योग दिवस का उद्देश्य क्या है? - yog divas ka uddeshy kya hai?

योग एक ऐसा शब्द है जिसे किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। योग और भारतीय संस्कृति एक-दूसरे के पूरक हैं। योग वास्तव में एक ऐसा अभ्यास है जो आपके शऱीर और मस्तष्कि दोनों को अविश्वसनीय तरीके से लाभ पहुंचाता है। योग संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका अर्थ संयुक्त या एकजुट होना है। दूसरे शब्दों में कहें तो यह आपकी मानसिक और शारिरीक शक्ति दोनों को परिपक्व करने में सहायक है। योग आपके शरीर के विभिन्न भागों को सकारात्मक रुप से प्रभावित करता है। योग की लोकप्रियता अपने आप में यह सिद्ध करने में सहायक है कि कैसे बहुत से लोगों की जिंदगी पूर्ण रुप से बदल चुका है।

विश्व योग दिवस के उद्देश्य –

योग के फायदे अनगिनत हैं और सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपके शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत लाभकारी है। योग में ध्यान लगाने को भी अधिक महत्तवपूर्ण माना जाता है। आइये जानते हैं विश्व योग दिवस के उद्देश्य जो कि इस प्रकार हैं–

योग के बारे में अधिक से अधिक जानकारी फैलाना।

पूरे विश्व में स्वास्थ्य संबंधित मुद्दों मे तेजी से कमी लाने के लिये

लोगों को स्वस्थ जीवन शैली पर जोर देने की ओर प्रोत्साहित करना

लोगों को योग अभ्यास करने के लिए प्रेरित करना

योग से मानसिक दृढंता भी प्राप्त की जाती है ताकि अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सकी

योग को तनाव से निपटने के काफी आदर्श माना जाता है

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस -

इस बात से किसी भी तरह से इंकार नहीं किया जा सकता है कि योग ने बहुत ही कम समय के भीतर काफी अधिक लोकप्रियता देश-विदेश में हासिल कर ली है। संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून के दिन विशेष रुप से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के पीछे यह तर्क था कि इससे योग के अभ्यास के बारें में लोगों के बीच में और अधिक जागरुकता फैलायी जा सके।

इसके विशेष लाभों के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाने के कारण ही आज इसे बहुत ही जोर-शोर से मनाया जाता है। हर साल योग दिवस की एक थीम (विषय) विशेष रखा जाता है पिछले सालों में कई तरह के मह्तवपूर्ण विषय रखे गये जिससे की योग को अत्यधिक लोकप्रिय बनाया जा सके जैसे 2017 में "स्वास्थ्य के लिए योग", 2016 में "युवा से कनेक्ट करें" और 2015 में "योग फॉर हार्मनी एंड पीस" शामिल हैं।

योग की उत्पत्ति -

योग के कारण लोगों में भारतीय संस्कृति को प्रति रुचि बढ़ी है। इतिहास के अनुसार भगवान शिव जी को योग के पिता के रुप में उपाधि दी गई हैं। इसके अलावा, पतंजलि को भी आधुनिक योग का जनक माना गया है। पुराने जमाने में ऋषि और मुनी योग के कारण ही बहुत स्वस्थ रहा करते थे।

2019 थीम: 5वां वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

योग और भारत की संस्कृति दोनों एक-दूसरे के साथ बहुत ही गहरा रिश्ता रखते है। आपमें से कई लोग 2019 की योग थीम के बारे में जानने को उत्सुक होंगे। हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि इस वर्ष, योग दिवस का विषय "योग फॉर हार्ट" है।

कहना गलत ना होगा कि भारत के गौरवशाली इतिहास की महिमा हमेशा योग के बिना अधूरी रहेगी। योग एक ऐसी अभ्यास है जो न केवल आपके शरीर बल्कि आपके  दिमाग और विचार को भी परिक्व बनाता है। इसके अलावा योग मनुष्य और प्रकृति के बीच भी मधुर संबंध बनाने में मदद करता है। यह आपको आपकी असीम क्षमताओं और मन की शक्ति से अवगत कराता है । आज बहुत से लोग योग करते हैं ताकि वह एक स्वस्थ जीवन शैली के साथ अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त कर सके।

अन्तरराष्ट्रीय Yoga Diwas 2023 प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। जीवन में कई ऐसे क्षण हैं जिन्होंने हमारी गति पर ब्रेक लगा दिया। हमारे आस-पास ऐसे कई कारण हैं जो तनाव, थकान और चिड़चिड़ापन को जन्म देते हैं, जिससे हमारा जीवन परेशान होता है। ऐसी स्थिति में जीवन को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए योग एक रामबाण दवा है, जो शरीर को फिट रखता है।

