उत्तर प्रदेश में कुल कितनी विधानसभा सीटें हैं - uttar pradesh mein kul kitanee vidhaanasabha seeten hain

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अंतिम अद्यतन तिथि: Dec 08, 2022

मेरठ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कमजोर सीटों पर नजर गड़ा दी हैं। वेस्ट यूपी में 16 जिलों की 27 विधानसभा की हारी सीटों पर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फोकस है। 2017 में जिस-जिस जिले में बीजेपी सीट हारी है, वहां सीएम योगी दस्तक दे रहे हैं। जनसभा कर सरकारी योजनाओं की सौगात दे रहे हैं और 2022 में साथ देने पर विकास की गंगा बहाने का वादा भी कर रहे हैं। मंगलवार को योगी बदायूं और शाहजहांपुर में रहे। करोड़ों के विकास कार्यों की योजनाओं का लोकार्पण और शुभारंभ किया। जनसभा में विपक्ष को घेरा। खासकर सपा उनके निशाने पर रही। बोले, पहले सरकार के लिए प्रदेश ही परिवार हुआ करता था।

136 में 27 सीटें कमजोर, योगी कर रहे लगातार रैली
दरअसल, मेरठ में सात सीट में एक बीजेपी हारी थी और इस पर सपा जीती थी। इसी तरह, बागपत में एक सीट पर बीजेपी हारी और आरएलडी जीती ( हालांकि बाद में जीता विधायक बीजेपी में शामिल हो गया था), सहारनपुर में सात में तीन बीजेपी हारी, एक सपा और दो कांग्रेस जीती थी। मुरादाबाद में छह में से चार बीजेपी हारी, चारों पर सपा जीती थी। अमरोहा में चार में एक बीजेपी हारी, सपा जीती। फिरोजाबाद में चार में से एक बीजेपी हारी, सपा जीती। मैनपुरी में चार में से तीन बीजी हारी, सपा जीती।

संभल में दो सीटें सपा से हार गई थी बीजेपी
इसी तरह बदायूं में छह में से पांच बीजेपी जीती और एक हारी, उसपर सपा जीती। संभल में चार में से दो बीजेपी हारी, वहां सपा जीती। बिजनौर में 8 में से दो बीजेपी हारी, सपा जीती। रामपुर में 5 में से 3 बीजेपी हारी, सपा जीती। शामली में 3 में से एक बीजेपी हारी, सपा जीती, हापुड़ में 3 में से एक बीजेपी हारी, बीएसपी विजयी हुई। शाहजहांपुर में 6 में से एक बीजेपी हारी, सपा जीती। मथुरा में 5 में से एक बीजेपी हारी, बीएसपी जीती। हाथरस में तीन में से एक बीजेपी हारी, उस पर बसपा जीती थी।

किसान आंदोलन से इस बार हो सकता है नुकसान
ऐसे में 2017 में वेस्ट यूपी के 136 विधानसभा सीटों में से 109 सीटों पर बीजेपी काबिज रही थी, जबकि 27 सीटों पर उसे हार का मुंह देखना पड़ा। इन कमजोर सीटों पर कमल खिलाने के लिए खुद योगी ने मोर्चा संभाल लिया है। 8 नवंबर से सीएम योगी 15 नवंबर तक आठ जिलों के दौरे पर हैं। ये वहीं जिले हैं, जहां बीजेपी पिछले चुनावों में हार चुकी है। मंगलवार को सीएम बदायूं और शाहजहांपुर में रहे। सोमवार को शामली और रामपुर में थे। दो दिन पहले सहारनपुर गए थे। 11 नवंबर को मेरठ में रहेंगे। आगरा, बरेली भी इसी सूची में शामिल हैं। दरअसल बीजेपी को पता है कि वेस्ट यूपी को साधे बिना सत्ता की चाबी मिलना मुश्किल है। 2014, 2017 और 2019 के चुनावों में बीजेपी को ध्रुवीकरण का बहुत फायदा मिला था। इस बार किसान अंदोलन के चलते कुछ सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है।

