बदहजमी यानी अपच ऐसी समस्या है, जो आपके पूरे स्वास्थ्य को बिगाड़कर रख देती है। जब पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या बेचैनी हो, तो यह बदहजमी का संकेत हो सकता है। पाचन तंत्र में खराबी होने के कारण बदहजमी की समस्या होने लगती है। कुछ लोग बदहजमी का इलाज करने के लिए डॉक्टर से दवा लेते हैं, तो कुछ घरेलू उपचार अपनाकर बदहजमी के उपाय करते हैं। अगर आप भी यह सोचते हैं कि बदहजमी कैसे दूर करें, तो स्टाइलक्रेज का यह आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है। इस लेख में हम अपच को ठीक करने का तरीका बताएंगे। साथ ही आपको इसके कारण और लक्षण के बारे में भी बताएंगे। Show
आइए शुरू करें लेख बदहजमी दूर करने के उपाय जानने से पहले जानिए कि यह क्या होती है। विषय सूची
बदहजमी क्या है?पेट में खराबी आने पर बदहजमी की समस्या होती है। इसे मेडिकल भाषा में डिसपेपसिया कहा जाता है। इसमें पेट से जुड़ी कई समस्याओं को शामिल किया जाता है, जैसे – पेट में दर्द, जलन या ऊपरी पेट में असहजता आदि। बदहजमी अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत जरूर है। ऐसा माना जाता है कि खराब खान-पान की वजह से बदहजमी होती है, लेकिन इसके कई अन्य कारण भी हैं। इसके बारे में हमने आगे लेख में बदहजमी के कारण वाले भाग में विस्तार से बताया है (1)। नीचे स्क्रॉल करें लेख के अगले भाग में आप बदहजमी के कारण के बारे में जानेंगे। बदहजमी के कारण – Causes of Indigestion Hindiबदहजमी होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे (2):
आगे है और जानकारी लेख के अगले भाग में हम अपच के लक्षण के बारे में जानेंगे। बदहजमी (अपच) के लक्षण – Symptoms of Indigestion in Hindiबदहजमी होने पर कई तरह के आम लक्षण महसूस हो सकते हैं। नीचे हम इन्हीं लक्षणों के बारे में बता रहे हैं (2):
अगर बदहजमी गंभीर है, तो कुछ और लक्षण भी हो सकते हैं, जिनके होने पर तुरंत डॉक्टर से बात करने की सलाह दी जाती है (2) :
लेख के अगले भाग में हम बताएंगे कि घर में बदहजमी कैसे दूर करें। बदहजमी के घरेलू उपाय – Home Remedies for Indigestion in Hindiसमस्या कोई भी हो, अमूमन लोग पहले उसका घरेलू उपचार करना पसंद करते हैं। ये घरेलू उपचार असरदार भी होते हैं और किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाते हैं। हां, अगर किसी की तबीयत ज्यादा खराब हो, तो बिना देरी किए डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए। नीचे विस्तार से जानिए अपच के घरेलू उपाय के बारे में। 1. बेकिंग सोडासामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? अपच का इलाज करने के लिए बेकिंग सोडा के फायदे देखे गए हैं। बताया जाता है कि बेकिंग सोडा एक प्राकृतिक एंटासिड है, जो अपच और सीने की जलन का इलाज करने में मदद कर सकता है। यह अपच को ठीक करने के लिए पेट के एसिड को बेअसर कर सकता है (3)। नोट : इसका सेवन हमेशा खाना खाने के एक घंटे से दो घंटे बाद करें। 2. सेब का सिरकासामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? सेब के सिरके का उपयोग अपच के लक्षण जैसे पेट में जलन का इलाज करने के लिए किया जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह बात सामने आई है कि खाना खाने से लगभग आधे घंटे पहले सेब के सिरके और पानी का यह घोल खाने को जल्दी पचाने में मदद कर सकता है और अपच का इलाज कर सकता है (4)। फिलहाल, इस विषय में अभी और शोध व सटीक प्रमाण की जरूरत है। 3. दालचीनीसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? दालचीनी को अपने कई गुणों के कारण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। उन्हीं कई फायदों में से दालचीनी का एक फायदा बदहजमी का घरेलू इलाज करना भी है। बताया जाता है कि यह क्रोनिक अपच समस्या से कुछ हद तक राहत पाने में मदद कर सकता है। फिलहाल, इस विषय पर और शोध किए जाने की जरूरत है कि दालचीनी किस गुण के कारण बदहजमी को ठीक कर सकती है (5)। 4. कैमोमाइल चायसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? कैमोमाइल को डाइजेस्टिव रिलैक्सेंट माना जाता है यानी यह पाचन तंत्र को आराम पहुंचाने में सहायक हो सकता है। इसके उपयोग पेट से जुड़ी से कई समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। बताया जाता है कि यह अपच की समस्या और उसके अन्य लक्षण जैसे – गैस, उल्टी व मतली आदि से राहत पाने में मदद कर सकता है। यह गैस को निकालने और पेट से आंत तक खाना ले जाने वाली मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद कर सकता है (6)। 5. नींबू और अदरक की चायसामग्री :
क्या करें?
