ग्रोथ हार्मोन (Growth Hormone) शरीर में एक पदार्थ है, जो बच्चों को बढ़ने और विकसित करने में मदद करता है. यह मस्तिष्क में मौजूद पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary Gland) द्वारा बनाया जाता है, जो कि कई हार्मोन उत्पादन के लिए जिम्मेदार होती है. ग्रोथ हार्मोन की कमी यानी ग्रोथ हार्मोन डेफिशियंसी (Growth Hormone Deficiency) तब होती है जब शरीर किसी बच्चे को सामान्य गति से बढ़ने देने के लिए पर्याप्त ग्रोथ हार्मोन नहीं बनाता है. ग्रोथ हार्मोन की कमी दो तरह की होती है. पहली जन्मजात जिसमें बच्चा जन्म के साथ ही इस समस्या से पीड़ित होता है. उन्हें अन्य हार्मोन के साथ भी समस्या हो सकती है. Show
भले ही वे इस स्थिति के साथ पैदा हुए हों, लेकिन कुछ बच्चे ऐसे दिखते हैं जैसे वे सामान्य रूप से बढ़ रहे हैं, जब तक कि वे लगभग 6 से 12 महीने के न हों. दूसरी ग्रोथ हार्मोन की कमी तब होती है जब शरीर सामान्य रूप से बढ़ने के लिए पर्याप्त ग्रोथ हार्मोन बनाना बंद कर देता है. यह बचपन में कभी भी शुरू हो सकती है. ये भी पढ़ें - कोरोना काल में रेकी हीलिंग है फायदेमंद, जानिए क्या है ये बच्चों में दिखने लगते हैं ये लक्षण वयस्कों में भी हो सकती है समस्या ये भी पढ़ें - पुरुषों को भी होता है ब्रेस्ट कैंसर, जानिए क्या है सच रोजाना इंजेक्शन की जरूरत अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, ऑटोइम्यून डिजीज क्या हैं, लक्षण, कारण, बचाव, इलाज और दवा पढ़ें। न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं। ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| FIRST PUBLISHED : October 20, 2020, 07:01 IST जानिए किस हार्मोन की कमी से नहीं बढ़ती बच्चों की हाइट, क्या है इलाजजयपुरPublished: Sep 07, 2018 08:14:59 pm बच्चे की लंबाई मां के गर्भ से ही बढऩी शुरू हो जाती है। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार जन्म के बाद बच्चे की लंबाई करीब 50 सेमी. होनी चाहिए। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});बच्चे की लंबाई मां के गर्भ से ही बढऩी शुरू हो जाती है। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार जन्म के बाद बच्चे की लंबाई करीब 50 सेमी. होनी चाहिए। बच्चे की उम्र एक साल हो गई तो उसकी लंबाई 75 सेमी. होनी चाहिए। यानि एक साल के भीतर 25 सेमी. हाइट बढऩी चाहिए। कई बार 46 की जगह 45 गुणसूत्र होने से भी बच्चे का विकास नहीं हो पाता है। इसका सीधा असर उसकी लंबाइ पर पड़ता है। दो साल बाद बच्चे की लंबाइ को चाइल्डहुड ग्रोथ के तौर पर देखते हैं। दूसरे साल में बच्चे की लंबाई 82 से 83 सेमी. जबकि 3 से 4 साल की उम्र के बाद हर साल 6 से 7 सेमी. बढऩी चाहिए। बच्चों को फास्ट फूड न दें क्योंकि फास्ट फूड से भूख तो मिट जाती है पर शरीर के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। उम्र के हिसाब से नहीं बढ़ रही है बच्चे की लंबाई, इन बातों पर दें ध्यान
| Updated: 27 Aug 2019, 11:09 am विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों की लंबाई ठीक से न बढ़ने की वजह डिलीवरी से पहले और बाद में बच्चे की मां और बच्चे को पूरा पोषण और सही देखभाल ना मिलना भी होती है। अगर बच्चे की लंबाई उसकी उम्र के हिसाब से नहीं बढ़ रही है तो इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।विशेषज्ञों के अनुसार ये भी हैं कारण बच्चे की लंबाई की चिंता इस तरह रखें बच्चे का ध्यान -बच्चे की लाइफस्टाइल और उसके बैठने और सोने के तरीकों पर ध्यान देने के साथ ही हमें इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि बच्चा आउटडोर ऐक्टिविटीज में भी भाग ले। -केवल विडियोगेम या इंडोर गेम्स न खेले। उसकी डायट में डेयरी प्रोडक्ट्स, हरी सब्जियां और दालें शामिल करें। -इस बात पर ध्यान दें कि उसका पेट साफ रहता हो और मोशन ठीक होते हों। कई बार बच्चों को लीवर की समस्या होती है और माता-पिता को यह बात पता ही नहीं चल पाती। इस कारण दी गई डायट का पूरा पोषण बच्चे को नहीं मिल पाता है। - बच्चे की सेहत और उसकी लंबाई को लेकर अगर आपके मन में किसी भी तरह की शंका हो तो चाइल्ड स्पेशलिस्ट से जरूर मिलें। क्योंकि आज आप बच्चे को जो पोषण देंगी, वही उसकी लाइफ की नींव की तरह काम करेगा। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें बच्चे की ग्रोथ कम हो तो क्या करना चाहिए?1- दूध- बच्चे के लिए सबसे जरूरी आहार दूध है. दूध में प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व होते हैं. जो बच्चे संपूर्ण विकास में मदद करते हैं. दूध पीने से बच्चे की सेहत और लंबाई दोनों पर असर पड़ता है.
ग्रोथ हार्मोन की कमी से क्या होता है?इस बीमारी के शिकार बच्चों का विकास धीमा हो जाता है। साथ ही उनकी हाइट बढ़ना भी बंद हो जाती है। ग्रोथ हार्मोन मस्तिष्क में मौजूद पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा बनाया जाता है। लेकिन जब किसी बच्चे के शरीर में सामान्य गति से पर्याप्त ग्रोथ हार्मोन नहीं बन पाते, तो वह ग्रोथ हार्मोन डिफिशिएंसी का शिकार हो जाता है।
ग्रोथ हार्मोन क्या खाने से बढ़ता है?प्रोटीन खाएं
जब आप प्रोटीन खाते हैं, तो आपका शरीर इसे अमीनो एसिड में तोड़ देता है, जिससे एचजीएच का स्तर बढ़ जाता है। कम एचजीएच के स्तर के दो लक्षणों मांसपेशियों और हड्डियों में क्षरण को आर्जिनिन अमीनो एसिड रोक सकता है। उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ टर्की और चिकन खाने से एचजीएच में बड़ी वृद्धि देखी जाती है।
लंबाई ना बढ़ने के क्या कारण है?किसी बच्चे की हाइट न बढ़ने का कारण शारीरिक रुप से कम काम करना, खेलकूद में भाग न लेना, सही डाइट न होना हो सकता है. इसलिए अगर आप अपने बच्चे की लाइफस्टाइल (Lifestyle) में थोड़ा सा बदलाव कर दें तो उनकी हाइट बढ़ सकती हैं. आइए जानते हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपके बच्चे की हाइट को बढ़ा सकती हैं...
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