यूपी पीसीएस का सिलेबस क्या होता है? - yoopee peeseees ka silebas kya hota hai?

यूपी पीसीएस परीक्षा (UPPSC PCS Exam) के माध्यम से राज्य के विभिन्न आवश्यक पदों पर नियुक्तियां की जाती है. यह पद राज्य सरकार के नियंत्रण में होता है.

यूपी पीसीएस का सिलेबस क्या होता है? - yoopee peeseees ka silebas kya hota hai?

यूपी पीसीएस एग्जाम पैटर्न और सिलेबस

UPPSC PCS Exam: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की ओर से आयोजित होने वाली पीसीएस परीक्षा में हर साल लगभग 4 लाख छात्र शामिल होते हैं. इस परीक्षा के माध्यम से राज्य के विभिन्न आवश्यक पदों पर नियुक्तियां की जाती है. यह पद राज्य सरकार के नियंत्रण में होता है.

पीसीएस बनने के लिए छात्रों को काफी मेहनत करना होता है. इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के पश्चात अभ्यार्थी को विभिन्न उच्च पदों जैसे- एसडीएम (SDM), डीएसपी (DSP), एआरटीओ (ARTO), बीडीओ (BDO), जिला अल्पसंख्यक अधिकारी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, असिस्टेंट कमिश्नर आदि पर काम करने का मौका मिलता है. यहां ऑफिशियल सिलेबस के आधार पर बताएंगे कि पीसीएस परीक्षा की तैयारी कैसे कर सकते हैं और इसके लिए कौन से विषय पर ज्यादा ध्यान देना होगा.

पीसीएस एग्जाम पैटर्न

सबसे पहले बता दें कि, इस परीक्षा का आयोजन तीन चरणों किया जाता है.

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 2 पेपर

मुख्य परीक्षा (Mains) – 8 पेपर

साक्षात्कार (Interview)

प्रीलिम्स- UPPSC प्रीलिम्स में दो पेपर होते हैं. दोनों प्रश्नपत्र बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) के साथ प्रत्येक पेपर 200 अंकों के होंगे. परीक्षा दिन आयोजित होगी, तथा दोनों पेपरों की अवधि 2 घंटे की होती है. प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.33% की नेगेटिव मार्किंग है. प्रश्न को खाली छोड़ने के लिए कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं है.

मेंस- यूपीपीएससी मेन्स परीक्षा में वर्णनात्मक आठ पेपर शामिल हैं. प्रत्येक पेपर के लिए परीक्षा की अवधि 3 घंटे होगी. यूपीपीएससी मेन्स परीक्षा कुल 1500 अंकों की होगी.

इंटरव्यू- इंटरव्यू में आपकी तर्क शक्ति, सोचनें व समझनें की क्षमता का आकलन किया जाता है. इंटरव्यू के लिए 100 अंक निर्धारित है.

इन विषयों पर दें सबसे ज्यादा ध्यान

नियमित रूप से पढ़े अखबार- इस परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है जनरल नॉलेज और करेंट अफेयर्स पर पकड़ बनाना. इसके लिए उम्मीदवारों को नियमित रूप से अखबार पढ़ने की आदत बनानी होगी. परीक्षा के दौरान यह काफी लाभदायक सिद्ध होता है.

भूगोल और इतिहास पर रखें ध्यान- इस परीक्षा के लिए राज्य के इतिहास भूगोल, अर्थव्यवस्था, राजनीतिक और सामाजिक संरचना के बारे में पूरी जानकारी रखें. इस परीक्षा में राज्य से संबधित अनेक प्रश्न पूछे जाते हैं.

NCERT बुक्स है लाभकारी- परीक्षा क्रैक करने वाले छात्रों और एक्सपर्ट्स के मुताबिक बुनियादी अध्ययन सामग्री एनसीईआरटी, बेसिक बुक्स अनिवार्य रूप से पढ़ें. साथ ही परीक्षा से पहले कम से कम 10-12 मॉक टेस्ट जरूर दें.

