बच्चा दूध पीने के बाद उल्टी क्यों करता है? - bachcha doodh peene ke baad ultee kyon karata hai?

बच्चों को दूध पीने के बाद उल्टी क्यों होती है?

बच्चे को जो दूध पिलाया जाता है, वह उसके पेट में मस्कुलर ट्यूब यानी इसोफेगस के जरिए पहुंचता है. इसोफागस और पेट के बीच एक मसल्स रिंग मौजूद होती है, जो दूध पीने के बाद बंद हो जाती है. जिसके कारण दूध वापस इसोफेगस में जाकर उल्टी का कारण बनता है.

शिशु उल्टी होने पर क्या करें?

​बच्चों की उल्टी का घरेलू इलाज है पानी शरीर में तरल पदार्थों की हो रही कमी को दूर करने के लिए बच्‍चे को तरल पदार्थ पिलाती रहें। उसे धीरे-धीरे पानी पिलाएं। अगर आप ज्‍यादा मात्रा में पानी या कोई अन्‍य तरल पिलाएंगी तो बच्‍चे को और ज्‍यादा उल्‍टी होगी। उल्‍टी खत्‍म होने के कम से कम 12 घंटे बाद ही शिशु को कोई ठोस आहार दें।

छोटे बच्चों को उल्टी होने पर क्या करना चाहिए?

लिक्विड दें: उल्टी होने से बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने लगती है. इससे वे बेहद कमजोरी महसूस कर सकते हैं, इस स्थिति में बच्चों की एनर्जी वापस लाने के लिए उन्हें लिक्विड फूड दें. लिक्विड फूड में बच्चे को फलों का रस, सब्जियों की प्यूरी, हल्का सूप, चावल का पानी जैसी चीजें दे सकती हैं.

2 महीने के बच्चे को उल्टी क्यों होती है?

शुरुआती हफ्तों में शिशुओं का अक्सर उल्टी करना काफी आम है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनका शरीर स्तनपान के साथ तालमेल बिठा रहा होता है। डकार लेते समय भी शिशु के मुंह से थोड़ी मात्रा में दूध निकल सकता है, जिसे पोसेटिंग कहा जाता है। आमतौर पर यह चिंता का कारण नहीं होता।