Fever: बुखार से हम सभी कभी न कभी पीड़ित होते हैं. कई बार दवा खाने के बावजूद बुखार नहीं उतरता. ऐसे में हम आपको कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप बुखार से छुटकारा पा सकते हैं. Show
Fever Home Remedies in Hindi: बुखार के बड़ी ही आम समस्या है. ज्यादातर लोग साल में 1-2 बार तो इससे पीड़ित होते ही हैं. बुखार अपने आप में समस्या होने के साथ ही कई बार किसी अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या का लक्षण भी हो सकता है. जब शरीर का तापमान सामान्य से अधिक होता है तो उसे बुखार कहा जाता है. शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है, जिसे सेल्सियस में मापा जाए तो यह 37 डिग्री सेल्सियस होता है. हालांकि, अलग-अलग क्षेत्र के लोगों में वहां के ऑल्टीट्यूड के अनुसार सामान्य तापमान कुछ कम या ज्यादा हो सकता है. वयस्कों और बच्चों का सामान्य तापमान भी अलग-अलग होता है.Also Read - चिकनगुनिया : जानिए Chikungunya का क्या है, लक्षण, कारण और इलाज के साथ बचाव के तरीके भी जानें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के अनुसार बच्चों में सामान्य शारीरिक तापमान 99.5 डिग्री फारेनहाइट होता है. वयस्कों में सामान्य तापमान 99 डिग्री फारेनहाइट होता है और इससे ज्यादा होने पर ही माना जाता है कि व्यक्ति को बुखार है. जैसा कि हमने ऊपर बताया बुखार अपने आप में समस्या है, लेकिन इसे कई अन्य समस्याओं के लक्षण के तौर पर भी देखा जा सकता है. कान में इंफेक्शन से लेकर यूटीआई, सूजन रोग, गैस्ट्रोएन्टेराइटिस, ऑटोइम्यून विकार आदि तमात तरह की बीमारियों के लक्षण के रूप में बुखार आ सकता है. चोट लगने और डर की वजह से भी बुखार आ सकता है. Also Read - Garlic Water Benefits: लहसुन का पानी पीने के होते हैं कई फायदे, जानकर हैरान रह जाएंगे आप बुखार के लक्षण – Fever Symptomsसामान्य तौर पर बुखार आना अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस दौरान शरीर में अन्य बीमारियों के प्रति इम्युनिटी विकसित हो जाती है. बुखार अपने आप में एक लक्षण है. इसके बावजूद अगर आप यह समझ पाने में असमर्थ हैं कि कहीं आपका शरीर सामान्य तौर पर तो गर्म नहीं है तो कुछ लक्षण हैं, जो बताते हैं कि आपको बुखार है. Also Read - भारत में मंकी पॉक्स का दूसरा मामला आया सामने, जानिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय
अगर आप बुखार से परेशान हैं और शारीरिक तापमान बहुत ज्यादा है, जिसे ठंडा करने और बेहतर महसूस करने के लिए कुछ आसान घरेलू उपाय खोज रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह हैं. ध्यान रहे कि अगर आपका बुखार 104 डिग्री फारेनहाइट से ज्यादा है तो यह बेहद खतरनाक भी हो सकता है. ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अन्यथा यहां हम आपको बुखार से निजात दिलाने के लिए कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं. सेब का सिरका है बुखार का इलाज – Bukhar kam karne ka Upay hai apple vinegarएप्पल साइडर विनेगर तेज बुखार के लिए अत्यधिक प्रभावी इलाज है. इससे बुखार तेजी से कम होता है, क्योंकि इसमें मौजूद अम्ल त्वचा से गर्मी को निकालने का काम करते हैं. इसमें खनिज भी भरपूर मात्रा में होते हैं और यह बुखार की वजह से शरीर में होने वाले खनिज की कमी को पूरा करता है. नहाने के गुनगुने पानी आधा कप सेब का सिरका मिलाकर इससे 10 मिनट तक नहाएं. शरीर