क्या शराब पीने से बीपी बढ़ता है - kya sharaab peene se beepee badhata hai

जो लोग शराब का सेवन करते हैं उनका हमेशा यही तर्क होता है कि हम कम पीते हैं. वैसे अभी तक जो रिसर्च हुई हैं, उनके अनुसार थोड़ी शराब पीने से सेहत पर नकारात्मक असर नहीं पड़ता है. लेकिन नई स्टडी ने इस बात को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया है. नई स्टडी के मुताबिक, कम मात्रा में शराब पीने से भी आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है.

नई स्टडी के मुताबिक, कम मात्रा में शराब पीने से भी आप हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो सकते हैं. इस स्टडी को करते समय अमेरिका के 17059 लोगों से बात की गई. इतने बड़े सैंपल साइज को 3 भाग में बांटा गया. पहली क्षेणी में उन लोगों को रखा गया, जिन्होंने कभी शराब नहीं पी थी. दूसरी क्षेणी में उन लोगों को रखा गया जिन्होंने, हफ्ते में 7 से 13 बार शराब का सेवन किया और तीसरी क्षेणी में वो लोग आए जिन्होंने एक हफ्ते में 14 बार से ज्यादा शराब का सेवन किया.

इस स्टडी के परिणाम काफी चिंताजनक है. स्टडी में ऐसा पाया गया कि जिन लोगों ने हफ्ते में 7 से 13 बार शराब का सेवन किया, उनको अधिक तनाव होने का खतरा 53 प्रतिशत था और उनका ब्लड प्रेशर 128/79 mm पाया गया. वहीं जो लोग 14 बार से ज्यादा शराब पीते थे उनकी हालात तो और ज्यादा खराब पाई गई. स्टडी के मुताबिक, ऐसे लोगों में अधिक तनाव होने का खतरा 69 प्रतिशत था और उनका ब्लड प्रेशर 153/82 mm Hg पाया गया. 

बता दें, शराब और बढ़ते ब्लड प्रेशर के बीच में बहुत गहरा रिश्ता है. शराब एक प्रकार की हाई एनर्जी ड्रिंक है, जिसमें कैलोरी काफी ज्यादा मात्रा में होती हैं. इसके अलावा शराब के चलते आपके दिमाग और लिवर पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए यह कहा गया है कि शराब के सेवन से आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है.

स्टडी के मुख्य शोधकर्ता अमीर अलादिन कहते हैं, 'हमारी यह स्टडी बहुत ही व्यापक स्तर पर की गई है और भविष्य में और रिसर्च के लिए दरवाजे खोलती है. हम तो यहीं कहना चाहेंगे जो लोग कम शराब पीते हैं वो अपने ब्लड प्रेशर की नियमित रूप से जांच करवाते रहें और कोशिश करें कि धीरे-धीरे शराब छोड़ दें.'

हाइपरटेंशन को अस्‍वस्‍थ जीवनशैली की देन कहा जा सकता है। वर्तमान पीढ़ी में में हाइपरटेंशन की समस्‍या होना आम बात है। उनका मानना है कि जिंदगी में ज्‍यादा रिस्‍क लेने से ज्‍यादा सफलता मिलती है लेकिन क्‍या इस तरह की जीवनशैली से सच में स्‍वस्‍थ रहा जा सकता है।

उदाहरण के तौर पर, अधिकतर लोग तनाव दूर करने के लिए शराब का सेवन करते हैं लेकिन ये शरीर को ज्यादा लाभ देने से ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। इसकी वजह से जीवनशैली से संबंधित बीमारियां जैसे कि हाइपरटेंशन हो सकता है।

शराब और हाइपरटेंशन के बीच एक जटिल संबंध है जिसके बारे में इस लेख के ज़रिए हम आपको बताने जा रहे हैं।

(और पढ़ें - शराब की लत का इलाज)

क्‍या सच में दिल के लिए अच्‍छी है शराब?

