पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है लेकिन इसका अनुभव हमें क्यों नहीं होता. यह पूछते हैं ग्राम रानीपुर, गोरखपुर उत्तर प्रदेश से रामजन्म. पृथ्वी की गति का अनुभव हमें इसलिए नहीं होता क्योंकि वह समान गति से घूमती है. अगर हम बस या रेलगाड़ी में सफ़र कर रहे हैं और वह समान गति से चल रही है तो हमें उसकी गति अनुभव नहीं होती जब तक हम बाहर की चीज़ें न देखें या फिर रेलगाड़ी धीमी पड़ जाए या बस ऊबड़ खाबड़ सड़क पर हिचकोले न लेने लगे. सिक्स्थ सेंस यानी छठी इंद्री को जागृत करने का क्या उपाय है. गोड्डा झारखंड के उमेश नारायण गुप्ता. यह परामनोविज्ञान का विषय है. कुछ लोगों में ऐसी क्षमताएँ पाई गई हैं जिनकी व्याख्या करना मुश्किल होता है. जैसे भविष्य की घटनाएं देख पाना, लोगों के बारे में ऐसी जानकारी पा जाना जिसे सामान्य रूप से जानना संभव नहीं, मीलों दूर बैठे किसी व्यक्ति की बात सुन पाना, मृत आत्माओं से सम्पर्क करना या एक जगह होते हुए किसी और जगह पहुंच पाना. लेकिन क्योंकि यह विज्ञान का विषय नहीं है इसलिए इसे प्रमाणित करना भी मुश्किल है. इसे ऐक्स्ट्रा सैन्सरी परसैप्शन या अतिरिक्त संवेदी बोध का नाम दिया गया है. यानि वह बोध जो हमारी पाँच इंद्रियों के बोध से परे है. इस पर बहुत से अध्ययन हुए हैं और हो रहे हैं लेकिन इसे मानने वालों और न मानने वालों के बीच बहस जारी है. उस पहाड़ का नाम बताइए जिसपर अमरीका के भूतपूर्व राष्ट्रपतियों की प्रतिमाएं बनी हैं. और इसपर कितने पूर्व राष्ट्रपतियों की प्रतिमाएं हैं. यह जानना चाहते हैं सीवान बिहार से विभेष रंजन तिवारी. विभेष जी इस पहाड़ को माउंट रशमोर के नाम से जाना जाता है. यह अमरीका के साउथ डकोटा राज्य में है. इस पर अमरीका के चार राष्ट्रपतियों जॉर्ज वॉशिंगटन, टॉमस जैफ़रसन, थियोडोर रूज़वैल्ट और एब्राहिम लिंकन के सिर या शीर्ष उकेरे गए हैं. साठ फ़ुट लंबे ये सिर 5,725 फ़िट की ऊँचाई पर बने हैं और दूर से दिखाई देते हैं. इन्हें अमरीका के 150 साल के इतिहास का प्रतिनिधित्व करने के उद्देश्य से बनाया गया था. मूर्तिकार गुट्ज़ॉन बोर्गलम और 400 कर्मियों ने यह काम 1927 में शुरु करके 1941 में पूरा किया था. कश्यप मिश्रा ने पूछा है कि चरक कौन थे और चरक संहिता क्या है. आचार्य चरक आयुर्वेद के विद्वान थे. उन्होंने आयुर्वेद के प्रमुख ग्रन्थों और उसके ज्ञान को इकट्ठा करके उसका संकलन किया. चरक ने भ्रमण करके चिकित्सकों के साथ बैठकें की, विचार एकत्र किए और सिद्धांतों को प्रतिपादित किया और उसे पढ़ाई लिखाई के योग्य बनाया. चरक संहिता आठ भागों में विभाजित है और इसमें 120 अध्याय हैं. चरक संहिता में आयुर्वेद के सभी सिद्धांत हैं और जो इसमें नहीं है वह कहीं नहीं है. यह आयुर्वेद के सिद्धांत का पूर्ण ग्रंथ है. प्लास्टिक मनी से क्या तात्पर्य है. यह सवाल किया है गांव कापराऊ, बाड़मेर राजस्थान के चौधरी हीराराम भाम्भू ने. प्लास्टिक मनी आमतौर पर क्रैडिट कार्ड को कहा जाता है. क्रैडिट कार्ड कोई सवा तीन इंच लंबा और दो इंच चौड़ा प्लास्टिक का बना कार्ड होता है जिससे हम सामान ख़रीद सकते हैं या कोई वित्तीय लेन-देन पूरा कर सकते हैं. ये कार्ड आपको अपने बैंक से या फिर सुपर स्टोरों से या अन्य उधार देने वाली कम्पनियों से मिल सकते हैं. कार्ड देने वाली कम्पनी उपभोक्ता को किसी भी भुगतान के लिए उधार देती है और उपभोक्ता को हर महीने उधार की राशि चुकानी पड़ती है. अगर आप समय से ऐसा न कर पाएं तो आपको उस पर सूद देना पड़ता है. इसका फ़ायदा ये है कि आपको जेब में नक़द लेकर घूमना नहीं पड़ता और आप टेलिफ़ोन या इंटरनैट पर इसका उपयोग करके कोई भी भुगतान कर सकते हैं.
बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. यदि सूर्य अंतरिक्ष में है तो पृथ्वी पर प्रकाश क्यों है लेकिन अंतरिक्ष में नहीं है?पृथ्वी पर प्रकाश क्यों है लेकिन अंतरिक्ष में नहीं है? अंतरिक्ष में प्रकाश है ... वास्तव में पृथ्वी की तुलना में बहुत अधिक (रास्ते में कोई हवा नहीं मिल रही है)। आकाश अंतरिक्ष में नीला नहीं है - लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि सूर्य के प्रकाश को बिखेरने के लिए हवा नहीं है।
समुद्र का पानी अंतरिक्ष में क्यों नहीं गिरता?पर बताया था कि वहाँ से उन्होंने पृथ्वी को भी देखा।
जब पृथ्वी घूमती है तो हम गिरते क्यों नहीं है?>हमारी पृथ्वी एक निर्धारित गति से अपनी धुरी पर घूम रही है और हम भी उसके साथ उसी गति से घूम रहें हैं,इसीलिए हमें हमारा घूमना महसूस नहीं होता है । अगर पृथ्वी घूमना बंद कर दे तो निश्चित ही हम उसकी गति महसूस कर पायेंगे। पृथ्वी अपनी धुरी पर फाईटर प्लेन की लगभग दुगुनी होती है (1600kph)।
क्या अंतरिक्ष में पानी नहीं है?DW is a German public broadcast service.
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