योग हमारी भारतीय संस्कृति की सबसे पुरानी पहचान है। संसार की पहली पुस्तक ऋग्वेद में यौगिक क्रियाओं के बारे में कई स्थानों पर उल्लेख मिलता है। भगवान शंकर के बाद, योग की शुरुआत वैदिक ऋषियों और संतों से मानी जाती है।

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International Yoga Day कब मनाया जाता है?
Date हर साल 21 June को
विवरण पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को दुनिया भर में मनाया गया था।
उद्देश्य यह हमारे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इस प्राचीन प्रथा के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

योग दिवस का उद्देश्य क्या है? - yog divas ka uddeshy kya hai?

योग क्या है?

योग धर्म, आस्था और अंधविश्वास से परे एक सरल विज्ञान है. योग जीवन जीने की एक कला है। योग शब्द के दो अर्थ हैं और दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।

पहला संयुक्त है और दूसरा समाधि है।

जब तक हम स्वयं से नहीं जुड़ेंगे, तब तक समाधि तक पहुंचना मुश्किल होगा, अर्थात जीवन में सफलता के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य, शरीर, मन और आत्मा बहुत महत्वपूर्ण हैं और यदि हम योग करें तो यह मार्ग अधिक सुलभ हो सकता है।

योग अभ्यास का प्रामाणिक चित्रण लगभग 3000 ई.पू. सिंधु घाटी सभ्यता के समय के टुकड़ों और मूर्तियों में पाई जाती है। योग सूत्र, योग का प्रामाणिक पाठ, 200 ईसा पूर्व से पहले का है। यह योग पर पहला सुव्यवस्थित ग्रंथ है।

ओशो के अनुसार, 'योग धर्म, आस्था और अंधविश्वास से परे एक प्रत्यक्ष प्रायोगिक विज्ञान है। योग जीवन जीने की कला है। योग एक संपूर्ण चिकित्सा पद्धति है।

योग आज के परिवेश में हमारे जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बना सकता है। आज के प्रदूषित वातावरण (National Pollution Control Day) में योग एक ऐसी औषधि है। जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है, लेकिन योग के कई आसन जैसे कि, शवासन उच्च रक्तचाप को सामान्य करता है.

योग में ऐसे कई आसन हैं जिन्हें जीवन में अपनाने से कई बीमारियां दूर हो जाती हैं और खतरनाक बीमारियों का असर भी कम हो जाता है। अगर आप 24 घंटे में से कुछ ही मिनट करते हैं, तो आप अपने स्वास्थ्य को फिट और स्वस्थ रख सकते हैं। फिट रहने के अलावा, योग हमें एक सकारात्मक ऊर्जा भी देता है। योग शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करता है।

योग हमारे लिए हर तरह से आवश्यक है। यह हमारे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। योग के माध्यम से आध्यात्मिक संतुष्टि, शांति और ऊर्जावान चेतना का एहसास होता है, जिससे हमारा जीवन हर दिन तनाव मुक्त और सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ता है।

Yoga Diwas कब और क्यों मनाया जाता है?

21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। इस दिन, सूरज जल्दी से उगता है और देर से डूबता है, इसलिए 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया गया था?

पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को दुनिया भर में मनाया गया था।

International Yoga Day का उद्देश्य क्या है?

दुनिया भर में लगभग 2 अरब से ज्यादा लोग योग का अभ्यास करते हैं। इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को कब मान्यता दी गई है?

11 दिसंबर 2014 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाने के लिए मान्यता दी थी।

योग दिवस की शुरुआत कब हुई थी?

योग दिवस पहली बार कब मनाया गया भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया गया।

योग क्यों मनाते हैं?

विश्व योग दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को योग के प्रति जागरुक करना है, ताकि वो ज्यादा से ज्यादा इसे अपनाकर खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रख सकें। बता दें कि योग का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। हर दिन 15 से 20 मिनट योग कर हम अपने मन-मस्तिष्क को तरोताजा रख सकते हैं

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की 2022 की थीम क्या है?

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम “मानवता के लिए योग” है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2021 की थीम: कोविड-19 महामारी के दौरान आयोजित विगत वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का थीमयोग फॉर वेलनेस” था.

21 जून को ही होगा दिवस क्यों मनाया जाता है?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में साल में एक दिन योग के नाम करने का प्रस्ताव रखा था. उनके इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया और 90 दिनों के अंदर ही हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर दिया गया.