बदायूं को मिली 1300 करोड़ की सौगात
मंगलवार को बदायूं और शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे। उन्‍होंने बदायूं की सहसवान विधानसभा सीट पर जनसभा की। यहां 1,328 करोड़ की 359 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक/स्वीकृति-पत्र वितरित किए। शाहजहांपुर में भी करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। दोनों जगह योगी ने विपक्ष पर वार किए। खासकर समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। कहा कि पहले की सरकार में खानदान (परिवार) ही प्रदेश हुआ करता था। पूर्व की सरकार ने प्रदेश के विकास, किसान, नौजवानों को अपने एजेंडे में रखा ही नहीं। वह चाहते तो प्रदेश का भी विकास कर सकते थे, लेकिन उनके लिए तो सिर्फ उनका खानदान (परिवार) ही प्रदेश के बराबर था। इसलिए उन्होंने अपने परिवार का ही विकास किया।

साढ़े 4 साल में नए उत्‍तर प्रदेश की स्‍थापना हुई: योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सपा की सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर था। साढ़े चार साल में एक नए उत्तर प्रदेश की स्थापना हुई है और उस तस्वीर को दुनिया देख रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज अयोध्या हमारी पहचान है। पहले लोग अयोध्या जाने से डरते थे। 2017 में हारी सहसवान विधानसभा सीट पर लोगों को साधते हुए योगी ने कहा कि अगर 2017 में यहां से बीजेपी विधायक होते तो और भी विकास होता। हालांकि हमारी बीजेपी सांसद ने इस क्षेत्र में तमाम विकास कार्य कराए हैं, लेकिन सांसद और विधायक मिलकर काम करते हैं तो और अच्छे विकास कार्य होते। उन्होंने जनता से अपील की कि 2022 चुनाव में सहसवान विधानसभा से भी बीजेपी प्रत्याशी को वोट देकर जिताएं।

शाहजहांपुर में योगी की सभा से पहले आशा बहुओं को पुलिस ने पीटा
वहीं, शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री के आने से पहले सभा स्थल के बाहर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशा बहुओं को पुलिस ने पीट डाला। मानदेय और पदोन्नति की मांग को लेकर ये लोग मुख्यमंत्री से मिलना चाहती थीं। पुलिस उन्हें थाने ले जाने लगी। इससे सभा स्थल के बाहर हंगामा हो गया। दरअसल, आंगनबाड़ी और आशा बहुएं कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर सभी धरना प्रदर्शन कर रही थीं। पुलिसकर्मियों ने उन्हें जनसभा के अंदर जाने से रोक दिया और जबरन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा बहुओं को कार में बैठाने की कोशिश की तो उन्होंने विरोध किया।

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यूपी में विधानसभा सीट कितनी है 2022?

उत्तर प्रदेश विधान सभा के 403 सदस्यों का चुनाव करने के लिए उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च 2022 तक सात चरणों में विधान सभा चुनाव हुए जिसमे भारतीय जनता पार्टी ने 403 में 255 जीती।

भारत में विधानसभा की कुल सीटें कितनी है?

इस प्रकार विधान सभा की कुल सदस्य संख्या 71 हो गयी। विधान सभा का कार्यकाल सामान्य स्थिति से पूर्व भंग होने की दशा को छोड़ कर 5 वर्ष का है।

भारत के किस राज्य में कितनी विधानसभा सीटें हैं?

विधानसभा.

विधानसभा चुनाव 2022 कितने राज्यों में है?

भारत में 2022 के चुनावों में भारत के राष्ट्रपति के पद के लिए चुनाव, भारत के उपराष्ट्रपति, लोकसभा के उपचुनाव, राज्यसभा के चुनाव, सात राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव अवं विधान परिषदों और स्थानीय निकायों के लिए उपचुनाव होंगे।