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Millets Production In India: बाजरा उत्पादन के मामल में भारत विश्व के बड़े देशों में शामिल हो चुका है. बाजरा निर्यात के मामले में भारत विश्व का पांचवा सबसे बड़ा निर्यातक देश बन गया है.बाजरा का वैश्विक बाजार बन रहा भारत बाजरा के लिए भारत एक नया वैश्विक बाजार बन रहा है. विश्व में धीरे-धीरे इसकी मांग बढ़ती जा रही है इसके कारण भारत इस पौष्टिक फसल के लिए वैश्विक बाजार बन गया है. केंद्रीय किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने यह जानकारी साझा की है. भारत विश्व में बाजरा का का एक महत्वपूर्ण उपभोक्ता भी है, इसके साथ ही यहां पोषक अनाज का उत्पादन भी प्रचुर मात्रा में होता है. पोषक-अनाज फसलों के तहत कई प्रकार की फसलें आती हैं,जिनमें ज्वार (ज्वार), बाजरा (बाजरा), फिंगर बाजरा (रागी/मंडुआ), और छोटे बाजरा जैसे छोटे बाजरा (कुटकी), कोदो बाजरा (कोडो), बरनार्ड बाजरा (सावा /) शामिल हैं. इसके अलावा झंगोरा, फॉक्सटेल बाजरा (कंगनी/काकुन), और प्रोसो बाजरा (चीना) भी छोटे पोषक अनाज की श्रेणी में आते हैं. भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र को 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (IYoM) घोषित करने का प्रस्ताव दिया था. इससे घरेलू और वैश्विक मांग पैदा होगी और लोगों को पौष्टिक भोजन भी मिलेगा. 72 देशों ने भारत के प्रस्ताव का समर्थन किया और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने मार्च 2021 में 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया. 2018 में, भारत ने बाजरा का राष्ट्रीय वर्ष मनाया था. इसके अलावा, सरकार अनुसंधान और विकास की मदद से पोषक-अनाज को भी लोकप्रिय बना रही है. सरकार ने तीन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) स्थापित किए हैं और बाजरा की खपत को बढ़ावा देने वाले व्यंजनों और मूल्य वर्धित उत्पादों को विकसित करने में स्टार्ट-अप और उद्यमियों को भी प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है. भारत में बाजराबाजरा प्रोटीन, फाइबर, खनिज, लौह, कैल्शियम का एक समृद्ध स्रोत है और इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है. पोषक अनाज की खासियत यह होती है कि इन्हें कम वर्षा (200-600 मिमी) परिस्थितियों में शुष्क और अर्ध-शुष्क इलाकों में उगाए जाते हैं. इनमें पोषक तत्वों की मात्रा को भरपूर होती है साथ ही अधिक सूखा, धूप या जलवायु परिवर्तन का इनपर काफी कम प्रभाव पड़ता है. भारत में बाजरा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, उत्तराखंड, झारखंड, मध्य प्रदेश और हरियाणा सहित देश के लगभग 21 राज्यों में उगाया जाता है. 5वां सबसे बड़ा निर्यातकबाजरा का उत्पादन भारत में बढ़ा है इसके साथ ही भारत सबसे अधिक बाजरा निर्यात करने के मामले में विश्व का पांचवा देश बन गया है. वर्ष 2020 में भारत में कुल वैश्विक उत्पादन का लगभग 41 फीसदी बाजरा का उत्पादन किया गया था. 2020-21 में भारत से 26.97 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के बाजरा का निर्यात किया गया. भारत मुख्य रुप से नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, लीबिया, ट्यूनीशिया, मोरक्को, यूके, यमन, ओमान और अल्जीरिया में बाजरा निर्यात करता है. वर्ष 2020-21 में 6.09 मिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ नेपाल भारत से बाजरा आयात करने में पहले नंबर पर था, जबकि 4.84 मिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ यूएई दूसरे नंबर पर और 3.84 मिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ सऊदी अरब तीसरे स्थान पर था. न्यूज ऑन एआइआर के मुताबिक बाजरा (मिलेट) का उत्पादन 2015-16 में 14.52 मिलियन टन से बढ़कर 2020-21 में 17.96 मिलियन टन हो गया. इसी अवधि के दौरान बाजरा का उत्पादन भी 8.07 मिलियन टन से बढ़कर 10.86 मिलियन टन हो गया. सरकार का सहयोगभारत सरकार ने अप्रैल 2018 में बाजरा को पोषक-अनाज के रूप में अधिसूचित किया. फिर बाजरा की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए, इसने अन्य राज्यों में बाजरा के अधिशेष उत्पादन की आवाजाही के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया. खरीद शुरू होने से पहले उपभोक्ता राज्य द्वारा रखी गई अग्रिम मांग को पूरा करने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के माध्यम से अधिशेष बाजरा के अंतर-राज्यीय परिवहन का प्रावधान शामिल किया गया है. बाजरा उत्पादन को बढ़ावा देना20 दिसंबर 2021 को, NITI Aayog ने संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के साथ एक आशय के वक्तव्य पर हस्ताक्षर किए, ताकि भारत को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में 2023 के अवसर का उपयोग करके ज्ञान के आदान-प्रदान में वैश्विक नेतृत्व करने में सहायता मिल सके। इसका उद्देश्य छोटे जोत वाले किसानों के लिए बेहतर आजीविका का निर्माण और जलवायु परिवर्तन और खाद्य प्रणालियों को बदलने के लिए अनुकूलन क्षमता का निर्माण करना है. यह भी पढ़ेंः रिकॉर्ड ऊंचाई पर छोटे प्याज का एक्सपोर्ट, अनानास निर्यात में 100 फीसदी वृद्धि