कैसे है फायदेमंद? बदहजमी दूर करने के उपाय के रूप में अदरक और नींबू की चाय का भी उपयोग किया जा सकता है। माना जाता है कि पुराने समय से अदरक का उपयोग बदहजमी और उसके लक्षणों जैसे – पेट दर्द, पेट फूलना, गैस, डकार, मतली और उल्टी के उपचार में किया जा रहा है (7)। वहीं, नींबू को एल्कलाइन खाद्य पदार्थ माना जाता है। यह शरीर में बन रहे एसिड को शांत करके पेट की जलन से आराम दिला सकता है (8)। 6. जीरे का पानीसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? वजन कम करने के लिए जीरे के पानी के बारे में तो आपने सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका उपयोग बदहजमी का घरेलू इलाज करने के लिए भी किया जा सकता है? जी हां दोस्तों, एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक लेख में यह बात सामने आई है कि इसमें गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव गुण पाया जाता है। यह पेट और आंत से जुड़ी समस्याएं जैसे अपच, पेट में दर्द, जलन, गैस, पेट फूलना, उल्टी और मतली से आराम पाने में मदद कर सकता है (9)। अंत तक पढ़ें लेख 7. पुदीनासामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? अपच को ठीक करने का तरीका घर में अपनाने के लिए पेपरमिंट चाय का भी उपयोग किया जा सकता है। बताया जाता है कि पुराने समय से इसका उपयोग अपच की समस्या और उसके लक्षणों जैसे गैस, एसिडिटी व मतली से आराम पाने में किया जाता रहा है। वहीं, जर्नल ऑफ फार्मास्यूटिकल एंड रिसर्च के शोध में यह भी पाया गया है कि इसमें एंटी स्पास्मोडिक गुण पाए जाते हैं, जो पेट दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं (10)। 8. अजवाइनसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? बदहजमी का घरेलू इलाज करने में अजवायन का सेवन भी लाभदायक हो सकता है। बताया जाता है कि यह पाचन तंत्र की मांसपेशियों, खासकर आंत को रिलैक्स करने में कर सकती है। वहीं, यह पचाने वाले एंजाइम और बाइल की कार्यप्रणाली को बढ़ाता है। साथ ही इसमें एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव (Antispasmodic effects) पेट के दर्द को कम करने में सहायक हो सकता है। बाइल लिवर से निकलने वाला एक तरल पदार्थ होता है, जो छोटी आंत में लिपिड को पचाने में मदद करता है (11)। 9. दूधसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? घर में बदहजमी के उपाय के रूप में दूध का भी उपयोग किया जा सकता है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह साबित किया गया है कि दूध में एंटीएसिड प्रभाव होते हैं। ये अपच के लक्षण जैसे पेट में जलन या एसिडिटी को कम करके उससे राहत पाने में मदद कर सकते हैं (12)। 10. शहदसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? बदहजमी कभी अकेले नहीं होती। इसके साथ इसके कुछ लक्षण भी आते हैं, जिनमें से एक आम लक्षण पेट में जलन भी शामिल है। कुछ मामलों में यह जलन शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से भी हो सकती है। ऐसे में शहद का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स का असर कम करके बदहजमी के लक्षण से आराम दिला सकते हैं (13)। 11. सौंफसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? अपच के घरेलू उपाय के रूप में सौफ का भी उपयोग किया जा सकता है। पंजाब के एक मेडिकल कॉलेज द्वारा किए गए शोध में पाया गया है कि सौंफ से बनाया गया सिरप (सौंफ का पानी) बच्चों में कॉलिक का उपचार करने में मदद कर सकता है। बच्चों में कॉलिक की समस्या अपच के कारण होती है (14)। 12. नारियल का तेलसामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? बदहजमी दूर करने के उपाय के रूप में नारियल के तेल का भी उपयोग किया जा सकता है। जर्नल ऑफ फार्मेसी रिसर्च द्वारा प्रकाशित एक शोध में बताया गया है कि नारियल के तेल में लॉरिक एसिड पाया जाता है। यह हेलिकोबैक्टर पाइलोरी नामक वायरस का प्रभाव कम करने में मदद कर सकता, जो अपच का कारण बनता है। नारियल तेल के उपयोग के साथ दिन में एक बार नारियल पानी का उपयोग से भी बदहजमी का घरेलू इलाज करने में मदद मिल सकती है (15)। 13. एलोवेरासामग्री :
