुगल वंश का संस्थापक बाबर था अधिकतर मुगल शासक तुर्के और सुन्नी मुसलमान थे मुग़ल शासक 17 वी शताब्दी के आखिर में और 18वीं शताब्दी की शुरुआत तक चला और 19वीं शताब्दी के मध्य में समाप्त हुआ 152 में उन 1526 a3s तक शासन के दौरान 24 फरवरी 1483

mughal vansh ki sthapana kis kin kisne ki thi aur kab ki thi mughal samrajya 1526 mein shuru hua mughal vansh ka sansthapak babar tha adhiktar mughal shasak turke aur sunni musalman the mughal shasak 17 v shatabdi ke aakhir mein aur vi shatabdi ki shuruaat tak chala aur vi shatabdi ke madhya mein samapt hua 152 mein un 1526 a3s tak shasan ke dauran 24 february 1483

मुग़ल साम्राज्य का संस्थापक बाबर था जिसका पूरा नाम जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर था। हालाँकि भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना करना बाबर का उद्देश्य कभी नही रहा किन्तु वह इस बात से वाकिफ था कि भारत में अपार धन है तथा वहाँ के शासक इतने योग्य नही है कि किसी बाहरी आक्रमण के खिलाफ एकजुट होकर लड़ सके क्योंकि अफगानी शासक माल लूटने के लिए अक्सर भारत में लूटपाट करते थे। ये सब जानकर बाबर को भारत पर आक्रमण करने का मन था किन्तु वह इस आक्रमण के लिए कभी आश्वस्त नही हो सका था। फिर जब इधर दिल्ली में शासन कर रहे अफगानी शासक इब्राहिम लोधी तथा उसी के साम्राज्य में लाहौर के गवर्नर रहे दौलत खां लोधी के बीच मतभेद हुए तो दौलत खां ने इब्राहिम को दिल्ली से उखाड़ फेंकने के मकसद से बाबर को भारत पर हमला करने का न्यौता दिया। इसी समय राणा सांगा ने भी बाबर को भारत पर आक्रमण करने का आमंत्रण भेजा इस प्रकार दिल्ली के शासक के खिलाफ भड़क रही आग की भनक बाबर को लगी और उसने भारत पर आक्रमण करने की ठानी। कई महीनों की तैयारी के बाद बाबर अपनी विशाल सेना लेकर भारत की ओर बढ़ा। जैसा कि आमंत्रण में लिखा था बाबर की सीधी टक्कर इब्राहिम लोधी के साथ होनी थी। इब्राहिम लोधी भी कम नही था वह भी एक विशाल सेना लेकर बाबर के आक्रमण का जवाब देने निकल पड़ा। दोनों पक्षों की टक्कर पानीपत में हुई। 1526 में हुए इस युद्ध को इतिहास ने पानीपत के प्रथम युद्ध के नाम से जाना। हालाँकि इब्राहिम लोधी बाबर से चार गुना अधिक सेना लेकर गया था किन्तु युद्ध कुशलता के कारण बाबर विजयी हुआ तथा लोधी वंश का खात्मा कर मुग़ल साम्राज्य की नींव रखी। मुग़ल साम्राज्य की स्थापना के 4 वर्ष पश्चात 1530 में इसके संस्थापक बाबर की मृत्यु हो गई। परन्तु उसके द्वारा स्थापित किया गया मुग़ल साम्राज्य 300 से भी अधिक वर्षों तक अस्तित्व में रहा।


1). मुग़ल साम्राज्य कब से कब तक अस्तित्व में रहा?
1526 से 1857 तक (300 वर्ष तक अस्तित्व में रहने के पश्चात अंग्रेजों के आने के बाद मुग़ल साम्राज्य का अंत हो गया)


2). मुग़ल साम्राज्य का अंतिम शासक कौन था?

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First Published: April 10, 2019