कृषि:बाड़मेर जिले में बाजरे का सबसे ज्यादा उत्पादन होने के बावजूद यहां अनुसंधान संस्थान नहीं बनामायलावास2 वर्ष पहले
बाड़मेर जिले में बाजरे का अनुसंधान शोध केंद्र खोलने की मांग लगातार बढ़ रही है। सिवाना उपखंड क्षेत्र के किसानों द्वारा कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को एक पत्र लिखकर के बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बाजरे का अनुसंधान केंद्र खोलने की मांग की। पत्र के माध्यम से किसानों ने बताया कि राजस्थान में बाजरा उत्पादन कि दृष्टि से प्रथम स्थान रखता है। राजस्थान में सबसे ज्यादा बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर में बाजरे का उत्पादन होता है। ग्रामीणों का कहना है कि बाड़मेर में अनुसंधान संस्थान होना जरूरी है। बाजरे अनुसंधान संस्थान के लिए पूर्व में भी भारत सरकार के अंतर्गत आने वाली भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की विभिन्न समितियों ने अनुशंसा कर रखी है। भारत में लगभग सभी फसलों का अनुसंधान केंद्र खोल रखे हैं लेकिन बाजरे के ऊपर बहुयामी प्रयोगिक संस्थान नहीं होने के कारण बाजरा उत्पादन किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। किसानों ने बताया कि यही बाड़मेर में बाजरा फसल के लिए विशेष अनुसंधान संस्थान खोला जाता है तो निश्चित रूप से बाजरे की जैव विविधता, उच्च गुणवत्ता युक्त वाजिब दाम के साथ प्रमाणित बीज, बाजरा मूल्य संवर्धन आधारित बाजरा, बीज एवं जैविक प्रमाणीकरण संस्था, बीजों के व्यापार संबंधित उद्योग एवं अन्य कृषि आधारित कुटीर उद्योग का विकास हो सकता है तथा किसानों की आय में भी वृद्धि की जा सकती है। केंद्र खुलने के बाद कृषि आधारित कुटीर उद्योग का विकास और आय में वृद्धि हाेने की संभावना बाड़मेर जिले में बाजरा की फसल मौसम की विपरीत स्थितियों में बनी रहती है। यह सूखे, मिट्टी की कम उर्वरता और अधिकतम तापमान के अनुसार खुद को अनुकूल बना लेती है। यह कम बारिशों वाले स्थान पर उगती है जहां पर 50-70 सेमी तक बारिश होती है। यह सूखे के अनुकूल फसल है। खारी मिट्टी में बाजरा की खेती हो जाती है क्योंकि विपरीत परिस्थितियों के प्रति यह सहनशील है, बाजरा ऐसे स्थानों पर भी पैदा हो सकता है, जहां पर अनाज की अन्य फसलें जैसे मक्का या गेहूं नहीं उग पाती हैं। बाड़मेर में बाजरे का सबसे ज्यादा उत्पादन राजस्थान में भारत के कुल कृषि क्षेत्रफल का लगभग 11 प्रतिशत है लेकिन सतही जल की उपलब्धता देश की मात्र 1 प्रतिशत है। राज्य में सर्वाधिक सिंचाई कुआं और नलकूपों से होती है। राज्य में कृषि जोतों का औसत आकार 4.24 हेक्टेयर (देश में सर्वाधिक) है जो देश के औसत कृषि जोत आकार (1.32 हेक्टेयर) से अधिक है राज्य में सर्वाधिक कृषि क्षेत्र लगभग 1/4 भाग में बाजरा बोया जाता है।
बाजरा में सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन सा है?सही उत्तर राजस्थान है। भारत मोती बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक है। राजस्थान भारत में सबसे अधिक उत्पादन करने वाला राज्य है।
कौन सा राज्य बाजरा के उत्पादन में प्रथम स्थान पर है?पत्र के माध्यम से किसानों ने बताया कि राजस्थान में बाजरा उत्पादन कि दृष्टि से प्रथम स्थान रखता है। राजस्थान में सबसे ज्यादा बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर में बाजरे का उत्पादन होता है।
बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन सा है?वित्त वर्ष 2020-21 में भारत से बाजरा के शीर्ष तीन आयातक देश नेपाल (6.09 मिलियन अमरीकी डॉलर), संयुक्त अरब अमीरात (4.84 मिलियन अमरीकी डॉलर) और सऊदी अरब (3.84 मिलियन अमरीकी डॉलर) थे। भारत के बाजरा निर्यात की शीर्ष दस सूची में अन्य सात देश लीबिया, ट्यूनीशिया, मोरक्को, यूके, यमन, ओमान और अल्जीरिया हैं।
भारत में बाजरा उत्पादन प्रमुख राज्य कौन सा है?आज विश्व भर में बाजरा २६०,००० वर्ग किलोमीटर में उगाया जाता है। मोटे अन्न उत्पादन का आधा भाग बाजरा होता है।
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