अक्सर लोग ऐसे नए अध्‍ययनों का हवाला देते हैं जो शराब पीने से चिकित्‍सीय लाभ मिलने का दावा करते हैं। हालांकि, ये पूरा सच नहीं है।

कई वर्षों से शराब और हाइपरटेंशन के बीच संबंध, अध्‍ययन का विषय रहा है। सबसे पहले फ्रांसीसी चिकित्सक जैसे कि लियान ने सन् 1900 में लिखा था कि कैसे रोज कई लीटर शराब पीकर नाविक उच्च रक्तचाप से ग्रस्‍त पाए गए थे।

इसके बाद आधुनिक अध्‍ययनों में मानव ह्रदय पर पॉलीफेनोल्‍स (रेड वाइन में मौजूद) के फायदों का विश्‍लेषण कर शराब के सकारात्‍मक प्रभावों पर ध्‍यान दिया गया। वास्‍तव में शराब के अत्‍यधिक सेवन के कारण मानसिक और स्‍वास्‍थ्‍य संबंधित परेशानियां जैसे कि हाइपरटेंशन हो सकता है। अगर आप स्‍वस्‍थ जीवनशैली के साथ थोड़ी मात्रा में शराब का सेवन करते हैं तो आपको शराब का नहीं बल्कि स्‍वस्‍थ जीवनशैली का लाभ मिलता है और इसका संबंध शराब के सेवन से बिलकुल नहीं है।

(और पढ़ें - शराब के साथ एनर्जी ड्रिंक मिलाना हो सकता खतरनाक)

सेहत के लिए फायदेमंद है रेड वाइन?

रेड वाइन के कुछ स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी हैं जिनमें ह्रदय रोगों का खतरा कम होना, सूजन एवं कैंसर घटने के साथ-साथ आयु बढ़ना शामिल हैं। दुर्भाग्‍यपूर्ण, रेड वाइन को दिल की सेहत का खजाना कहना केवल एक मिथ्‍या है। इनमें से कई अध्‍ययनों में स्‍वास्‍थ्‍य लाभों का संबंध शराब की बजाय जीवनशैली संबंधित अन्य कारकों जैसे कि कम नमक वाला भोजन करने, संतुलित वजन रखने और व्‍यायाम करने से है।

रेड वाइन का सच

अंगूरों में प्राकृतिक रूप से रेस्वेराट्रोल और प्रोएंथोसाइनाइडिन्स जैसे एंटीऑक्‍सीडेंट्स से प्रचुर होते हैं। इन एंटीऑक्‍सीडेंट्स की वजह से ही रेड वाइन को सेहत के लिए लाभकारी माना जाता है। रेस्वेराट्रोल एक ऐसा एंटीऑक्‍सीडेंट है जिससे मिलने वाले फायदों से अपने आप ही हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है।

हालांकि, कोई स्वास्थ्यवर्धक लाभ देने के लिए रेड वाइन में बहुत कम मात्रा में रेस्वेराट्रोल होता है। रेड वाइन से मिलने वाले फायदों को पाने के लिए ज्‍यादा मात्रा में इसका सेवन करना पड़ता है जो कि सही नहीं है।

अपनी जीवनशैली और आनुवांशिक जोखिम कारकों पर भी ध्‍यान दें, जैसे कि अगर आपके परिवार में किसी करीबी को शराब की लत या फिर ह्रदय या लिवर रोग रहा है तो आपको किसी भी कीमत पर शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।

इसका निष्‍कर्ष यह है कि अगर आपके परिवार में कोई आनुवांशिक बीमारी नहीं है तो दिन में महिलाएं एक गिलास और पुरुष दो गिलास रेड वाइन पी सकते हैं। लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल नहीं है कि रेड वाइन से सेहत को फायदा पहुंचता है, तो आप रोज इसे पी सकते हैं। आपको बता दें कि नियमित रेड वाइन पीने से इसके एंटीऑक्‍सीडेंट से होने वाले फायदे कम हो जाते हैं।

(और पढ़ें - हाई बीपी का आयुर्वेदिक इलाज)

अत्‍यधिक शराब से ब्‍लड प्रेशर पर असर?

अत्‍यधिक शराब पीने से ब्‍लड प्रेशर बढ़ सकता है। जितना ज्‍यादा आप शराब पीएंगें, उतना ही ज्‍यादा आपका बीपी बढ़ेगा। एक दिन में तीन या इससे ज्‍यादा गिलास शराब का सेवन करने से हाइपरटेंशन का खतरा लगभग दोगुना हो जाता है।

उम्र, वजन (या बॉडी मास इंडेक्‍स), सोडियम और पोटेशियम की मात्रा का सेवन, धूम्रपान और शिक्षा जैसे अन्‍य कारकों पर विचार करने के बावजूद भी शराब और हाइपरटेंशन के बीच उपरोक्‍त संबंध बना रहता है। अगर आपकी जांच में हाइपरटेंशन या बी.पी का लेवल बढ़ा हुआ आया है तो डॉक्‍टर आपको कम मात्रा में शराब का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।