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दोस्तों आप यहाँ से UPPSC Or UPPCS Syllabus in Hindi 2022 PDF , Exam Pattern , Selection Process Pre & Mains को Hindi & English में उपलब्ध कराया है जिसे आप यहाँ से Download कर सकते है 

दोस्तों जैसा की आपको पता ही होगा की जल्द ही UPPSC का नोटिफिकेशन जारी किया गया है जिसकी तैयारी में बहुत सारे छात्र महीनों से लगे हुए थे और उन्ही में से कुछ छात्र मुझसे  UPPSC Syllabus 2022 PDF की मांग कर रहे थे इसलिए Eexamsyllabus.in के तरफ से सभी छात्रों के लिए बिलकुल Free में  UPPSC Syllabus 2022 PDF को Hindi & English में उपलब्ध कराया है जिसे आप यहाँ से Download कर सकते हो।  

UPPSC Selection Process & Exam Pattern 

दोस्तों मैं आपकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि UPPSC का Selection Process मुख्यतः 3 चरण में पूर्ण होता है जिसके बारे में नीचे मैंने विस्तार से समझाया है। 

  1. Prelims ( प्रीलिम्स )
  2. Mains ( मेंस )
  3. Interview ( इंटरव्यू ) 

UPPSC Prelims Exam Pattern 

 दोस्तों यहाँ पर मैंने UPPSC Prelims के Exam Pattern के बारे में पूरे विस्तार से टेबल और महत्वपूर्ण बिंदुओं में समझाया है जिसे आप यहाँ से पढ़ सकते है।  

  • UPPSC की परीक्षा offline मोड में होता है 
  • UPPSC की परीक्षा OMR बेस होता है 
  • UPPSC की परीक्षा में पूरे 200 प्रश्न पूछे जाते है 
  • UPPSC के सारे प्रश्न बहुविकल्पी प्रकार के होते है 
  • UPPSC Pre की परीक्षा में 2 Paper होते है और दोनों पेपर एक ही दिन में होते है 
  • प्रथम पेपर 150 नंबर का होता है ( General Studies I )
  • द्वितीय पेपर 100 नंबर का होता है ( General Studies II ,CSAT ) 
  • परीक्षा में 0.33 का नेगेटिव मार्किंग होता है 
यूपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का सिलेबस अंक
पेपर 1: सामान्य अध्ययन I 150 marks
पेपर 2: सामान्य अध्ययन II (CSAT) 100 marks
UPPSC Prelims Exam Pattern 

UPPSC Mains Exam Pattern 

दोस्तों यहाँ पर हमने UPPSC Mains Exam Pattern के बारे में पूरे विस्तार से टेबल और महत्वपूर्ण बिंदुओं  के माध्यम से समझाया है जिसे आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते है। 

  • यह परीक्षा ऑफलाइन होती है पेपर + पेन आधारित 
  • यह परीक्षा पूरे 1500 नंबर का होता है 
  • परीक्षा के अंतर्गत पूरे 8 विषय होते है 
  • परीक्षा का समय 9.30 AM – 12.30 AM  से 2 PM – 5 PM के अंतर्गत होता है 

नोट :- यूपीपीएससी के नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार, उम्मीदवारों को दी गई सूची में से अब केवल एक वैकल्पिक विषय (2 पेपर) का चयन करना है 

यूपीपीएससी मुख्य परीक्षा अंक
सामान्य हिंदी 150 marks
निबंध 150 marks
सामान्य अध्ययन I 200 marks
सामान्य अध्ययन II 200 marks
सामान्य अध्ययन III 200 marks
सामान्य अध्ययन IV 200 marks
वैकल्पिक विषय – पेपर 1 200 marks
वैकल्पिक विषय – पेपर 2 200 marks
UPPSC Mains Exam Pattern 