विधि :
कैसे है फायदेमंद? त्वचा के लिए एलोवेरा के फायदे के बारे में तो आपने सुना ही होगा। हम आपको बता दें कि अपच की समस्या से आराम पाने के लिए भी एलोवेरा का उपयोग किया जा सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन द्वारा प्रकाशित एक शोध में प्रमाण मिलता है कि एलोवेरा का जूस पेट व आंत से जुड़ी समस्याओं से आराम पाने में मदद कर सकता है। इसमें पेट में जलन, डकार आना, गैस, खाना निगलने में दिक्कत होना, उल्टी व मतली आदि शामिल है (16)। आगे है और जानकारी लेख के अगले भाग में आप जानेंगे कि बदहजमी में क्या खाएं। बदहजमी (अपच) में क्या खाना चाहिए – Foods to Eat for Indigestion in Hindiबदहजमी का इलाज अपनाने के साथ इस दौरान अपनी डाइट का ध्यान रखना भी जरूरी है। इस डाइट को ब्लांड डाइट भी कहा जाता है। इस दौरान नीचे बताए गए खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं (17) :
आगे तक पढ़ते रहें नीचे जानिए कि अपच में क्या न खाने की सलाह दी जाती है। बदहजमी (अपच) में क्या नहीं खाना चाहिए – Foods to Avoid For Indigestion in Hindiअपच की समस्या में नीचे बताए गए पदार्थों का सेवन न करने की सलाह दी जाती है (17) :
जारी रखें लेख पढ़ना लेख के अगले भाग में जानिए मेडिकल तरीके से अपच के इलाज बारे में। बदहजमी का इलाज पूरी तरह से उसके कारण पर निर्भर करता है। कारण के अनुसार बदहजमी का इलाज तीन तरह से किया जा सकता है (18) :
नीचे तक करें स्क्रॉल आगे जानिए अपच के उपाय के बारे में। बदहजमी से बचने के कुछ और उपाय – Other Tips for Indigestion in Hindiजैसा कि कहावत है कि एहतियात इलाज से बेहतर है, उसी तरह इस समस्या से बचने के लिए बदहजमी से बचने के उपायों को अपनाया जा सकता है, जैसे (2) :
इस लेख के जरिए आप समझ गए होंगे कि बदहजमी क्या है। अगर इस समस्या से परेशान कोई व्यक्ति अपच के उपाय तलाश रहा है, तो यकीनन यह लेख उनके काम आएगा। उम्मीद है कि इस लेख में दिए अपच के घरेलू उपाय इस समस्या को कम करने में मदद करेंगे। वहीं, अपच को ठीक करने का तरीका ध्यान रखने के साथ इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि बदहजमी में क्या खाएं और इस समस्या से कैसे बचें। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें और ऐसे ही घरेलू नुस्खों को जानने के लिए पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज। लेख के अंतिम भाग में जानिए हमारे पाठकों के सवाल और उनके जवाब। अक्सर पूछे जाने वाले सवालपेट में जलन और बदहजमी के बीच क्या फर्क है? ये दोनों आपस से जुड़े हुए हैं। पेट में जलन तब होती है, जब खाया हुआ खाना दोबारा भोजन नली (फूड पाइप) में आने लगता है (19)। वहीं, बदहजमी तब होती है जब खाना पूरी तरह पच नहीं पाता (1)। ये दोनों एक दूसरे के कारण हो सकते हैं। बदहजमी कितनी देर में ठीक हो जाती है? यह पूरी तरीके से बदहजमी के कारण और उसके प्रकार पर निर्भर करता है। कुछ लोगों की यह समस्या कुछ समय में ठीक हो जाती है, वहीं कुछ की लंबे समय तक रह सकती है। SourcesArticles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details.
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