ठोस की अपेक्षा दवो मे विसरण की दर अधिक क्यों होती है? - thos kee apeksha davo me visaran kee dar adhik kyon hotee hai?

विषयसूची

  • 1 ठोस की अपेक्षा द्रवों में विसरण की दर अधिक क्यों होती है?
  • 2 तापमान बढ़ने से कणों की गति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
  • 3 ओशो की अपेक्षा दमोह में मिश्रण की दर अधिक क्यों होती है?
  • 4 वह तापमान जिस पर कोई पदार्थ ठोस अवस्था से द्रव अवस्था में बदल जाता है क्या कहलाता है?
  • 5 द्रव क्यों बहता है?

ठोस की अपेक्षा द्रवों में विसरण की दर अधिक क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंठोस की अपेक्षा द्रव में पदार्थ के कण स्वतंत्र रूप से गति करते है और उन कणो में रिक्त स्थान भी अधिक होते है।

विसरण क्या है गैसों में विसरण का एक उदाहरण दीजिए?

इसे सुनेंरोकेंअगरबत्ती की खुश्बू का पूरे कमरे में फैल जाना, शक्कर का पानी में घुलना, लाल दवा (KMnO₄) का पानी में डालने पर उसका जल में घुलकर फैलना, प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में CO₂ को वातावरण (environment) से लेना तथा O₂ का निकलना आदि सभी विसरण (diffuse) के उदाहरण हैं।

विसरण तथा परासरण में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंपरासरण केवल द्रव्य तथा उसमें विलेय पदार्थों में ही होता है। परासरण के लिए दोनों धर्मों के मध्य मध्य अर्ध पारगम्य झिल्ली होती है। वास्तव में विसरण एक सामान्य भौतिक क्रिया है जो पदार्थों के स्वतंत्र कणों के द्वारा प्रदर्शित गतियों के कारण होती है।

तापमान बढ़ने से कणों की गति पर क्या प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंजब किसी ठोस का तापमान बढ़ाया जाता है तो उसके कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है। गतिज ऊर्जा बढ़ने के कारण कण तेजी से कंपन करने लगते हैं। जब ऊर्जा इतनी अधिक हो जाती है कि कण आपस के आकर्षण बल को पार कर जाते हैं तो एक दूसरे से अलग होने लगते हैं। ऐसी स्थिति में पदार्थ अपनी ठोस अवस्था से द्रव अवस्था में चला जाता है।

इसे सुनेंरोकेंस्पष्टीकरण: ठोस पदार्थों की तुलना में तरल पदार्थों के प्रसार की दर अधिक होती है क्योंकि तरल पदार्थों में ठोस पदार्थों की तुलना में अधिक अंतर-कण स्थान होता है.

द्रव का ठोस में परिवर्तन क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंजब कोई द्रव्य तरल (द्रव)रूप में होता है तो उसके अणुओं के मध्य कुछ खाली स्थान होता है। जब वह हिमांक पर होता है तो उसके अणुओं के मध्य आकर्षण बल अधिक होने लगता है तथा खाली स्थान भी कम होते होते वह धीरे-धीरे ठोस का रूप ले लेता है। इसे ही जमना कहते हैं।

क्या पदार्थ की आवश्यकता बदल सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: पदार्थ अपनी अवस्था को बदल सकता है, जैसे कि जल तीनों भौतिक अवस्थाओं में पाया जाता है। ठोस को द्रव में तथा द्रव को गैस में बदला जा सकता है। जैसे कि : जल, ठोस (बर्फ), तरल या द्रव (जल) तथा गैस (जलवाष्प) के रूप में पाया जाता है।

ओशो की अपेक्षा दमोह में मिश्रण की दर अधिक क्यों होती है?

अति लघु उत्तरीय प्रश्न 2 अंक का 1 ठोसों की अपेक्षा द्रवों में विसरण की दर अधिक क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: सामान्यतया ठोस पदार्थों की अपेक्षा द्रवों का घनत्व कम होता है लेकिन जल जब ठंडा होकर बर्फ बनाता है तो उसके कणों के मध्य रिक्त स्थान में वृद्धि होती है जिसके परिणामस्वरूप उसके आयतन में भी वृद्धि हो जाती है।

द्रवण की गुप्त ऊष्मा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी ठोस (Solid) के इकाई द्रव्यमान को द्रवणांक पर द्रव्य अवस्था (Liquid State) में बदलने के लिए आवश्यक उष्मा (Heat) को ठोस के द्रवण की गुप्त ऊष्मा कहते हैं। इसका मात्रक जूल प्रति किलोग्राम (J/Kg) है।

वह तापमान जिस पर कोई पदार्थ ठोस अवस्था से द्रव अवस्था में बदल जाता है क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी ठोस पदार्थ का गलनांक (या द्रवणांक (melting point) वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्यावथा में होती हैं।

क्या हवा पदार्थ है?

इसे सुनेंरोकेंहवा पदार्थ नहीं है क्योंकि न तो यह स्थान घेरती है और न ही उसका कोई द्रव्यमान होता है।

पानी की ठोस व्यवस्था क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजल या पानी एक आम रासायनिक पदार्थ है जो जीवन के सभी ज्ञात रूपों के जीवित रहने के लिए जरूरी है। आमतौर पर जल अपनी द्रव अवस्था मे उपयोग में लाया जाता है पर यह ठोस अवस्था, बर्फ और गैस अवस्था, जल वाष्प या भाप रूप मे भी पाया जाता है।

द्रव क्यों बहता है?

इसे सुनेंरोकेंद्रवों में अन्तरा अणुक आकर्षण बल कुछ कमजोर होने के कारण उसके अणु एक-दूसरे के ऊपर फिसलने की क्षमता रखते हैं, इसीलिए द्रव आसानी से बहते है।

विसरण क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंदो या दो से अधिक पदार्थों का स्वतः एक दूसरे से मिलकर समांग मिश्रण बनाने की क्रिया को विसरण (डिफ्यूजन) कहते हैं।

ठोसों की अपेक्षा दवो मे विसरण की दर अधिक क्यों होती है?

Answer: द्रव अवस्था में कणों में ठोस अवस्था वाले कणों की तुलना में अधिक स्थान और उनके बीच आकर्षण बल कमजोर होता है। अत: द्रवों में कण ठोस की तुलना में स्वतंत्र रूप से गति करते हैं। इसलिए इसके प्रसार की दर अधिक होती है

ठोसों की अपेक्षा द्रवों में विसरण की दर अधिक क्यों होती है Why is the rate of Diffusion is higher in liquid than in?

Solution : ठोस की अपेक्षा द्रव में पदार्थ के कण स्वतंत्र रूप से गति करते है और उन कणो में रिक्त स्थान भी अधिक होते है।

ठोस में विसरण द्रव से कम क्यों होता है?

ठोसों के अणु एक दूसरे से बहुत निकटता से सटे हुए रहते हैं। द्रवों के अणु ठोसों के अणुओं की अपेक्षा कम सटे हुए रहते हैं। गैसों के अणु तो एक दूसरे से पर्याप्त दूरी पर रहते हैं, यही कारण है कि गैसें बड़ी शीघ्रता से एक दूसरे में मिल जाती हैं।

ठोस का ठोस में विसरण क्या होता है समझाइए?

Solution : दो धातु के टुकड़ों को कसकर बांधकर कुछ वर्षों तक रख देने से कभी-कभी एक धातु के कण दूसरे में विस्तृत हो जाते हैं। इसे ठोस में ठोस का विसरण कहते है। ठोस के कण अपने स्थान से ज्यादा गति नहीं करते।