UPPSC Interview Pattern 

दोस्तों जिन्हें नहीं पता है मैं उनकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि UPPSC Interview के लिए सिर्फ उन्हीं छात्रों को बुलाया जाता है जो छात्र Pre + Mains के परीक्षा को पास कर चुके हो। 

नोट -1 : यह यूपीपीएससी परीक्षा का अंतिम दौर है। मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को कार्मिक साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार 100 अंकों का होगा। उम्मीदवारों का साक्षात्कार यूपीपीएससी द्वारा नियुक्त बोर्ड द्वारा किया जाता है

नोट 2- : साक्षात्कार का उद्देश्य सक्षम और निष्पक्ष पर्यवेक्षकों के एक बोर्ड द्वारा राज्य सेवाओं में कैरियर के लिए उम्मीदवार की व्यक्तिगत उपयुक्तता की जांच करना है

नोट 3 – : व्यक्तित्व परीक्षण में, अपने अकादमिक अध्ययन के अलावा, उम्मीदवारों को अपने राज्य या देश के भीतर और बाहर हो रहे मामलों के बारे में पता होना चाहिए

नोट 4 -: साक्षात्कार उम्मीदवार के मानसिक गुणों और विश्लेषणात्मक क्षमता का पता लगाने के उद्देश्य से एक उद्देश्यपूर्ण बातचीत है

UPPSC Interview Personality Test/Interview 100 marks
UPPSC Interview Pattern 

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UPPSC Syllabus 2022 PDF in Hindi & English 

दोस्तों यहाँ पर हमने UPPSC Syllabus 2022 के बारे में पूरे विस्तार से समझाया है जिसे आप पढ़ सकते हो और साथ ही में Download कर सकते है 

#1.UPPSC Prelims Syllabus

1.UPPSC Prelims Syllabus: Paper I

  1. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाओं पर, उम्मीदवारों से उनके बारे में ज्ञान की अपेक्षा की जाएगी।
  2. भारतीय इतिहास: प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक: इतिहास में भारतीय इतिहास के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पहलुओं की व्यापक समझ पर जोर दिया जाना चाहिए। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में, उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वे स्वतंत्रता आंदोलन की प्रकृति और चरित्र, राष्ट्रवाद की वृद्धि और स्वतंत्रता की प्राप्ति के बारे में एक संक्षिप्त दृष्टिकोण रखते हैं।
  3. भारतीय और विश्व भूगोल- भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल: विश्व भूगोल में केवल विषय की सामान्य समझ की उम्मीद की जाएगी। भारत के भूगोल पर प्रश्न भारत के भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल से संबंधित होंगे।
  4. भारतीय शासन और राजनीति: इसमें भारतीय राजनीति, आर्थिक और संस्कृति का विवरण शामिल है, प्रश्न पंचायती राज और सामुदायिक विकास सहित देश की राजनीतिक व्यवस्था के ज्ञान का परीक्षण करेंगे, भारत में आर्थिक नीति की व्यापक विशेषताएं और भारतीय संस्कृति राजनीतिक प्रणाली, संविधान, सार्वजनिक नीति, पंचायती राज , अधिकारों के मुद्दे, आदि।
  5. सामाजिक और आर्थिक विकास: सतत विकास गरीबी समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि। पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे- जिन्हें विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।
  6. पर्यावरण पारिस्थितिकी, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता – सामान्य मुद्दे जिन्हें विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है: प्रश्न जनसंख्या, पर्यावरण और शहरीकरण के बीच समस्याओं और संबंधों के संबंध में होंगे। पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे – जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है, उम्मीदवारों से विषय की सामान्य जागरूकता की अपेक्षा की जाती है

