खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है, किसी विशेष स्थान के खाने-पीने का विशेष व्यंजन| प्रचलन दूर-दूर तक हो| जैसे-मंबई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले-कुल्चे, मथुरा के पेड़े व आगरा के पेठे-नमकीन आदि| पहले स्थानीय व्यंजनों का अत्यधिक चलन था| हर प्रदेश में किसी-न-किसी विशेष स्थान का कोई-न-कोई व्यंजन अवश्य प्रसिद्ध होता था लेकिन आज खानपान की मिश्रित संस्कृति ने लोगों को खाने-पीने के विकल्प दिए है| Show
खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ स्थानीय व्यंजनों से है। ऐसे स्थानीय व्यंजन हमारी भारतीय संस्कृति का अंग होते हैं तथा किसी स्थान विशेष में प्रसिद्ध होते हैं। यह पहले सामान्य घरों में उपयोग होते थे। गुजरात का ढोकला और गठिया, दक्षिण का डोसा , इडली ,सांभर प्रसिद्ध है। खानपान में स्थानीयता का मतलब होता है कि एक ही राज्य या जगह पर खाए या खिलाए जाने वाले व्यंजन। जैसे गुजरात में ढोकला, गाठिया, घेवर, फाफड़ा और खांडवी आदि मशहूर है। वहीं दक्षिण भारत इडली-डोसा, वड़ा-सांभर, रसम आदि के स्थानीय पकवान के लिए मशहूर है। खानपान की इस बदलती संस्कृति से नई पीढ़ी बहुत प्रभावित हुई है। स्थानीय व्यंजन अब सीमित रह गए हैं। In this section you can learn and practice Aptitude (Questions with Answers) to improve your skills in order to face the interview, competitive examination and various entrance test (CAT, GATE, GRE, MAT, Bank Exam, Railway Exam etc.) with full confidence. Where can I get aptitude questions and answers with explanation?XtraStudy provides you lots of fully solved Aptitude questions and answers with explanation. Solved examples with detailed answer description, explanation are given and it would be easy to understand. You can view the solutions for the problems with feel and good user interface. How to solve Aptitude problems?You can easily solve all kind of questions based on Aptitude by practicing exercise given in this APTITUDE section. What are major topics explained in XtraStudy.com?
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स्थानीयता का क्या अर्थ?Solution. यहाँ स्थानीयता का अर्थ किसी विशेष प्रांत के लोकप्रिय व्यंजन से है। जैसे- बम्बई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले कुलछे, मथुरा के पेड़े और आगरा के पेठे, नमकीन आदि।
खान पान के मामले में स्वाधीनता का क्या अर्थ है?उत्तर-खानपान के मामले में स्वाधीनता का अर्थ है किसी विशेष स्थान के खाने-पीने का विशेष व्यंजन। जिसकी प्रसिद्धि दूर दूर तक हो। मसलन मुंबई की पाव भाजी, दिल्ली के छोले कुलचे, मथुरा के पेड़े व आगरे के पेठे, नमकीन आदि।
1_खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है फास्ट फूड से क्या लाभ है तथा क्या हानि है लिखें?प्रश्न 3: खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है? उत्तर: खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है स्थानीय व्यंजन को प्रमुखता देना। जैसे यदि कोई बंगाली हिल्सा मछली खाता है तो यह उसके लिए स्थानीय व्यंजन है। लेकिन वही बंगाली जब ढ़ोकला खाता है तो वह स्थानीयता नहीं अपना रहा है।
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