आधुनिक हिंदी कथा साहित्य की चर्चित लेखिका कौन है? - aadhunik hindee katha saahity kee charchit lekhika kaun hai?

उपन्यासकार उपन्यास इलाचन्द्र जोशी लज्जा, संन्यासी (1941 ई.), परदे की रानी (1941 ई.), प्रेत और छाया (1945 ई.), निर्वासित (1946 ई.), जिप्सी (1952 ई.), जहाज का पंछी (1955 ), ऋतु चक्र, लज्जा, मुक्तिपथ, सुबह के भूले, भूत का भविष्य, कवि की प्रेयसी, मणिमाला सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ शेखर एक जीवनी (1941-44 ई.), नदी के द्वीप (1951 ई.), अपने-अपने अजनबी (1961 ई.) यशपाल दादा कामरेड (1941 ई.), पार्टी कामरेड, देशद्रोही, मनुष्य के रूप, अमिता, दिव्या, झूठा-सच, तेरी मेरी उसकी बात, बारह घंटे, अप्सरा का अभिशाप, क्यों फंसे मन्मथ नाथ गुप्त अवसान, जययात्रा, गृह युद्ध, दुश्चरित्र, आस्तीन के सांप, काजल की कोठरी, शहीद और सोहदे, बहता पानी, दिन दहाड़े, सहादत नामा उपेन्द्र नाथ ‘अश्क’ शहर में घूमता आइना, बांधो न नाव इस ठांव, निमिषा, सितारों का खेल, गिरती दीवारें, गर्म राख, एक रात का नरक, एक नन्हीं कंदील रामेश्वर शुक्ल अंचल चढ़ती धूप, नई इमारत, उल्का, मरुद्वीप लक्ष्मीनारायण लाल काले फूल का पौधा, बड़ी चंपा छोटी चंपा, बया का घोसला और सांप, मन वृंदावन, प्रेम अपवित्र नदी, हरा समंदर गोपी चंदर, बसंत की प्रतीक्षा, धरती की आँखें, गली, अनारकली, कनाट प्लेस अमृतलाल ‘नागर’ महाकाल, बूंद और समुद्र, सुहाग के नूपुर, सेठ बांकेमल, अमृत और विष, मानस का हंस (1972 ई.), खंजन नयन, शतरंज के मोहरे, नाच्यौ बहुत गोपाल, सात घूंघट वाला मुखड़ा, बिखरे तिनके, अग्नि गर्भा, एकदा नैमिषारण्ये, पीढ़ियां, करवट रांगेय राघव घरौंदे (1946 ई.), कब तक पुकारूं, मुर्दो का टीला, चीवर, राह न रुकी, अंधेरे के जुगुनू, विषाद मठ, हुजूर काका, प्रोफेसर, डॉक्टर, आखिरी आवाज, बंदूक और बीन, छोटी-सी बात, राई और पर्वत, सीधा-साधा रास्ता, पक्षी और आकाश, जब आवेगी काली घटा, धरती मेरा घर, पतझर, उबाल, बोलते खण्डहर, बौने और घायल फूल, पथ का पाप, यशोधरा जीत गई, लोई का ताना हजारी प्रसाद द्विवेदी वाणभट्ट की आत्मकथा (1946 ई.), चारु चंद्रलेख, पुनर्नवा, अनामदास का पोथा (अथरैक्व आख्यान) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ मैला आंचल, (1954 ई.), परती परिकथा, जुलूस, दीर्घतपा, कितने चौराहे, पल्टू बाबू रोड, कलंकमुक्ति नागार्जुन वरुण के बेटे, रतिनाथ की चाची, दुख:मोचन, बाबा बटेसरनाथ, बलचनमा, नई पौध, कुंभीपाक, हीरक जयंती, उग्र तारा, इमरतिया, पारो, गरीबदास राही मासूम रजा आधा गांव (1966 ई.), टोपी शुक्ला, ओस की बूंद, सीन- 75, हिम्मत जौनपुरी, दिल एक सादा कागज, कटरा बी आरजू, असंतोष के दिन शिवप्रसाद सिंह अलग-अलग वैतरणी, गली आगे मुड़ती है, दिल्ली दूर है, औरत, कुहरे में युद्ध, वैश्वानर, नीला चांद, शैल बधू, मंजुशिमा देवेंद्र सत्यार्थी रथ के पहिये, कठपुतली हिमांशु श्रीवास्तव रथ के पहिए श्रीलाल शुक्ल राग दरबारी (1968 ई.), आदमी का जहर, अज्ञातवास, सीमाएं टूटती हैं, मकान, विश्रामपुर का संत, सूनी घाटी का सूरज, पहला पड़ाव रामदरश मिश्र पानी के प्राचीर, जल टूटता हुआ, सूखता