अंगूर में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है? - angoor mein kaun sa proteen paaya jaata hai?

* अंगूर के ये औषधीय गुण, आप नहीं जानते होंगे...


अंगूर में बहुत सारे गुण पाए जाते हैं। अंगूर का सेवन थकान दूर कर शरीर को चुस्त-फुर्त व मजबूत बनाता है। आइए जानें 100 ग्राम अंगूर के ये विशेष गुण...

100 ग्राम अंगूर के गुण

* प्रत्येक 100 ग्राम अंगूर में लगभग 85.5 ग्राम पानी,

* 10.2 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स,

* 0.8 ग्राम प्रोटीन,

* 0.1 ग्राम वसा,

* 0.03 ग्राम कैल्शियम,

* 0.02 ग्राम फास्फोरस,

* 0.4 मिलीग्राम आयरन,

* 50 मिलीग्राम विटामिन-बी,

* 10 मिलीग्राम विटामिन-सी,

* 8.4 मिलीग्राम विटामिन-पी,

* 5 यूनिट विटामिन-ए,

* 100 से 600 मिलीग्राम टैनिन,

* 0.41-0.72 ग्राम टार्टरिक अम्ल पाया जाता है।

अंगूर में मौजूद पानी, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम, सोडियम क्लोरॉइड, पोटेशियम क्लोरॉइड, पोटेशियम सल्फेट, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन पी, मैग्निशियम तथा एल्युमिन, हमारे शरीर के लिए लाभदायी बहुत गुणकारी है। इतना ही नहीं अंगूर में एक विशेष गुण यह भी है कि यह शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को आसानी से शरीर से बाहर निकाल देता है।

अंगुर
पोषक मूल्य प्रति 100 ग्रा.(3.5 ओंस)
उर्जा 70 किलो कैलोरी   290 kJ
कार्बोहाइड्रेट     18.1 g
- शर्करा 15.48 g
- आहारीय रेशा  0.9 g  
वसा0.0 g
प्रोटीन0.72 g
थायमीन (विट. B1)  0.069 mg   5%
राइबोफ्लेविन (विट. B2)  0.07 mg   5%
नायसिन (विट. B3)  0.188 mg   1%
पैंटोथैनिक अम्ल (B5)  0.05 mg  1%
विटामिन B6  0.086 mg 7%
फोलेट (Vit. B9)  2 μg  1%
विटामिन B12  0 μg   0%
विटामिन C  10.8 mg 18%
विटामिन K  22 μg 21%
कैल्शियम  10 mg 1%
लोहतत्व  0.36 mg 3%
मैगनीशियम  7 mg 2% 
मैगनीज़  0.071 mg 4% 
फॉस्फोरस  20 mg 3%
पोटेशियम  191 mg   4%
सोडियम  3.02 mg 0%
जस्ता  0.07 mg 1%
प्रतिशत एक वयस्क हेतु अमेरिकी
सिफारिशों के सापेक्ष हैं.
स्रोत: USDA Nutrient database

अंगूर में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है? - angoor mein kaun sa proteen paaya jaata hai?

अंगूर (संस्कृत: द्राक्षा) एक फल है। अंगूर एक बलवर्द्धक एवं सौन्दर्यवर्धक फल है। अंगूर फल माँ के दूध के समान पोषक है। फलों में अंगूर सर्वोत्तम माना जाता है। यह निर्बल-सबल, स्वस्थ-अस्वस्थ आदि सभी के लिए समान उपयोगी होता है। ये अंगूर की बेलों पर बड़े-बड़े गुच्छों में उगता है। अंगूर सीधे खाया भी जा सकता है,

लाभ[संपादित करें]