का तापमान बढ़ने पर इस उपाय को दोहरा सकते हैं. सेब के सिरके युक्त पानी में एक कपड़ा भिगा लें और उसे निचोड़कर माथे, पेट और तलवों पर रखने से भी बुखार उतर जाता है. आप चाहें को एक गिलास पानी में दो चम्मच सेब का सिरका और शहद मिलाकर पी सकते हैं, इससे बुखार उतर जाएगा. बुखार होने पर करें ठंडे पानी की पट्टियां – Bukhar kam karne ka tarika hai cold water stripsअगर आपको तेज बुखार है तो इसे कम करने के लिए साफ कपडे को गीला करें और निचोड़कर माथे, बगल, हाथ, पैर और शरीर के तापमान को कम करने ले लिए पट्टी करें. बुखार उतारने के लिए गीली पट्टियों को गर्दन पर भी रख सते हैं. पट्टी को कुछ-कुछ देर में बदलते रहें. इससे आपका बुखार उतर जाएगा. ध्यान रहे कि बुखार उतारने के लिए बहुत ज्यादा ठंडे पानी का इस्तेमाल न करें. पुदीना से करें बुखार का उपाय – Bukhar dur karne ka Ramban ilaj hai mint leavesएक कप गर्म पानी में एक चम्मच पुदीने की पत्तियां पीसकर मिलाएं. 10 मिनट तक उबालने के बाद छाल में और इस मिश्रण में शहद मिलाकर इसका सेवन करें. यह शरीर की अतिरिक्त गर्मी को कम करने में मदद करता है. पुदीने की पत्तियों के साथ काली मिर्च का पाउडर और आधा चम्मच पीपली पाउडर मिलाकर उसमें अदरक पाउडर मिलाएं और पानी को उबालकर आधा कर लें. इस मिश्रण को छानकर दिन में तीन बार पिएं. हल्दी-दूध का सेवन करें और बुखार भगाएं – Bukhar door karne ka tareeka hai haldi milkहल्दी के गुण बुखार कम करने में मददगार होते हैं. हल्दी में एंटीवायरल, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. हल्दी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है और संक्रमण से लड़ने में मददगार होती है. एक कप दूध में आधा चम्मच हल्दी और चौथाई चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाकर दिन में दो बार लेने से बुखार कम करने में मदद मिलेगी. तुलसी के पत्तों का सेवन करने से उतरेगा बुखार – Bukhar ka gharelu nuskha hai tulsi leavesतुलसी पोषक तत्वों से भरपूर जड़ी-बूटी है, जिसका आयुर्वेद में बहुत इस्तेमाल होता है. यह एंटीबायोटिक दवाओं की तरह काम करती है और इसके सेवन से बुखार तेजी से कम होता है. एक कप पानी में तुलसी की 20-25 पत्तियों और एक चम्मच घिसी हुई अदरक को उबाल लें. जब पानी आधा रह जाए तो इस मिश्रण में थोड़ा सा शहद मिलाकर तीन दिन के लिए दिन में तीन बार इसका सेवन करें. लहसुन है बुखार का घरेलू उपाय – Bukhar ka gharelu Upay hai garlicलहसुन की तासीर भले ही गर्म होती हो, लेकिन यह बुखार उतारने में लाभदायक होता है. इसके सेवन से पसीना आता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं. लहसुन में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं. बुखार में लहसुन की दो फांट को छोटा-छोटा काटकर एक कप पानी के साथ उबाल लें. अब छानकर पानी को पी जाएं, दिन में दो बार ऐसा करें. लहसुन के पेस्ट को जैतून के तेल के साथ मिलाकर पैर के तलवों पर लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें, इससे आराम मिलेगा. किशमिश है बुखार का अचूक उपाय – Bukhar utarne ka gharelu tareeka hai raisinsबुखार कम करने और संक्रमण से लड़ने में किशमिश मददगार होते हैं. इनमें फिनोलिक फाइटोन्यट्रिएंट्स होते हैं, जिनमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. बुखार में किशमिश शरीर के लिए टॉनिक की तरह काम करते हैं. यह उपाय करने