हुआ तालाब, बीस बरस, दूसरा घर, आदिम राम, आकाश की छत, रात का सफर, बिना दरवाजे का मकान, परिवार, बीच का समय, अपने लोग राजेन्द्र यादव प्रेत बोलते हैं (बाद में ‘सारा आकाश’ नाम से प्रकाशित), उखड़े हुए लोग, शह और मात, कुलटा, मुखर चिंतन, अनदेखे अनजान पुल नरेश मेहता यह पथ बन्धु था, डूबते मस्तूल, धूमकेतु: एक श्रुति, दो एकांत, नदी यशस्वी है, प्रथम फागुन, उत्तर कथा मोहन राकेश अंधेरे बंद कमरे, न आने वाला कल, अंतराल धर्मवीर भारती गुनाहों का देवता (1949 ई.), सूरज का सातवां घोड़ा निर्मल वर्मा वे दिन (1964 ई.), लालटीन की छत, एक चिथड़ा सुख, रात का रिपोर्टर, अंतिम अरण्य (2000 ई.) भीष्म साहनी झरोखे (1965 ई.), तमस (1973 ई.), बसंती, कुंतो, भाग्यरेखा, कड़ियां, मय्यादास की माड़ी, नीलू नीलिमा निलोफर मनोहरश्याम जोशी कुरु कुरु स्वाहा, क्याप, लखनऊ मेरा लखनऊ, कसप, कौन हूँ मैं, टाटा प्रोफेसर (1995 ई.), हरिया हरक्यूलिस की हैरानी (1996 ई.), हमजाद (1996 ई.) गिरधर गोपाल चांदनी के खण्डहर, कन्दील और कुहासे भैरव प्रसाद गुप्त सती मैया का चौरा, मशाल, गंगा मैया, शोले, धरती, आशा, कालिंदी, रम्भा, भाग्य देवता, अक्षरों के आगे, जंजीरे और नया आदमी, अंतिम अध्याय नरेन्द्र कोहली तोड़ो कारा तोड़ो, दीक्षा, संघर्ष, युद्ध, धर्म, अवसर, अधिकार, अभिज्ञान, आतंक, बंधन, साथ सहा गया दुःख, महासमर – 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 मनु शर्मा द्रौपदी की आत्मकथा, कर्ण की आत्मकथा, द्रोण की आत्मकथा, अभिशप्त कथा, शिवाजी का आशीर्वाद जयशंकर द्विवेदी महाकवि कालिदास की आत्मकथा उदयशंकर भट्ट नये मोड़, सागर लहरें और मनुष्य, लोक परलोक, शेषअशेष, दो अध्याय राजेन्द्र अवस्थी जंगल के फूल, जाने कितनी आंखें सर्वेश्वर दयाल सक्सेना सोया हुआ जल, पागल कुत्तों का मसीहा, सूने चौखटे प्रभाकर माचवे परन्तु, क्षमा, सांचा, एक तारा, द्वाभा, जो, किशोर, धूत, तीस चालीस पचास, अनदेखी, दर्द के पैबंद, किसलिए, आँख मेरी बाकी उनका, लापता, कहां से कहां देवराज पथ की खोज, अजय की डायरी (1960 ई.), मैं वे और आप, रोड़े और पत्थर, बाहर-भीतर अमृतराय बीज, नागफनी का देश, हाथी के दांत, सुख-दुःख, धुआं, भटियाली, जंगल कमलेश्वर डाकबंग्ला, सुबह दोपहर शाम, काली आंधी, तीसरा आदमी, अगामी अतीत, समुद्र में खोया हुआ आदमी, कितने पाकिस्तान (2000 ई.), वही बात, लौटे हुए मुसाफिर, एक सड़क सत्तावन गलियाँ, रोगिस्तान अमरकांत सुखा पत्ता, आकाश पंक्षी, काले उजाले दिन, ग्राम सेविका, बीच की दिवार, सुखजीवी, खुदीराम, इन्हीं हथियारों से, सुन्नर पांडे की पतोहू हृदयेश गांठ, हत्या, एक अंतहीन कहानी, पूर्व जन्म, किस्सा हवेली, सफ़ेद घोड़ा काला सवार, साँड़, दंडनायक मुद्रा राक्षस अचला: एक मन: स्थिति, शोक संवाद, शांतिभंग, मेरा नाम तेरा नाम, दण्ड विधान, भगोड़ा, प्रपंचतन्त्र, हम सब मनसा राम जगदम्बा प्रसाद दीक्षित अकाल, कटा हुआ आसमान, मुर्दाघर मार्कण्डेय सेमल का फूल, अग्निबीज यादवेन्द्र शर्मा पथहीन, दिया जला, दिया बुझा, गुनाहों की देवी, मैं रानी सुप्यार दे, मरु केसरी शैलेश मटियानी बोरीवली से वोरी बंदर, कबूतर खाना, दो बूंद जल, किस्सा