2.UPPSC Prelims Syllabus: Paper 2 

  • समझ
  • पारस्परिक कौशल (संचार कौशल सहित)
  • विश्लेषणात्मक क्षमता और तार्किक तर्क
  • दिक्कत दूर करना और निर्णय लेना
  • सामान्य मानसिक क्षमता
  • प्रारंभिक गणित (कक्षा X स्तर – बीजगणित, सांख्यिकी, ज्यामिति और अंकगणित):
  • सामान्य अंग्रेजी (कक्षा X स्तर)
  • सामान्य हिंदी (कक्षा X स्तर)

Essay 

निबंध के प्रश्न पत्र में तीन खंड होंगे। उम्मीदवारों को प्रत्येक खंड से एक विषय का चयन करना होगा और उन्हें प्रत्येक विषय पर 700 शब्दों में एक निबंध लिखना होगा। तीन खंडों में, निबंध के विषय निम्नलिखित क्षेत्र पर आधारित होंगे 

  • Section-A : साहित्य और संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र।
  • Section-B : विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र कृषि, उद्योग और व्यापार।
  • Section-C : राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं, प्राकृतिक आपदाएं, भूस्खलन, भूकंप, जलप्रलय, सूखा, आदि राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम और परियोजनाएं 

General Studies – I

  • भारतीय संस्कृति का इतिहास प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य और वास्तुकला के प्रमुख पहलुओं को कवर करेगा।
  • आधुनिक भारतीय इतिहास (ए.डी.1757 से ए.डी. 1947 तक): महत्वपूर्ण घटनाएं, व्यक्तित्व और मुद्दे, आदि।
  • स्वतंत्रता संग्राम- इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न हिस्सों से महत्वपूर्ण योगदानकर्ता/योगदान।
  • स्वतंत्रता के बाद देश के भीतर एकीकरण और पुनर्गठन (1965 ई. तक)।
  • विश्व के इतिहास में 18वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी के मध्य तक की घटनाएं शामिल होंगी जैसे 1789 की फ्रांसीसी क्रांति, औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनर्निर्धारण, समाजवाद, नाजीवाद, फासीवाद आदि-उनके रूप और प्रभाव समाज।
  • भारतीय समाज और संस्कृति की मुख्य विशेषताएं।
  • समाज और महिला संगठन में महिलाओं की भूमिका, जनसंख्या और संबंधित मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक मुद्दे, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उनके उपचार।
  • उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण का अर्थ और अर्थव्यवस्था, राजनीति और सामाजिक संरचना पर उनके प्रभाव।
  • सामाजिक सशक्तिकरण, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
  • भारत के विशेष संदर्भ में दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के संदर्भ में विश्व के प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों- जल, मिट्टी, वन का वितरण। उद्योगों की अवस्थिति के लिए उत्तरदायी कारक (भारत के विशेष संदर्भ में)।
  • भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात, महासागरीय धाराएं, हवाएं और हिमनद।
  • भारत के समुद्री संसाधन और उनकी क्षमता।
  • भारत पर ध्यान देने के साथ विश्व की मानव प्रवास-शरणार्थी समस्या।
  • भारतीय उपमहाद्वीप के संदर्भ में सीमाएँ और सीमाएँ।
  • जनसंख्या और बस्तियाँ- प्रकार और पैटर्न, शहरीकरण, स्मार्ट शहर और स्मार्ट गाँव।
  • उत्तर प्रदेश का विशिष्ट ज्ञान – इतिहास, संस्कृति, कला, वास्तुकला, त्योहार, लोक-नृत्य, साहित्य, क्षेत्रीय भाषाएँ, विरासत, सामाजिक रीति-रिवाज और पर्यटन।
  • यूपी का विशिष्ट ज्ञान- भूगोल- मानव और प्राकृतिक संसाधन, जलवायु, मिट्टी, वन, वन्य जीवन, खान और खनिज, सिंचाई के स्रोत 