शराब पीते हैं तो रखें इन बातों का ध्‍यान

अगर आप भी शराब पीते हैं तो आपके लिए निम्‍न बातों का ध्‍यान रखना बहुत जरूरी है:

  • शराब का अधिक सेवन बिलकुल भी सही नहीं है। एक बार में तीन से ज्‍यादा गिलास शराब पीना ब्‍लड प्रेशर को खतरनाक रूप से बढ़ा सकता है।
  • अगर आप हाइपरटेंशन के मरीज हैं तो शराब पीने की आदत को कंट्रोल करना आपके लिए बहुत जरूरी है। इससे बीपी के स्तर का कुछ मि.मी कम करने में मदद मिल सकती है।
  • यदि कोई व्‍यक्‍ति हाइपरटेंशन की दवा ले रहा है तो उसे शराब पीने से बचना चाहिए क्‍योंकि इसकी वजह से आपको हानिकारक प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं।
  • ऐसा पता चला है कि अगर आप शराब पीना बंद कर देते हैं तो कुछ ही दिनों के अंदर उसके हाइपरटेंसिव (ब्‍लड प्रेशर) प्रभाव में कमी आने लगती है। वहीं दूसरी ओर, पिछले 24 घंटों में शराब पीने के दौरान बी.पी सबसे ज्‍यादा बढ़ता है।
  • शराब पीने से वजन और ब्‍लड प्रेशर बढ़ने का खतरा भी बढ़ सकता है।
  • शराब और बीपी के बीच संबंध होने का निष्‍कर्ष यही निकलता है कि एक दिन में दो से ज्‍यादा गिलास शराब पीने से ब्‍लड प्रेशर बढ़ सकता है और आगे चलकर इसकी वजह से स्‍ट्रोक जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।

35 साल की उम्र तक के पुरुषों को एक दिन में दो से ज्‍यादा गिलास शराब नहीं पीनी चाहिए। 35 के बाद दिन में केवल एक गिलास अल्कोहल (एक गिलास बीयर में 355 एमआई, वाइन में 148 एमआई या 44 मि.मी होता है) लेना सही रहता है। जबकि किसी भी उम्र की महिला के लिए दिनभर में एक से ज्‍यादा गिलास एल्‍कोहल पीना खतरनाक रहता है।

डॉक्‍टर को इस बारे में जरूर बताएं कि आप एक दिन में कितनी मात्रा में शराब का सेवन करते हैं। हालांकि, इसमें कुछ बदलाव करके भी इसके दुष्‍प्रभाव को कम किया जा सकता है।

(और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर में परहेज)

क्या शराब के सेवन से बीपी बढ़ता है?

बहुत ज्यादा अल्कोहल का सेवन करने से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. अगर पहले से ब्लड प्रेशर के मरीज हों तो डॉक्टर से पूछे बिना शराब का सेवन न करें. जिन लोगों को हाइपरटेंशन नहीं है अगर वे सीमित मात्रा में अल्कोहल का सेवन करें तो उनमें हाई बीपी होने का खतरा कम हो जाता है.

बीपी तुरंत कैसे कम करें?

Cause of High BP: तनाव, गुस्सा, पलूशन, अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे कई कारण हैं, जिनके चलते आज के समय में लोगों में हाई बीपी (High BP) की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है. ... .
हाई बीपी के लक्षण.
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भीड़ से तुरंत दूर हो जाएं.
ताजी-खुली हवा में बैठें.
गहरी सांसें लें.
ताजा पानी पिएं.
आंखें बंद करके लेट जाएं.

बीपी 180 हो तो क्या करना चाहिए?

बीपी 180 हो तो क्या करना चाहिए? नॉर्मल बीपी रीडिंग 120/80 mm Hg होती है। यदि आपकी सिस्टोलिक रीडिंग (ऊपरी संख्या) 180 mm Hg है तो यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है। अतः आपको अपने डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए

1 दिन में कितनी शराब पीना चाहिए?

शराब कितनी मात्रा में पीनी चाहिए Healthdirect.gov.au के मुताबिक, वयस्कों को शराब के जोखिम से बचे रहने के लिए एक हफ्ते में 10 ड्रिंक से अधिक और एक दिन में चार ड्रिंक से अधिक नहीं पीनी चाहिए. एक स्टैन्डर्ड ड्रिंक का साइज 330 ml बीयर और 30 ml हार्ड अल्कोहल (व्हिस्की, जिन आदि) और 150 ml वाइन (रेड और व्हाइट) होता है.