नर्मदाबेन गंगू बाई जगदीशचंद्र धरती धन न अपना, आधा पुल, घास गोदाम, नरकुण्ड में बास, लाट की वापसी, यादों का पहाड़, कभी न छोड़े खेत, मुट्ठी भर कांकर बदी उज्जमा एक चूहे की मौत, अपुरुष, छटा तंत्र, सभा पर्व, छाको की वापसी महेंद्र भल्ला एक पति के नोट्स, दूसरी तरफ, उड़ने से पेश्तर काशीनाथ सिंह अपना मोर्चा बच्चन सिंह सूतो वा सूत पुत्रो वा, पांचाली दूधनाथ सिंह आखिरी कलाम, निष्कासन, नमो अन्धकारम संजीव सर्कस, किशनगढ़ का अहेरी, धार, सूत्रधार, जंगल जहाँ से शुरू होता है, सावधान नीचे आग है अब्दुल बिस्मिल्लाह समर शेष है, जहरवाद, दंत कथा, मुखड़ा क्या देखे, अपित्र आख्यान, झीनी-झीनी बिनी चदरिया रमेश वक्षी वैसाखियों वाली इमारत गोविंद मिश्र हुजूर दरबार, पांच आंगनों वाला घर, लाल पीली जमीन, वह अपना चेहरा, उतरती हुई धूप, तुम्हारी रोशनी में, धीरे समीरे विष्णु प्रभाकर स्वप्नमयी, अर्द्धनारीश्वर, तट के बंधन, निशिकांत, दर्पण का व्यक्ति, कोई तो गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’ विपात्र सुरेन्द्र वर्मा मुझे चांद चाहिए, अंधेरों से परे राजकमल चौधरी मछली मरी हुई, ताश के पत्तों का शहर, शहर था शहर नहीं था, नदी बहती थी, अग्नि स्नान, देहगाथा, बीस रानियों के बाइसकोप गिरिराज किशोर पहला गिरमिटिया, यात्राएं, जुगलबंदी, ढाईघर, चिड़ियाघर, यातनाघर, यथा प्रस्तावित, असलाह, लोग, इंद्र सुने, दो, दावेदार, तीसरी सत्ता, परिशिष्ट, अन्तर्ध्वंस कमलाकांत त्रिपाठी पाहीघर (1991 ई.), बेदखल (1997 ई.) दुष्यंत कुमार छोटे-छोटे सवाल, आंगन में एक वृक्ष मणि मधुकर सफेद मेमने, पत्तों की विरादरी विवेकी राय बबूल, सोनामाटी, नमामिग्रामम, समर शेष है, देहरी के पार, पुरुष पुराण, लोकऋण, स्वेतपत्र, मंगलभवन (1994 ई.) रवीन्द्र कालिया खुदा सही सलामत है (2 भागों में) हरिशंकर परसाई रानी नागमती की कहानी, तट की खोज शानी काला जल, साल बनों का द्वीप कृष्ण बलदेव वैद उसका बचपन, विमल उर्फ़ जाएँ तो जाएँ कहाँ, दूसरा न कोई, दर्द ला दवा, गुजरा हुआ जबाना, नर-नारी, काला कोलाज महीप सिंह अभी शेष है, यह भी नहीं आबिद सुरती मेरे पापा की शादी विनोद कुमार शुक्ल नौकर की कमीज (1979 ई.), सिनेमा तो देखेंगे (1996 ई.), दीवार में एक खिड़की रहती थी (1997 ई.) मंजूर एहतशाम कुछ दिन और, सूखा बरगद, दास्तान ए लापता, बशारत मंजिल वीरेन्द्र जैन पार, सबसे बड़ा सिपहिया, डूब (1991 ई.), शब्द वध वीरेन्द्र कुमार जैन अनुत्तर योगी विश्वम्भरनाथ उपाध्याय रीक्ष, पक्षधर, जाग मछन्दर गोरख आया, दूसरा भूतनाथ, जोगी मत जा, विश्वबाहु परशुराम नागार्जुन बलचनमा, रतिनाथ की चाची, वरुण के बेटे, कुम्भीपाक, गरीबदास, जमानिया का बाबा, पुरुषोत्तम, अभिनन्दन भगवान सिंह शुभ्रा, परमगति, अपने-अपने राम (1992 ई.), उन्माद (1999 ई.), रमेश चंद्र शाह गोबर गणेश, किस्सा गुलाम, आखिरी दिन, पूर्वापर भगवानदास मोरवाल काला पहाड़, बवाल तेरे देश में, रेत, नरक, हलाला, सुर बंजारन असगर वजाहत सात आसमान, कैसी आग लगाई कृष्णचन्दर एक गधे की आत्मकथाप्रभाकर उदय प्रकाश पीली छतरी वाली लड़की विभूति नारायण राय घर, शहर में कर्फ्यू शिवमूर्ति तर्पण, त्रिशूल

