संस्कृत गिनती: संस्कृत में 1 से 100 तक की गिनती इस प्रष्ठ में दी हुई है। जिसे आप आसानी से एक से सौ के बाद एक लाख तक बढ़ा सकते हैं। यह गिनती TGT, PGT, UGC -NET/JRF, CTET,
UPTET, DSSSB, GIC and Degree College Lecturer, M.A., B.Ed. and Ph.D आदि एवं केंद्र एवं राज्य बोर्ड परीक्षाओं में पूछी जाती है। संस्कृत की गिनती हमारे संस्कृत के पाठयक्रम में कक्षा 5, कक्षा 6, कक्षा 7, कक्षा 8, कक्षा 9, कक्षा 10, कक्षा 11, कक्षा 12 में भी आती है।
इसके आगे की संख्याओं के लिए:-
संस्कृत भाषा दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा मानी जाती है। भारतीय इसे सीधे परमात्मा के मुख से निसृत भाषा या वाक्यप्रवाह मानते हैं, इसीलिए इसे देवभाषा भी कहते हैं। ‘संस्कृत’ शब्द ‘सम् + सुट् + कृ + क्त’ रूप में बना है। इसका अर्थ है ‘प्रकृतिप्रत्ययदि से संस्कृत की गई भाषा’। इस प्रष्ठ में “संस्कृत में गिनती” लिखी हुई है जो आपकी परीक्षा की द्रष्टी से बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने मित्रो के साथ अवश्य शेयर करें।
संस्कृत में 1 से 50 तक गिनती कैसे लिखते हैं?संस्कृत. One) एकः, एकम्, एका. Two) द्वितीयः, द्वे. Three) त्रयः, त्रीणि, तिस्त्रः. Four) चत्वारः, चत्वारि, चतस्त्रः. Five) पञ्च. Six) षट्. Seven) सप्त. Eight) अष्ट, अष्टौ. 53 को संस्कृत में क्या कहते हैं?इस प्रकार 53 को संस्कृत में त्रिपञ्चाशत् कहते हैं।
54 को संस्कृत में क्या कहते हैं?54 को संस्कृत में चतुःपञ्चाशत् कहते हैं।
44 संस्कृत में क्या लिखेंगे?41 से 50 तक संस्कृत में गिनती. |