अंगूर एक बलवर्द्धक एवं सौन्दर्यवर्धक फल है। अंगूर फल माँ के दूध के समान पोषक है। फलों में अंगूर सर्वोत्तम माना जाता है। यह निर्बल-सबल, स्वस्थ-अस्वस्थ आदि सभी के लिए समान उपयोगी होता है। बहुत से ऐसे रोग हैं जिसमें रोगी को कोई पदार्थ नहीं दिया जाता है। उसमें भी अंगूर फल दिया जा सकता है। पका हुआ अंगूर तासीर में ठंडा, मीठा और दस्तावर होता है। यह स्पर को शुद्ध बनाता है तथा आँखों के लिए हितकर होता है। अंगूर वीर्यवर्घक, रक्त साफ करने वाला, रक्त बढ़ाने वाला तथा तरावट देने वाला फल है। अंगूर में जल, शर्करा, सोडियम, पोटेशियम, साइट्रिक एसिड, फलोराइड, पोटेशियम सल्फेट, मैगनेशियम और लौह तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। अंगूर ह्वदय की दुर्बलता को दूर करने के लिए बहुत गुणकारी है। ह्वदय रोगी को नियमित अंगूर खाने चाहिए। अंगूर के सेवन से फेफड़े में जमा कफ निकल जाता है, इससे खाँसी में भी आराम आता है। अंगूर जी मिचलाना, घबराहट, चक्कर आने वाली बीमारियों में भी लाभदायक है। श्वास रोग व वायु रोगों में भी अंगूर का प्रयोग हितकर है। नकसीर एवं पेशाब में होने वाली रुकावट में भी हितकर है। अंगूर का शरबत तो ""अमृत तुल्य"" है। शरीर के किसी भी भाग से रक्त स्राव होने पर अंगूर के एक गिलास ज्यूस में दो चम्मच शहद घोलकर पिलाने पर रक्त की कमी को पूरा किया जा सकता है जिसकी कि रक्तस्राव के समय क्षति हुई है। अंगूर का गूदा " ग्लूकोज व शर्करा युक्त " होता है। विटामिन "ए" पर्याप्त मात्रा में होने से अंगूर का सेवन " भूख " बढाता है, पाचन शक्ति ठीक रखता है, आँखों, बालों एवं त्वचा को चमकदार बनाता है। हार्ट-अटैक से बचने के लिए बैंगनी (काले) अंगूर का रस "एसप्रिन" की गोली के समान कारगर है। "एसप्रिन" खून के थक्के नहीं बनने देती है। बैंगनी (काले) अंगूर के रस में " फलोवोनाइडस " नामक तत्व होता है और यह भी यही कार्य करता है। पोटेशियम की कमी से बाल बहुत टूटते हैं। दाँत हिलने लगते हैं, त्वचा ढीली व निस्तेज हो जाती है, जोडों में दर्द व जकड़न होने लगती है। इन सभी रोगों को अंगूर दूर रखता है। अंगूर फोडे-फुन्सियों एवं मुहासों को सुखाने में सहायता करता है। अंगूर के रस के गरारे करने से मुँह के घावों एवं छालों में राहत मिलती है। एनीमिया में अंगूर से बढ़कर कोई दवा नहीं है। उल्टी आने व जी मिचलाने पर अंगूर पर थोड़ा नमक व काली मिर्च डालकर सेवन करें। पेट की गर्मी शांत करने के लिए 20-25 अंगूर रात को पानी में भिगों दे तथा सुबह मसल कर निचोडें तथा इस रस में थोड़ी शक्कर मिलाकर पीना चाहिए। गठिया रोग में अंगूर का सेवन करना चाहिए। इसका सेवन बहुत लाभप्रद है क्योंकि यह शरीर में से उन तत्वों को बाहर निकालता है जिसके कारण गठिया होता है। अंगूर के सेवन से हड्डियाँ मजबूत होती हैं। अंगूर के पत्तों का रस पानी में उबालकर काले नमक मिलाकर पीने से गुर्दो के दर्द में भी बहुत लाभ होता है। भोजन के आघा घंटे बाद अंगूर का रस पीने से खून बढ़ता है और कुछ ही दिनों में पेट फूलना, बदहजमी आदि बीमारियों से छुटकारा मिलता है। अंगूर के रस की दो-तीन बूंद नाक में डालने से नकसीर बंद हो जाती है।

इतिहास[संपादित करें]

अंगूर की खेती का प्रारंभ अाज से ५०००-८००० साल पहले भारत से हुआ था। [1]

अंगूर में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है? - angoor mein kaun sa proteen paaya jaata hai?

पत्थर की नक्काशी में प्रदर्शित अंगूर की बेल

अंगूर में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है? - angoor mein kaun sa proteen paaya jaata hai?