General Studies – II 

  • भारतीय संविधान- ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना, संविधान के बुनियादी प्रावधानों के विकास में सर्वोच्च न्यायालय की भूमिका।
  • संघ और राज्यों के कार्य और जिम्मेदारियाँ: संघीय ढांचे से संबंधित मुद्दे और चुनौतियाँ, स्थानीय स्तर तक शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसमें चुनौतियाँ।
  •  केंद्र-राज्य वित्तीय संबंधों में वित्त आयोग की भूमिका।
  • शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र और संस्थान। वैकल्पिक विवाद निवारण तंत्र का उद्भव और उपयोग।
  • अन्य प्रमुख लोकतांत्रिक देशों के साथ भारतीय संवैधानिक योजना की तुलना।
  • संसद और राज्य विधायिका- संरचना, कामकाज, व्यवसाय का संचालन, शक्तियां और विशेषाधिकार और संबंधित मुद्दे।
  • कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कामकाज: सरकार के मंत्रालय और विभाग, दबाव समूह, और औपचारिक/अनौपचारिक संघ और राजनीति में उनकी भूमिका। जनहित याचिका (PIL)।
  •  जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं।
  •  विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति, शक्तियां, कार्य और उनके दायित्व।
  • नीति आयोग सहित वैधानिक, नियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय, उनकी विशेषताएं और कार्य।
  • विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां और हस्तक्षेप और उनके डिजाइन, कार्यान्वयन और सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) से उत्पन्न मुद्दे।
  • विकास प्रक्रियाएं- गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी), विभिन्न समूहों और संघों, दाताओं, दान, संस्थागत और अन्य हितधारकों की भूमिका।
  •  केंद्र और राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन कमजोर वर्गों की सुरक्षा और बेहतरी के लिए गठित इन योजनाओं, तंत्रों, कानूनों, संस्थानों और निकायों का प्रदर्शन।
  • स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।
  •  गरीबी और भूख से संबंधित मुद्दे, राजनीतिक शरीर पर उनका प्रभाव।
  •  शासन के महत्वपूर्ण पहलू। पारदर्शिता और जवाबदेही, ई-गवर्नेंस अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं, सीमाएं और क्षमता, नागरिक, चार्टर और संस्थागत उपाय।
  • उभरती प्रवृत्तियों के संदर्भ में लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
  • भारत और उसके पड़ोसी देशों के साथ संबंध।
  • द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से जुड़े समझौते और/या भारत के हित को प्रभावित करने वाले।
  • भारत के हितों पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियों और राजनीति का प्रभाव- भारतीय प्रवासी।
  • महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां ​​उनकी संरचना, जनादेश और कार्यप्रणाली।
  • राजनीतिक, प्रशासनिक, राजस्व और न्यायिक व्यवस्था के संबंध में उत्तर प्रदेश का विशिष्ट ज्ञान।
  • करेंट अफेयर्स और क्षेत्रीय, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की घटनाएं।