के लिए 20-25 किशमिश को पानी भीगने के लिए रख दें. नरम होने पर किशमिश को पानी में पीस लें और फिर पानी को छान लें. इसमें आधा नींबू का रस मिलाकर इसका सेवन दिन में दो बार करें. चंदन है बुखार का अचूक उपाय – Bukhar kam karne ke upay hai chandanचंदन की तासीर ठंडी होती है और यह बुखाव व सूजन को कम करने में मदद करता है. चंदन मन को शांति और शीतलता देने के लिए जाना जाता है और यह बुखार होने पर सिरदर्द में भी राहत पहुंचाता है. आधा चम्मच चंदन पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें और इसे माथे पर लगाएं. जब तक राहत न मिले इस प्रक्रिया को दोहराते रहें. अदरक है बुखार का रामबाण इलाज – Bukhar se bachne ke liye kare ginger ka upayogअदरक की मदद से शरीर से अतिरिक्त गर्मी को बाहर निकाला जा सकता है. अदरक प्राकृतिक तौर पर एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल एजेंट है और यह प्रतिरक्षा प्रणाली में किसी प्रकार का संक्रमण होने से भी रोकता है. नहाने के पानी में अदरक पाउडर डालने और नहाने के बाद कंबल से ढक जाएं तो आपको पसीना आएगा और बुखार उतर जाएगा. अदरक की चाय पीने से भी बुखार में राहत मिलती है. अंडे के सफेद हिस्से से भगाएं बुखार – Bukhar se chhutkara pane ke upay hai egg whiteबुखार में शरीर का तापमान बढ़ने पर आप अंडे के सफेद हिस्से का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. दो-तीन अंडों को तोड़कर उनके सफेद हिस्से को अलग कर लें. इसे फेंटकर एक रुमाल में लेकर तलवों पर लगा लें. ऊपर से मोजे भी पहन लें. कपड़े के गर्म होने पर उसे बदल लें. जब तक बुखार उतर न जाए इस प्रक्रिया को दोहराते रहें. ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें हेल्थ समाचार की और अन्य ताजा-तरीन खबरें Published Date: September 7, 2022 5:27 PM IST 104 डिग्री बुखार आने पर क्या करें?इस दौरान मरीजों को 104 व 105 डिग्री से अधिक बुखार, जोड़ो में दर्द, शरीर में अकड़न व शरीर टूट जाता है। मरीज में ये लक्षण होने पर तुरंत स्वास्थ्य संस्थानों में जांच व उपचार करना चाहिए। स्क्रब टाइफस से बचाव के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता, घर के आस-पास खरपतवार निकालने व तन में पुरे कपड़े डालकर घास के बीच जाना चाहिए।
बच्चों को 104 बुखार आने पर क्या करें?खूब पानी पिलाएं
हो सकता है कि बुखार के कारण शरीर से फ्लूइड्स कम होने लगे और बच्चा डिहाइड्रेट हो जाए। डिहाइड्रेशन की वजह से बच्चे की हालत और बिगड़ सकती है और बुखार की स्थिति खराब भी हो सकती है। इसलिए बुखार आने पर बच्चे को हाइड्रेट रखना जरूरी है।
103 डिग्री बुखार हो तो क्या करना चाहिए?हालांकि, अगर 3-4 दिनों में आपकी स्थिति में सुधार नहीं होता है या तापमान 103 डिग्री फ़ारेनहाइट को पार कर जाता है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। यह आपके शरीर में किसी गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकता है। आपकी स्थिति की गंभीरता का पता लगाने के लिए डॉक्टर पहले आपके तापमान की जांच करते है।
बच्चों को 102 बुखार हो तो क्या करें?अगर बच्चे को हल्का बुखार है, तो उसे जबरदस्ती ना खिलाएं. बेहतर होगा कि आप उसे सूप, जूस, दाल का पानी ही दें. इससे वे बेहतर महसूस करेंगे और आराम कर पाएंगे. अगर दवा देने के बाद भी बच्चे का शरीर गर्म है और टेम्परेचर बढ़ता जा रहा है, तो आप उसे ठंडा स्पंज बाथ दें.
|