पत्थर की नक्काशी में प्रदर्शित अंगूर की बेल

अंगूर चिकित्सा[संपादित करें]

अंगूर चिकित्सा को एम्पिलोथेरेपी  (प्राचीन ग्रीक “एम्फ़ीलोस” यानि “वाइन”) के नाम से भी जाना जाता है। यह  नैसर्गिक चिकित्सा या वैकल्पिक चिकित्सा का एक रूप है, जिसमें अंगूरों का बहुत अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है, इसमें अंगूर के बीज, फल और पत्तियों का उपयोग किया जाता है I यद्यपि स्वास्थ्य प्रयोजनों में अंगूर के उपभोग से सकारात्मक लाभ के कुछ सीमित प्रमाण ही हैं, किन्तु कुछ चरम दावे भी हैं, जैसे कि अंगूर चिकित्सा द्वारा, कैंसर का इलाज संभव है लेकिन ये दावे महज़  नीमहकीमों  के व्यंग्यात्मक दावे हैं। [2]

वाइन” का स्वास्थ्य पर प्रभाव मुख्य रूप से, इसके सक्रिय घटक अल्कोहल के आधार पर निर्धारित होता है। [3][4] कुछ अध्ययनों के अनुसार वाइन” की अल्प मात्रा (महिलाओं के लिए प्रति दिन एक मानक पेय और पुरुषों के लिए प्रति दिन एक से दो मानक पेय) पीने से दिल की बीमारी, स्ट्रोक, मधुमेह, मेलिटस,मेटाबोलिक सिंड्रोम और शीघ्र मृत्यु का खतरा कम होता है। [5] हालांकि, अन्य अध्ययनों में इस तरह का कोई प्रभाव नहीं पाया गया। न्यू साइंटिफिक डेटा एंड रिसर्च के अनुसार, डॉ.पंकज नरम ने, वाइन के नियंत्रित सेवन से, होने वाले लाभों को सूचीबद्ध  किया  है I[6] मानक पेय मात्रा, की तुलना में वाइन के अधिक सेवन  से हृदय रोग,उच्च रक्तचाप, आर्टियल फाईब्रिलेशन, स्ट्रोक और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। [7] बहुत कम मात्रा में वाइन के सेवन से  कैंसर द्वारा मृत्यु दर में, मिश्रित परिणाम भी पाए गए हैं ।[8]

चित्रदीर्घा[संपादित करें]

  • Flower buds

  • Flowers

  • Immature fruit

  • Grapes in Iran

  • अंगूर में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है? - angoor mein kaun sa proteen paaya jaata hai?

    Wine grapes

  • अंगूर में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है? - angoor mein kaun sa proteen paaya jaata hai?

  • अंगूर में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है? - angoor mein kaun sa proteen paaya jaata hai?

    seedless grapes

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अन्य नाम[संपादित करें]

  • द्राक्षा

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Patrice This, Thierry Lacombe, Mark R. Thomash. "Historical Origins and Genetic Diversity of Wine Grapes" (PDF). Trends in Genetics. 22 (8). मूल (PDF) से 12 अक्तूबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 सितंबर 2015.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  2. [1]
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 अगस्त 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2017.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 26 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2017.
  5. [2]
  6. "संग्रहीत प्रति". मूल से 23 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2017.
  7. [3]
  8. "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2017.

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • हाला (वाइन)

अंगूर में कौन सा विटामिन है?

अंगुर पोषक मूल्य प्रति 100 ग्रा.(3.5 ओंस).

अंगूर में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है?

इसमें विटामिन-ए होता है जो आपके इम्यून सिस्टम के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा अंगूरों को विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत मना जाता है जो संक्रमण से शरीर को सुरक्षित रखने के साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में सहायक है। अंगूरों में विटामिन-के भी पाया जाता है जो रक्त के थक्के बनाने के लिए आवश्यक होता है।

अंगूर में कौन सा तत्व होता है?

अंगूर में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, फाइबर और विटामिन सी, ई पाया जाता है. अंगूर के लाजवाब स्वाद से तो हम सभी परिचित हैं लेकिन कम ही लोगों को पता होता है कि ये सेहत का खजाना भी है. 1. अंगूर में ग्लूकोज, मैग्नीशियम और साइट्रिक एसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं.

एक दिन में कितने अंगूर खाने चाहिए?

एक दिन में 1.5 से 2 कप अंगूर खाए जा सकते हैं। अंगूर का सेवन भी सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, अधिक अंगूर सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। अंगूर में शानदार पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।