General Studies – III 

  • भारत में आर्थिक योजना, उद्देश्य और उपलब्धियां। नीति आयोग की भूमिका, सतत विकास लक्ष्यों का पीछा (एसडीजी)।
  • गरीबी, बेरोजगारी, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के मुद्दे।
  • सरकारी बजट और वित्तीय प्रणाली के घटक।
  • प्रमुख फसलें, विभिन्न प्रकार की सिंचाई और सिंचाई प्रणाली, कृषि उपज का भंडारण, परिवहन और विपणन, किसानों की सहायता में ई-प्रौद्योगिकी।
  • प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृषि सब्सिडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित मुद्दे, सार्वजनिक वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्यप्रणाली, सीमाएं, सुधार, बफर स्टॉक और खाद्य सुरक्षा के मुद्दे, कृषि में प्रौद्योगिकी मिशन।
  • भारत में खाद्य प्रसंस्करण और संबंधित उद्योग- कार्यक्षेत्र और महत्व, स्थान, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम आवश्यकताएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
  • स्वतंत्रता के बाद से भारत में भूमि सुधार।
  • अर्थव्यवस्था पर उदारीकरण और वैश्वीकरण के प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन और औद्योगिक विकास पर उनके प्रभाव।
  • बुनियादी ढांचा: ऊर्जा, बंदरगाह, सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे, आदि।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी-विकास और दैनिक जीवन में और राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत की विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति में अनुप्रयोग।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां, प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण। नई प्रौद्योगिकियों का विकास, प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण, दोहरे और महत्वपूर्ण उपयोग वाली प्रौद्योगिकियां।
  • सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर, ऊर्जा संसाधन, नैनो प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म जीव विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जागरूकता। बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर), और डिजिटल अधिकारों से संबंधित मुद्दे।
  • पर्यावरण सुरक्षा और पारिस्थितिकी तंत्र, वन्यजीव संरक्षण, जैव विविधता, पर्यावरण प्रदूषण और गिरावट, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
  • एक गैर-पारंपरिक सुरक्षा और सुरक्षा चुनौती के रूप में आपदा, आपदा न्यूनीकरण और प्रबंधन।
  • अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियाँ: परमाणु प्रसार के मुद्दे, उग्रवाद के कारण और प्रसार, संचार नेटवर्क, मीडिया और सोशल नेटवर्किंग की भूमिका, साइबर सुरक्षा की मूल बातें, मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी।
  • भारत की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियां: आतंकवाद, भ्रष्टाचार, उग्रवाद और संगठित अपराध।
  • भारत में सुरक्षा बलों, उच्च रक्षा संगठनों की भूमिका, प्रकार और जनादेश।
  • उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का विशिष्ट ज्ञान:- यूपी की अर्थव्यवस्था का अवलोकन: राज्य के बजट। कृषि, उद्योग, बुनियादी ढांचे और भौतिक संसाधनों का महत्व। मानव संसाधन और कौशल विकास। सरकारी कार्यक्रम और कल्याणकारी योजनाएं।
  • कृषि, बागवानी, वानिकी और पशुपालन में मुद्दे।
  • कानून और व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा विशेष संदर्भ में यू.पी.

General Studies – IV 

  • नैतिकता और मानव इंटरफेस: मानव क्रिया में नैतिकता के सार, निर्धारक और परिणाम, नैतिकता के आयाम, निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता। मानव मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक, मूल्यों को विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका 
  • दृष्टिकोण: सामग्री, संरचना, कार्य, इसका प्रभाव, और विचार और व्यवहार के साथ संबंध, नैतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण, सामाजिक प्रभाव और अनुनय 
  • सिविल सेवा के लिए योग्यता और मूलभूत मूल्य, अखंडता, निष्पक्षता और गैर-पक्षपात, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवाओं के प्रति समर्पण, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता और करुणा 
  • भावनात्मक बुद्धिमत्ता- अवधारणा और आयाम, इसकी उपयोगिता, और प्रशासन और शासन में अनुप्रयोग 
  • भारत और दुनिया के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों का योगदान 
  • लोक प्रशासन में सार्वजनिक/सिविल सेवा मूल्य और नैतिकता: सरकारी और निजी संस्थानों में स्थिति और समस्याएं, नैतिक चिंताएं और दुविधाएं, नैतिक मार्गदर्शन, जवाबदेही और नैतिक शासन के स्रोत के रूप में कानून, नियम, विनियम और विवेक, शासन में नैतिक मूल्यों को मजबूत करना , अंतरराष्ट्रीय संबंधों और वित्त पोषण, कॉर्पोरेट प्रशासन में नैतिक मुद्दे 
  • शासन में ईमानदारी: सार्वजनिक सेवा की अवधारणा, शासन और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सूचना साझा करना, और सरकार में पारदर्शिता। सूचना का अधिकार, आचार संहिता, आचार संहिता, नागरिक चार्टर, कार्य संस्कृति, सेवा वितरण की गुणवत्ता, सार्वजनिक धन का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियां 
  • उपरोक्त मुद्दों पर केस स्टडी 

