19-10-2022 अद्यतन दिनांक Show 1. कुल संस्थापित क्षमता (30.09.2022 तक) स्रोत: केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) संस्थापित उत्पादन क्षमता (क्षेत्रवार) 30.09.2022 की स्थिति के अनुसार :
संस्थापित उत्पादन क्षमता (ईधनवार) 30.09.2022 की स्थिति के अनुसार:
30.09.2022 को आरएस (एमएनआरई) के संबंध में स्थापित क्षमता नीतिगत पहलें/लिए गए निर्णय विद्युत अधिनियम, 2003 अधिनियमित किया गया है तथा 15.06.2003 से लागू हो गया है। इसका उद्देश्य प्रतिस्पर्द्धा आरंभ करना, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना तथा सभी के लिए विद्युत उपलब्ध कराना है। यह अधिनियम राष्ट्रीय विद्युत नीति, ग्रामीण विद्युतीकरण, पारेषण में खुली पहुँच, वितरण में चरणबद्ध खुली पहुँच, अनिवार्य एसईआरसी, लाइसेंसमुक्त उत्पादन तथा वितरण, विद्युत व्यापार, अनिवार्य मीटरिंग तथा विद्युत चोरी के लिए कठोर दंड प्रदान करता है। यह अधिनियम विद्युत अधिनियम, 1910, विद्युत आपूर्ति अधिनियम, 1948 तथा विद्युत विनियामक आयोग अधिनियम, 1998 के स्थान पर एक व्यापक कानून है। विद्युत अधिनियम, 2003 को विद्युत (संशोधन) अधिनियम, 2003 और विद्युत (संशोधन) अधिनियम, 2007 द्वारा दो अवसरों पर संशोधित किया गया है। इसका उद्देश्य इस क्षेत्र को ठोस व्यावसायिक विकास के पथ पर आगे बढ़ाना तथा राज्यों और केंद्र को
सद्भाव और समन्वय से कार्य करने के लिए समर्थ बनाना है। सभी स्रोतों से उत्पादन का निष्पादन 1.0 ताप विद्युत, जल विद्युत, न्यूक्लियर और भूटान आयात से उत्पादन कार्य निष्पादन 1.1 वर्ष 2021-22 के लिए ताप विद्युत, जल विद्युत, न्यूक्लियर और भूटान आयात से विद्युत उत्पादन का लक्ष्य 1356 बिलियन यूनिट निर्धारित किया गया था अर्थात पिछले वर्ष (2020-21) के लिए 1234.608 बीयू के वास्तविक उत्पादन पर 9.83 प्रतिशत की वृद्धि। वर्ष 2019-20 के दौरान उत्पादित 1250.784 बीयू की तुलना में वर्ष 2020-21 के दौरान उपरोक्त श्रेणियों से उत्पादन 1234.608 बीयू था, जो लगभग 1.29 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर्शाता है।
सितंबर 2022 तक (अनंतिम), स्रोत : सीईए 1.3 वर्ष 2021-22 के लिए ताप विद्युत, जल विद्युत, न्यूक्लियर और भूटान आयात से विद्युत उत्पादन लक्ष्य थर्मल में 1155.200 बीयू; हाइड्रो में 149.544 बीयू; न्यूक्लियर में 43.020 बीयू तथा भूटान से आयात से 8.236 बीयू की तुलना में 1356 बीयू निर्धारित किया गया था। 2.0 संयंत्र भार घटक (पीएलएफ): 2.1 वर्ष 2009-10 से 2022-23 के लिए देश में पीएलएफ (कोयला और लिग्नाइट आधारित) नीचे दिया गया हैः
*सितंबर 2022 तक (अनंतिम), स्रोत : सीईए 3.0 विद्युत आपूर्ति स्थिति देश में वर्ष 2009-10 से 2021-22 तक विद्युत आपूर्ति की स्थितिः
*सितंबर 2022 तक (अनंतिम), स्रोत : सीईए उत्पादन (बिलियन यूनिट) उत्पादन वृद्धि (%) भारत के कुल विद्युत उत्पादन में जल विद्युत का योगदान कितना प्रतिशत है?इसमें जल विद्युत का योगदान 45699 मेगावॉट अर्थात 12.4 प्रतिशत है।
भारत में विद्युत उत्पादन में सबसे अधिक हिस्सा किसका है?भारत में विद्युत उत्पादन में सर्वाधिक अंशदान किसका है. थर्मल बिजली 153848MW 68.14% (i) कोयला गैस 132288MW 58.59% (ii) गैस आधारित 20360MW 9.02% (iii) तेल आधारित 1200MW 0.53%. जल विद्युत (हाइड्रो पावर) 39623MW 17.55%. परमाणु ऊर्जा (न्यूक्लियर पावर) 4780MW 2.12%. ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत 27542MW 12.20%. भारत में कुल कितने ताप विद्युत उत्पादन केंद्र है?24 कोयला आधारित विद्युत स्टेशनों के साथ एनटीपीसी देश में सबसे बड़ी तापीय विद्युत उत्पादन कंपनी है।
भारत में विद्युत उत्पादन का प्रमुख स्रोत कौन सा है?विद्युत क्षेत्र एक नजर में "अखिल भारत". |