अशोक के 14 शिलालेखों के नाम क्या है?... Show
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। 14 शिलालेख की बात की जाए तो इनमें आठ विभिन्न स्थानों जहां पर साहब गाड़ी पाकिस्तान के पेशावर पेशावर जिले में है मांस हराम है यह भी पाकिस्तान में स्थित है कालसी उत्तराखंड के देहरादून जिले में है गिरी नाल जो गिरनार काठियावाड़ में स्थित है धोली उड़ीसा के पुरी जिले में स्थित है जो गढ़ ओडिशा के गंजाम जिले में है रंडी है जो आंध्र प्रदेश के कन्नौज जिले में है सोपारा महाराष्ट्र के ठाणे जिले में तो दिखा दे तो अशोक के 14 शिलालेख थी वह भारत के और अभी के पाकिस्तान में भी अलग-अलग जगह होते हैं Romanized Version 1 जवाब Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! दोस्तों आज मैं आपको अशोक के 14 अभिलेख के बारे में बताऊंगा | 1- प्रथम लेख में पशु हत्या निषेध के बारे में बताया गया है2- दूसरे लेख में अपने साम्राज्य की सीमा पर स्थित पड़ोसी शक्तियों से सुरक्षा के बारे में बताया गया3- तीसरे लेख में अधिकारियों और उनके कार्य के बारे में बताया गया4- चौथे लेख में धम्म नीति धर्म अनुशासन व्यक्ति को शीलवान होना चाहिए इन सब बातों का वर्णन किया गया है5- लेख में अशोक कहता है कि मैंने अपने राज्याभिषेक के 13 वें वर्ष धम्मपात्रों की नियुक्ति कि धम्मपात्रों जो धार्मिक संप्रदायों में धर्म की रक्षा करने एवं बंदियों की रिहाई के लिए नियुक्त किया गया है6- छठे वे लेख में अशोक अपने प्रतिवेदकों को आदेश देता है कि मैं जहां भी रहूं मुझे प्रजा के विषय में सूचना दें सर्वत्र मैं प्रजा का कार्य करता हूं7 – वें लेख में कहता है कि सब जगह सब संप्रदायों के मनुष्य निवास करें क्योंकि यह सब संयम एवं आत्मिक शुद्धि चाहते हैं8- वें लेख में धमयात्राओ का उल्लेख है इसी में बताया गया है धमयात्राओ के बारे में, अशोक सबसे पहले बोधगया गया, अशोक ने कुल 256 राते धमयात्राओ में बितायी.9- वें लेख में धम्म मंगल को श्रेष्ठ बताया है अशोक कहता है कि लोग दासो सेवको से शिष्ट व्यवहार करें10-वें लेख में यश कीर्ति की निंदा की गई है नीति को श्रेष्ट बताया गया11- वें लेख में दान को सर्वश्रेष्ठ बताया गया है12- वां शिलालेख अशोक की धार्मिक सहिष्णुता को दर्शाता है13- वें लेख में कलिंग युद्ध के बारे में बताया गया14- वा लेख जो है उसमें अशोक कहता है मेरा राज्यतंत्र विशाल है इसमें बहुत से लेख लिखे गए हैं आगे भी लिखूंगा ऐसी संभावना हो सकती है इन लेखों में कुछ त्रुटि रह गई होवेबसाइट पे आने के लिए धन्यवाद , पुनः पधारे | (Visited 837 times, 1 visits today) अशोक शिलालेख : UPSC के लिए प्राचीन इतिहास NCERT नोट्स यहाँ देखें!Shayali Maurya | Updated: अप्रैल 12, 2022 19:08 IST This post is also available in: English (English) अशोक शिलालेख (Ashoka Edicts in Hindi) मौर्य सम्राट अशोक द्वारा चट्टानों और स्तंभों पर उकेरे गए 33 शिलालेख हैं, जिन्होंने 268 ईसा पूर्व से 232 ईसा पूर्व तक शासन किया था। अशोक के शिलालेख (Edicts of Ashoka in Hindi) बड़े पैमाने पर जनता के लिए सम्राट द्वारा की गई घोषणाएं थे जो धम्म के विचार और अभ्यास के बारे में संदेश देते थे। अशोक शिलालेख NCERT नोट्स (Ashoka Edicts NCERT Notes in Hindi) यूपीएससी परीक्षा में प्राचीन इतिहासमें पूछे जाने वाला एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। अशोक के शिलालेख पूरे अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, नेपाल और बांग्लादेश में बिखरे हुए थे। इनमें से अधिकांश शिलालेख प्राकृत भाषा में थे। इन शिलालेखों को बौद्ध धर्मका पहला अमूर्त प्रमाण माना जाता है। अशोक शिलालेख NCERT नोट्स (Ashoka Edicts NCERT Notes) के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस लेख को पढ़ना जारी रखें! अशोक शिलालेख NCERT नोट्स – प्राचीन इतिहास पीडीएफ डाउनलोड करें