मुग़ल वंश भारत में सबसे प्रभावशाली मुस्लिम राजवंशों में से एक था। मुग़ल वंश की स्थापना फरगना के शासक बाबर ने 1526 ईसवी में की थी। मुग़ल साम्राज्य विशाल क्षेत्र पर फैला हुआ था, अपने उत्कर्ष के समय यह समस्त दक्षिण एशिया में फैला हुआ था। इसमें अफ़ग़ानिस्तान तक के हिस्से शामिल थे। क्षेत्रफल की दृष्टि से मौर्य साम्राज्य के बाद यह भारत के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा साम्राज्य था।
बाबर (1526-30 ईसवी)
ज़हीरुद्दीन बाबर मुग़ल वंश का पहला शासक था, उसने 1526 ईसवी में मुग़ल वंश की स्थापना की थी। बाबर ने 1526 ईसवी में पानीपत की पहली लड़ाई में दिल्ली सल्तनत के अंतिम शासक इब्राहीम लोदी को हराया था। बाबर का जन्म फरवरी 1483 में फरगना में हुआ था। वह पितृपक्ष से चंगेज़ खान और मातृ पक्ष से तैमूर लंग से सम्बंधित था। बाबर ने 1494 ईसवी में फरगना का शासन संभाला। उसने अपने शासनकाल के दौरान कई युद्धों में भाग लिया। 1504 ईसवी में बाबर ने काबुल पर विजय प्राप्त की। तत्पश्चात उसने अफ़ग़ानिस्तान के बड़े भू-भाग पर अपना आधिपत्य स्थापित किया।
सोलहवीं शताब्दी में भारत में राजनीतिक स्थिरता का माहौल था। यहाँ पर बड़े व प्रभावशाली शासक का अभाव था। इस दौरान पंजाब के गवर्नर दौलत खान के पुत्र दिलावर खान ने बाबर को भारत पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रण दिया। 1518-19 ईसवी में बाबर ने भारत की ओर रुख किया। भारत में अपने विजय अभियान के दौरान बाबर ने तोप व बन्दूक जैसे हथियारों का उपयोग किया।
बाबर ने भारत पर कुल पांच आक्रमण किये। पानीपत के युद्ध में बाबर की निर्णायक विजय हुई। मुग़ल सेना ने 21 अप्रैल, 1526 को पानीपत युद्ध को जीता। पानीपत के युद्ध में इब्राहीम लोदी की मृत्यु हुई थी। उसके साथ-साथ इस युद्ध में ग्वालियर के राजा विक्रमजीत की भी मृत्यु हो गयी, राजा विक्रमजीत इब्राहीम लोदी की ओर से युद्ध में भाग ले रहा था।
पानीपत के पहले युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद बाबर ने खानवा युद्ध में हिस्सा लिया। खानवा युद्ध 17 मार्च, 1527 ईवी को फतेहपुर सिकरी के निकट लड़ा गया था। इस युद्ध में बाबर का सामना राणा सांगा से हुआ। बाबर ने इस युद्ध को जिहाद घोषित किया था। राणा सांगा के प्रमुख साथी इस प्रकार थे – समस्त राजपूत राजा, महमूद लोदी, मेदिनी राय, हसन खां मेवाती, आलम खां लोदी इत्यादि।
खानवा के युद्ध में राणा सांगा की पराजय हुई। बाबर ने युद्ध में विजय के बाद गाजी की उपाधि धारण की थी। तत्पश्चात बाबर ने आगे बढ़ते हुए चंदेरी के शासक मेदिनी राय के साथ युद्ध किया। बाबर ने चंदेरी के युद्ध को भी जिहाद घोषित किया था। चंदेरी का युद्ध 1528 ईसवी में लड़ा गया था। इस युद्ध में बाबर विजयी रहा और उसने मेदिनी राय की हत्या कर दी।
चंदेरी युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद बाबर ने वर्ष 1529 ईसवी में अफगानों को घाघरा के युद्ध में परास्त किया था। यह युद्ध जल व थल दोनों पर लड़ा गया था। घाघरा के युद्ध में अफगानों का नेतृत्व महमूद लोदी ने किया था। इस युद्ध में बंगाल के शासक नुसरतशाह ने अफगानों की सहायता की थी। यह बाबर का अंतिम युद्ध था। इस युद्ध में वह विजयी रहा।
भारत में बाबर की सफलता के कारण
बाबर ने भारत में केवल चार वर्षों के भीतर अनेकों युद्ध लड़े व उनमे विजय प्राप्त की। बाबर ने बहुत कम समय में बड़े भू-भाग पर अपना अधिपत्य स्थापित कर लिया था। भारत में उसकी विजय में उसकी कूटनीति का बहुत बड़ा योगदान था। उसने इब्राहीम लोदी के सरदारों में फूट डाली। इससे इब्राहीम लोदी की शक्ति क्षीण हुई और युद्ध में उसे काफी हानि हुई। भारत में बाबर की सफलता के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं :-
बाबर का कुशल नेतृत्व
कूटिनीति का उपयोग
युद्ध में तोप व बन्दूक जैसे अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग
युद्ध कला में महारत
कुशल सेना
बाबर ने सीमित समय में भारत के बड़े भू-भाग पर अपना आधिपत्य स्थापित किया। 26 दिसम्बर, 1530 ईसवी को बाबर की मृत्यु हुई। आरम्भ में उसे आगरा में आरामबाग में दफनाया गया था। परन्तु बाद में उसकी अस्थियों को काबुल में दफनाया गया।

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मुगल वंश की स्थापना किसने की और कब की?

बाबर ने 1526 ईस्वी में पानीपत के प्रथम युद्ध में दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी को पराजित कर भारत में मुगल वंश की स्थापना कीI.

भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक कौन था?

वे कोई और नहीं भारत में मुग़ल साम्राज्य के संस्थापक बाबर थे. ज़हीरुद्दीन मोहम्मद बाबर 14 फ़रवरी 1483 को अन्दिजान में पैदा हुए थे, जो फ़िलहाल उज़्बेकिस्तान का हिस्सा है.

मुगल वंश से पहले कौन था?

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मुगल वंश का क्रम क्या है?

मुगल वंश के शासकों की लिस्ट.