Q.5: हमें वन एवं वन्य जीवन का संरक्षण क्यों करना चाहिए? Show उत्तर : वन्य जीवन को निम्नलिखित कारणों से सुरक्षित रखना चाहिए- (1) प्रकृति में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए। (2) जीन पूल की सुरक्षा के लिए। (3) फल, मेवे, सब्ज़ियाँ तथा औषधियाँ प्राप्त करने के लिए। (4) इमारती तथा जलाने वाली लकड़ी प्राप्त करने के लिए। (5) पर्यावरण में गैसीय संतुलन बनाने के लिए। (6) वृक्षों के वायवीय भागों से पर्याप्त मात्रा में जल का वाष्पन होता है जो वर्षा के स्रोत का कार्य करते हैं। (7) मृदा अपरदन एवं बाढ़ पर नियंत्रण करने के लिए। (8) वन्य जीवों को आश्रय प्रदान करने के लिए। (9) धन प्राप्ति के अच्छे स्रोत के रूप में। (10) स्थलीय खाद्य श्रृंखला की निरंतरता के लिए। (11) प्राणियों की प्रजाति को बनाये रखने के लिए। (12) वन्य प्राणियों से ऊन, अस्थियाँ, सींग, दाँत, तेल, वसा तथा त्वचा आदि प्राप्त करने के लिए। वन्य जीवन का संरक्षण राष्ट्रीय पार्क तथा पशुओं और पक्षियों के लिए शरण स्थल बनाने से किया जा सकता है। यह पशुओं का शिकार करने की निषेध आज्ञा का कानून प्राप्त करके किया जा सकता है। हमें वन एवं वन्य जीवन का संरक्षण क्यों करना?वनों का संरक्षण आवश्यक है क्योंकि यह हमारे लिए अनेक प्रकार से उपयोगी है वनों से हमें इमारती लकड़ी (टिम्बर), गोंद, कागज़, लाख, दवाई तथा खेल के उद्योगों को कच्चे माल प्राप्त होते हैं। वन मृदा अपरदन (soil erosion) तथा बाढ़ (flood) को रोकने में सहायता करता है।
वन्य जीवन संरक्षण करने की आवश्यकता क्यों है और इसका क्या महत्त्व है?वनस्पतियाँ प्रकृति की अनुपम देन हैं और पृथ्वी पर पारिस्थितिकी सन्तुलन कायम रखने में अहम भूमिका निभाती हैं। औद्योगीकरण और विकास प्रक्रियाओं से पर्यावरण में फैलते प्रदूषण को एक स्तर तक नियन्त्रित करने की इनकी क्षमता प्रकृति प्रदत्त है।
वन्य जीव संरक्षण के लिए क्या उपाय किए गए हैं?वन्यप्राणी संरक्षण के उपाय -
(1) वन्य जीवों के प्राकृतिक आवासों को बिना नुकसान पहुंचाये नियंत्रित करना। (2) वन्य जीवों के शिकार पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाना। (3) वन्य क्षेत्रों में जैव मण्डल रिर्जव की स्थापना। (4) राष्ट्रीय पार्क, अभ्यारण्य की स्थापना करना।
वन्य प्राणी संरक्षण क्यों आवश्यक है वन्य प्राणी संरक्षण के उपाय बताइए?(1) प्रकृति में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए। (2) जीन पूल की सुरक्षा के लिए। (3) फल, मेवे, सब्ज़ियाँ तथा औषधियाँ प्राप्त करने के लिए। (4) इमारती तथा जलाने वाली लकड़ी प्राप्त करने के लिए।
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