UPPSC Syllabus: Optional Subjects

Agriculture & Veterinary Science Arabic Zoology
Chemistry Hindi Statistics
Defence Studies Persian Physics
Management Sanskrit Mathematics
Political Science & International Relations Geology Commerce & Accountancy
Geography Psychology Economics
History Civil Engineering Public Administration
Social Work Medical Science Sociology
Agricultural Engineering Philosophy Anthropology
Mechanical Engineering Botany Electrical Engineering
Law English Animal Husbandry
Urdu Literature
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  • UPPSC Staff Nurse Syllabus
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  • UPPSC Question Paper
  • UPPSC RO ARO Question Paper

( FAQ ) 

क्या हम यहां से UPPSC के Pre + Mains Syllabus 2022 के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है ? 

जी हां आप यहाँ से UPPSC के Pre + Mains Syllabus 2022 के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है।  

क्या हम यहां से UPPSC Syllabus 2022 PDF को Hindi & English में Download कर सकते है ? 

जी बिल्कुल आप यहाँ से UPPSC Syllabus 2022 PDF को Hindi & English में Download कर सकते है। 

Conclusion 

दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छे से समझ आया होगा और आपके मन में इससे संबंधित जितने भी सवाल रहे होंगे आपको उन सारे सवालो के उचित जवाब मिल गया होगा लेकिन फिर भी अगर आपके मन में इससे संबंधित कोई और सवाल हो तो आप मुझसे नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है मैं आपके सारे सवालो के जवाब जरूर दूंगा।  

Home Page : eexamsyllabus.in 

Category : UPPSC 

Official Website : uppsc.up.nic.in

यूपीपीसीएस में कौन कौन से सब्जेक्ट आते हैं?

यूपीपीएससी प्रिलिम्स परीक्षा में General Studies (GS) के दो प्रश्नपत्र होते हैंयूपी पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्न सामयिक मामलों, सामान्य विज्ञान, विश्व भूगोल, भारतीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन जैसे विषयों से पूछे जाते हैं और सामान्य और मानसिक योग्यता, हिंदी आदि से भी प्रश्न पूछे जाते हैं

यूपी पीसीएस में कितने पेपर होते हैं?

यूपीपीएससी मेन्स परीक्षा में वर्णनात्मक आठ पेपर शामिल हैं। प्रत्येक पेपर के लिए परीक्षा की अवधि 3 घंटे होगी। यूपीपीएससी मेन्स परीक्षा कुल 1500 अंकों की होगी। नीचे दी गई सारणी की मदद से आप UPPSC PCS Mains Exam Pattern को और भी बेहतर तरीके से समझ सकते हैं

पीसीएस प्री कितने नंबर का होता है?

स्टेज 1 प्रीलिम्स परीक्षा एक उद्देश्य आधारित, बहुविकल्पीय प्रकार की परीक्षा है। यह दो पेपर, पेपर 1 और पेपर 2 में विभाजित है, जिसके लिए उपरोक्त लेख में जानकारी दी गई है। पेपर 1 के लिए, प्रत्येक सही उत्तर में 1.33 अंक दिए जाएंगे। पेपर 2 के लिए, हर सही उत्तर पर 2 अंक दिए जाएंगे।

पीसीएस के पेपर कैसे होते हैं?

PCS ka Exam Pattern Kya Hota Hai?.
इसमें कुल दो पेपर होते हैं, Paper 1 (सामान्य अध्ययन-I) और paper 2 (सामान्य अध्ययन-II CSAT).
पेपर-1 में कुल 150 प्रश्न होते हैं, कुल 200 अंकों का. ... .
Paper-2 (General studies-II) में कुल 200 अंकों का 100 प्रश्न होता है, प्रश्नों को हल करने के लिए 2 घंटे का समय निर्धारित होता है..