Print SDRFएस.डी.आर.एफ. उत्तराखण्ड राज्य में किसी भी प्राकृतिक व अप्राकृतिक आपदा के समय तत्काल राहत एंव बचाव आदि कार्यो को त्वरित व प्रभावी रूप से सम्पादित किये जाने के उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एस.डी.आर.एफ.) का गठन किया गया। एस.डी.आर.एफ. एक दृष्टि- 09 अक्टुबर 2013 को राज्य आपदा प्रतिवादन बल के गठन हेतु शासनादेश निर्गत किया गया एंव 02 कम्पनियों के गठन हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी। माह फरवरी 2014 में प्रथम चरण में नागरिक पुलिस, पी0ए0सी0, आई0आर0बी0 वायरलेस, फायर सर्विस, एंव अन्य अनुषागिंक शाखाओं से योग्यता के आधार पर प्रतिनियुक्ति की गई। प्रथम ‘ए’ एंव ’बी’ कम्पनी हेतु पुलिस के 152 जवानों/अधिकारियों को एन0डी0आर0एफ0 के प्रशिक्षण केन्द्रों पटना, भटिंडा, गाजियाबाद में प्रशिक्षित कर एस0डी0आर0एफ0 (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) का गठन किया गया एंव माह मार्च 2014 में एसडीआरएफ ने अपने प्रारम्भिक स्वरूप को प्राप्त किया।
आपदा में एस.डी.आर.एफ. की भूमिका
एस.डी.आर.एफ. उत्तराखण्ड राज्य में किसी भी प्राकृतिक व अप्राकृतिक आपदा के समय तत्काल राहत एंव बचाव आदि कार्यो को त्वरित व प्रभावी रूप से सम्पादित किये जाने के उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एस.डी.आर.एफ.) का गठन किया गया। एस.डी.आर.एफ. एक दृष्टि उत्तराखण्ड राज्य मे 09 अक्टूबर 2013 को उत्तराखण्ड सरकार द्वारा एस.डी.आर.एफ. की 06 कम्पनियों की एक वाहिनी को 03 चरणो में गठन करने का निर्णय लिया गया। जिसमें प्रथम चरण के अन्तर्गत एस.डी.आर.एफ. की दो कम्पनी तथा द्वितीय चरण में एक कम्पनी का गठन किया गया, जिसमे 10 सदस्यी महिला दस्ता भी सम्मिलित हैं। एस.डी.आर. एफ. की उपरोक्त तीनो कम्पनियों में जनशक्ति की पूर्ति राज्य की नागरिक पुलिस, सशस्त्र पुलिस, पी.ए.सी., आई.आर.बी., फायर सर्विस, वायरलेस तथा पुलिस की अन्य अनुषांगिक शाखाओं से शारीरिक उपयुक्तता व योग्यता के आधार पर प्रतिनियुक्ति पर लेकर की गई। एस.डी.आर.एफ. के जोखिम भरे कार्य की प्रकृति को देखते हुए एस.डी.आर.एफ. मे नियुक्त सभी अधिकारियो/कर्मचारियो को 30 प्रतिशत जोखिम भत्ता प्रदान किया जा रहा है। प्रथम चरण की दो कम्पनियो में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा 06 हफ्ते का प्रशिक्षण एन.डी.आर.एफ. की गाजियाबाद, भटिण्डा व पटना में स्थित बटालियनो में प्राप्त किया जबकि द्वितीय चरण के अन्तर्गत गठित तृतीय कम्पनी को ए.टी.सी., हरिद्वार में एन.डी.आर.एफ. के प्रशिक्षको द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जहां इनके द्वारा एम.एफ.आर. (मेडिकल फर्स्ट रिस्पोन्डर), सी.एस.एस.आर. (कलेप्स स्ट्रक्चर सर्च एण्ड रेस्क्यू), सी.बी.आर.एन. (केमिकल बायोलोजिकल रेडियोलोजिकल न्यूक्लियर), रोप रेस्क्यू, फ्लड रेस्क्यू आदि का प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। वर्तमान समय में एस.डी.आर.एफ. की एक कम्पनी ए.टी.सी., हरिद्वार में प्रशिक्षणाधीन है जिसे एन.डी.आर.एफ द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमे 10 सदस्यी महिला दस्ता भी सम्मिलित हैं।
उत्तराखंड में एसडीआरएफ की स्थापना कब की गई?एस.डी. आर.एफ. एक दृष्टि- 09 अक्टुबर 2013 को राज्य आपदा प्रतिवादन बल के गठन हेतु शासनादेश निर्गत किया गया एंव 02 कम्पनियों के गठन हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी। माह फरवरी 2014 में प्रथम चरण में नागरिक पुलिस, पी0ए0सी0, आई0आर0बी0 वायरलेस, फायर सर्विस, एंव अन्य अनुषागिंक शाखाओं से योग्यता के आधार पर प्रतिनियुक्ति की गई।
एसडीआरएफ क्या है?एसडीआरएफ का गठन
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल एक ऐसी स्पेशल टीम है जिसका गठन राज्य को प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए किया गया है। इस टीम में प्रशिक्षित पुलिस, पूर्व सेना और होमगार्ड के जवान शामिल है।
|