अशोक के शिलालेखों के प्रकार | Types of Edicts of Ashoka
मौर्य प्रशासन NCERT नोट्स यहाँ देखें! अशोक के प्रमुख शिलालेख | Ashoka Major Rock Edictsअशोक शिलालेख NCERT नोट्स (Ashoka Edicts NCERT Notes in Hindi) में ये जानना बहुत जरूरी है कि अशोक के प्रमुख शिलालेख कौन से थे? विस्तार से जानने के लिए नीचे पढ़ें :
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पल्लव साम्राज्य के बारे में यहां पढ़ें! अशोक शिलालेख NCERT नोट्स के महत्वपूर्ण तथ्य | Important Facts of Ashoka Edicts
संगम साहित्य या तमिल साहित्य के बारे में यहां जानें! आशा करते हैं कि अशोक शिलालेख NCERT नोट्स (Ashoka Edicts NCERT Notes in Hindi) के बारे में पर्याप्त जानकारी मिल गई होगी। टेस्टबुक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए भारत का तेजी से बढ़ता हुआ ई-प्लेटफॉर्म है। टेस्टबुक लाइव कोचिंग, लाइव करंट अफेयर्स टेस्ट, क्विज़, मॉक टेस्ट, लाइव टेस्ट और बहुत कुछ प्रदान करता है। टेस्टबुक में शामिल होकर, आप जिस भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उसमें सफलता पाने के अपने सपने को साकार करें। अभी टेस्टबुक ऐपडाउनलोड करें। अशोक शिलालेख NCERT नोट्स – FAQsQ.1 अशोक के कितने शिलालेख हैं? Ans.1 अशोक के लगभग तैंतीस शिलालेख हैं जो सम्राट अशोक द्वारा चट्टानों और स्तंभों पर उकेरे गए हैं। Q.2 अशोक ने राजमार्गों पर शिलालेख क्यों स्थापित किए? Ans.2 अशोक ने शिलालेखों को राजमार्गों पर रखा ताकि लोगों के साथ सीधे संबंध बनाने के लिए शिलालेखों के माध्यम से शाही आदेश दिया जा सके। अशोक ने मुख्य रूप से अपने शिलालेखों के माध्यम से धम्म की अपनी अवधारणा को फैलाया। अधिक जानकारी के लिए उपरोक्त अशोक शिलालेख NCERT नोट्स पढ़ें। Q.3 अशोक के किस शिलालेख में कलिंग युद्ध में उसकी जीत का वर्णन है? Ans.3 प्रमुख शिलालेख XIII में कलिंग युद्ध में अशोक की विजय का वर्णन है। यह युद्ध के बजाय धम्म के माध्यम से विजय के बारे में बताता है। Q.4 भगवान का प्रिय कौन है? Ans.4 अशोक, महान को भगवान के प्रिय के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अपने अधिकांश शिलालेखों में खुद को देवनमपिया पियादसी यानी देवताओं के प्रिय के रूप में वर्णित किया है। Q.5 कौन सा अशोक शिलालेख इंगित करता है कि मृत्युदंड समाप्त नहीं किया गया था? Ans.5 स्तंभ शिलालेख IV राजुकों के कर्तव्यों से संबंधित है। राजुक मौर्य प्रशासन में अधिकारी थे जिनके पास मृत्युदंड देने की शक्ति थी। इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि अशोक द्वारा मृत्युदंड को समाप्त नहीं किया गया था।
अशोक के 14 शिलालेख कौन से हैं?शिलालेखों और स्तम्भ लेखों को दो उपश्रेणियों में रखा जाता है। 14 शिलालेख सिलसिलेवार हैं, जिनको चतुर्दश शिलालेख कहा जाता है। ये शिलालेख शाहबाजगढ़ी, मानसेरा, कालसी, गिरनार, सोपारा, धौली और जौगढ़ में मिले हैं।
अशोक के 13वें शिलालेख का क्या नाम है?अशोक ने अपने राज्याभिषेक के आठ वश बाद अर्थक 9वें वर्ष में कलिंग की विजय की। इसका उल्लेख उसके 13वें शिलालेख में मिलता है। हाथीगुम्फा अभिलेख से पता चलता है कि कलिंग विजय के समय संभवतः वहां का राजा नन्दराज था।
अशोक का सबसे बड़ा अभिलेख कौन सा है?अशोक का कौन सा शिलालेख सबसे लंबा है? Notes: अशोक के 13वें शिलालेख सबसे लंबा शिलालेख है। इसमें अशोक की कलिंग विजय का वर्णन है। इसके अलावा अशोक के धम्म की ग्रीक, यवन, सीलोन आदि राजाओं पर विजय का वर्णन है।
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