आधुनिक हिंदी की प्रथम मौलिक कहानी की लेखिका कौन है?

हिन्दी की सर्वप्रथम कहानी समझी जाने वाली कड़ी के अर्न्तगत सैयद इंशाअल्ला खाँ की 'रानी केतकी की कहानी' (सन् 1803 या सन् 1808), राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद की 'राजा भोज का सपना' (19 वीं सदी का उत्तरार्द्ध), किशोरी लाल गोस्वामी की 'इन्दुमती' (सन् 1900), माधवराव सप्रे की 'एक टोकरी भर मिट्टी' (सन् 1901), आचार्य रामचंद्र ...

हिंदी कथा साहित्य के संपादक कौन है?

हिंदी कथा साहित्य / संपादक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा

आधुनिक युग की महिला कहानीकार कौन है?

शिवानी- (1) लाल हवेली (1965), (2) पुष्पहार (1969), (3) अपराधिनी (1972), (4) रथ्या (1976), (5) स्वयं सिद्धा (1977), (6) रति विलाप (1977), (7) पुष्पहार (1978)। कृष्णा सोबती- (1) बादलों के घेरे (1980)।

हिंदी कथा साहित्य में सर्वाधिक प्रसिद्ध कहानीकार कौन है?

राजेंद्र यादव, मन्नू भंडारी, उषा प्रियंवदा, कृष्णा सोबती, श्रीकांत वर्मा, कृष्ण बलदेव वैद, राजकमल चौधरी आदि तनावों के ही कहानीकार हैं।